बेमेतरा

जिला अस्पताल में मरीज लेने पहुंचे निजी अस्पताल के कर्मी की सुरक्षा कर्मियों से हाथापाई, शिकायत दर्ज
16-Jul-2024 2:31 PM
जिला अस्पताल में मरीज लेने पहुंचे निजी अस्पताल के  कर्मी की सुरक्षा कर्मियों से हाथापाई, शिकायत दर्ज

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 जुलाई।
प्राइवेट अस्पताल के एजेंट द्वारा जिला अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मी और सिक्योरिटी गार्ड के साथ हाथा पाई का मामला सामने आया है। जहां भर्ती मरीजों को रेफर करने प्राइवेट अस्पताल के एजेंट लगातार आते रहते हैं। बीती रात बेमेतरा जिला मुख्यालय के एक प्राइवेट चेतना अस्पताल के पीआरओ विशाल परिहार ने भर्ती मरीज को गुमराह करके अपने अस्पताल ले जाने आया हुआ था। अस्पताल में मौजूद सिक्योरिटी गार्ड का अस्पताल आने का कारण पूछने पर प्राइवेट अस्पताल का एजेंट अश्लील गाली गलौज करने लगा।

विवाद में पुलिस जवान को हाथ में लगी चोट 
इस बीच अस्पताल में मौजूद पुलिसकर्मी वहां पर पहुंचा। जिसके साथ भी प्राइवेट अस्पताल का एजेंट वाद विवाद करने लग गया। पुलिस की पिटाई कर दिया। वहीं काफी समय तक अस्पताल के सुरक्षा कर्मी और प्राइवेट अस्पताल के एजेंट के साथ वाद विवाद होता रहा। जिससे अस्पताल के पुलिसकर्मी को हाथ में चोट लगी है।

थाने में दिया आवेदन 
घटना से नाराज सुरक्षा कर्मियों ने एजेंट पर एफआईआर दर्ज करने सिटी कोतवाली में आवेदन किया है। पूर्व में भी इस तरह का मामला सामने आया है,जो सिटी कोतवाली तक पहुंचा था। बाहर में ही समझौता कर मामले को खत्म कर दिया गया था।

एजेंटों के हौसले बुलंद, अस्पताल की कर्मियों से करते हैं विवाद 
प्राइवेट अस्पताल के एजेंट के परिजनों को बहला फुसलाकर अपने अस्पताल ले जाते हैं और आए दिन अस्पताल के कर्मचारियों के साथ वाद विवाद करते हैं। लेकिन बीती रात मामला मारपीट पर आ गया। अब यह देखना होगा की पिटाई एक पुलिस वाले का हुआ है। इस मामले में उच्च अधिकारी किस तरह की कार्रवाई करते हैं।

सरकारी अस्पतालों में प्राइवेट हॉस्पिटल के एजेंट सक्रिय 
ग्रामीण स्तर, जिला अस्पताल, चाइल्ड मदर हॉस्पिटल से योजनाबद्ध तरीके से प्रसूता महिलाओं व अन्य मरीजों की पहचान कर हर हाल में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने का प्रयास किया जाता है। प्रसूता महिला के जिला अस्पताल व मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में प्रसव के लिए पहुंचने पर, प्राइवेट अस्पतालों के एजेंट सक्रिय हो जाते हैं। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल और मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में आए दिन इस तरह के वाक्या सामने आ रहे हैं, जहां प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस में मरीजों को रेफर किया जा रहा है ।

जानबूझकर प्राइवेट अस्पताल के एंबुलेंस में नाम अंकित नहीं करते  
प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस में अस्पताल का नाम जानबूझकर अंकित नहीं किया जाता, ताकि मामला उजागर होने पर कार्रवाई से बचा जा सके। इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ को लगातार शिकायत मिल रही थी कि बड़े पैमाने पर जिला अस्पताल व मदर चाइल्ड हॉस्पिटल से मरीजों को हायर सरकारी संस्थान में रेफर करने की बजाए प्राइवेट अस्पताल भेजा जा रहा है। इस कृत्य में सरकारी संस्थानों के कर्मियों की मिलीभगत है।

ठोस कार्रवाई के अभाव में हौसले बुलंद 
कमीशन के खेल में गरीब मरीजों को लूटा जा रहा है। यहां निचले स्तर से लेकर अधिकारियों तक कमीशन तय है। ऐसी स्थिति में गरीब मरीजों से ही कमीशन के राशि की वसूली की जा रही है। ठोस कार्रवाई के अभाव में प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन के हौसले बुलंद हैं, जो मामला उजागर करने वालों को धमकाने से भी बाज नहीं आते।

नोटिस जारी कर मांगा जाएगा जवाब  
सिविल सर्जन संतराम चुरावन ने कहा कि अस्पताल के स्टाफ को इस तरह की जानकारी होने पर तुरंत प्रबंधन को सूचना देने कहा गया है। बीती रात हुए विवाद की जानकारी मिली है। प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन मनमानी कर रहे हैं। इस मामले में चेतना नर्सिंग होम को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं मामले की जांच कर कार्रवाई के लिए पुलिस को भी पत्र लिखा जाएगा।

चेतना नर्सिंग होम के संचालक डॉ. मनु मिश्रा ने कहा कि अस्पताल का स्टाफ बाहर जाकर क्या करता है, इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है। इस मामले में पुलिस जांच कर कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news