छत्तीसगढ़ » सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 31 मार्च। आज राजस्व टीम की मौजूदगी में ग्राम सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने हाईस्कूल खेल मैदान से मकान तोडक़र अतिक्रमण हटाया। इस दौरान अतिक्रमणकारी ने ग्रामीणों के साथ गाली गलौज कर टांगी से वार किया, पर किसी को चोट नहीं लगी है।
ज्ञात हो कि सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के ग्राम कूसू हाई स्कूल खेल मैदान में गांव के ही चंदेश्वर रजवाड़े के द्वारा कब्जा कर मकान बनाया गया था। अवैध कब्जा कर मकान निर्माण को लेकर ग्रामीणों के द्वारा 22 मार्च को इसकी शिकायत तहसीलदार से की गई थी। ग्राम पंचायत में सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने हाईस्कूल मैदान से अवैध अतिक्रमण हटाए जाने सहमति जताई।
हाईस्कूल मैदान से अवैध अतिक्रमण हटाए जाने चंदेश्वर रजवाड़ी को 4 दिनों का समय भी दिया गया। अतिक्रमण नहीं हटाए जाने के बाद पंचायत की ओर से अतिक्रमण कारी चंदेश्वर जोड़ी को नोटिस दिया गया तथा 29 मार्च को तहसील कार्यालय पहुंच अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था, साथ ही अतिक्रमण हटाए जाने की मांग की गई थी।
आज लखनपुर नायब तहसीलदार प्रांजल गोयल दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। राजस्व अमला की उपस्थिति में ग्राम सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों के द्वारा हाई स्कूल खेल मैदान से मकान को ध्वस्त कर अतिक्रमण हटाया गया।
इस दौरान अतिक्रमणकारी चंदेश्वर रजवाड़े के द्वारा ग्रामीणों के साथ गाली गलौज कर टांगी से प्रहार किया गया। गनीमत रही कि किसी को किसी प्रकार की चोट नहीं लगी है।
मेडिकल कॉलेज की स्वशासी समिति की बैठक में कई कार्यों को मिली मंजूरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 31 मार्च। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव की अध्यक्षता में शुक्रवार को राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के स्वशासी परिषद की बैठक गंगापुर स्थित महाविद्यालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुई।
बैठक में महाविद्यालय व अस्पताल से सम्बंधित कई महत्वपूर्ण कार्यों का अनुमोदन किया गया जिसमें मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीटी स्कैन व एमआरआई की सुविधा नहीं होने पर बाहर से कराने में आयुष्मान भारत योजना के तहत निर्धारित दर पर कराने का अनुमोदन, सिम्स के चिकित्सा शिक्षकों का संविलियन पश्चात पेंशन की पात्रता तथा नेत्र रोग विभाग के कर्मचारियों को विभिन्न्न योजनाओं के तहत प्रोत्साहन राशि स्वीकृति हेतु आवश्यक पहल करने पर सहमति दी गई। इसके साथ ही चिकित्सालय में मरीजों के लिए ऐसी जांच जिसकी सुविधा लैब में नहीं है, उन जांच को निजी संस्था से कराने में भी आयुष्मान दर पर कराने की सहमति दी गई। बैठक में स्वस्थ्य सचिव डॉ आर प्रसन्ना सहित अन्य अधिकारी रायपुर से विडियो कांफ्रेन्सिंग में माध्यम से जुड़े थे।
बताया गया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल को सीजीएमएससी सीटी स्कैन, एक्स-रे फि़ल्म उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण स्थानीय स्तर पर क्रय करके मरीजां के उपचार में उपयोग किया जा रहा है। इसीप्रकार सीटी स्कैन व एमआरआई की अनुपलब्धता होने पर निजी संस्था की सेवा ली जाती है। आयुष्मान योजना अंतर्गत निर्धारित दर पर सीटी स्कैन एमआरआई होने से मरीजों को निश्चित दर पर सुविधा मिलेगी। वर्ष 2002 में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की भर्ती प्रक्रिया अंतर्गत चिकित्सा शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। संविलियन एवं सेवा शर्तों के अनुरूप उन्हें नियुक्ति वर्ष से वरिष्ठता प्राप्त है। उक्त अधिकारियों की सेवा अवधि को पेंशन 75 के अनुसार पता एवं सेवानिवृत्ति पश्चात पंचायतों के भुगतान की स्वीकृति करने के संबंध में की गई।
बैठक में एमसीआई के गाइडलाईन के अनुसार कम्युनिटी मेडिसिन के इंटर्नशिप हेतु प्रशिक्षु डॉक्टरों के लिए ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सालय में सेवाएं देना होगा। इसके लिए दरिमा पीएचसी में सेवाएं देने तथा 5 पुरुष व 5 महिला प्रशिक्षुओं के आवास व्यवस्था के लिए दरिमा में दो अलग-छात्रावास की व्यवस्था की सहमति दी गई।
बैठक में सीएमएचओ डॉ. पीएस सिसोदिया, मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. आर मूर्ति, एमएस डॉ. आर्या सहित निर्माण विभाग से सम्बंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।
बारिश से पहले सभी काम पूर्ण करने के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 31 मार्च। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने शुक्रवार को गंगापुर में निर्माणाधीन राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय भवन का अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में निर्माण, उपकरण सहित अन्य साज-सज्जा के कार्य बारिश से पहले पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने भवन के भू-तल सहित अन्य तलों में चल रहे कार्यों का अवलोकन किया।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण में किसी प्रकार की समस्या नहीं है इसलिए संबंधित ठेकेदार से समय-सीमा में काम पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि तेजी से काम होगा तो मेडिकल कॉलेज नया भवन में जल्द शुरू हो जाएगा। मेडिकल कॉलेज अस्पताल निर्माण कार्य वर्तमान में बंद है जिसे फिर से शुरू करने शासन स्तर से जरूरी पहल करने की बात कही। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर भी जरूरी अधिकारियों समन्वय करने कहा।
इस दौरान सीएमएचओ डॉ पीएस सिसोदिया, मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ आर मूर्ति, एमएस डॉ आर्या सहित निर्माण विभाग से सम्बंधित अधिकारी मौजूद थे।
फसलों को नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 31 मार्च। शुक्रवार की शाम मेघ गर्जना व तेज हवा के साथ सरगुजा जिला के मैनपाट, लखनपुर, उदयपुर सहित अंबिकापुर व उसके आसपास के क्षेत्रों में जमकर बारिश और ओलावृष्टि हुई।
सर्वाधिक ओलावृष्टि मैनपाट में हुई, जहां खेत, खलिहान में बर्फ की चादर जैसा बिछा हुआ नजारा देखने को मिला, वहीं लखनपुर व अंबिकापुर नगर के समीप मेंड्रा में भी जमकर ओलावृष्टि हुई। इन क्षेत्रों में बड़े आकार के ओले गिरे, जिससे लोग सहम उठे। ओलावृष्टि होने के कारण किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचने का अंदेशा है।
शुक्रवार की शाम 4 बजे से सरगुजा के कई क्षेत्रों में तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि हुई, जिसके कारण तापमान में 4 डिग्री की गिरावट आई है। लगभग 2 घंटे तक बारिश के कारण वातावरण में ठंडक आ गई है। वहीं किसान ओलावृष्टि से हुई फसलों के नुकसान के आंकलन में जुट गए हैं। ओलावृष्टि के कारण किसानों के मटर, बैंगन, फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर सहित अन्य फसल खराब हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर 1.5 किमी तक विस्तारित है। एक और द्रोणिका/हवा की अनियमित गति दक्षिण तमिलनाडु से उत्तर छत्तीसगढ़ तक 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। जिसके कारण उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा में तेज हवा के साथ बारिश व ओलावृष्टि हो रही है।
इधर, मौसम को लेकर कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग ने 1 दिन पूर्व ही सरगुजा संभाग के लिए प्रभाव आधारित कृषि मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि सरगुजा सम्भाग व समीप के जिलों में 31 मार्च को तेज हवाओं के साथ-साथ मेघ गर्जन/आकाशीय बिजली गिरने तथा ओलावृष्टि को लेकर चेतावनी दी थी और किसानों को कारगर उपाय बताये थे।
कहा- लोकतांत्रिक देश में भ्रष्टाचार के लिए आवाज उठाना गुनाह हो गया है, ध्यान भटकाने भाजपा लगा रही अनर्गल आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 31 मार्च। राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने के मामले में शुक्रवार को अंबिकापुर नगर के राजीव भवन में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी को पदयात्रा के दौरान आम लोगों का जो व्यापक समर्थन मिला, उससे भाजपा डर गई है। पदयात्रा के बाद जब राहुल गांधी ने संसद में अडानी के मामले को उठाया तो केंद्र की भाजपा सरकार और बौखला गई, और इसी बौखलाहट को लेकर सरकार राहुल गांधी को प्रताडि़त कर रही है। यही नहीं भाजपा इन सब मुद्दों से ध्यान भटकाने राहुल गांधी पर ओबीसी विरोधी होने का अनर्गल आरोप लगा रही है।
श्री सिंहदेव ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में आज आम आदमी की आवाज उठाना, भ्रष्टाचार आवाज उठाना गुनाह हो गया है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व 4 बार के सांसद राहुल गांधी जब संसद के अंदर बात करते है तो उनको बोलने नहीं दिया जाता, उनका माइक बंद कर दिया जाता है। जब इन सबसे भी राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी और विपक्ष की आवाज को नहीं दबा पाते तो एक और षड्यंत्र रचा जाता है।
राहुल गांधी के ऊपर यह सारी कार्यवाही क्यों की गई ? इसका एक मात्र कारण है राहुल गांधी ने देश के प्रधानमंत्री की दुखती रग पर हाथ रख दिया। उन्होंने मोदी के निकट सहयोगी अडानी के घोटालेबाजी और अडानी-मोदी के गठबंधन पर आवाज उठाया, इसलिए उन्हें प्रताडऩा मिली। उन्होंने दो सवाल पूछे थे-क्या अडानी की शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ या 3 बिलियन डॉलर हैं ? अडानी इस पैसे को खुद कमा नहीं सकता क्योंकि वो इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस में है। यह पैसा कहां से आया ? किसका काला धन है ? ये किसकी शेल कंपनियां है ? ये कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही हैं। कोई क्यों नहीं जानता? यह किसका पैसा है ? इसमें एक चीनी नागरिक शामिल है। कोई यह सवाल क्यों नहीं पूछ रहा है कि यह चीनी नागरिक कौन है ?
