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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 14 सितंबर। कोरिया जिले के एक तहसील में कुपोषित बच्चे बढ़ गए, जबकि बची तहसीलों में मामूली प्रतिशत की कमी आई है। बीते दो वर्षों में 863 मध्यम कुपोषित और 452 गंभीर कुपोषित बच्चे ही सुपोषित हो पाए हंै, जो कुल कुपोषित बच्चों का 3.85 फीसदी है।
इस संबंध में महिला बाल विकास अधिकारी खलखो का कहना है कि बीते 2 वर्षों में कुपोषण में कमी आई है। कलेक्टर के निर्देश पर कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सिर्फ भरतपुर में कुपोषित बच्चे बढ़े हैं, बहुत मामूली बढ़त है। कुपोषण कम हो रहा है।
कोरिया जिले में 0 से 5 वर्ष के आयु के बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए जुलाई 2021 में वजन त्यौहार के बाद जिले में लगभग 11369 कुपोषित बच्चे (8479 मध्यम कुपोषित एवं 2890 गंभीर कुपोषित बच्चे) कुपोषित पाए गए हंै। इससे पूर्व वर्ष 2019 जुलाई में कोरिया जिले में 0 से 5 वर्ष के आयु के बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए माह जुलाई 2019 से विधानसभा अध्यक्ष, सांसद, विधायक एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में ‘सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान’ का विधिवत शुभारंभ किया गया। जिसके अंतर्गत जिले में लगभग 13184 कुपोषित बच्चों (9842 मध्यम कुपोषित एवं 3342 गंभीर कुपेाषित बच्चे) को सुपोषित करने का लक्ष्य का निर्धारण किया गया था।
भरतपुर में बढ़ गए कुपोषित बच्चे
महिला बाल विकास के जुलाई 2021 तक मिले आंकड़ों के अनुसार कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड में वर्ष 2019 में 2184 बच्चे कुपोषण के शिकार थे, जो वर्ष 2021 में बढक़र 2331 हो गए हैं। सिर्फ भरतपुर परियोजना में ही घटने के बजाय कुपोषित बच्चों के संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। वहीं मनेन्द्रगढ़ भी कोई खास कमी नहीं है, यहां मात्र 1.67 प्रतिशत की कमी आई है। इसी तरह खडग़वां और चिरमिरी जहां विभागीय परियोजना अधिकारी है यहां 4.35 और 8.74 प्रतिशत की कमी आई है। जबकि बैकुंठपुुर 5.62 प्रतिशत और सोनहत में 7.49 की कमी देखी गई है।
ज्ञानेन्द्र तिवारी ने दान की थी सम्मान निधि
एबीपी न्यूज के संवाददाता ज्ञानेन्द्र तिवारी को राज्य सरकार का वर्ष 2018 का चंदूलाल चंद्राकर पत्रकारिता पुरस्कार मिला था, जिसके बाद जिले भर के पत्रकारों ने उनका सम्मान समारोह बैकुंठपुर में आयोजित किया था। तब उन्होंने कहा था कि मुझे वर्ष 2018 में किए गए कार्यों का सम्मान मुझे छत्तीसगढ़ सरकार ने दिया है।
इस सम्मान का श्रेय राज्य के दूर दराज से जुड़े, कोरिया जिले से जुड़े पत्रकारों को जाता है, जिनका मुझे हमेशा स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा है। तब उन्होंने कहा था कि मैं इसी जिले का निवासी हूं, अपने जिले में जारी कुपोषण की लड़ाई में मैं भी भागीदार बनना चाहता हूं, इसलिए मैंने सम्मान राशि कोरिया जिले में राज्य द्वारा चलाए जा रहे सुपोषण अभियान में देने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने तत्कालीन कलेक्टर डोमन सिंह को राज्य सरकार से मिली सम्मान निधि जाकर सौंपी थी।
एसपी ने दिलाई नशे से दूर रहने की शपथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 14 सितंबर। कोरिया पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह की उपस्थिति में नारकोटिक्स और ड्रग्स के खिलाफ कार्रवाई और जागरूकता अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि, महिला वालेंटियर और नेतागण उपस्थित रहे। एसपी ने उपस्थित सभी लोगों को नशे के खिलाफ इस अभियान की सफलता और नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई।
कोरिया जिले में पदस्थापना के बाद से ही नशे के खिलाफ जन जागृति फैलाने में जुटे पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने समाज के हर वर्ग को कार्यशाला में आमंत्रित कर इस अभियान से जोड़ा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने कहा कि जब हमने 15 अगस्त को इसकी शुरुआत की थी और आज जहां हर जगह इस अभियान की बात हो रही है। इसमें कहीं न कहीं आप सभी का योगदान है। दुनिया में सबसे 47 फीसदी अपराध नारकोटिक्स के ही कारण होते हंै। जिले में 200 से ज्यादा लोगों पर कार्यवाही की है, जिसमें ज्यादा नशे से जुड़े लोग है। नशा मुक्त अभियान कम और इस समस्या से निजात दिलाने के अभियान है। आयोजन होते रहे हैं, पर ये आयोजन ऐसा रहे जिसमे हर कोई अपनी भागीदारी दिखाए। नशे के कारण कुछ भी हो, पर उसका प्रभाव सब पर पड़ता है। उन्होंने छोटी कहानी सुनाई और अंत में बताया कि हमको अपनी जिम्मेदारी दूसरों पर नहीं थोपना चाहिए, बल्कि खुद ही लेकर आकर सहयोगी बनना चाहिए। नशे से ग्रसित लोगों से बात करें, उनकी समस्याओं को सुलझाएं। मैं चाहता हूँ कि आप सब इस आंदोलन में साथ दें ताकि कोरिया को नशे से निजात दिला सके।
कार्यक्रम में उपस्थित कांग्रेस के प्रदेश सचिव योगेश शुक्ला ने कहा कि हम सब पुलिस अधीक्षक के शुक्रगुजार हैं, जिन्होंने बड़ी सामाजिक बुराई को हटाने मुहिम शुरू की है। ये कोरिया जिले की बड़ी उपलब्धि है। यदि परिवार का एक सदस्य नशे का शिकार हो गया तो समझिए पूरा परिवार बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस मुहिम से हर कोई जुड़े और पुलिस का पूरा सहयोग करें।
भाजपा उपाध्यक्ष शैलेश शिवहरे ने कहा कि पहली बार देखा जा रहा है कि पुलिस आपके पास आ रही है, बता रही है कि नशे से दूर रहिए, उन्होंने कहा नशा ही नाश की जड़ है, उन्होंने पुलिस अधीक्षक को बधाई दी व कहा कि जिस तरह से जिले में तेजी से कार्यवाही हो रही है, निश्चित ही यहां की एक पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगा।
समानता क्रांति के अमिताभ गुप्ता ने कहा कि एक व्यक्ति सिर्फ नशे के कारण खुद का नुकसान नहीं करता वरन पूरे समाज का नुकसान करता है। उन्होंने नशे के शिकार लोगों को किस तरह से उसे नशे से दूर किया जा सके, कई सुझाव दिए।
तहसीलदार मनमोहन सिंह ने कहा कि हमारे न्यायालय में लोग नशे में आ जाते हैं। ज्यादा प्रताडि़त घर में महिलाएं होती हंै, इसके कई दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। ये बड़ी सामाजिक बुराई है, जागरूकता से ही ये दूर हो सकेगी। उन्होंने लोगों से आव्हान किया कि इस अभियान से बढ़-चढक़र हिस्सा लें।
एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह ने कहा कि हमारे पुलिस अधीक्षक जी को जो सम्मान मिला है, ये हम सब के लिए गर्व की बात है। जिस भी जिले में जाते हैं, वहां की परिस्थितियों के आधार पर अभियान शुरू करते हंै। इस सामाजिक बुराई को दूर करने में आप सबकी मदद कारगर साबित होगी।
वहीं सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने कहा कि एसपी ने जो निजात अभियान शुरू किया है। इससे स्वास्थ्य विभाग को बहुत फायदा हुआ है, उन्होंने कुछ दवाओं के नाम बताए, जिन्हें बेचा ही नहीं जाना चाहिए। हम भी ऐसी दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने की कोशिश कर रहे हंै। नशे के बाद ऐसे कई लोग आते कि सर बहुत दर्द हो रहा है। नशा करने वाले के शरीर के कई ऑर्गन खराब हो जाते हैं।
उन्होंने एसपी का धन्यवाद किया और कहा कि ये अभियान कोरिया जिले की कई पीढिय़ों के लिए वरदान साबित होगा। इस अवसर पर पुलिस के अधिकारियों और काफी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 14 सितंबर। चिटफंड कम्पनियों ने ग्रामीणों से 59 करोड़ का निवेश करवा कर ढेंगा दिखा दिया। कोरिया जिले के खडग़वां में अब तक की सबसे ज्यादा राशि ग्रामीणों की कई चिटफंड कम्पनियों में फंसे रहने की बात तब सामने आई है, जब खडग़वां जनपद पंचायत ने मिले फार्म को सूचीबद्ध किया। जिस हिसाब से भोले भाले आदिवासी बाहुल्य ग्रामीणों को चिटफंड कम्पनियों ने ठगा है, उसके आंकड़े देखकर हर कोई हैरान है।
इस संबंध में जनपद पंचायत खडग़वां के सीईओ का कहना है कि कई करोड़ रूपए का निवेश चिटफंड कम्पनियों में लोगों ने किया है, काफी मशक्कत के इसे सूचीबद्ध किया गया। इसे सूचीबद्ध करने में काफी समय भी लगा।
जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार द्वारा चिटफंड कंपनियों में लोगों द्वारा निवेश किये गये रकम की जानकारी प्राप्त करने के लिए सभी जनपद क्षेत्रों में जनपद पंचायतों व पंचायतों में निवेशकों को आवेदन जमा करने के लिए समय सीमा निर्धारित की गयी थी। इस दौरान सभी जनपद क्षेत्रों में विभिन्न कंपनियों में लोगों में निवेश किये गये रकम की जानकारी के साथ आवेदन जमा किये गये थे। जिसके तहत खडग़वां जनपद क्षेत्र में 99 चिटफंड कंपनियों में क्षेत्र के लोगों ने अपना निवेश किया था।
