बेमेतरा
![असाक्षरों को पढ़ाकर साक्षर बनाने केशतरा में घर-घर सर्वें असाक्षरों को पढ़ाकर साक्षर बनाने केशतरा में घर-घर सर्वें](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721120280173.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 जुलाई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में उल्लेखित उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत सर्वे कार्य हेतु ग्राम केशतरा विकासखण्ड साजा में असाक्षर प्रशिक्षार्थी एवं स्वयंसेवी शिक्षकों के चिन्हांकन के लिए हाई स्कूल केशतरा की प्राचार्य नेमेश्वरी साहू, पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक पवन कुमार साहू, और प्राथमिक विद्यालय के प्रधान पाठक गणेश्वर ठाकुर, सीमा चक्रधारी के द्वारा ग्राम केशतरा में घर-घर जाकर सर्वें कार्य किया जा रहा है।
इस उल्लास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली शिक्षा से वंचित असाक्षरों को पढ़ा लिखा कर साक्षर बनाना है। जिसके लिए पास के ही स्कूल को साक्षर केंद्र बनाया गया है। जिसमें स्कूल समय के अतिरिक्त समय में स्वयंसेवी शिक्षक असाक्षरों को साक्षर ज्ञान कराएंगे। जिसके लिए ग्राम एवं वार्डों में 15 साल से ऊपर के असाक्षरों को लिया जाएगा। हाई स्कूल केशतरा की प्राचार्य नेमेश्वरी साहू ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य न केवल आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान प्रदान करना है। बल्कि 21वीं सदी के नागरिकों के लिए आवश्यक अन्य घटकों को भी शामिल करना है। जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल, स्वास्थ्य देखभाल, और जागरूकता। इसका महत्व यह है कि साक्षर, लोगों को सशक्त और स्वतंत्र बनाती हैं।पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक पवन कुमार साहू ने बताया कि यह योजना साक्षरता कार्यक्रम से कहीं बढक़र है; यह एक आंदोलन है, एक उज्ज्वल भविष्य और सशक्त नागरिकों की ओर एक अभियान है।