प्रधानमंत्री मोदी जी का अडानी से क्या रिश्ता है ? उन्होंने अडानी के विमान में आराम करते हुए पीएम मोदी की तस्वीर दिखाई। उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में, हवाई अड्डों के बारे में, श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में, बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में, ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक (भारत के) के चेयरमैन के साथ बैठे नरेंद्र मोदी और श्री अडानी की तस्वीरें, जिन्होंने कथित तौर पर 1 बिलियन का ऋण स्वीकृत किया था,के बारे में दस्तावेज दिए। मोदी सरकार ने सवाल का जवाब तो नहीं दिया, उल्टे राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और राहुल गांधी के भाषण को लगभग पूरी तरह से संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया।
संसद के बजट सत्र के चल रहे दूसरे भाग में भारत के इतिहास में पहली बार एक सत्तारूढ़ पार्टी - भाजपा संसद को बाधित कर रही थी और इसे काम नहीं करने दे रही है। यह अडानी को बचाने के लिए एक ध्यान भटकाने की साजिश है, जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर जेपीसी चाहता है।
राहुल गांधी पर भाजपा मंत्रियों द्वारा हमला किया गया। लोकसभा अध्यक्ष को राहुल जी ने दो लिखित अनुरोध किये कि उनको संसद में जवाब देने दें। इसके बाद तीसरी बार अध्यक्ष जी से मीटिंग भी की, पर तीन अनुरोध के बावजूद अध्यक्ष जी ने संसद में उन्हें बोलने का अवसर देने से इंकार कर दिया, इससे साफ पता चलता है कि पीएम मोदी नहीं चाहते कि अडानी के साथ उनके रिश्ते का पर्दाफाश हो।
श्री सिंहदेव ने आगे कहा कि राहुल गांधी द्वारा दिया गया बयान यह पूछ रहा था कि कुछ चोरों का एक ही उपनाम क्यों है? उन्होंने ऐसा नहीं कहा कि सारे मोदी चोर हैं। उन्होंने किसी समुदाय को निशाना नहीं बनाया। दूसरा, न तो नीरव मोदी और न ही ललित मोदी ओबीसी है और उनकी जाति जो भी हो, क्या उन्होंने धोखाधड़ी नहीं की? भाजपा धोखेबाजों और भगोड़ों को क्यों बचा रही है? तीसरा, कांग्रेस पार्टी में 2 ओबीसी मुख्यमंत्री है। इससे साबित होता है कि कांग्रेस उनके योगदान को महत्व देती है।
सिंहदेव ने कहा कि आपराधिक मानहानि के लिए सुप्रीम कोर्ट तक से अधिकतम दो साल की सजा आज तक किसी को नहीं मिली है। दूसरी ओर, भाजपा नेताओं के मामले अत्यधिक उदारता से निपटाए जाते हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान पादप बोर्ड के उपाध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त बालकृष्ण पाठक,जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा के जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता,प्रदेश मंत्री द्वितेंद्र मिश्रा,जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सैयद अख्तर सहित अन्य मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 30 मार्च। जान से मारने की धमकी देकर मारपीट करने के मामले में गांधीनगर पुलिस ने 2 आदतन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी के विरुद्ध पूर्व में गंभीर प्रकरणों में पुलिस द्वारा चालान किए जा चुके हैं।
पुलिस के मुताबिक प्रार्थी विकेश शर्मा निवासी दत्ता कॉलोनी द्वारा थाना गांधीनगर आकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई कि 28 मार्च को मुकेश गोस्वामी अपने साथी अजीत सिंह एवं दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर प्रार्थी को जबरन कार में बैठाकर अन्यत्र जगह ले जाकर गाली गलौज करते हुए लाठी डंडा से मारपीट किये है। प्रार्थी कि रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
थाना प्रभारी गांधीनगर धीरेन्द्र दुबे एवं पुलिस टीम द्वारा आरोपियों का पता तलाश किया जा रहा था। आरोपी मुकेश गोस्वामी निवासी मणिपुर एवं आरोपी अजीत सिंह निवासी कोतवाली की घेराबंदी कर पकडक़र पूछताछ की गई। आरोपियों ने अपराध करना स्वीकार किया।
आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर कार्रवाई कर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। दोनों गिरफ्तार आरोपी आदतन हैं। गंभीर प्रकरणों मे सरगुजा पुलिस द्वारा पूर्व मे चालान किये जा चुके हैं, मामले में शामिल अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
अंबिकापुर, 30 मार्च। राजमोहनी देवी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र अम्बिकापुर में 29 मार्च को वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास के साथ प्रेक्षागृह में हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता इस संस्था के अधिष्ठाता डॉ. आर. बी. तिवारी ने इस संस्था की विभिन्न गतिविधियों के बारे में चर्चा विस्तार से बताई, साथ ही बच्चों के बौद्धिक विकास हेतु इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित रूप से संचालित होना चाहिए पर विस्तार से बताया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे एच.एच. त्रिपाठी सदस्य केन्द्रीय कार्यकारणी महामना मदन मोहन मालवीय मिशन एवं वरिष्ट अधिवक्ता ने बच्चों को मदन मोहन मालवीय के पद चिन्हों पर चलने एवं उत्तम चरित्र निर्माण हेतु अगाह किया। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. संजय शर्मा अधिष्ठाता छात्र कल्याण इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर एवं डॉ. वी. पी. कतलम कुलपति के तकनीकी अधिकारी के मार्गदर्शन में कार्यक्रम संचालित हुआ।
कार्यक्रम में बैकुंठपुर कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. डी. के. गुप्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम में इस महाविद्यालय के छात्र / छात्राओं के द्वारा अलग-अलग विधाओं में मनमोहक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में लगभग 500 छात्र/छात्राएं एवं श्रोतागण उपस्थित थे।
कार्यक्रम में संस्था के प्राध्यापक वैज्ञानिक सहायक प्राध्यापक डॉ. व्ही. के. सिंह, डॉ. पी.के. जायसवाल, डॉ. ऐ.के. पालीवाल, डॉ. जी.पी. पैंकरा, डॉ. एस. के. सिन्हा, डॉ. आर. एस. सिरदार, डॉ. पी. के. भगत, डॉ. के.एल. पैंकरा, डॉ. रंजीत कुमार, डॉ. जितेन्द्र तिवारी, डॉ. जहार सिंह, डॉ. नीलम चौकसे, सुश्री किरण तिग्गा एवं अखिलेश कुमार लकड़ा, डॉ. सचिन कुमार जायसवाल, यमलेश निषाद, हरीश कुमार पांडे, वैभव कुमार जायसवाल छात्र संघ के पदाधिकारीगण एवं महाविद्यालय के कर्मचारी आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 30 मार्च।छत्तीसगढ़ बेरोजगारी भत्ता योजना आवेदन के लिए रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र में 2 वर्ष पुराना पंजीयन वाले आवेदक ही पात्र होंगे। इसके लिए नया पंजीयन कराने व नवीनीकरण कराने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है। नए पंजीयन वाले बेरोजगारी भत्ते के लिए अपात्र होंगे। बेरोजगारी भत्ता आवेदन के लिए नए पंजीयन कराने तथा नवीनीकरण कराने के लिए रोजगार कार्यालय जाना समय व धन दोनों गंवाना है।
घर बैठे कर सकते हैं पंजीयन- जिला रोजगार अधिकारी ने बताया है कि पंजीयन के लिए रोजगार कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं हैं। पंजीयन पोर्टल पर घर बैठे किया जा सकता है जिससे रोजगार कार्यालय जाकर लाइन लगने से बचा जा सकता है। 3 वर्ष पुराने पंजीयन का नवीनीकरण अंतिम तारीख बीत जाने के बाद भी 2 माह के भीतर कभी भी कराया जा सकता है। इसलिये नवीनीकरण के लिये भी किसी प्रकार की जल्दीबाजी करने की आवश्यकता नहीं है।
