बेमेतरा
![जिस इंजीनियर ने मूल्यांकन किया, उसी को जांच टीम का बनाया हिस्सा जिस इंजीनियर ने मूल्यांकन किया, उसी को जांच टीम का बनाया हिस्सा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721042221187.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 जुलाई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 8 जुलाई को स्कूल जतन योजना के तहत हुई मरम्मत व निर्माण की जांच के आदेश दिए। इस पर अमल करते हुए कलेक्टर ने नवागढ़ एसडीएम से जांच प्रतिवेदन मांगा है। एसडीएम ने अपने नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया है, जिसमें तहसीलदार, बीईओ व प्रभारी एसडीओ ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को शामिल किया गया है।
जानकारों के मुताबिक टीम में प्रभारी एसडीओ छाया निषाद को शामिल करना विभाग को भारी पड़ सकता है। एक पखवाड़े पूर्व तक बतौर इंजीनियर उन्होंने खुद उन कार्यों का मूल्यांकन किया है, जो अब जांच के दायरे में हैं। वह खुद अपने कार्यों की जांच कैसे करेंगी। यह भी विचारणीय है कि क्या वह जांच में खुद को गलत साबित कर पाएंगी। बतौर इंजीनियर उनका पक्ष टीम को सुनना होगा। ज्ञात हो कि जनवरी माह में खाद्यमंत्री दयालदास बघेल के आदेश पर जिस टीम ने जांच रिपोर्ट दी है, उस पर कलेक्टर कार्रवाई करने से पीछे क्यों हट रहे हैं। वहीं बड़े पैमाने पर अधिक भुगतान पुट्टी टाइल्स के नाम पर किया गया है। बिना बेस वर्क किए टाइल्स बिछा दी गई।
अलग टीम मरमत व निर्माण
की करेे जांच
जनपद सदस्य महेश टंडन ने कहा कि नवागढ़ ब्लॉक में स्कूल मरमत के नाम पर किए गए सभी कार्यों की जांच हो। ग्राम मानिकपुर स्कू ल नमूना है। मारो आत्मानंद स्कूल भवन तो भ्रष्टाचार का प्रमाण है। बेलटुकरी का निर्माण दर्शनीय है। ग्राम तरपोंगी, भदराली, नगधा, खामही, अंधियारखोर, चमारी, कुरुवा, गांगपुर, मुंगवाय, कुंआ, रिसा अमली व तोहड़ी सहित नवागढ़ में हुए कार्यों को टीम देखेगी तो कार्यों की गुणवत्ता सार्वजनिक हो जाएगी। टंडन ने कहा की वर्तमान टीम की जगह जांच की नई टीम का गठन जरूरी है। ऐसी टीम बने, जिसमें ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के लोग न हों।
टीम बनी है
एसडीएम मुकेश कुमार ने बताया कि नवागढ़ ब्लॉक के स्कूल, जिनमें स्कूल जतन के तहत कार्य हुए हैं। उसकी जांच उनके नेतृत्व में होगी, जिसमें तहसीलदार विनोद बंजारे, बीईओ लोकनाथ बांधे व प्रभारी एसडीओ ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग छाया निषाद शामिल हैं। जिन कार्यों का मूल्यांकन निषाद ने बतौर इंजीनियर किया है, उसकी जांच वे कैसे करेंगी, इस सवाल पर एसडीएम ने कहा कि अब इसके विकल्प पर विचार करेंगे। जांच पारदर्शी होगी।