जनपद कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जनपद क्षेत्र खडग़वां के लोगों ने 99 विभिन्न तरह की चिटफंड कंपनियों में 59 करोड रूपये से ज्यादा का निवेश किये जाने की जानकारी हुई। हलांकि यह आंकड़ा तो न्यूनतम है कई ऐसे भी आवेदक है जिन्होंने आवेदन ही नहीं कर पाये यदि उनके ही निवेश को जोडा दिया जाये, तो आंकड़ा और भी ज्यादा होगा। जिले के खडग़वां जनपद जैसे क्षेत्र में जहां आदिवासी बाहुल्य लोगों की संख्या अधिक है। वहां पर करोड़ों रूपये का निवेश किया गया। इस तरह जिले भर के सभी जनपद क्षेत्रों को देखे तो अरबों रूपये का निवेश होने की संभावना है। उपभोक्ताओं से भारी मात्रा में निवेश करने के बाद लगभग कंपनियों के दफ्तर बंद हो गये लगभग कंपनियां भाग निकली।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के खडग़वां जनपद क्षेत्र में लोगों के द्वारा विभिन्न तरह की 99 चिटफंड कंपनियों में 59 करोड 62 लाख, 28 हजार 464 रूपये का निवेश किया गया। जानकारी के अनुसार इस जनपद क्षेत्र के लोगों ने सर्वाधिक पीएसीएल इंडिया लिमिटेड सबसे ज्यादा 2 हजार 9 सौ 54 लोगों ने अपने डुबे पैसे वापस पाने के लिए आवेदन किया जिनके इस कंपनी में सर्वाधिक 51 करोड 81 लाख 7 हजार 625 रूपये निवेश किये गये हैं। इसी तरह माईक्रो फाईनेंस लिमिटेड में 2213 लोगों ने अपने निवेश किये गये रूपये प्राप्त करने के लिए आवेदन किया गया इस कंपनी में उक्त संख्या के लोगों के 6 करोड 43 लाख 91 हजार 686 रूपये जमा किये गये है। इसी तरह एचबीएन डेयरीज अलाईड लिमिटेड में 1213 लोगों ने 21 करोड 75 लाख 8 हजार 949 रूपये जमा किये गये है। इसमें यह वह आंकड़ा नहीं जुड़ा है जिन्होंने सरकार द्वारा तय समय में आवेदन नहीं कर पाये।
गांव गांव तक फैला रहा कारोबार
विभिन्न तरह के चिटफंड कंपनियों के एजेंट गांव-गांव तक फैले रहे। जिनके द्वारा अपने परिचित रिश्तेदारों कों निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते रहे। शहर से लेकर गांव-गांव तक विभिन्न कंपनियों के एजेंट पहुंचते रहे और प्रतिदिन किसी न किसी क्षेत्र में अपना कारोबार करने के लिए दौड़ लगाते रहते।
इस तरह विभिन्न तरह की चिटफंड कंपनियों में ग्रामीण क्षेत्र के कई लोगों के खून पसीने की कमाई भी लेकर चिटफंड कंपनी चंपत हो गये और ऐसे लोग आज पछता रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 13 सितंबर। कोरिया जिला मुख्यालय में नगर पालिका बैकुंठपुर क्षेत्र में करोड़ों की लागत से जल आवर्धन योजना के तहत पाइप लाइन विस्तार में अनियमितताओं को लेकर शहर के नागरिकों ने कलेक्टर को शिकायत सौंपी। शिकायत में कई तकनीकी बिन्दुओं पर जांच कर कार्रवाई की मांग की गई है। उन्होंने संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव को मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को नगर पालिका बैकुंठपुर में निवासरत लोगों ने कलेक्टर को जल आवर्धन योजना में अनियमितताओं की शिकायत करते हुए बताया कि बीते तीन वर्षों से अलग-अलग स्थान पर जल आवर्धन योजना के तहत पेयजल के लिए नई पाईप लाइन विस्तार का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में नगर पालिका के अधिकारियों के संरक्षण की वजह से ठेकेदार मनमानी पर उतर आया है और कुछ दिन पूर्व बनी सडक़ों को खोदकर यथास्थिति बनाए बगैर जस का तस छोडक़र आगे बढ़ता जा रहा है जिससे नवनिर्मित बनी सडक़ों में गड्ढे हो रहे हंै। सडक़ टूट रही है।
शिकायत में बताया गया है कि जल आवर्धन योजना में पाइप लाइन भूमि पर खोद कर डालने के बाद पाइप में पानी डालकर हाइड्रो टेस्ट किया जाना था, परन्तु शहर में एक भी स्थान पर हाइड्रो टेस्ट नहीं किया गया है। इस टेस्ट के द्वारा कुछ दूरी तक पाईप डालकर पानी भरकर प्रेशर देकर टेस्ट किया जाता है ताकि पाइप से पानी लिक तो नहीं है, बाद में यदि सीमेंट मिट्टी से भर देने के बाद यदि लिकेज सामने आता है तो बाद में बड़ी परेशानी होने की संभावना होती है। इसलिए हाइड्रो टेस्ट जांच होती है, परन्तु ठेकेदार द्वारा ऐसा कहीं भी नहीं किया गया है।
रेस्टोरेशन पार्ट में भी अनियमितताएं
वहीं पाइप विस्तार के रेस्टोरेशन पार्ट में भी अनियमितताएं देखी जा रही है, पाइप डालने के बाद मिट्टी नहीं डाली जानी चाहिए, क्योंकि मिट्टी बाद में बैठ जाती है, तो पाइप डालने के बाद रेत या मुरूम डाली जानी चाहिए, हाइड्रो टेस्ट के बाद सीमेंट क्रांक्रीट या बीटी का कार्य किया जाना चाहिए, रेस्टोरेशन पार्ट में लापरवाही बरती गई है। इसकी जांच कर कार्यवाही किया जाना आवश्यक है।
रेस्टोरेशन पार्ट में बीटी रोड पर जहां गढ्ढा खोद कर पाईप डालने के बाद सीमेंट क्रांक्रीट का कार्य किया गया है जो कि गलत है, क्योंकि जहां सीमेंट और डामर का जोड़ है वहां गड्ढा हो जाएगा। इसका ध्यान नहीं रखा गया है, जबकि सीमेंट क्रांक्रीट करने के पूर्व डब्ल्यूबीएम करना चाहिए था,उसके बाद बीटी या सीमेंट क्रांक्रीट किया जाना चाहिए था। ऐसा न करके कई स्थान पर अनियमितताएं बरती गई है। ऐसा किया गया हैं, जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाए।
सडक़ों पर छोड़ दी मिट्टी, नहीं किया लेवलिंग
ठेकेदार द्वारा पाइप डाल कर सडक़ के साइड में मिट्टी छोड़ दिया गया है, जिससे सडक़ की चौड़ाई कम होती जा रही है, अतिक्रमण बढ़ रहा है। नव निर्मित बीटी सडक़ खराब हो रही है। ऐसा पूरे शहर में देखा जा रहा है। ठेकेदार द्वारा शहर भर में पाइप डालने के लिए खोदे स्थान को वैसा ही छोड़़ दिया गया है। जबकि उसे पूर्व की स्थिति की भांति करके देना है। शहर में जारी पाईप लाइन डालने के कार्य में डाले गई पाइप की लेवलिंग कहीं नहीं की गई है, पूरे शहर में अलग अलग साईज के पाईप डाले गए है, एकरूपता के साथ लेवलिंग बेहद जरूरी कार्य होना था, परन्तु बिना किसी इंजीनियर की उपस्थिति में जैसे तैसे पाइप डालकर काम किया जा रहा है। जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाए।
छोड़ दी गाद
ठेकेदार द्वारा गेज नदी में पुराने इंटकवेल के पास नया इंटकवेल का निर्माण किया जा रहा है। नए के लिए खोदी गई गाद (मिट्टी) को वहीं छोड़ दिया गया है। एक तो पहले से ही गर्मी में पुराने इंटकवेल से पीने के पानी की बड़ी समस्या होती है, उस समय गाद को हटाने नगर पालिका को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। ठेकेदार को तत्काल वहां रखी गाद को हटाने के निर्देश दिए जाए।
इस योजना के बनाए जा रहे ओवरहेड टैंक में पुरानी लाइन और नई पाईप लाइन को मर्ज करने का भी प्रावधान रखा गया है, ठेकेदार द्वारा इसे मर्ज करने के लिए किस तरह की रणनीति बनाई गई है क्या दुबारा शहर को खोदकर ओवरहैड टैक तक पाइप को जोड़ा जाएगा, इसके लिए उसका क्या प्लान है ताकि शहर की सड़क़ों की दुबारा खुदाई ना हो सके।
कई जगह महीनों से व्यर्थ बह रहा पानी
ठेकेदार द्वारा खोदी गई सडक़ के कारण कई जगह पाईप लाइन टूट चुकी है, कई स्थान पर बीते एक माह से पानी बह रहा है, इसकी सुध न तो नगर पालिका के अधिकारियों ने लिया है और न ठेकेदार ने। जिला अस्पताल के लगी पाइप लाइन से पानी एक माह से ज्यादा समय से व्यर्थ बह रहा है।
राशि खर्च की जांच हो, जगह चयन में गड़बड़़ी
नगर पालिका द्वारा मार्गदर्शन संस्थान के पास गेज नदी के किनारे एक स्टॉपडेम का निर्माण करवाया है, यहां यदि इंटकवेल बनता तो पानी को फिल्टर प्लांट तक ले जाने में काफी कम राशि खर्च होती, परन्तु यहां न बनाकर काफी दूर पहले वाली जगह ही इंटकवेल बनाया जा रहा है, जिससे सरकारी राशि ज्यादा खर्च हो रही है। वर्ष 2006 में जो फिल्टर प्लांट का निर्माण कराया गया। बीते 15 साल से उक्त प्लांट में कई खामियां सामने आई, परन्तु अब जो नया फिल्टर प्लांट बनाया जा रहा है वो 2006 के बने प्लांट का कॉपी है, इसमें कुछ भी नया नहीं किया गया है, ऐसे में इसका नया संस्करण, आने वाले समय में बढ़ती आबादी को देखते हुए और कुछ बड़े शहरों के फिल्टर प्लांट का अध्ययन कर बनाया जाना चाहिए। शिकायत में कहा गया है कि ठेकेदार को अभी तक नगर पालिका द्वारा किए भुगतान की जांच कराई जाए।
पीएचई को किया जाए संलग्न
ठेकेदार द्वारा जहां-जहां पाईप लाइन को तोड़ा गया है वहां के लोगों ने अपने से पैसों खर्च करके उक्त टूटी पाईप लाइन को बनवाया है, नगर पालिका ने टूटी पाइप लाइन के सुधार कार्य के लिए मैकेनिक तो दे दिए परन्तु पाईप से जुड़ी सामग्री लोगों ने स्वयं के पैसे खर्च कर लाए, तब जाकर उनके घर में पीने का पानी आ पाया है। नगर पलिका में वाटर मैनेजमेंट को लेकर प्रशिक्षित इंजीनियर नहीं है, ऐसे में इस पूरे निर्माण कार्य में पीएचई को संलग्न किया जाना बेहद जरूरी है, उनकी मंजूरी के बाद ही कार्य को अंतिम रूप से सही माना जाए।