1 अप्रैल से शुरू होगा ऑनलाईन आवेदन- बेरोजगारी भत्ते के लिये आवेदन का ऑनलाइन पोर्टल 1 अप्रैल से खुलेगा। आवेदन करने के लिये रोजगार कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है। आवेदन किसी भी स्थान से ऑनलाइन पोर्टल पर किया जा सकता है। चॉइस सेंटरों पर भी आवेदन किया जा सकता है। आवेदक फार्म भरने के पूर्व वे एक वर्ष के भीतर का आय प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र, कक्षा दसवीं की मार्कशीट या प्रमाण पत्र जिसमें जन्मतिथि लिखी हो, कक्षा 12 वीं की मार्कशीट या प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज़ फोटो एवं रोजगार पंजीयन कार्ड तैयार रखें क्योंकि यह दस्तावेज आवेदन फार्म में अपलोड करने होंगे।
दस्तावेजों का होगा सत्यापन- आवेदन के बाद सभी आवेदकों को दस्तावेजों के भैतिक सत्यापन के लिये पहले से समय देकर बुलाया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में 3-5 पंचायतों, तथा नगरीय क्षेत्रों में 3-4 वार्डों के समूह के क्लस्टर बनाये जायेंगे। दस्तावेजों का सत्यापन इन क्लस्टरों में किया जायेगा, जिससे किसी भी आवेदक को दस्तावेज सत्यापन के लिये अपने घर से दूर न जाना पड़े। सत्यापन स्थल पर आवेदकों के बैठने आदि की अच्छी व्यवस्था होगी। सत्यापन के लिये पर्याप्त संख्या में अधिकारियों की टीमें भी उपलब्ध रहेगी।
भत्ते की राशि बैंक खाते में होगी अंतरित- आवेदन पत्र में आवेदक के बैंक खाते की जानकारी ली जा रही है, जिसका सत्यापन बैंक मेनेजर से कराने के बाद बेरोजगारी भत्ते की राशि आवेदक के बैंक खाते में प्रतिमाह सीधे भेजी जायेगी। आवेदक ध्यान रखकर अपने बैंक खाते की सही जानकारी भरें, जिससे उन्हें बेरोजगारी भत्ता मिलने में कोई कठिनाई न हो। आवेदक को अपने ही बैंक खाते की जानकारी भरनी है, किसी अन्य व्यक्ति के बैंक खाते की नहीं, अन्यथा बैंक मैनेजर सत्यापन के समय बैंक खाते को गलत बतायेगा, और बेरोजगारी भत्ते की राशि उस खाते में अंतरित नहीं होगी।
आवेदन के लिये कोई अंतिम तिथि नहीं- बेरोजगारी भत्ता आवेदन के लिए कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं है, इसलिये आवेदकों को जल्दबाजी करने की आवश्यकता नहीं है। बेरोजगारी भत्ते के आवेदन का पोर्टल लगातार खुला रहेगा और आवेदक किसी भी दिन किसी भी समय ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
10 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की है उम्मीद, विभागवार समितियों का गठन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 30 मार्च। एक अप्रैल को अंबिकापुर नगर के कला केंद्र मैदान में पं. विजय शंकर मेहता के द्वारा हनुमान चालीसा एवं परिवार प्रबंधन पर होने वाले व्याख्यान को लेकर गुरुवार को अंबिकापुर नगर के सर्किट हाउस में पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन प्रबंधन के बारे में जो प्रवचन पंडित विजय शंकर मेहता जी के द्वारा दिया जाता है वह अद्भुत है, लोग इसे सुनेंगे तो परिवार में एक अद्भुत बदलाव आएगा। एक दिवसीय कार्यक्रम का अंबिकापुर नगर में होना नगर के साथ-साथ सरगुजा संभाग के लिए विशेष महत्व है। उनके कार्यक्रम से समाज व देश हित में सबको लाभ मिलेगा।
पंडित विजय शंकर मेहता का हनुमान चालीसा और परिवार प्रबंधन पर प्रभावी व्याख्यान, देश विदेश के कई शहरों में होता रहता है। यह पहला अवसर होगा जब अंबिकापुर वासियों को इनका प्रभावी व्याख्यान सुनने का अवसर प्राप्त होगा । आयोजन को सफल बनाने के लिए कई विभाग वार समितियों का भी गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि उनके इस व्याख्यान का लाभ सभी ले सके, इसके लिए कला केंद्र में लोगों के बैठने से लेकर अन्य व्यवस्थाएं की जा रही है। नगर में उनके आगमन को लेकर जिस प्रकार का उत्साह वह सहयोग है उसे देखते हुए हम सभी का प्रयास होगा कि जितने भी लोग वहां पहुंचेंगे उन्हें कोई समस्या न हो। यहां व्याख्यान सुनने पहुंचने वाले जितने भी लोग हैं वहां से एक अच्छा अनुभव लेकर जाए जिस की चिंता कमेटी कर रही है। सभी की सहभागिता से यह सनातन आयोजन किया जा रहा है।
पं. विजय शंकर मेहता द्वारा समाज हित व देश हित में जो भी मार्गदर्शन प्राप्त होगा उसका लाभ सभी को लेना चाहिए ऐसा हम सभी के द्वारा प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि पंडित श्री मेहता ने रसायन विज्ञान में एमएससी किया है, 20 वर्षों तक स्टेट बैंक में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। वर्ष 2008 से वे आध्यात्मिकता से जुडक़र जीवन प्रबंधन पर अपने व्याख्यान देते आ रहे हैं। नगर में जिस प्रकार का उत्साह वह सहयोग मिल रहा है,कम से कम 10 हजार के आसपास श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। अतिथि, श्रोता व श्रद्धालुओं के लिए सारी व्यवस्था कमेटी द्वारा किया जा रहा है।
श्री नेताम ने कहा कि यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें सभी की सहभागिता जरुरी है, और प्रयास किया जा रहा है कि सभी एक साथ हो।शहर में हुए जनसंर्पक एवं प्रचार प्रसार की दृष्टि से हम कहते है कि अम्बिकापुर में अबतक के इतिहास में यह आयोजन गैर राजनैतिक रूप से सबसे बड़ा होगा, जो एक रिकार्ड कायम करेगा।
व्याख्यान में विषय की महता के दृष्टि से यह आयोजन पूर्ण रूप से पारिवारिक होगा। श्री नेताम ने सभी से अपील की है कि सभी सपरिवार पंहुचकर व्याख्यान का अमृतपान करें।
प्रेस वार्ता में एवं उसके पूर्व भी इस कार्यक्रम को लेकर भाजपा कांग्रेस सहित शहर के सभी गणमान्य नागरिक एक साथ एक मंच पर दिख रहे हैं,जो शहर में चर्चा का विषय है। इस धार्मिक कार्यक्रम को लेकर एक मंच पर आने से परिवार प्रबंधन पर भी अच्छा सकारात्मक संदेश समाज में जा रहा है। एक अप्रैल को वह ट्रेन मार्ग से बिलासपुर से अंबिकापुर सुबह पहुंचेंगे शाम को 5.30 बजे से कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। श्री नेताम ने बताया कि मौसम अगर खराब रहा तो कॉलेज के ऑडिटोरियम में भी हमारे द्वारा तैयारी की गई है।
प्रेस वार्ता के दौरान जे.पी. श्रीवास्तव , मेजर अनिल सिंह, अजय अग्रवाल,अनुराग सिंह देव , भगवानदास बंसल, द्वितेन्द्र मिश्रा, श्रीमती रजनी त्रिपाठी ,राजकुमार बंसल, कर्ता राम गुप्ता, सुश्री वंदना दत्ता, सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 30 मार्च। रामनवमी पर उदयपुर रामगढ़ में मेला स्थल सीता बेंगरा से पहाड़ी पर स्थित राम जानकी मंदिर तक श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। सिंहद्वार के पास सीढ़ी में एक घंटा सुबह 9 से 10 बजे तक जाम लगा रहा।
पुलिस वालों की एक घंटे की मशक्कत के बाद फिर से सुचारू रूप से राम जानकी मंदिर दर्शन की यात्रा चालू हुई। मेला स्थल से सीढ़ी तक कई जगहों पर अष्टमी और नवमी तिथि को भंडारा और गुड़ चना की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए अग्रवाल सभा, महिला उत्थान कल्याण समिति, लाला खजान चंद कल्याण समिति द्वारा की गई है, वहीं युवा मित्र मंडली के सदस्यों और कुछ अन्य लोगों द्वारा सीढ़ी के समीप पानी पाउच की व्यवस्था की गई है।
ललिता रोहित सिंह टेकाम द्वारा मंदिर के समीप विगत तीन दिनों से पानी की व्यवस्था की गई, जिससे लोगों को काफी राहत मिल रही है। अदानी कंपनी द्वारा 5 हजार पानी पाउच की व्यवस्था की गई थी, जो सुबह 10 बजे करीब ही खत्म हो गई। चिलचिलाती धूप में भी रामगढ़ दर्शन का सफर जारी था। उप निरीक्षक ओम प्रकाश यादव के नेतृत्व में चाक चौबंद पुलिस व्यवस्था का इंतजाम किया गया था।
