बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 13 मई। बलौदाबाजार सुहेला क्षेत्र में मंगलवार को तडक़े सुबह अचानक मौसम बदला। आसमान पर काले बादल छाने लगे और थोड़ी देर बाद करीब घंटे भर तक तेज बारिश हुई। गर्मी के मौसम में तेज बारिश होने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली लेकिन रबी फसल के लिए यह बारिश आफत की बारिश साबित हुई। वही क्षेत्र के उपार्जन केंद्रों में खरीदे गए धान परिवहन के अभाव में अभी भी खुले में पढ़े हुए हैं, बारिश से पूरी तरह भीग गए।
उपार्जन केंद्रों में विगत 4 माह से धान रखे हुए हैं परंतु अभी तक परिवहन नहीं हो पा रहा है, जिससे समिति के कर्मचारी परेशान हैं। कर्मचारियों का कहना है कि धान खरीदी के समय राजस्व विभाग, खाद्य विभाग, सहकारिता व अन्य विभाग के अधिकारियों ने कई बार निरीक्षण किया परंतु धान उठाव के संबंध में कोई अधिकारी ने सुध नहीं ली।
तिल्दा क्षेत्र में भी बारिश ने मचाई तबाही
जिला पंचायत सभापति राजू शर्मा ने बताया कि लगातार एक हफ्ते से आकस्मिक वर्षा एवं तेज आंधी तूफान होने के कारण ग्राम लखना सुंगेरा में लगभग 100 से अधिक किसानों का लगभग 200 से 250 एकड़ तक की ग्रीष्मकालीन धान की फसल खराब हो गई है।
उन्होंने बताया कि तिल्दा विकास खंड में 5000 एकड़ में ग्रीष्म कालीन धान की खेती की गई है। पहले से करोना महामारी के लॉकडाउन के चलते सब्जियों का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है और मंडी बंद होने से किसान अपनी फसल औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हैं। किसान नेता राजू शर्मा ने उद्यानिकी विभाग के जिलाधिकारी, कृषि विभाग के उपसंचालक कश्यप से चर्चा की व कलेक्टर को पत्र लिखकर तहसीलदार, आरआइ, पटवारी, ग्राम सेवक, कृषि विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से किसानों के खेत का नुकसानी का जायजा लेकर राज्य शासन को उनकी फसल का क्षति के संबंध में जानकारी तत्काल प्रेषित करने और किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। और इसकी जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे को भी प्रेषित की है।