कई हेक्टेयर भूमि तक सिंचित के लिए खेतों तक पहुंचने लगा है पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 12 सितंबर। कोयला खदान होने के कारण भूजल काफी नीचे चला गया, वर्षों यहां लोग पीने के पानी के लिए तरसते रहे, वहीं नरवा विकास योजना के तहत फुलवारी नाले पर अलग अलग स्ट्रक्चर बना कर प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और संवर्धन का काम शुरू हुआ, भूमिगत जल में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई, नाले से 10 गांवो का भूमिगत जल रिचार्ज हो गया, जबकि कई हेक्टेयर भूमि को सिंचित के लिए पानी खेतों तक पहुंचने लगा है। नरवा के जरिए सिचाई सुविधाओं के विस्तार से किसानों की आजीविका सशक्त हो रही है और किसानों को खरीफ के साथ ही रबी फसलों के लिए भी पानी मिल रहा है। जिससे खेती-किसानी में मजबूती आ रही है। जिसमें मनरेगा के मजदूरों को रोजगार भी मिला और इस योजना से आसपास की जमीन का भूजल स्तर भी बढ़ रहा है।
इस संबंध में सरगुजा वनवृत के सीसीएफ अनुराग श्रीवास्तव का कहना है कि मैंने कोरिया वनमंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्र के आन्नदपुर में नरवा विकास का काम को करीब से देखा है, एक साल चले कार्य के बाद वहां की तस्वीर बदल गई है, भूमिगत जल रिचार्ज हुआ है। वहीं कोरिया वनमंडल के डीएफओ इमोतेंशु आओ का कहना है कि बीते एक वर्ष से नरवा विकास का कार्य आन्नदपुर में जारी है, पहले फेज में 2600 हेक्टेयर के इस क्षेत्र में एक नाले को रिचार्ज किया गया, अब छोटे बडे हर स्ट्रकचर पानी से लबालब है। पास रहने वाले सभी पंडोपरिवार के साथ क्षेत्र में अब पानी के नलकूप में भी आसानी से पानी निकल रहा है।
परिक्षेत्राधिकारी अखिलेश मिश्रा का कहना है कि कटगोडी में एसईसीएल की खदान होने के बाद भूजल काफी नीचे चला गया था, यहां पेयजल की सबसे बडी समस्या रही है, परन्तु बीते एक वर्ष से नरवा विकास योजना के तहत फूलवारी नाले पर कई स्ट्रेक्चर बनाए गए, और अब काफी मांत्रा में पानी भरा हुआ है, आसपास 10 ग्रामों के किसानों के लिए यह योजना सिंचाई के लिए वरदान से कम नहीं है।
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजनान्तर्गत नरवा कार्यक्रम किसानों के लिए कई मायनों में फायदेमंद साबित हो रही है। कल तक जो किसान वर्षा ऋतु के इंतजार में सिर्फ एक फसल ले पाते थे, ऐसे सभी किसानों के लिए नरवा योजना वरदान साबित हुई है। कोरिया जिले के कोरिया वनमंडल में राज्य की महत्वाकांक्षी नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत कैम्पा योजना से भूजल संरक्षण मद अंतर्गत नरवा विकास कार्य के तहत बैकुंठपुर परिक्षेत्र के ग्राम आन्नदपुर के फुलवारी नाले को नरवा विकास योजना के लिए चुना गया।
फुलवारी नाले से आन्नदपुर, नवगई, कटगोडी, दुधनिया, केराझरिया, पहाडपारा के किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है। यहां छोटे बड़े परकोलेशन टैंक, अर्दन डेम, चेकडेम, एनीकट का निर्माण करवाया गया। इसके बन जाने से 10 ग्रामों का भूमिगत जल अब पहले से काफी बेहतर हो चुका है। वन विभाग द्वारा परकोलेशन टैंक, अर्दन डेम, चेकडेम, एनीकट के पानी से सिंचाई कर नर्सरी में पौधे भी तैयार किए जा रहे हैं। दरअसल, बैकुंठपुर के परिक्षेत्र से लगा ग्राम कटगोडी में अंडरग्राउंड कोयले की खदान होने के कारण भूमिगत जल काफी नीचे जा चुका था, एक वर्ष पूर्व यहां नलकूप खनन करने पर पानी नहीं निकलता था। पूर्व वर्षा जल का संचय कर पाना मुश्किल था।
साथ ही वर्षा जल द्वारा मिट्टी कटाव एवं बहाव से वन क्षेत्र से लगे किसानों को बहुत नुकसान होता था। यहां बनाए गए 26 परकोलेशन टैंक, गैबियन, 1400 बोल्डर चेकडेम और 1200 थर्टी फोर्टी जिसमें छोटे छोटे खेत बनाकर उसके चारो ओर ग्रामीणों की आजीविका के साधन के तौर पर पेडों को लगाया गया। जिससे जेव विविधता भी बढ़ गयी। चेक डैम निर्माण से वर्षा जल का जल संग्रहण कार्य किया जा रहा है, साथ ही मिट्टी के कटाव में रोकथाम भी हो रही है। जल का उपयोग सिचाई कार्य में भी किया जा रहा है तथा मवेशियों के उपयोग एवं पर्यावरण संरक्षण भी किया जा रहा है। चेक डैम निर्माण से स्थानीय क्षेत्र में जल स्तर में वृद्धि भी हो रही है। चेक डैम के पास लगभग 15 किसानों की भूमि है जो कि वह कृषि कार्य करते है। चेक डैम निर्माण पूर्व जहां किसानों द्वारा एक फसल लेना मुश्किल था, जो डैम बनने के बाद खरीफ एवं रवि दोनों फसल ले रहे है। जिससे किसानों की आर्थिक एवं सामाजिक विकास हो रहा है। इन दिनों चेक डैम के पास स्थित कृषि भूमि हितग्राहियों द्वारा धान की खेती की हैं इसके अलावा टमाटर, लौकी जैसी मौसमी सब्जियों को बरबट्टी, करेला, मिर्ची, अदरक, भिंडी जैसे उद्यानिकी फसलों का भी उत्पादन किया जा रहा है।
संभाग की सबसे बड़ी है नर्सरी
कोरिया वन मंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्र के आन्नदपुर में सरगुजा संभाग की सबसे बडी नर्सरी यहां स्थापित की गई है, यहां एकसाथ 15 लाख पौधे तैयार किए जा सकते है, फुलवारी नाले से लगे आन्नदपुर के वन क्षेत्रों के नालों में भू-जल संरक्षण कार्य के लिए लूज बोल्डर चेकडेम, बोल्डर चेकडेम, ब्रशवुड चेकडेम, कंटूर ट्रेंच, परकोलेशन टैंक, अर्दन डेम, चेकडेम, एनीकट, स्टापडेम तथा गेबियन आदि संरचनाओं का काफी तादाद में निर्माण किया गया। इससे एक ओर वन भूमि के क्षरण पर रोक लगी वहीं दूसरी ओर जल भंडार में वृद्धि की जा सकेगी। वन क्षेत्रों में जल भंडार की पर्याप्त उपलब्धता से वन्य जीवों को उनके रहवास क्षेत्र में ही चारा-पानी उपलब्ध होने लगा जिससे वे आबादी क्षेत्रों की ओर आकर्षित नहीं होंगे। इसके साथ ही वनों के आसपास के ग्रामीणों तथा कृषकों को पेयजल तथा सिंचाई के साधन विकसित करने में मदद मिलने लगी।
एलआईसी के 4 एजेंट बैठे अनशन पर, एसडीएम ने आंदोलन वापस लेने की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 12 सितंबर। चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओ मंच द्वारा जारी क्रमिक भूख हड़ताल के 26 वें दिन लियाफी ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया तथा 26वें दिन एलआईसी के 4 एजेंट सुरेश पोखरियाल, मनोज कुमार दास, अशोक कुमार तिवारी एवं रमेश कुमार मिश्रा अनशन पर बैठे । इससे पूर्व अनशन के 25 वें दिन राजू सिंह, अच्छे सिंह, विनोद कश्यप एवं नौशाद एक दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे थे।
अनशन के 26 वें दिन चिरिमिरी एसडीएम पी. व्ही. खेस अनशनस्थल पर पहुंचे और अनशनकारियों से आंदोलन वापस लेने का आग्रह करते हुए कहा कि आप लोगो की सभी मांगे कोरिया कलेक्टर एवं चिरमिरी नगर पालिक निगम के माध्यम से छतीसगढ़ शासन तक पहुंच चुकी है । जिला मुख्यालय की घोषणा करने के पूर्व शासन के प्रतिनिधि आप लोगो से भी राय लेंगे। चूंकि जिला मुख्यालय घोषित होने में लंबा समय लग सकता है । इसलिए घोषणा होने तक अपना आंदोलन स्थगित करे।
चिरमिरी एसडीएम पी. व्ही. खेस के इस आह्वान पर चिरिमिरी जिला मुख्यालय बनाओ मंच के सदस्यों ने आपस मे चर्चा करने के बाद कोई निर्णय लेकर उन्हें अवगत कराने का आश्वाशन दिया है।
इस चर्चा के दौरान चिरमिरी एसडीएम पी. व्ही. खेस के साथ चिरिमिरी तहसीलदार विभोर यादव, आरआई श्री कुशवाहा, उप निरीक्षक संदीप सिंह व मंच की ओर से पूर्व विधायक दीपक पटेल, श्रीकांत शुक्ला, उपेंद्र जैन, वरुण शर्मा, संजय सिंह, बलदेव दास, शेख इस्माईल, राकेश पाराशर, नीटू, शिवांश जैन, जयंत सोनी, संजय जैन व अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी , 12 सितंबर। चिरमिरी के हल्दीबाड़ी में रहने वाली एक महिला ने कोरिया एसपी के ऑफिस में एक लिखित शिकायत देकर चिरिमिरी थाने में पदस्थ एक एएसआई व एक आरक्षक के ऊपर नशीली दवा बेचने व खरीदने वाले 4 लोगों को रंगे हाथ पकडऩे के बाद केवल उसके पति के ऊपर मामला बनाकर अन्य 3 को छोडऩे का आरोप लगाते हुए पूरे मामले के जांच की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है ।
अपने शिकायत में पीडि़त महिला ने कहा है कि बीते 9 सितम्बर 2021 को चिरमिरी पुलिस के सहायक उप निरीक्षक एवं आरक्षक द्वारा मेरे पति हरिकेश्वर कश्यप एवं उसके साथी सरफराज को नशीली दवा खरीदते तथा छोटाबाजार के राजा व अमन को नशीली दवा बेचते रंगे हाथों गिरफ्तार किया, लेकिन चारों को चिरमिरी थाना लाने के बाद सहायक उप निरीक्षक व आरक्षक ने केवल मेरे पति हरिकेश्वर कश्यप के ऊपर ही कार्यवाही की तथा अन्य तीनों को छोड़ दिया। यही नहीं मौके पर नशीली दवा का केवल एक इंजेक्शन ही बरामद हुआ था लेकिन उक्त दोनों पुलिस कर्मियों ने राजा और अमन से ही और नशीली दवा मंगवाकर उसे मेरे पति के नाम पर जब्त किया जाना दिखाया गया।
पीडि़ता ने शिकायत में आगे कहा है कि मुझे इस बात से बिल्कुल इंकार नहीं है कि मेरा पति नशीली दवाओं का सेवन करता है। उसकी इस आदत से मैं व मेरा पूरा परिवार परेशान है। कुछ दिनों पहले हम लोगों ने उन्हे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। मुझे इस बात से भी कोई आपत्ति नहीं है कि पुलिस ने मेरे पति के उपर कार्रवाई की। लेकिन नशीली दवा खरीदने वाले के उपर कार्रवाई की जाए एवं नशीली दवा बेचने वाले लोगों को खुला छोड़ दिया जाए ताकि वे फिर से नशीली दवा का कारोबार आराम से करते रहे, यह कैसा न्याय है?