सरगुजा संभाग में अगले 24 से 48 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 30 मार्च। सरगुजा में बीते सप्ताह में वर्षा, अंधड़ चलने, वज्रपात के बाद पुन: संभाग के मौसम में बदलाव आया है । किसानों के माथे पर चिंता की लकीर साफ बता रही कि मौसम खऱाब हुआ तो फिर फसल के खऱाब होने के साथ बहुत बड़े आर्थिक बोझ में दब जाएंगे। गुरुवार की शाम आसमान में बादल छा जाने के साथ-साथ तेज हवाएं भी चलने लगी। इसके साथ साथ मेघ गर्जना व बारिश के होने से किसानों की चिंताएं और बढ़ गई हैं।
कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग (ग्रामीण कृषि मौसम सेवा) के वरिष्ठ कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. रंजीत कुमार ने 30 मार्च के मौसम केंद्र रायपुर द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के आंकड़ों के आधार पर समूचे सरगुजा संभाग के लिए प्रभाव आधारित कृषि मौसम पूर्नुवानुमान जारी करते हुए बताया कि सरगुजा सम्भाग व समीप के जिलों में 31 मार्च को एक से दो स्थानों पर तेज हवाओ के साथ-साथ मेघ गर्जन/ आकाशीय बिजली गिरने तथा कही कहीं बौछारें होने की सम्भावना है।
गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात की संभावना को देखते हुए कृषि मौसम वैज्ञानिक यमलेश निषाद ने किसानों को भी सलाह दी है कि किसान भाई स्वयं को घर के अंदर सुरक्षित रहें द्य वर्तमान मौसम को ध्यान में रखते हुए साफ मौसम रहने पर ही फफूंदनाशक दवाई का छिडक़ाव करें द्य खेत में जलनिकास की समुचित व्यवस्था करें। मटर, बैंगन, फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर आदि सब्जियों में लगातार बदली एवं बूंदाबांदी से कार्बन नत्रजन अनुपात बिगड़ जाने से फसल की गुणवत्ता व स्वाद में परिवर्तन आ जाता है अत: संभव हो तो परिवक्व फसल को बाजार भेजना सुनिश्चित करें।
क्षेत्रीय खाद्य फसले जो प्रसंस्करण में टमाटर, हल्दी, सेम, अरहर (खोइला) जो काटकर धुप में सुखाए गए हों उन्हें आज शाम से आगामी सूचना तक बाहर खुले में न सुखाएं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 30 मार्च। सरला सिंह जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति महिला एवं बाल विकास विभाग तथा शैलेन्द्र प्रताप सिंह सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों ने राम नवमी के अवसर पर एमएसवीपी द्वारा संचालित बालिका गृह में बालिकाओं को फल ,मिठाइयां और चॉकलेट बांटकर बालिकाओं का हालचाल जाना और साथ ही साथ बालिका गृह का निरीक्षण भी किया।
कार्यक्रम में बच्चों ने गीत भी गाये और अतिथियों ने बालिकाओं की हौसला अफजाई भी की। अंत में बालिकाओं ने ख़ुद के द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स को अतिथियों को भेंट किया।
इस दौरान अधीक्षक डॉ. मीरा शुक्ला, महिला बाल विकास से ताईज़ुद्दीन, आशीष श्रीवास्तव, शिवांशु गुप्ता, प्रिंस विश्वकर्मा, अंकिता मिश्रा, रानी साहू, प्रीति सिंह, देवेंद्र सिंह, शशिकांत तथा बालिका गृह के कर्मचारी उपस्थित थे।
नवरात्रि के अंतिम दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं ने माता से मांगा आशीर्वाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 29 मार्च। चैत्र नवरात्र की अंतिम तिथि पर अंबिकापुर स्थित आदिशक्ति मां महामाया मंदिर, मां दुर्गा मंदिर,गौरी मंदिर सहित समस्त देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। नगर के मां महामाया मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगी और लंबी-लंबी कतारें मां के दर्शन के लिए लग गईं।
महाष्टमी पर कई धार्मिक अनुष्ठान, भंडारे व कन्या भोज का आयोजन भी किया गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नवमी तिथि पर व्रत की पूर्णाहूति दी और कन्या भोज कराया। नवमी पर नगर का माहौल भक्ति में डूबा रहा। मां के भक्त माता के दर्शन के लिए कतार लगाकर खड़े रहे। अंबिकापुर महामाया मंदिर में माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु सरगुजा जिले सहित आसपास के कई पड़ोसी जिलों से भी पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे थे।
महामाया मंदिर सहित गांधी चौक स्थित मां दुर्गा मंदिर, स्कूल रोड स्थित गौरी मंदिर, संत हरकेवल दास दुर्गा मंदिर, रामानुजगंज रोड एवं बाबूपारा स्थित काली मंदिर, रिंग रोड स्थित काली मंदिर सहित कई शक्तिपीठों में श्रद्घालुओं का तांता लगा रहा। दुर्गा मंदिरों व शक्तिपीठों में महाअष्टमी तिथि पर विशेष धार्मिक अनुष्ठान भंडारा व कन्या भोज का आयोजन मंदिर प्रांगणों में चलता रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सूरजपुर जिले के ओडग़ी स्थित मां कुदरगढ़ी धाम भी पहुंचे। नौ दिनों तक व्रत रखने वाले महिला-पुरुषों ने मंदिरों में कन्या भोज कराया।
महामाया मंदिर प्रांगण में कन्याओं को भोज कराने व भंडारे का आयोजन विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा किया गया था,जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रसाद ग्रहण करने उमड़ी। भंडारे में लंबी-लंबी कतारें लगाकर लोग प्रसाद ग्रहण करने खड़े नजर आए। मां महामाया मंदिर स्थल मेला के रूप में तब्दील हो चुका था, जहां सुबह से देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रही।
चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि पर महामाया मंदिर सहित सभी देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं ने पूर्णाहुति दिया। मंदिरों में सामूहिक पूर्णाहुति का आयोजन हुआ, वहीं घरों में भी लोग परिवार के साथ पूजा अर्चना के बाद पूर्णाहुति दिया और नौ दिनों के व्रत का पारण किया।
रामलला के दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु, मंत्री सिंहदेव ने किया दर्शन
रामनवमी पर आज राम मंदिर में भगवान राम के जन्म उत्सव पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। रामलला के दर्शन पाने श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आए। जय श्रीराम के जयकारे के बीच श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हुए भजन कीर्तन करते रहे।
जैसे ही 12 बजे और मंदिर का कपाट खुला, वैसे ही श्रद्धालु श्रीराम के जयकारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश किए। प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव राम मंदिर पहुंचे थे और उन्होंने आरती कर भगवान राम की पूजा अर्चना की।
गौरतलब है कि रामनवमी को लेकर एक दिन पहले शहर में भगवान श्रीराम की भव्य विशाल शोभायात्रा साधु संतों की अगुवाई में निकाली गई थी। महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रही थी और साधु, संत ध्वज लेकर चल रहे थे। भजनों और ढोल-नगाड़ों की गूंज से शहर का माहौल भगवान श्रीराम की भक्तिरस में डूब गया था।
महिलाएं जिस कलश को लेकर आज शोभायात्रा में निकली थी, उसी कलश के जल से ध्वज की पूजा की गई। आज सुबह साढ़े नौ बजे से धार्मिक अनुष्ठान आरंभ हो गए थे। सुबह से ही कीर्तन मंडली रामलला की जन्मोत्सव को लेकर भजन कीर्तन करते रहे। मंदिर का बंद कपाट ठीक 12 बजे जन्मोत्सव के समय खोला गया। हरवर्ष उमडऩे वाली भक्तों की भीड़ को देखते हुए इसबार व्यापक सुरक्षा व्यवस्था गई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 30 मार्च। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय जीरो वेस्ट दिवस के अवसर पर इंडिया हैबिटेट सेंटर नई दिल्ली में भारत सरकार आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यशाला में आयुक्त अंबिकापुर प्रतिष्ठा ममगाई द्वारा grating circularity in a decentralised solid waste management system in Ambikapur. पर पैनलिस्ट के रूप में अंबिकापुर मॉडल पर व्याख्यान दिया गया।
