बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 2 मई। कोरोना महामारी के इस दौर मे लॉकडाउन के कारण गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों के समक्ष आजीविका की समस्या उठ खड़ी हुई है। खासकर सेलून, पान ठेला, चिल्हर फल विक्रेता, धोबी, सायकल मरम्मत की दुकान, मोची एवं हमाली का कार्य करने वाले रेजा कुली इन दिनों बेरोजगारी की विभिषिका से जूझ रहे है। एक ओर जहां उनके समक्ष बिमारी का खतरा है, तो वहीं दूसरी ओर रोजगार न होने से उनके समक्ष रोजी रोटी का संकट खडा हो गया है।
शासन की योजनाओं का उन्हें कोई लाभ प्राप्त नहीं हो पा रहा है, हालांकि अनेक स्थानों पर नि:शुल्क पका हुआ भोजन सामाजिक संस्था बांट रहे है, लेकिन मुख्य समस्या आर्थिक रूप से मुंहबाये खड़ी है। क्योंकि नल शुल्क, विद्युत शुल्क, गैस रिफ्लिंग के अलावा किरान सामान एवं सब्जी के लिये आर्थिक रूप से मध्यम व निम्न वर्ग संकट का सामना कर रहे हंै।
ऐसी विपदा आज तक न आने की बात करते हुए अनेक लोगों ने बताया कि केन्द्र शासन को शीघ्र ही आर्थिक पैकेज के तहत सभी लोगों को आर्थिक मदद शीघ्र ही मुहैया कराया जाना चाहिए, ताकि आगे कुंआ पीछे खाई की स्थिति से मध्यम वर्ग उबर सके बहरहाल लोग आर्थिक संकट से जूझते हुये काम धंधा बंद होने की वजह से निराश हताश घर बैठे हुए हैं।