पीडि़त महिला रागिनी कश्यप ने कोरिया एसपी से इस पूरे मामले की जांच कराकर दोषी अन्य आरोपियों के साथ ही पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
उपरोक्त मामले में कोरिया एसपी संतोष कुमार सिंह से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि अभी यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। मामला मेरे संज्ञान में आने पर इसकी जांच कराई जाएगी और जांच में यदि कोई दोषी पाया गया तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 12 सितंबर । कोरिया जिले की महिला नेत्री बिंदु बलदेव दास को कांग्रेस महिला के कोरिया जिला अध्यक्ष पद से हटाये जाने से समर्थकों एवं सरगुजिया समाज मे ंभारी आक्रोश है।
बिंदु बलदेव दास के समर्थकों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसी क्या एमरजेंसी आ गई थी जिसके कारण पूरे प्रदेश के प्रमुख जिलों में एक कोरिया जिला, जहाँ कि कांग्रेस के तीन विधायक विजयी हुए हैं बावजूद उस जिले के महिला जिला अध्यक्ष को हटाने की जरूरत पड़ गई, जबकि अतिशीघ्र कोरिया से मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला पृथक की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
श्रीमती दास के समर्थकों ने यह भी कहा है कि नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति आनन फानन में मौखिक आदेश पर किया जाना और इसकी जानकारी क्षेत्र की महिला सांसद सहित कांग्रेस के जिला अध्यक्ष व अन्य किसी जिम्मेदार पदाधिकारी को नही होना भी कई संदेह को जन्म देता है व राजनीतिक षड्यंत्र की ओर इशारा करता है। वहीं श्रीमती दास के अचानक पद से हटाए जाने से जिले के सरगुजिया समाज के साथ मुख्य रूप से पनिका समाज मे भी भारी आक्रोश है । समाज के लोगो का कहना है कि जिले में पनिका समाज की जनसंख्या बड़ी तादाद में है जो राजनीति की दिशा मोडऩे के लिए पर्याप्त है ।
ज्ञात हो कि श्रीमती बिंदु बलदेव दास कोरिया कांग्रेस में सरगुजिया समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं तथा वर्तमान में सरगुजा कल्याण ट्रस्ट समिति महिला मोर्चा के संभागीय उपाध्यक्ष हैं, लेकिन अचानक उन्हें पद से हटाकर कांग्रेस पार्टी ने जिले के सरगुजिया समाज के साथ मुख्य रूप से पनिका समाज की उपेक्षा की है जिसे समाज कतई बरदाश्त नही करेगा। यदि कांग्रेस का यही रवैया रहा तो आने वाले चुनाव में सरगुजिया समाज अपनी भूमिका पर फिर से विचार कर सकता है।
ज्ञात हो कि बिंदु बलदेव दास को महिला कांग्रेस के कोरिया जिला अध्यक्ष पद से अचानक हटाये जाने पर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
लोगों का कहना है कि उनके कार्यकाल में न तो कोई विवाद हुआ और न ही उनके उपर कोई आरोप लगा। फिर किन कारणों से उन्हें अचानक हटा दिया गया? कहीं इसके पीछे कोई राजनैतिक षडय़ंत्र तो नहीं है।
स्टेशन पर धरना प्रदर्शन, स्टेशन मास्टर को डीआरएम के नाम सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 9 सितंबर। पंद्रह दिनों के भीतर यदि चिरमिरी से चलने वाली सभी ट्रेनें चालू नहीं हुई, तो नगरवासी नागपुर जाकर सरगुजा एवं कोरिया से जाने वाले कोल परिवहन को रोक देंगे। आवश्यकता पडऩे पर अम्बिकापुर जबलपुर ट्रेन भी रोका जाएगा। उपरोक्त बाते मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने चिरमिरी से चलने वाली सभी ट्रेनों को चालू कराने को लेकर चिरिमिरी रेलवे स्टेशन में किये गए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही। धरना-प्रदर्शन के बाद स्टेशन मास्टर को डीआरएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
डॉ. विनय ने आगे कहा कि वे पत्राचार पर ज्यादा विश्वास नहीं करते। एक दो बार पत्राचार करने के बाद वे सीधे एक्शन पर आते है। जब जन आंदोलन होता है तो सरकारों को जनता के सामने झुकना ही पड़ता है।
श्री जायसवाल ने आगे कहा कि केंद्र की सरकार कोरोना का बहाना बनाकर रेल व रेलवे स्टेशनों का निजीकरण कर रही है तथा आम जनता से जुड़ी छोटी-छोटी ट्रेनों का संचालन बन्द कर रही है । जिसका सीधा असर इन ट्रेनों से आवागमन करने वाले छोटे व्यापारियों, कामगारों व मजदूरों पर पड़ रहा है और उन्हें अपने जरूरी काम के लिए महंगी कीमतों पर निजी गाडिय़ा बुक कर चलना पड़ रहा है।
श्री जायसवाल ने सभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि यह आंदोलन कांग्रेस का नहीं बल्कि चिरमिरी की आम जनता का है। यदि आज की युवा पीढ़ी अब भी नही चेती तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
डॉ. विनय ने आगे कहा कि चाहे जिला हो, रेल हो या नई कोयला खदानों की मांग, सभी के लिए लंबी लड़ाई लडऩे के लिए हमे तैयार होना पड़ेगा । तभी हम आने वाली पीढ़ी को बेहतर चिरिमिरी दे पाएंगे।
इससे पूर्व सभा को संबोधित करते हुए चिरमिरी नगर पालिक निगम की सभापति गायत्री बिरहा ने कहा कि यदि रेल प्रशासन हमारी मांगो को गम्भीरता से नही लेता है तो फिर चिरमिरी की जनता रेल की पटरियों पर बैठकर अगला आंदोलन करेगी ।
वरिष्ठ नेता शंकर राव ने कहा कि चिरमिरी की रेल सुविधा 50 साल पहले वाली स्थिति में आ गई है जब केवल एक ट्रेन चिरमिरी से चलती थी। सभा को वरिष्ठ महिला बबीता सिंह, युवा नेत्री अदिति शाहीन पाराशर, युवा नेता राकेश श्रीवास्तव, शिवांश जैन, मुश्ताक अहमद व अन्य लोगो ने भी संबोधित किया।
एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में विधायक डॉ. विनय जायसवाल के साथ महापौर कंचन जायसवाल, सभापति गायत्री बिरहा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शंकर राव, गुरुवेज सिंह, प्रकाश मित्तल, युवा नेता प्रमोद सिंह, राकेश श्रीवास्तव, रज्जाक खान, गोपाल द्विवेदी, वाचस्पति दुबे, राणा दास, इंद्रजीत सिंह छाबड़ा, शिव महाराणा, महिला नेत्री, बबीता सिंह, अदिति शाहीन पाराशर, विजय मेघानी, राकेश पाराशर, संजय गिरी, शिवानंद तिवारी व सैकड़ों की संख्या में आम नागरिक उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 9 सितंबर। छग शासन द्वारा बीते 15 अगस्त को नवीन जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर बनाने की घोषणा की गई। उक्त नवीन जिले का मुख्यालय चिरमिरी में बनाने हेतु चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओ संघर्ष समिति आंदोलनरत है, सोमवार को ब्राह्मण समाज चिरमिरी आंदोलन स्थल पहुंचकर संघर्ष समिति को समर्थन पत्र सौंपकर उनकी मांग का समर्थन किया।
संघर्ष समिति के मंच से अपने उद्बोधन में ब्राह्मण समाज चिरमिरी के अध्यक्ष हरिकांत अग्निहोत्री ने कहा कि, चिरमिरी में जिला मुख्यालय बनने से पलायन एवं अपने अस्तित्व की मार झेल रही चिरमिरी शहर को नवजीवन मिलेगा। इस दौरान ब्राह्मण समाज चिरमिरी के महामंत्री धर्मेन्द्र त्रिपाठी, आर.डी. शुक्ला, राकेश परासर, मीडिया प्रभारी जितेंद्र मिश्रा, फणीन्द्र हमाम मिश्रा, रामलखन मिश्रा, रेशम त्रिपाठी कमला शुक्ला, अरुणा शुक्ला मौजूद रहें।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 9 सितम्बर। बालक क्रीड़ा परिसर मनेंद्रगढ़ के कोच ने जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के आदेशानुसार बालक क्रीड़ा परिसर मनेंद्रगढ़ छात्रावास में नवीन सत्र 2021-22 हेतु प्रवेश किया जाना है। प्रवेश प्रक्रिया के तहत् आगामी 13 से 14 सितंबर तक कक्षा 6वीं से 12वीं तक के छात्रों का चयन किया जाना है। जिनकी आयु कक्षा 6वीं से 8वीं तक 14 वर्ष से कम तथा कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों की आयु 18 वर्ष से कम होनी चाहिए। बालक क्रीड़ा परिसर मनेंद्रगढ़ में प्रवेश हेतु इच्छुक आदिवासी खिलाड़ी 13 सितंबर की प्रात: 10 बजे तक कोविड नियमों का पालन करते हुए बालक क्रीड़ा परिसर मनेंद्रगढ़ में अभिभावक का सहमति पत्र, विद्यालय का परिचय पत्र, विगत वर्ष की अंक सूची, आधारकार्ड की फोटो कॉपी एवं बैंक पास-बुक की फोटो कॉपी आदि दस्तावेजों के साथ उपस्थित हो सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 8 सितंबर। कोरिया जिले के आश्रम छात्रावास में कलेक्टर दर पर पदस्थ सफाई कर्मचारियों को लगभग एक वर्ष का मानदेय नहीं प्रदाय किया गया है जिसके संबंध में अधिकारियों को आवेदन भी दिया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस समस्या को लेकर कर्मचारी संघ ने राज्य स्तर पर उच्च कार्यालय को ज्ञापन देकर समस्या का निराकरण की मांग की गयी थी जिसके जवाब में उक्त समस्याओं का निराकरण जिला स्तर पर ही करने के निर्देश दिये गये थे इसके बाद भी समस्या का निराकरण नही हेा पाया।