जिसमें अन्य प्रांत से आए अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। कई राज्यों की टीम अंबिकापुर भ्रमण पर जा चुकी हैं और अंबिकापुर मॉडल पर कार्य कर रहे हैं एवं देश के शहरों के लिए अनुकरणीय है।
उल्लेखनीय है कि इस कार्यशाला के शुभारंभ में दीप प्रज्वलन हेतु अंबिकापुर से कार्यशाला में प्रतिभाग करने गई स्वच्छता दीदी श्वेता सिन्हा को मंच पर आमंत्रित किया गया। इस कार्यशाला में आयुक्त सहित अंबिकापुर की 5 स्वच्छता दीदी नई दिल्ली प्रवास पर हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 29 मार्च। चैत्र नवरात्र की महाअष्टमी तिथि पर अंबिकापुर स्थित आदिशक्ति मां महामाया मंदिर, मां दुर्गा मंदिर, गौरी मंदिर सहित समस्त देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
नगर के मां महामाया मंदिर में तडक़े चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगी और लंबी-लंबी कतारें मां के दर्शन के लिए लग गईं। महाष्टमी पर कई धार्मिक अनुष्ठान, भंडारे व कन्या भोज का आयोजन भी किया गया। कई श्रद्धालुओं ने महाअष्टमी पर ही व्रत की पूर्णाहूति दी। महाअष्टमी पर नगर का माहौल भक्ति में डूबा रहा। मां के भक्त माता के दर्शन के लिए कतार लगाकर खड़े रहे। अंबिकापुर महामाया मंदिर में माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु सरगुजा जिले सहित आसपास के कई पड़ोसी जिलों से भी पूजा अर्चना के लिए पहुंचे थे।
महामाया मंदिर सहित गांधी चौक स्थित मां दुर्गा मंदिर, स्कूल रोड स्थित गौरी मंदिर, संत हरकेवल दास दुर्गा मंदिर, रामानुजगंज रोड एवं बाबूपारा स्थित काली मंदिर, रिंग रोड स्थित काली मंदिर सहित कई शक्तिपीठों में श्रद्घालुओं का तांता लगा रहा। दुर्गा मंदिरों व शक्तिपीठों में महाअष्टमी तिथि पर विशेष धार्मिक अनुष्ठान भंडारा व कन्या भोज का आयोजन मंदिर प्रांगणों में चलता रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सूरजपुर जिले के ओडग़ी स्थित मां कुदरगढ़ी धाम भी पहुंचे।
नौ दिनों तक व्रत रखने वाले महिला-पुरुषों ने मंदिरों में कन्या भोज कराया। सुबह से ही मंदिरों में लोग दर्शन के लिए पहुंचे और परिवार सहित महाअष्टमी पर सुख-समृद्धि की कामना की। बुधवार को रामनवमीं पर श्रद्धालु पुन: देवी मंदिरों में पहुंचेंगे और पूर्णाहुति देंगे।
कन्या भोज व भंडारे में उमड़े भक्त
महामाया मंदिर प्रांगण में कन्याओं को भोज कराने व भंडारे का आयोजन विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा किया गया था,जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रसाद ग्रहण करने उमड़ी। भंडारे में लंबी-लंबी कतारें लगाकर लोग प्रसाद ग्रहण करने खड़े नजर आए। मां महामाया मंदिर स्थल मेला के रूप में तब्दील हो चुका था, जहां सुबह से देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रही।
घरों व मंदिरों ने पूर्णाहुति आज
चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि पर महामाया मंदिर सहित सभी देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में श्रद्धालु पूर्णाहुति देंगे। मंदिरों में सामूहिक पूर्णाहुति का आयोजन होगा,वहीं घरों में भी लोग परिवार के साथ पूजा अर्चना के बाद पूर्णाहुति देंगे और नौ दिनों के व्रत का पारण भी करेंगे।
सरगुजा में एम्स एवं रेल विकास व विस्तार के लिए की मांग
रेणुका ने कहा क्षेत्रवासियों को जल्द मिलेगी ढेरों सौगातें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 29 मार्च। केंद्रीय अनुसूचित जनजाति कल्याण राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र सरगुजा की समस्याओं व मांगों के लिए आज नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात की। दोनों केन्द्रीय मंत्रियों ने रेणुका सिंह को मांग पूरा होने का भरोसा जताया।
मांग पत्र में अंबिकापुर निजामुद्दीन एक्सप्रेस ट्रेन टी ईओडी स्पेशल ट्रेन के एसी डिब्बे को हटाकर सामान्य कोच के साथ जिसमें जनरल, स्लीपर, एसी सभी प्रकार के डिब्बे के साथ सप्ताह में प्रतिदिन चलाने तथा ट्रेन का ठहराव बिश्रामपुर स्टेशन पर करने, अंबिकापुर- बरवाडीह, रेणुकूट- कोरबा रेल लाइन अंतिम सर्वे कार्य की प्रगति, जबलपुर अंबिकापुर 11265 एवं 11266 एक्सप्रेस यात्री ट्रेन का ठहराव जिला मुख्यालय के स्टेशन सूरजपुर करने के साथ जबलपुर-बालाघाट-नैनपुर मार्ग से विस्तार कर इतवारी नागपुर तक करने, अंबिकापुर में रेलवे टर्मिनल वाशिंग पिट का निर्माण,अंबिकापुर में रेलवे कोर्ट की स्थापना करने, बोरीडांड -अंबिकापुर तक रेलवे लाइन का दोहरीकरण, अंबिकापुर से रायपुर राजधानी तक इंटरसिटी चलाने,अंबिकापुर दुर्ग यात्री ट्रेन का नाम सरगुजा की आराध्य देवी मां महामाया के नाम से महामाया एक्सप्रेस करने, कोविड-19 के समय से बंद किए गए लोकल स्टॉपेज को पुन: प्रारंभ करने जिसमें 1824, 18242 अंबिकापुर दुर्ग अंबिकापुर ट्रेन क्रमांक 18257, 18256 अंबिकापुर शहडोल एक्सप्रेस का ठहराव कमलपुरग्राम स्टेशन,करंजी स्टेशन, शिवप्रसाद नगर स्टेशन, कटोरा स्टेशन, नगर स्टेशन, दरीटोला स्टेशन, नागपुर रोड स्टेशन, उदलकछार स्टेशन करने चंदिया- चिरमिरी ट्रेन क्रमांक 58221, 58222 को अभिलंब प्रारंभ करने चिरमिरी- अनूपपुर स्पेशल ट्रेन का ठहराव नवोदित जिला मनेंद्रगढ़ में करने क्षेत्र की रेल समस्याओं पर नियंत्रण के लिए अंबिकापुर में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय की स्थापना करने तथा अन्य रेल क्षेत्र से जुड़ी हुई जनमानस की समस्या को लेकर केंद्रीय रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव जी से विस्तार से सार्थक चर्चा हुई। जल्द ही क्षेत्रवासियों को रेल सेवा से जुड़ी अनुपम सौगात मिलेगी।
इसी कड़ी में आदिवासी सुदूर अंचल सरगुजा संभाग में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। इस अभाव को समाप्त कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी यह क्षेत्र आगे बढ़े, क्षेत्र की सांसद केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडवीया से मुलाकात कर जन भावनाओं के अनुरूप अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स अथवा उसके समकक्ष आधुनिक चिकित्सीय संसाधनों से परिपूर्ण सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के स्थापना की मांग रखी एवं इस संदर्भ में पत्र सौंपकर चर्चा की।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया अंबिकापुर सरगुजा मेरा संसदीय क्षेत्र है वहां से रायपुर, बनारस, रांची की दूरी 350 किलोमीटर है। जिस कारण बड़ी और गंभीर बीमारियों के लिए क्षेत्र के निवासियों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिसमें उनके परिजनों के धन और समय का भी खर्च लगता है। सबसे बुरी स्थिति दुर्घटना और इमरजेंसी के समय होती है। जब अस्पताल की दूरी के कारण गंभीर व्यक्ति रास्ते में ही दम तोड़ देता है।
एम्स या सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना से लोगों की जान बचाई जा सकती है और कम पैसे में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकती है,इसकी सुविधा सरगुजा संसदीय क्षेत्र में होने से छत्तीसगढ़ से लगे हुए नजदीक के प्रदेश उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड और उड़ीसा के रहवासियों को भी लाभ मिलेगा, और जनता के प्रति हमारी सरकार की स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता भी पूरी होगी। मनसुख मंडविया ने इस पर पूरी जानकारी लेते हुए आगे की कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया है।
