बेमेतरा

लोलेसरा में पानी की दो टंकियां, 80 फीसदी घरों में नहीं आ रहा पानी, 20 फीसदी को मात्र आधा घंटा ही आपूर्ति
11-Jul-2024 4:09 PM
लोलेसरा में पानी की दो टंकियां, 80 फीसदी घरों में नहीं आ रहा पानी, 20 फीसदी को मात्र आधा घंटा ही आपूर्ति

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 11 जुलाई।  ग्राम लोलेसरा में पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। आलम यह है कि गांव में दो पानी टंकी का निर्माण हुआ है। बावजूद आधी से अधिक आबादी पानी से वंचित है।

इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच सचिव समेत अन्य जनप्रतिनिधियों को समस्या के निराकरण का आग्रह किया गया, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वर्तमान में मानसून में विलंब हो गया है। गर्मी के कारण यह समस्या विकराल होती जा रही है। ग्रामीण कई सालों से इस समस्या से जूझ रहे हैं। बावजूद निराकरण की दिशा में अब तक ठोस कदम नहीं उठाया गया। सबसे बड़ा मुद्दा जल जीवन मिशन का है, जिसमें लाखों रुपए खर्च करने के बवजूद अब तक ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। अधिकारी दस्तावेजों में पानी की नियमित आपूर्ति दिखा रहे हैं, जबकि धरातल में स्थिति इससे विपरीत है।

 कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के दौरान उर्मिला साहू, अंजली वर्मा, यशोदा वर्मा, नीतू वर्मा, संतोषी वर्मा, उषा वर्मा, आरती वर्मा, एकता वर्मा, लीला वर्मा, किरण वर्मा, हीरा साहू, मोहिनी साहू समेत 70 महिलाएं मौजूद थीं।

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार योजना के अंतर्गत पानी टंकी के पास के कुछ घरों में पानी आ रहा है। टेल एरिया में एक बूंद भी पानी नहीं आ रहा है। 80फीसदी घरों में पानी अभी नहीं आ रहा। वहीं 20फीसदी आबादी को सिर्फ आधा घंटा पानी मिल रहा है। ग्राम लोलेसरा की 2 हजार आबादी को 6 पॉवर पंपों से जलापूर्ति की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इनमें से ज्यादातर पॉवर पंप बंद पड़े हैं, जो आबादी के अनुपात में नाकाफी साबित हो रहा था। बंद पॉवर पंपों को चालू करने पंचायत उदासीन है। जबकि पेयजल के लिए पंचायत को लाखों रुपए फंड मिलता है।

पेयजल के कारण दैनिक दिनचर्या हुई प्रभावित

ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल की व्यवस्था के कारण दैनिक दिनचर्या प्रभावित हुई है। पेयजल के लिए अलसुबह और रात में गांव की महिलाएं व पुरूषों को गांव के पॉवर पंप के सामने बर्तन लेकर लाइन लगानी पड़ रही है। महिलाएं सारा काम छोडक़र पानी की व्यवस्था करने में लगी रहती हैं। ग्रामीणों के अनुसार पंचायत व जिला प्रशासन पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा देने में नाकाम रहा है।

ठेकेदारों की लेटलतीफी पड़ रही भारी

केंद्र सरकार की महत्वाकांयोजना जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर को नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करना है, लेकिन अधिकारी व ठेकेदारों की लेटलतीफी योजना के क्रियान्वयन पर भारी पड़ रही है। इस संबंध में ग्रामीण अंजली वर्मा ने बताया कि गर्मी की शुरुआत से दिनों दिन जल संकट गहराता जा रहा है। ग्राम पंचायत व पीएचई में बार-बार शिकायत के बावजूद समस्या के निराकरण को लेकर अब तक कोई कदम नहीं उठाए गए।

भूजल स्तर गिरा, पॉवर पंपों ने दिया जवाब

जानकारी के अनुसार गांव में जलापूर्ति के लिए 6 सरकारी पॉवर पंप हैं। लगातार गिरते भूजल स्तर के कारण पॉवर पंप जवाब दे चुके हैं। उनमें से पानी निकलना बंद हो गया है। वर्तमान में सिर्फ 3 से 4 पावर पंप से जलापूर्ति की जा रही है, जो नाकाफी साबित हो रहा है। उर्मिला साहू, अंजली वर्मा, यशोदा वर्मा, नीतू वर्मा, संतोषी वर्मा ने बताया कि लोलेसरा में मीठे पानी की सप्लाई के लिए पानी टंकी बनी है।

एक पानी टंकी का निर्माण समूह जल प्रदाय योजना व दूसरी पानी टंकी का निर्माण जल जीवन मिशन के अंतर्गत हुआ है। गलियों में पाइप लाइन बिछाकार घरों को नल कनेक्शन दिया गया है। बावजूद आधी बस्ती वार्ड नंबर 2, 3, 4, 5, 6, 7, 16, 17 में घरों में पानी नहीं आता।

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