इस संबंध में शिकायत के अनुसार कोरिया जिले के आश्रम छात्रावास में कार्यरत कलेक्टर दर के सफाई कर्मियों केा कोविड 19 संक्रमण के चलते आश्रम छात्रावास बंद कर दिये गये थे इस। जिसके कारण सफाई कर्मियों को भी काम से बाहर कर दिया गया था। शिकायत के अनुसार सफाई कर्मियों को जून 2020 से जून 2021 तक काम नही दिया गया और न ही वेतन दिया गया। पीडितों ने अपने शिकायत में बताया कि इस दौरान अन्य विभाग के कर्मचारियों को बिना काम के भी वेतन दिया गया लेकिन उन्हे नही।
शिकायत में बताया गया कि इसके पूर्व के कलेक्टर द्वारा आश्वासन दिया गया था कि आप लोगों को वेतन दिलायेंगे लेकिन आज तके उन्हे उक्त अवधि का वेतन नही दिया गया है जिस कारण कोरोना संक्रमण काल में उनके आर्थिक स्थिति बिगड़ गयी। पीडितो ने अपने बकाया अवधि का वेतन भुगतान किये जाने की मॉग की।
संचालक ने जिला स्तर पर समाधान के निर्देश दिये
आश्रम छात्रावास के सफाईकर्मियों के समस्याओं को लेकर चतुर्थ कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के द्वारा संचालक आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग को ज्ञापन सौंपकर इस विषय की ओर ध्यान आकृष्ट कराया था जिसके जवाब में संचालक आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के संचालक शम्मी आबिदी ने सभी जिले के सहायक आयुक्त को पत्र जारी कर अवगत कराया कि कलेक्टर दर पर सफाई कर्मचारियेां की नियुक्ति जिला स्तर पर की गयी है जिस कारण कलेक्टर आदिवासी विकास विभाग उक्त समस्या का निराकरण करने में सक्षम है और निराकरण करें। इसके बावजूद समस्या का निराकरण नही हो पाया तथा सफाई कर्मियों को अब तक उक्त अवधि का मानदेय भुगतान नही किया जा सका है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 8 सितंबर। चिटफंड कम्पनियों से वसूली के लिए जिले भर के ऐसे लोगों ने फार्म भरे जिनकी रकम डूब चुकी है, सिर्फ भरतपुर में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इन चिटफंड कम्पनियों में लगा रखे हैं। ये आंकड़ा चौंकाने वाला है। सरकारी आदेश के बाद लोग सामने आकर अपने डूबी राशि की जानकारी दे रहे हंै, तब यह बात सामने आ रही है।
जानकारी के अनुसार अधिक ब्याज राशि मिलने के चक्कर में उपभोक्ता कई चिटफंड कंपनियों में अपनी मेहनत की कमाई को जमा कर दिये, जिसके बाद कई चिटफंड कंपनियों के कार्यालय बंद हो गये और एजेंट भी अब उपभोक्ताओं से दूरी बना लिये है। इसी बीच प्रदेश सरकार द्वारा निवेशकों के डूबे पैसों को दिलाने की दिशा में प्रयास शुरू की और इसी के तहत बीते दिनों प्रदेश भर में निवेशकों से आवेदन मंगाई गयी थी जिससे कि सही स्थिति का पता चल सके और चिटफंड कंपनियों में निवेश किये गये लोगों के रूपये को ऐसी कंपनियों के प्रापर्टी केा बेचकर लौटाया जा सके। इसके तहत गत दिवस जिले के सभी ब्लाक में पंचायत के माध्यम से आवेदन निवेशकों से लिये जा रहे थे। जिसके लिए सभी जनपद पंचायत कार्यालय में आवेदन लेने के लिए व्यवस्था की गयी थी तथा भीड़ अत्यधिक बढऩे लगी, तब पंचायतों में भी निवेशकों से आवेदन मंगाये गये। इस दौरान कई चिटफंड कंपनियों के एजेंटों ने तो अपने निवेशकों से संपर्क कर उनके आवेदन लिये गये वहीं कुछ अन्य लोगों को जानकारी होने पर स्वमेव जाकर आवेदन जमा करते रहे, वहीं कई चिटफंड कंपनियों के एजेंट तो इस दौरान भी नदारद रहे और ऐसे में जानकारी होने पर लोग स्वयं ही आवेदन करने निर्धारित केंद्र तक पहुंचे।
10 करोड़ से अधिक निवेश सिर्फ भरतपुर जनपद क्षेत्र में
चिटफंड कंपनियों में लोगों के द्वारा अधिक ब्याज के चक्कर में अपनी कमाई का पैसा निवेश कर दिये जिसके कुछ समय के बाद अधिकांश चिटफंड कंपनियों भाग गयी। कार्यालय में ताला लटक गया और एजेंट भी मुंह मोडऩे लगे। कोरिया जिले के वनांचल भरतपुर जनपद क्षेत्र में ही कुल 3322 लोगों ने 10 करोड़ से अधिक की राशि निवेश किया। इस संबंध में गत दिवस भरतपुर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने अपने हस्ताक्षर से उप संचालक पंचायत को इसकी जानकारी प्रेषित की। यह वह आंकड़ा है जो गत दिवस सरकार द्वारा मंगाई गयी आवेदन के बाद सामने आया। इस दौरान कई लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं रही और आवेदन करने का समय निकल गया। ़
उन लोगों की गिनती यहां नहीं हो पायी, जिनके द्वारा तय समय में आवेदन जमा नहीं किया गया जिसके चलते उनके द्वारा निवेश की गयी राशि भी सीईओ जनपद पंचायत द्वारा भेजी गयी सूची में शामिल नहीं है। यदि जिले के सभी विकासखंडों के निवेशकों द्वारा विभिन्न चिटफंड कंपनियों में निवेश की गयी राशि आधा अरब से पार हो सकती है।
इन कंपनियों में लोगों ने किया निवेश
केारिया जिले के भरतपुर जनपद सीईओं द्वारा उप संचालक पंचायत को भेजी गयी जानकारी में चिटफंड कंपनी अत्योदय प्रोड्यूसर कंपनी एलटीडी, अनमोल, बीएन गोल्ड रियल स्टेट ऑल लिमिटेड, एचबीएन डेयराईज एलायट लिमिटेड, सन साईन क्रेडिट आपरेटिव लिमिटेड, बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड, पीएसीएल इंडिया लिमिटेड, बीपीएन रियल स्टेट ऑल आईड लिमिटेड, एचबीएन पीव्हीटी लिमिटेड, गरिमा होम्स एवं फार्म लिमिटेड, विनायक होम्स लिमिटेड, सहारा इंडिया रियल स्टेट लिमिटेड, सांई प्रसाद कार्पोरेशन लिमिटेड शामिल है। इसके अलावा जिले के कुछ जनपद क्षेत्रों में कई और चिटफंड कंपनियों के एजेंटों के द्वारा लोगों के रूपये निवेश किये गये हैं जिनमें प्रमुख रूप से रोज वैली रियल स्टेट कंपनी भी शामिल है। इस कंपनी का कार्यालय मुख्यालय बैकुण्ठपुर में खुला था जो बंद हो गया। जिसके बाद से निवेशक अपनी जमा रकम के लिए एजेंटों के चक्कर काट काट थम चुके है।
डूबी रकम मिलने की जगी है आस
प््रादेश सरकार द्वारा चिटफंड कपंनियों में लोगों द्वारा किये निवेश की जानकारी गत दिवस पंचायतों के माध्यम से मंगाई गयी थी इस दौरान जानकारी होने पर कई लोग आवेदन जमा करने निर्धारित केंद्र पहुॅचे तथा कई कंपनियों के एजेंटों द्वारा लोगों द्वारा निवेश किये गये राशि की जानकारी के साथ आवेदन जमा किये। इस प्रक्रिया के बाद लोगों की उम्मीद जग गयी है कि उनका डूबा रकम आने वाले समय में मिल सकेगा। कई लोग ऐसे है जो कि कंपनियों के भाग जाने के बाद हाथ पर हाथ धरे बैठ गये और यह मानकर चल रहे है कि जमा राशि तो अब डूब ही गयी है लेकिन सरकार द्वारा विभिन्न चिटफंड कंपनियों में जमा करायी गयी राशि की जानकारी मंगाई जाने लगी तब अब लोगों को आस लगी है कि उनकी जमा पूंजी मिल सकेगा। हालांकि कुछ चिटफंड कंपनियों के एजेंटों का कहना है कि अभी जमा रकम मिलने में कुछ वक्त लगेगा। सरकार जानकारी एकत्र कर संबंधित चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों का पैसा लौटायेगी। ऐसा यदि होता है तो विभिन्न चिटफंड कंपनियों के निवेशकों केा बड़ी राहत मिलेगी।
कई समस्याओं का त्वरित कर रहे हैं कलेक्टर निराकरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 8 सितंबर। जिले में कलेक्टर श्याम धावड़े ने कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्र्रम आते ही शुरू करवाया, जिससे जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के द्वारा अपनी अपनी शिकायतों को प्रस्तुत कर निराकरण की मांग की जा रही है। जहां उनकी परेशानी का निदान कलेक्टर तत्काल करने की कोशिश कर रहे हैं।
मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में बैकुंठपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम सावांरावॉ निवासी महिला तुरंती पति स्व हीराराम (68) ने भी निराश्रित पेंशन स्वीकृत करने की मांग को लेकर कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन दिया।
दिये गये आवेदन में उसने उल्लेख किया है कि वह वृद्ध हो चुकी है और उसके पास आय का कोई भी साधन नहीं है। जिसके कारण शासन की योजना अनुसार उसके नाम का निराश्रित पेंशन स्वीकृत किया जाये। अपने शिकायत पत्र में तुरंती ने उल्लेख किया है कि उसके द्वारा निराश्रित पेंशन दिलाने कई बार सरपंच सचिव के सक्षम आवेदन प्रस्तुत किया गया लेकिन उसका आज तक पात्र होने के बावजूद निराश्रित पेंशन स्वीकृत नही किया।
उन्होंने बताया कि सचिव सरपंच का कहना है कि उसका निराश्रित पेंशन नहीं बनेगा। जबकि पीडि़ता का कहना है कि वह वृद्ध हो गयी है और उसके पास आय का कोई भी साधन नहीं है और पात्र हैं ऐसे में उसका निराश्रित पेंशन प्रकरण बनाया जाये।
मृतक परिवार को मुआवजा देने की मांग
मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में जिले के केल्हारी तहसील अंतर्गत ग्राम पहाड़ हंसवाही निवासी कुंवर सिंह पिता जगमोहन सिंह ने आवेदन देकर बताया कि सेमरमथानी में बीते 17 नवंबर 2020 को बडका घाघी नहर निर्माण में मृतक नरेंद्र संह सर्वे करते हुए बिजली के तार से संपर्क हो जाने के कारण उसकी मृत्यु हो गयी। इस मामले में न तो पीएचई विभाग या ठेकेदार के द्वारा मृतक परिवार को किसी प्रकार का मुआवजा राशि आज दिनांक तक नही प्रदान किया गया है।