सडक़ अधूरा, मेला स्थल सीताबेंगरा से रामगढ़ पहाड़ी तक 4 किमी पैदल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 29 मार्च। सरगुजा जिले के विकासखण्ड उदयपुर अंतर्गत रामगढ़ में नवरात्र के प्रथम दिन से ही मेला चल रहा है। पहले दिन से ही रामगढ़ की पहाड़ी पर स्थित राम जानकी मंदिर में लोगों का आना-जाना लगा हुआ है। सबसे अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ सप्तमी,अष्टमी एवं नवमी तथा दसमीं तिथि को होती है, इन चार दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख से भी अधिक हो जाती है।
विदित हो कि भूपेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राम वन गमन मार्ग में रामगढ़ शामिल है। यहां पर इस योजना के तहत करोड़ों रूपये का काम हो रहा है।
इन सब के बावजूद प्रशासनिक अमले के उदासीन रवैये से लोगों को रामगढ़ में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर श्रद्धालुओं को मेला स्थल सीताबेंगरा से रामगढ़ पहाड़ी तक लगभग 4 किलोमीटर पैदल यात्रा करना पड़ रहा है। चूंकि सडक़ निर्माण का कार्य अधूरा है, इसलिए लगभग सभी गाडिय़ों को सीताबेंगरा पार्किंग स्थल पर ही खड़ा कराया जा रहा है।
शुरू के एक दो दिन वाहनों को मेला स्थल से मुर्गी गोड़ारी सीढ़ी तक जाने दिया गया, परंतु तीसरे दिन भारी जाम लगने की वजह से इक्का-दुक्का वाहनों एम्बुलेंस, टैंकर, पूजा सामग्री इत्यादि वाहनों को छोडक़र सभी गाडिय़ों को सीताबेंगरा में ही खड़ा करा दिया जा रहा है।
बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को पैदल यात्रा के दौरान पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। रास्ते में देर शाम के लिए बिजली की व्यवस्था भी नहीं है। श्रद्धालुओं को जंगली जानवर भालू का सबसे अधिक भय बना रहता है ।
समिति एवं प्रशासनिक अमला की बैठक में मेला से पूर्व बिजली पानी तथा अन्य व्यवस्थाओं पर काफी बातचीत हुई थी परंतु वह बातचीत एवं निर्णय जमीनी स्तर पर पुरी तरह से सार्थक होता नजर नहीं आ रहा है।
रामगढ़ सेवा समिति के द्वारा दो जगहों पर पानी की व्यवस्था की गई है, परंतु वह व्यवस्था इतने बड़े मेले के लिए नाकाफी है। निजी कंपनी द्वारा पानी तथा अन्य व्यवस्थाओं की बात कही गई थी, लेकिन मंगलवार तक कुछ भी व्यवस्था मेला तक नहीं पहुंच पाया है। यहां मेला में पुलिस अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। उदयपुर अस्पताल की ओर से दवा पेटी लेकर सीताबेंगरा के पास कुछ स्टॉफ उपस्थित रहते है। आने वाले दो दिनों में बिजली पानी तथा अन्य व्यवस्थायें अगर नहीं सुधरी तो लोगों के मन में शासन प्रशासन के प्रति अविश्वास पनपेगा।
इन सब अव्यवस्थाओं के बीच मंगलवार को लगभग 20 हजार एवं बुधवार को 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने सीता बेंगरा, लक्ष्मण गुफा, हनुमान घाट पर स्थित विशालकाय हनुमान की प्रतिमा पर, झगराखाड़ देवता, पहाड़ी पर स्थित राम जानकी मंदिर, सीता कुंड, चंदन मिट्टी और दुर्गा गुफा पहुंच कर मत्था टेका है।
मंदिर के समीप ग्राम पंचायत रामनगर सेवा समिति के द्वारा लोगों के लिए प्याउ की व्यवस्था की गई है, जिससे लोगों को काफी राहत मिल रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 29 मार्च। राजीव गाँधी शासकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय अम्बिकापुर में बौद्धिक सम्पदा अधिकार विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दूसरे दिवस चार तकनीकी सत्र आयोजित किए गए।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री दर्जा व नगर निगम सभापति, पीजी कॉलेज के जनभागीदारी समिति अध्यक्ष अजय अग्रवाल थे। अति विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर त्रिपाठी थे व सत्र की अध्यक्षता प्राचार्य एस एस अग्रवाल ने की।
निगम सभापति व कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त जनभागीदारी समिति अध्यक्ष मुख्य अतिथि अजय अग्रवाल ने कहा- मैं विधि विभाग को बधाई देता हूँ कि उन्होंने बहुत ही गंभीर विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया है। ऐसी कार्यशालाओं की ग्रामीण क्षेत्रों में भी नितान्त आवश्यकता है। बौद्धिक सम्पदा अधिकार प्राप्त कर लोगों को संरक्षण मिलेगा।
उन्होंने रामायण के एक प्रसंग का उदाहरण देते हुए बताया कि लक्ष्मण को जीवन वैध सुशैन के संजीवनी ज्ञान के कारण मिला, आज भी ऐसे अनेकों ज्ञानीजन हमारे बीच हैं किन्तु पेटेंट अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देश ले लेते हैं। हल्दी जैसी औषधिय गुणों का पेटेंट अमेरिका के पास है। इसीलिए हमें पेटेंट को जानकर अपने उत्पादों पर अधिकार सुरक्षित रखना होगा।
वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर त्रिपाठी ने कहा कि इस पृथ्वी पर सभी प्राणियों में मनुष्य सबसे बुद्धिमान प्राणी है, वह सबसे महान है, उसमें सोचने - समझने की क्षमता है। 1911 में इंडियन पेटेन्ट एण्ड डिज़ाइन एक्ट बना। 1914 में डिज़ाइन एक्ट बना फिर ट्रेडमार्क एक्ट अस्तित्व में आया। एचएमवी एक म्यूजिक कम्पनी थी, जिसका ट्रेडमार्क एचएमवी था, टाटा का ट्रेडमार्क टी है। इसी प्रकार लेखक का लेखन, फिल्म, मनोरंजन की वस्तुओं की कॉमर्शियल वैल्यू खत्म न हो, ऐसी स्थिति के लिए कॉपीराईट एक्ट बना। यूएनओ ने वल्र्ड इंटेलेक्चुअल समूह बनाया। आविष्कारों के युग में पेटेन्ट, कॉपीराईट और ट्रेडमार्क की बहुत महत्वपूर्ण व प्रभावी भूमिका है। कार्यक्रम को प्रचार्य एस एस अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया।
संयोजक डॉ. आरपी सिंह के द्वारा कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम सचिव ब्रजेश कुमार द्वारा अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
समापन कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनिल सिन्हा, माधवेंद्र तिवारी व संजीव लकड़ा के द्वारा किया गया। इस दौरान प्राध्यापकगण डॉ. एस.के. श्रीवास्तव, डॉ. आर.के. जायसवाल, आयोजित कार्यशाला के विषय विशेषज्ञ गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय उत्तराखण्ड के प्राध्यापक डॉ. सुधीर कुमार चतुर्वेदी ने वर्चुवल सम्बोधन द्वारा कॉपीराईट से सम्बन्धित विभिन्न अधिकारों व मुद्दों को समझते हुए बताया कि कॉपीराईट किसी व्यक्ति के आईडिया का संरक्षण नहीं करता बल्कि उसके प्रस्तुतिकरण को संरक्षित करता है।
इस तकनीकी राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रतिभागिता हेतु डॉ. नीलाभ कुमार, अखिलेश द्विवेदी, सुरेंद्र गुप्ता, पीयूष कुमार त्रिपाठी, अमित पाण्डेय, गौतम गुप्ता, नान सिंह, मनीष दयाल, अख़लाक़ रज़ा, आनन्द कुशवाहा, रिज़वान आलम, सोमा गुप्ता, विशाल, सौरभ सोनी, सतीश, लोलर सिंह, हामिद अंसारी सहित अन्य को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकगण सहित प्रतिभागीगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 29 मार्च। वीणा कन्या महाविद्यालय की छात्राओं को डीसीए और पीजीडीसीए के लिए पुन: फॉर्म भरने की अनुमति मिल गई है। एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव हिमांशु जायसवाल एवं उनके साथी सुरेंद्र गुप्ता, गौतम आदि ने वीणा कन्या महाविद्यालय की छात्राओं के लिए परीक्षा फॉर्म भरने के लिए अनुमति मांगी थी।
ज्ञात हो कि जो छात्राएं महाविद्यालय प्रशासन की लापरवाही से परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाईं थीं वे आंदोलन कर रहे थे। उन्होंने अपनी समस्याओं को लेकर एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव हिमांशु जायसवाल से बात की। उन्होंने छात्राओं की मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति- कुलसचिव से चर्चा की व मांग पत्र सौंपा था। विश्वविद्यालय ने छात्रहित में निर्णय लेते हुए डीसीए, पीजीडीसीए की छात्राओं को परीक्षा फॉर्म भरने का पुन: अवसर दिया, जिसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है।
हिमांशु ने बताया कि बाकी छात्रों के लिए भी हम चर्चा कर रहे हैं, जिनकी परीक्षा प्रारंभ हो चुकी है, उनके लिए क्या सकारात्मक निर्णय हो सकता है, उसके लिए विचार चल रहा है। छात्रों के हित में जो उचित होगा वो करेंगे।
6 गांवों के 1200 हेक्टेयर जमीन पर होगी सिंचाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 29 मार्च। उदयपुर विकासखंड के देवगढ में रिहंद नदी पर लगभग 50 करोड़ की लागत से देवगढ़ व्यापवर्तन योजना को छत्तीसगढ़ के बजट 2023 में स्वीकृति मिल गयी है। स्वास्थ्य मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक टीएस सिंहदेव के प्रयास से इस महत्वकांक्षी योजना पर अब कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस सिंचाई योजना के कार्यान्वित होने के उपरांत उदयपुर एवं लखनपुर विकासखंड के 6 गांवों के 1200 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई हो जायेगी।
पीएचई इस बैराज के माध्यम से आसपास के गांवों में पेयजल सप्लाई की तैयारी भी कर रही है। लंबे समय से क्षेत्रवासी इस योजना के जमीन पर उतरने का इंतजार कर रहे थे। टीएस सिंहदेव के प्रयास से यह महत्वपूर्ण योजना जमीन पर आकार लेने जा रही है। उल्लेखनीय है कि वे लगातार क्षेत्र के किसानो के लिये कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयास से ही आज श्याम घुनघुट्टा योजना का पानी नहर के अंतिम छोर तक पहॅंच रहा है।
43 किमी लम्बी नहरों से सिंचाई
इस योजना के लिये राज्य के 2023 के बजट में 4930.26 करोड रुपय की प्रशासकीय स्वीकृति दी गयी है। इस योजना के तहत रिहंद नदी पर 125 मीटर लंबे बैराज का निर्माण किया जायेगा। इस बैराज की ऊॅंचाई 6 मीटर होगी। इसके बांये तट नहर की लम्बाई 12 किमी एवं दाहिने नहर की लम्बाई 10 किमी की होगी। उपनहरों की लम्बाई 21 कि0मी0 होगी।
बारह सौ हेक्टेयर में सिंचाई और पेयजल सुविधाओं का विस्तार
इस सिंचाई परियोजना के माध्यम से उदयपुर एवं लखनपुर विकासखंड के 6 गांवों में 1200 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिचाई होगी। इनमें 800 हेक्टेयर खरीफ एवं 400 हेक्टेयर रकबा शामिल है। इस योजना के कार्यान्वित हो जाने के उपरांत आसपास के गांवों को पेयजल की आपूर्ति भी की जाएगी।
बरसात उपरांत कार्य प्रारंभ हो जायेगा
योजना को प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के साथ ही टेंंडर प्रक्रिया को प्रारंभ कर दिया गया है। अगामी 2 माह में टेंडर प्रक्रिया के पूर्ण हो जाने की संभावना है। बरसात के उपरांत इसपर कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। अनुमान है कि 2 वर्ष में यह व्यापवर्तन योजना कार्य करने लगेगा।
कहा- ट्री एंड वाइल्ड लाइफ कैन नॉट कम टू कोर्ट, किसी को तो आना पड़ेगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 28 मार्च। छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा वन भूमि पर बनाए गए आवर्ती चढ़ाई इकाई के निर्माण के मामले में आज कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश गौतम भादुड़ी और न्यायमूर्ति नरेश कुमार चंद्रवंशी की युगल पीठ ने राज्य शासन और केंद्र को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
हाईकोर्ट ने कहा कि अगर ये निर्माण कानून के विरुद्ध किये गए है तो उसे हटाना पड़ेगा। बहस के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि ट्री एंड वाइल्ड लाइफ कैन नॉट कम टू कोर्ट, किसी को तो आना पड़ेगा। मामले में अगली सुनवाई 3 सप्ताह बाद होगी।
अंबिकापुर के याचिकाकर्ता अधिवक्ता डी.के.सोनी तथा रायपुर के संदीप तिवारी ने जनहित याचिका लगाकर बताया कि वन भूमि को बिना डायवर्ट किए 1307 स्थानों में 25-25 एकड़ तक की वन भूमि में आवर्ती चराई इकाइयां बनाई गई है। यह कार्य वन संरक्षण अधिनियम 1980 और वन अधिनियम 1927 और अन्य सम्बंधित अधिनियमों का का स्पष्ट उल्लंघन है।
याचिका में बताया गया कि इन आवर्ती चराई इकाइयों में गैर वानकी कार्य किये जा रहे है। मल्टी एक्टिविटी सेंटर के नाम से पक्के निर्माण कराए गए हैं। इन इकाइयों में मछली पालन, मुर्गी पालन, बटेर पालन, बत्तख पालन, सूअर पालन, ट्री गार्ड निर्माण, लघु वनोपज संग्रह, मसाला निर्माण, तिखुर उत्पादन, गो पालन, मशरूम उत्पादन, फूल झाड़ू निर्माण, दोना पत्तल निर्माण, सिलाई कार्य, चारागाह जैसे कार्य किए जा रहे हैं। यहां पर गोबर का वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट बनाकर विक्रय भी किया जा रहा है।
गौरतलब है कि वन भूमि को डायवर्ट करने के पूर्व केंद्र शासन की अनुमति अनिवार्य है, जिससे कि नहीं लिया गया था और वन भूमि को बिना डाइवर्ट करे निर्माण कार्य करवा दिए गए हैं।
कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता सडक़ पर संघर्ष करेगा- लक्ष्मी गुप्ता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 28 मार्च। जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा पिछड़ा वर्ग विभाग के जिला अध्यक्ष लक्ष्मी गुप्ता के निर्देश पर, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने के विरोध में पूरे जिले में कांग्रेसी नेताओं ने प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। इस कड़ी में अम्बिकापुर के घड़ी चौक में कांग्रेसी नेताओं ने प्रधानमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान छत्तीसगढ़ शासन तेलघानी विकास बोर्ड सदस्य लक्ष्मी गुप्ता ने कहा कि यह सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर हुआ है। मोदी द्वारा लोकतंत्र की हत्या की गई है। हमारे नेता राहुल गांधी संसद से लेकर सडक़ों तक संघर्ष कर रहे हैं और जनता की आवाज़ को लगातार उठा रहे थे। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डर था कि यदि राहुल गांधी बोले तो मोदी और अदानी के रिश्तों की कलई खुल जाएगी, इसलिए राहुल गांधी को एक सोची समझी साजिश के तहत कोर्ट के फैसले के 24 घंटे के अंदर ही उनकी संसदीय सदस्यता रद्द कर दी गई।
लक्ष्मी गुप्ता ने कहा कि न्यायालय का हम सम्मान करते हैं, लेकिन एक व्यक्ति को दबाने के लिए पूरा तंत्र लगा हुआ है। सरकार, ईडी, सीबीआई और जितने भी तंत्र है, सिर्फ इसलिए क्योंकि वह अडानी के मुद्दे पर लड़ रहे हैं। आज पूरा देश एवं कांग्रेस का हर एक कार्यकर्ता राहुल गांधी के साथ है। कांग्रेस पार्टी का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है वो अन्याय के सामने कभी ना तो झुकती है और ना ही डरती है। कांग्रेस पार्टी पीएम नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से डरने वाली नहीं है। जनता सब कुछ देख रही है। इनको जनता सबक सीखाएगी।
संजय गुप्ता सदस्य कृषक कल्याण बोर्ड छत्तीसगढ़ शासन ने कहा कि लोकतंत्र की कितनी हत्या हम बर्दाश्त कर ले? जो वह चाहेंगे कोर्ट फैसला करेगी, जो वह चाहेंगे अधिकारी करेंगे। राहुल गांधी चुनाव जीत कर आए हैं, अगर लोकतंत्र को खत्म कर देना है, सब कुछ अपने हाथ में ले ले तो बोल दें कि जब तक यह लोग जीवित रहेंगे प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री रहेंगे और हम सब बैठकर गुलामों की तरह जिंदगी जिएंगे।