जनदर्शन में दिये आवेदन में मॉग की गयी है कि मृतक परिवार के आश्रितों केा मुआवजा प्रदान किया जाये। आवेदन में जिला पंचायत सदस्य फूलूमती वन समिति सभापति ने भी समर्थन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 8 सितंबर। कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत आनी के 17 से 18 पंच सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगाने एसडीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसडीएम से मुलाकात कर सभी के हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास की सूचना दी।
सौंपे एक अविश्वास सूचना में बताया गया है कि ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत के विकास कार्यों की जानकारी किसी भी पंच को नहीं दी जाती है एवं बिना प्रस्ताव ग्राम पंचायत की राशि का आहरण कर लिया जाता है। उनका स्वयं का ट्रैक्टर-ट्रॉली होने के कारण पंचायत के निर्माण कार्यों में खुद का ट्रैक्टर ट्रॉली लगाया जाता है। मनरेगा के मस्टररोल और अन्य कार्यों में अनियमितताएं बरती जा रही है। फर्जी हाजिरी लगाकर राशि का आहरण किया जा रहा है। ऐसा बीते 2 वर्ष से किया जा रहा है। जब पंचायत के पंचों ने विकास कार्यों के लिए निकाली गई राशि की जानकारी मांगी तो उन्होंने किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी। इस तरह से पंचायत की राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है। पंचों के साथ दुव्र्यवहार किया जाता है, जिससे वे सभी असंतुष्ट और क्षुब्ध है। ऐसी स्थिति में सरपंच ने पंचायत का विश्वास खो दिया है। जिसके लिए सभी पंचगण सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहते हैं।
उन्होंने एसडीएम से मांग की है कि पंचायत हित का ध्यान रखते हुए सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
काफी संख्या में बच्चे हो रहे प्रभावित, हर वार्ड फुल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 8 सितंबर। मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। एक-दो दिन पहले तक जहां तेज गर्मी पड़ रही थी, वहीं अचानक बारिश होने की वजह से मौसम ठंडा हो गया है। इस तरह के बदलते मौसम में सबसे ज्यादा वायरल बुखार ने लोगों को परेशान कर रखा है। जिला अस्पताल में बीमार बच्चों से शिशु वार्ड, एसएनसीयू के साथ एक दो बरामदें में लगे बेड भरे हुए हैं। सोमवार को एक बच्चें की मौत हुई, पर उसका कारण हार्ट की बीमारी था, वहीं जिला अस्पताल में काफी कम स्टॉफ में बच्चों की देखभाल की जा रही है।
इस संबंध में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भास्कर दत्त मिश्रा का कहना है कि वैसे तो वायरल फीवर किसी को भी हो सकता है। लेकिन छोटे बच्चों की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इसलिए उन्हें वायरल फीवर सबसे पहले अपनी चपेट में लेता है। ऐसे में अगर आपके बच्चे को हाई फीवर है, आंखों में जलन महसूस हो रही है, सिरदर्द, बदन दर्द और उल्टी भी हो रही है। तो समझ लीजिए कि आपका बच्चा वायरल फीवर की चपेट में आ गया है। ऐसे में आप सेल्फ मेडिकेशन करने की बजाए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरी दवाएं दिलाएं। नमी पाने पर यह बुखार फैलता हैं, ज्यादा मामले निमोनिया के भी सामने आए हंै। कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होनें बताया कि बीते 4 दिनों से काफी मामले आ चुके है। पर अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में आ चुकी है।
जानकारी के अनुसार तीखी धूप के बाद बारिश और जलजमाव से संक्रामक रोग तेजी से बढऩे लगा है। मौसम में बदलाव का सबसे अधिक असर 12 वर्ष उम्र तक के बच्चों में देखा जा रहा है। जिला अस्पताल में भर्ती बच्चों में बुखार, सर्दी खांसी के साथ कुछ बच्चों में उल्टी दस्त के साथ बुखार शुरू हो रहा है, जो देखते ही देखते बच्चों को गंभीर बना दे रहा है। बारिश के बाद बुखार से पीडि़त मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। बीते 3 से 4 दिनों में प्रतिदिन 30 से 40 बच्चें वायरल से पीडित जिला अस्पताल पहुंच रहे है।
एसएनसीयू सहित वार्ड है फुल
वर्तमान में जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड पूरा भरा हुआ है, शिशु वार्ड में 30 बेड है, जबकि बच्चें दोगुना भर्ती है। वहीं पास लगा बरामद प्राय खाली रहता है, परन्तु यहां लगे 10 बेड भी पूरी बच्चों से भरे हुए हैं वहीं एसएनसीयू के सामने बरामदे में आपरेशन के मरीजों को रखा जाता है वहां भी बच्चों को रखकर इलाज किया जा रहा है। इसमेें सभी बुखार से गंभीर है। जिनका उपचार चल रहा है।
मेनपॉवर की है कमी
जिला अस्पताल में एक वार्ड के लिए एक ही वार्ड ब्वॉय की नियुक्ति की गई है, शिशु वार्ड में भी एक ही वार्डब्वाय है, ऐसे में अलग-अलग रखे बीमार बच्चों को देखने के लिए अकेले को दौड़ लगानी पड़ रही है, वहीं एकमात्र शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भास्कर दत्त मिश्रा रात दिन बच्चों की देखभाल में जुटे हुए हंै, यहां काम करने वाला नर्सिंग स्टाफ भी एक स्थान से दूसरे स्थान जाकर बच्चों को दवाईयां देने के अलावा उनकी पर्याप्त देखभाल में लगे हुए हैं, वहीं बच्चों की संख्या को देखते हुए बनाए गए नए वार्ड मेें एक वार्ड को शिशु रोग के लिए दिए जाने की मांग भी उठ रही है।
मनेन्द्रगढ़, 8 सितम्बर। आज प्रदेश में हर क्षेत्र में विकास कार्य प्रगति पर है। विकास कार्यों के लिए बकायदा योजना बनाकर प्राथमिकता के साथ उन पर कार्य हो रहे हैं। प्रदेश की प्रथम विधानसभा का दर्जा प्राप्त भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र भी विकास के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। उक्त बातें सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में 5 करोड़ रूपए के निर्माण कार्यों के भूमिपूजन एवं विकास कार्यों के लोकार्पण के दौरान कही।
विधायक ने सर्वप्रथम ग्राम पंचायत लाई में बहुप्रतीक्षित 19 लाख 35 हजार की लागत से बनने वाली मुख्यमंत्री सुगम सडक़ योजना अंतर्गत सडक़ निर्माण कार्य का विधिवत भूमि पूजन किया वहीं ग्राम पंचायत नागपुर में 1 करोड़ 15 लाख की लागत की हायर सेकेंडरी स्कूल भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सभापति उषा सिंह करयाम, जनपद उपाध्यक्ष राजेश साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी भगवान सिंह, लाई सरपंच सोनसाय पंडो, नागपुर सरपंच तेजकुंवारी, उप सरपंच कृष्णा राय, स्कूल स्टाफ सहित ग्रामीण जनप्रातिनिधि व आमजन उपस्थित रहे।
इसके उपरांत विधायक कमरो सोनहत विकासखंड के ग्राम पंचायत कटगोड़ी पहुंचे और यहां 1 करोड़ 74 लाख 50 हजार की लागत से पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास भवन निर्माण एवं सोनहत में 1 करोड़ 91 लाख 51 हजार की लागत से बनने वाले पोस्ट मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास भवन निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया।
इस अवसर पर जनपद उपाध्यक्ष गुलाब चौधरी, जनपद सदस्य कृष्णा राजवाड़े, कटगोड़ी सरपंच रामकुमार सिंह, सोनहत सरपंच पवनसाय पंडो सहित ग्रामीण जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। विकास कार्यों के लोकार्पण एवं निर्माण कार्यों के भूमि पूजन के उपरांत विधायक कमरो ने हमेशा की तरह ग्रामीणों से रूबरू होकर क्षेत्र की समस्याएं व विकास कार्यों की जानकारी ली। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कृष्णा राजवाड़े, ब्लाक कांगेस अध्यक्ष सुरेश सिंह, पुष्पेंद्र राजवाड़े, राजन पांडेय, अविनाश पाठक, अनित दुबे, प्रेम सागर तिवारी एवं लवप्रताप सिंह आदि उपस्थित रहे।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 8 सितंबर। कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत आनी के 17 से 18 पंच सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगाने एसडीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसडीएम से मुलाकात कर सभी के हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास की सूचना दी।
सौंपे एक अविश्वास सूचना में बताया गया है कि ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत के विकास कार्यों की जानकारी किसी भी पंच को नहीं दी जाती है एवं बिना प्रस्ताव ग्राम पंचायत की राशि का आहरण कर लिया जाता है। उनका स्वयं का ट्रैक्टर-ट्रॉली होने के कारण पंचायत के निर्माण कार्यों में खुद का ट्रैक्टर ट्रॉली लगाया जाता है। मनरेगा के मस्टररोल और अन्य कार्यों में अनियमितताएं बरती जा रही है। फर्जी हाजिरी लगाकर राशि का आहरण किया जा रहा है। ऐसा बीते 2 वर्ष से किया जा रहा है। जब पंचायत के पंचों ने विकास कार्यों के लिए निकाली गई राशि की जानकारी मांगी तो उन्होंने किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी। इस तरह से पंचायत की राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है। पंचों के साथ दुव्र्यवहार किया जाता है, जिससे वे सभी असंतुष्ट और क्षुब्ध है। ऐसी स्थिति में सरपंच ने पंचायत का विश्वास खो दिया है। जिसके लिए सभी पंचगण सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहते हैं।