पुतला दहन प्रदर्शन में कलाम सिद्दीकी संयुक्त महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा,सुरेश गुप्ता अध्यक्ष किसान मित्र व्यापारी संघ, साकिब फिर्दौसी अध्यक्ष यंग ब्रिगेड सेवादल सरगुजा, महामंत्री पिछड़ा वर्ग कांग्रेस सरगुजा कमलेश यादव,बलराम सोनी,जेल संदर्शक जगदीश गुप्ता, निखिल गुप्ता, सचिव पिछड़ा वर्ग कांग्रेस सरगुजा आरिफ खान, शुभम ठाकुर,अविनाश साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी जाहिद खान,अवधेश यादव, इमरान खान,तनवीर हुसैन, जफ़ऱ खान, ब्लॉक महामंत्री रोहन साहू, महामंत्री फरहान आलम, अभिषेक ठाकुर , छात्र नेता अभियोदय सोहना, करन मिर्धा, आयुष, राशिद खान ( गोलू ), जीतन भाई, दिलीप सोनी,मासूम खान, जैद अंसारी उपाध्यक्ष सेवादल, फरहान सिद्दीकी शहरी ब्लॉक अध्यक् सेवादल,अस्सलाम फिरदौसी जिला महासचिव यंग ब्रिगेड सेवादल एवं भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।
सीतापुर में पुतला दहन का नेतृत्व सीतापुर के ब्लाक अध्यक्ष मनीष गुप्ता, बतौली में पुतला दहन का नेतृत्व बतौली के अध्यक्ष ईश्वर सोनी, मैनपाट में पुतला दहन का नेतृत्व मैनपाट के ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र यादव, लखनपुर में पुतला दहन का नेतृत्व लखनपुर के ब्लॉक अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद साहू ने किया।
अंबिकापुर, 28 मार्च। सरगुजा जिले में 1500 से 2000 कर्मचारी सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में भाग लेंगे। सरगुजा जिले में सबसे पहले सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण प्रशिक्षण का कार्यक्रम सरगुजा कलेक्टर के निर्देश पर अंबिकापुर के राजमोहनी भवन में रखा गया है।
दरसअल, प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि केंद्र सरकार अगर जनगणना नहीं कराएगी तो आवासहीन लोगों के सर्वे कराने की बात कही थी,जिसके बाद से प्रदेश में सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण के लिए सभी जिलों को निर्देशित किया गया है। इसी कड़ी में सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने आयोजित छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण प्रशिक्षण में अधिकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षण की बारीकियां बताने के साथ ही 15 अप्रैल तक सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिये है।
कलेक्टर ने कहा कि सभी विकासखण्ड अधिकारी लगातार सुपरवाइजरों व प्रगणकों के साथ गांव का भ्रमण कर कार्य का निरीक्षण करेंगे।1 अप्रैल 2023 से गांव में सर्वेक्षण का कार्य शुरू होगा,जिस गांव में सर्वेक्षण के कार्य प्रगणकों द्वारा किया जाना है वहां एक दिन पहले मुनादी कराए ताकि सभी परिवार घर में रहे।उन्होंने कहा कि पहले 15 दिन में सर्वेक्षण के कार्य पूर्ण करने के बाद अगले 15 दिन में पोर्टल में अपलोड करने का कार्य पूर्ण करना है।
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ बेरोजगारी भत्ता के लिए भी जनपद सीईओ, नगर पंचायत के सीएमओ सहित अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया।बेरोजगारी भत्ता के लिए 1 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन लिया जाएगा।
6 गांवों के 1200 हेक्टेयर जमीन पर होगी सिंचाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 28 मार्च। उदयपुर विकासखंड के देवगढ में रिहंद नदी पर लगभग 50 करोड़ की लागत से देवगढ़ व्यापवर्तन योजना को छत्तीसगढ़ के बजट 2023 में स्वीकृति मिल गयी है। स्वास्थ्य मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक टीएस सिंहदेव के प्रयास से इस महत्वकांक्षी योजना पर अब कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस सिंचाई योजना के कार्यान्वित होने के उपरांत उदयपुर एवं लखनपुर विकासखंड के 6 गांवों के 1200 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई हो जायेगी।
पीएचई इस बैराज के माध्यम से आसपास के गांवों में पेयजल सप्लाई की तैयारी भी कर रही है। लंबे समय से क्षेत्रवासी इस योजना के जमीन पर उतरने का इंतजार कर रहे थे। टीएस सिंहदेव के प्रयास से यह महत्वपूर्ण योजना जमीन पर आकार लेने जा रही है। उल्लेखनीय है कि वे लगातार क्षेत्र के किसानो के लिये कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयास से ही आज श्याम घुनघुट्टा योजना का पानी नहर के अंतिम छोर तक पहॅंच रहा है।
43 किमी लम्बी नहरों से सिंचाई
इस योजना के लिये राज्य के 2023 के बजट में 4930.26 करोड रुपय की प्रशासकीय स्वीकृति दी गयी है। इस योजना के तहत रिहंद नदी पर 125 मीटर लंबे बैराज का निर्माण किया जायेगा। इस बैराज की ऊॅंचाई 6 मीटर होगी। इसके बांये तट नहर की लम्बाई 12 किमी एवं दाहिने नहर की लम्बाई 10 किमी की होगी। उपनहरों की लम्बाई 21 किमी होगी।
बारह सौ हेक्टेयर में सिंचाई और पेयजल सुविधाओं का विस्तार
इस सिंचाई परियोजना के माध्यम से उदयपुर एवं लखनपुर विकासखंड के 6 गांवों में 1200 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिचाई होगी। इनमें 800 हेक्टेयर खरीफ एवं 400 हेक्टेयर रकबा शामिल है। इस योजना के कार्यान्वित हो जाने के उपरांत आसपास के गांवों को पेयजल की आपूर्ति भी की जाएगी।
बरसात उपरांत कार्य प्रारंभ हो जायेगा
योजना को प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के साथ ही टेंंडर प्रक्रिया को प्रारंभ कर दिया गया है। अगामी 2 माह में टेंडर प्रक्रिया के पूर्ण हो जाने की संभावना है। बरसात के उपरांत इसपर कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। अनुमान है कि 2 वर्ष में यह व्यापवर्तन योजना कार्य करने लगेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,28 मार्च। रामनवमी से दो दिन पहले नगर में भगवान राम की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। शहर की सडक़ें जय श्री राम व मां महामाया के जयकारे से गुंजायमान हो गईं। जगह-जगह विभिन्न समाज के लोगों ने पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया।
विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले राजनीति से ऊपर उठकर युवाओं ने नगर में भगवान राम की भव्य शोभायात्रा निकाली। नगर के दुर्गा मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा में युवाओं का सैलाब शामिल होने के लिए उमड़ पड़ा था। भगवान राम, जानकी, लक्ष्मण व हनुमान जी की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद दुर्गा मंदिर से विशाल शोभायात्रा निकाली गई।
गांधी चौक से होते हुए शोभायात्रा घड़ी चौक पहुंची। घड़ी चौक पर कई समाज के लोगों ने पुष्पवर्षा कर भगवान श्री राम की आरती उतार स्वागत किया। इस दौरान शोभायात्रा का भव्य आतिशबाजी कर स्वागत किया गया। पूरे रास्ते पर शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया।इसके बाद शोभायात्रा देवीगंज मार्ग से होते हुए महामाया चौक, महामाया मार्ग होते हुए महामाया गेट होते महामाया मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। शोभायात्रा के दौरान पूरा शहर भगवामय हो गया था। शोभायात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
युवाओं में दिखा गजब का उत्साह
पूरे शोभायात्रा के दौरान युवाओं में गजब का उत्साह देखा गया जय श्री राम के नारों से पूरा शहर गूंज रहा था वही श्रीराम के उद्घोष के साथ युवा जयकारे लगाते हुए जमकर नाचते हुए दिखाई दिए। जगह जगह जहां कई समाज के लोगों ने इस शोभायात्रा का स्वागत किया वहीं स्कूली छात्रों ने भी पुष्प वर्षा कर जय श्रीराम के नारे लगाए।
राजनीति से परे सभी हुए शामिल
शोभायात्रा की अगुवाई किसी राजनीति दल से संबंधित नेताओं द्वारा नहीं किया जा रहा था। बल्कि विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर नगर सहित आसपास के युवा इसमें शामिल हुए।