उन्होंने एसडीएम से मांग की है कि पंचायत हित का ध्यान रखते हुए सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 7 सितंबर। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में सरपंच संघ ने विशाल रैली निकाल कर कलेक्टर को16 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। जिले भर के सरपंचों के साथ काफी संख्या में पहुँचे ग्रामीण जिला मुख्यालय से पैदल मार्च करते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।
मंगलवार को जिला सरपंच संघ द्वारा विशाल रैली निकाली, इससे पहले जिले भर से आये सरपंच, पंच और ग्रामीण प्रेमाबाग में एकत्रित हुए, वहां से 2 बजे विशाल रैली निकाल कर आने अधिकार के नारे लगाते हुए जिला मुख्यालय के घड़ी चौक पहुंचे, वहां से सभी पैदल मार्च करते हुए 5 किमी दूर कलेक्टर कार्यालय पहुँचे।
ये है मांगें
सरपंच संघ ने अपने सौंपे ज्ञापन में मांग की है कि सरगुजा संभाग में पेशा कानून लागू किया जाए। ग्राम पंचायतों के कार्यों में पुराने एसओआर को हटाकर नए एसओआर के तहत काम जाए। ग्राम पंचायत के लोगों को फौती नामांतरण बिना ग्रामसभा के अनुमोदन के नहीं दिया जाए। ग्राम पंचायत में 20 लाख तक के निर्माण कार्य अन्य विभाग को नहीं दिया जाए। श्रद्धांजलि योजना के तहत रुकी राशि जारी की जाए। पंचायतों के निर्माण कार्य के सामग्री रेत गिट्टी मुरूम एवं खनिज संपदा में किसी का हस्तक्षेप ना हो। ग्राम पंचायत के विकास के लिए आंगनबाड़ी सहायिका, सहित कई पदों की नियुक्ति के लिए ग्राम सभा को अधिकार दिया जाए। सरपंचों का मानदेय 25 हजार किया जाए सरपंच निधि 5 लाख वार्षिक किया जाए। सरपंचों का सुरक्षा बीमा 25 लाख किया जाए। जनपद पंचायतों में लेखापाल का फेरबदल किया जाए। पंचों का मानदेय ढाई हजार किया जाए उनकी निधि 2 लाख की जाए। जिला अध्यक्ष द्वारा पंचायत के विकास कार्यों में सहयोग किया जाए ना कि बाधा डाला जाए। मनरेगा की सामग्री और मजदूरी का भुगतान तत्काल हो।जल जीवन मिशन में कार्य करने के पहले 40 फीसदी राशि ग्राम पंचायत को दी जाए। ग्राम पंचायत विकास कार्यों में मिट्टी मुरूम सडक़ का कार स्वीकृत किया जाए। जिला पंचायत बैकुंठपुर में डिप्टी कलेक्टर कोटा कर जनपद सीईओ की पदस्थापना की जाए।
मनेन्द्रगढ़, 7 सितम्बर। गाँव-गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ सके, इसके लिए हमारी सरकार ने प्रदेश भर में सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलकर शिक्षा को एक नई दिशा देने का कारगर प्रयास किया है। अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा आज समय की मांग है। स्कूलों में अंग्रेजी भाषा का ज्ञान प्राप्त कर नौनिहाल वैश्विक प्रतियोगिताओं में शामिल होकर सफलता का परचम लहराएंगे। उक्त बातें सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने जनकपुर स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल के निरीक्षण के दौरान कही।
मंगलवार को विधायक कमरो अपने विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण के दौरान जनकपुर स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने शिक्षकों सहित छात्र-छात्राओं से बातचीत कर उन्हें प्रोत्साहित किया एवं अपने अनुभव साझा किए। विधायक ने केक काटकर टीचर्स डे भी मनाया। इस अवसर पर बच्चों और विधायक ने एक-दूसरे को पुष्पगुच्छ भेंटकर आत्मीय अभिनंदन किया। विधायक ने बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने और अपने माता-पिता का सपना साकार करने आशीर्वाद प्रदान किया।
इस दौरान सांसद प्रतिनिधि रविप्रताप सिंह, कोटाडोल ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रामप्रकाश मानिकपुरी, विधायक प्रतिनिधि अंकुर सिंह, अवधेश सिंह, विनीत सिंह, लालसाय सिंह, बृजलाल, कमलेश यादव, संजीव गुप्ता, देवेंद्र पांडेय, राजकुमार पुरी, विमल हितकर सहित ग्रामीण जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मरीजों से मिलकर जाना स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल
विधायक गुलाब कमरो ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान सभी वार्डों में भर्ती मरीजों एवं प्रसूताओं से इलाज, दवा, डॉक्टरों, स्टाफ एवं स्वास्थ्य व्यवस्था की जानकारी ली। साथ ही पोषण पुनर्वास केंद्र में महिलाओं को साड़ी वितरण किया। विधायक ने बीएमओ को मरीजों के बेहतर इलाज मुहैया कराने, संसाधन, उपकरणों एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में आवश्यक सुझाव व दिशा निर्देश दिए।
जलाशयों के जीर्णोद्धार और नहर की सौगात
विधायक ने शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का जायजा लेने के उपरांत 2 करोड़ 64 लाख की लागत से दो स्थानों पर जलाशयों के जीर्णोद्धार एवं नहर (केनाल) निर्माण कार्य का भूमिपूजन कर क्षेत्रवासियों को विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने 1 करोड़ 32 लाख की लागत से ग्राम पंचायत लाखनटोला स्थित ग्राम तरतोरा जलाशय के जीर्णोद्धार एवं सीसी केनाल निर्माण का भूमि पूजन किया।
इसी प्रकार उनके द्वारा 1 करोड़ 32 लाख की लागत से ग्राम पंचायत जोलगी स्थित ग्राम तरतोरा जलाशय के जीर्णोद्धार एवं सीसी केनाल निर्माण का भूमिपूजन किया गया।
ज्ञात हो कि इससे दो पंचायत जोलगी व लाखनटोला के 82 किसानों को फायदा होगा। केनाल निर्माण से 165 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 6 सितंबर। कोरिया वन मंडल के वन परिक्षेत्र बैकुंठपुर में सागौन के पेड़ काटने के आरोप में 8 आरोपियों को वन विभाग ने धर दबोचा। आरोपियों से काफी मात्रा में सागौन के लठ्ठ और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
इस संबंध में बैकुंठपुर परिक्षेत्र के रेंजर अखिलेश मिश्रा का कहना है कि जंगल बचाने के लिए विभाग किसी भी तरह कोई समझौता नहीं करेगा। पेड़ों की बलि देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में 8 लोगों पर कार्रवाई की गई है। ट्रैक्टर को राजसात करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। मामले में विभाग जांच में जुटा है।
जानकारी के अनुसार रविवार को वन विभाग को सूचना मिली कि बैकुंठपुर क्षेत्र के जगदीशपुर में लगे सागौन प्लांटेशन के 8-10 वृक्षों को काटा गया है और उसमें से निकाली गई लकडिय़ों को ग्रामीणों के विरोध के बाद एक ही स्थान पर रख कर आरोपी फरार हो गए हैं। जिसके बाद बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र के परिक्षेत्र अधिकारी अखिलेश मिश्रा ने वनरक्षक छत्रपाल के नेतृत्व में टीम रवाना की। मौके पर पहुंची टीम ने आरोपी की तलाश तेज कर दी, आरोपी ट्रैक्टर लेकर भाग खड़ा हुआ।
4 घंटे खोजबीन के बाद मालूम पड़ा कि आरोपी ग्राम रनई के पास देखा गया है, उसके पास ट्रैक्टर नहीं है, टीम रनई पहुंची और आरोपी को अपने हिरासत में ले लिया। जिसके बाद आरोपी से पूछताछ कर ट्रैक्टर को भी बरामद किया गया। इसके बाद टीम आरोपियों के सहयोगी की तलाश में जुट गई।
सोमवार को वन विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी। मुख्य आरोपी के सहयोगी के रूप में सात और आरोपियों की शिनाख्त हुई और उन्हें वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया। बड़े स्तर पर परिक्षेत्र बैकुंठपुर में हुई इस कार्रवाई से पेड़ काटने के काले कारोबार में लगे लोगों में हडक़ंप मचा हुआ है, वहीं वन विभाग मामले में ऐसे व्यापारियों की खोज कर रहा है जिन्हें आरोपी यह लकड़ी सप्लाई किया करते थे।
वन विभाग ने सागौन पेड़ काटने के आरोप में बिहारी लाल विश्वकर्मा हथवर, हेम नारायण रजवाड़े जगदीशपुर, राजेश जगदीशपुर, उमा शंकर जगदीशपुर, सुनील जगदीशपुर, कलम साय जगदीशपुर, रविन्द्र जगदीशपुर, राम कुमार जगदीशपुर के साथ एक ट्रैक्टर को भी जब्त किया है। सभी के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 42(1) और छत्तीसगढ़ वनोपज व्यापार विनियमन अधिनियम 1969 की धारा 16 के तहत कार्रवाई की है।
सागौन की कटाई में अब तक 8 आरोपियों को वन विभाग ने पकड़ा, ट्रैक्टर को राजसात करने की है तैयारी, जंगल बचाने वन विभाग की बड़ी कार्यवाही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 सितंबर। जल-जंगल-जमीन सहित हर तरह के स्थानीय संसाधनों पर स्थानीय समुदायों का अधिकार सुनिश्चित करना और उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाना प्रदेश की संवेदनशील भूपेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उक्त बातें सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने केल्हारी में जाति एवं सामुदायिक और व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र वितरण के दौरान कही।
सोमवार को विधायक गुलाब कमरो के मुख्य आतिथ्य में केल्हारी हाई स्कूल के सामने जाति एवं सामुदायिक/व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र वितरण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 4 संकुलों केल्हारी, चरवाही, पसौरी एवं डिहुली के 341 छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र, 291 निवास प्रमाण पत्र एवं 176 आय प्रमाण पत्र वितरित किए गए, वहीं 150 हितग्राहियों को वन अधिकार पत्र के साथ ऋण पुस्तिका तथा 19 कृषक हितग्राहियों को कृषि विभाग द्वारा वर्मी कंपोस्ट का वितरण किया गया।
विधायक गुलाब कमरो ने छात्र-छात्राओं और पालकों को संबोधित करते हुए कहा कि शासन द्वारा पहली बार बिना तहसील के चक्कर लगाए महत्वपूर्ण दस्तावेज वितरित किया जा रहा है। जाति प्रमाण पत्र की महत्ता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में प्रवेश हो, बैंकिंग कार्य हो, ऋण लेना हो, नौकरी की आवश्यकता हो या फिर अन्यान्य कार्य हो, हर जगह स्थाई जाति प्रमाण पत्र जरूरी है, अत: इसे सहेजकर रखने को कहा। वहीं विधायक कमरो ने कहा कि छत्तीसगढ़ सामुदायिक और व्यक्तिगत वन अधिकार पत्रों के वितरण के मामले में देश का अग्रणी राज्य है। सभी पात्र लोगों तक वन अधिकार पट्टों की पहुंच सुनिश्चित करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आदिवासियों तक उनके सभी तरह के अधिकारों की पहुंच सुनिश्चित करने सरकार कृत संकल्पित है। वन अधिकार पत्र और ऋण पुस्तिका मिलने पर अपने खुशी का इजहार करते हुए सभी ने एक स्वर में शासन-प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष डॉ. विनय शंकर सिंह, उपाध्यक्ष राजेश साहू, जिला महामंत्री रामनरेश पटेल, एसडीएम नयन तारा सिंह तोमर, तहसीलदार मनोज पैकरा, नायब तहसीलदार विप्लव श्रीवास्तव, बीईओ गिरीश कुरचानिया, एबीईओ इस्माइल खान, जनपद सदस्य मकसूद आलम, लक्ष्मी सिंह, अनिता सिंह, रामलाल, रजनी बाई, सरपंच लल्लू पाव, गोविंद सिंह, फूलकुंवर, उप सरपंच शकील अहमद, राजकुमार पुरी, कृष्णा राय, नगीना साहू, इमरान शेख सहित राजस्व, शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत, कृषि एवं वन अमला मौजूद रहा।
नेत्रहीन विद्यालय में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित
मनेन्द्रगढ़, 5 सितम्बर। जिले के एकमात्र दृष्टिहीनों के लिए संचालित विद्यालय आमाखेरवा मनेंद्रगढ़ में शिक्षक दिवस पर विद्यालय के शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय समिति के चंद्रकांत चावड़ा द्वारा संस्थान के शिक्षकों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य संतोष चढ़ोकर, शिक्षक रामनाथ रहड़वे, राकेश गुप्ता, गोपाल तिवारी, संतोष पांडेय, संगीत शिक्षक टकेश्वर यादव, रामनारायण कश्यप, आरती पांडेय, विद्यालय के कर्मचारी मालिक राम, योगेश कुमार, रणजीत सिंह, गीता, बबली आदि के साथ ही विद्यालय के कुछ छात्र भी उपस्थित रहे। विद्यालय समिति के सदस्य चंद्रकांत चावड़ा द्वारा सभी का सम्मान किया गया।
उन्होंने कहा कि आज संस्थान अपने कार्य के कारण निरंतर प्रगति कर रहा है। संस्था के दिव्यांग छात्रों को शिक्षकों द्वारा शिक्षा देकर समाज की मुख्य धारा में जोडऩा बड़ा ही विशेष कार्य है। संस्थान के छात्र नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। यह सब यहां के शिक्षकों की मेहनत के कारण ही संभ हो सका है। उन्होंने कहा कि शिक्षक सभी के लिए प्रेरणा के स्त्रोत होते हैं। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भी ऐसे ही शिक्षक थे जिन्हें पूरा देश अपना आदर्श मानता है। उन्हीं के बताए पदचिन्हों पर चलकर सभी शिक्षक देश की भावी पीढ़ी तैयार कर रहे हैं। शिक्षक चाहे किसी भी विधा का हो वह सम्मानित है। आज शिक्षकों के बल पर हमारे दिव्यांग खिलाडिय़ों ने टोक्यो पैरालंपिक में देश के इतिहास में सबसे ज्यादा पदक प्राप्त किया है। यह सब उनके शिक्षकों के कारण ही संभव हुआ है। वह दिन दूर नहीं जब हम पूरी दुनिया में अपने शिक्षकों के कारण देश को सबसे आगे पाएंगे।
प्राचार्य संतोष चढ़ोकर ने कहा कि शिक्षकों में हम की भावना होनी चाहिए व बिना किसी भेदभाव के सभी को समान रूप से शिक्षा देनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक राकेश गुप्ता ने किया।
अमर्यादित भाषा को सहन नहीं करेगा आदिवासी समाज - कमरो
मनेन्द्रगढ़, 5 सितम्बर। भाजपा के थूकने के बयान पर प्रदेश में सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस ने अमर्यादित भाषा का उपयोग करने पर भाजपा की कड़ी निंदा कर विरोध जताया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशन में प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत रविवार को ब्लाक कांग्रेस कमेटी शहर एवं ग्रामीण मनेंद्रगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में विधायक गुलाब कमरो के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी तिराहा में दोपहर 2 बजे कांग्रेस जनों के द्वारा भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी का पुतला दहन किया गया।
इस अवसर पर विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि भाजपा के नेता अपना होश खोकर विचलित हो गये है और अमर्यादित भाषा का उपयोग कर रहे हैं, जबकि प्रदेश में कांग्रेस की भूपेश सरकार किसान मजदूर आदिवासी हितैषी सरकार है, जो सर्वहारा वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रही है। प्रदेश की भूपेश सरकार के कामकाज को देखते हुए भाजपा के लोग अपना होश खो बैठे हैं और अनर्गल अमर्यादित भाषा का उपयोग कर रहे हैं।
विधायक ने कहा कि केंद्र में बैठी सरकार के द्वारा बेतहाशा महंगाई में वृद्धि की जा रही है, अगर भाजपा के लोगों के थूक में इतना ही दम है तो वे केंद्र सरकार पर थूके, जिससे महंगाई धराशाई हो जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा की अमर्यादित भाषा को छत्तीसगढ़ प्रदेश का आदिवासी समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग मर्यादा में रहकर किसी शब्द का उपयोग करें। अमर्यादित भाषा बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगी।
पुतला दहन के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रमेश सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल, उपाध्यक्ष कृष्णमुरारी तिवारी, ब्लाक कांग्रेस कमेटी शहर के अध्यक्ष राजेश शर्मा, ग्रामीण अध्यक्ष राजेश साहू, जिला महामंत्री राम नरेश पटेल, जिला पंचायत सभापति उषा सिंह करयाम, नगर पंचायत उपाध्यक्ष राजाराम कोल उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 5 सितम्बर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी की उपस्थिति में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन एवं पार्टी की बैठक स्थानीय अग्रसेन भवन में संपन्न हुई। सम्मेलन में कोरिया जिले के अलावा सरगुजा, कबीरधाम एवं मरवाही के पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।
कार्यकर्ता सम्मेलन के पहले अमित जोगी पार्टी के जिलाध्यक्ष पार्षद आदित्य राज डेविड के साथ स्कूटी में बैठकर मनेंद्रगढ़ शहर में निकली रैली में शामिल हुए। रैली का जगह-जगह आतिशी स्वागत किया गया। वहीं उन्होंने पत्रकारों से भी चर्चा की। उन्होंने हाल ही में प्रदेश में थूकने को लेकर चल रहे बयान पर इसे अशोभनीय और असंसदीय भाषा का प्रयोग बताया और कहा कि राष्ट्रीय दलों के नेताओं को ऐसा नहीं करना चाहिए। यह आपत्तिजनक है।
सीएम को लेकर चल रहे बवाल पर उन्होंने कहा कि विधायकों को आलीशान होटलों में रूकवाया गया। चार्टर प्लेन से लाया गया, इसमें छत्तीसगढ़ की बदनामी हुई है। यह छत्तीसगढ़ की जनता तय करे कौन सीएम होगा। दिल्ली से मुख्यमंत्री तय न हो। मरवाही में विधायकों के विधायक पुत्र की शोक सभा में आने पर अमित जोगी ने कहा कि एक तरफ शोक सभा चल रही थी तो दूसरी तरफ शक्ति प्रदर्शन चल रहा था।
पत्रकारों से कई मुद्दों पर चर्चा करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि पार्टी के कांग्रेस में विलय का सवाल ही नहीं उठता। उनके सोनिया गांधी से पारिवारिक संबंध थे, हैं और रहेंगे। उनकी माँ रेणु जोगी निजी कारणों से दिल्ली गई थी, इसे राजनीति से जोडऩा ठीक नहीं है।