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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 21 सितंबर। भाद्रपद में बारिश की रफ्तार कम हो जाती है लेकिन इस वर्ष भद्रपद में ही लगातार कई दिनों की बारिश जिले में होती रही।कोरिया जिले में गत मंगलवार से बारिश शुरू हई जो लगातार शनिवार तक हल्की बारिश जारी रही इसके बाद शनिवार को दोपहर बाद बारिश थमी इसके बाद रात्रि में फिर से बारिश होती रही और रविवार से कुछ राहत मिली लेकिन इस दिन भी बारिश हुई । इसी बीच सोमवार को दिन भर मौसम आसमान में बादलों का डेरा रहा और शाम ढलते ढलते जिले में अचानक जमकर बारिश करीब एक घंटे तक होती रही।
इस दिन जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर सहित जिले के कई क्षेत्रों में जमकर मूसलाधार बारिश हुई। जमकर हुई बारिश के कारण सडकों पर पानी भर गया और कुछ घंटों के लिए सडकों पर आवाजाही कम हो गयी थी। इस तरह विदा हेाती बारिश भाद्रपद में तीसरे सप्ताह तक जमकर बरसे। जिससे कि खेत खलिहानों में पानी भर गया। वर्तमान में धान फसलों के लिए गिर रहा पानी काफी लाभदायक है। वर्तमान में कई दिनों तक हुई बारिश के बाद धान खेतों केा पर्याप्त पानी मिल गया। अभी धान के पौधों से बालियॉ निकल रही है ऐसे में पानी काफी जरूरी था जो कि कइ्र दिनेां के बारिश ने पूरी कर दी। इससे अब धान की फसलों को नई जान मिल गयी जिससे कि इस वर्ष भी धान की बम्पर उत्पादन की संभावना बढ गयी है।
बरसात का पानी कई लोगों के घरों में
शहर में सोमवार की शाम को हुई जमकर घंटे भर की बारिश के बाद शहर की सडकों पर पानी बहने लगा और सडकों पर कई जगहों पर पानी भर गया। वही भारी बारिश के कारण शहर के कई मोहल्लों में कुछ लोगों के घरो में भी पानी घुस गया था जिस कारण उन परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पडा। इसके पूर्व भी बारिश के दौरान शहर के कई क्षेत्र में लोगों के घरों तक पानी घुसता रहा। नपा द्वारा शहर क्षेत्र में व्यवस्थित रूप से पानी निकासी की व्यवस्था बनाये जाने की जरूरत है ताकि बरसात का पानी लोगों के घरों तक न पहुॅचे।
पेड़ टूटे, विद्युत पोल भी धाराशायी, बिजली घंटों गुल
सोमवार की शाम को हुई भारी बारिश के बाद कई क्षेत्रों में पेड टुट गये व विद्युत पोल भी धाराशायी हो गये। वही बारिश के साथ ही शहर की बिजली धंटों गुल कर दी गयी। जानकारी के अनुसार सोमवार केा बारिश के दौरान शहर के ओडगी क्षेत्र में कई पेड के व सके डंगाल टुटकर गिर गये। वही इसी क्षेत्र में विद्युत पोल भी गिर। वही बारिश के दौरान से शहर क्षेत्र में धंटों बिजली गुल रही। जिसके बाद विद्युत की बहाली कुछ क्षेत्र में हो गयी लेकिन शहर के कई क्षेत्रो में आधी रात तक अंधेरे में डुबे रहे। आधी रात होने पर बिजली बहाल हो पायी। जिससे कि बिजली नही होने से लोगों केा भारी परेशानियों का सामना रात्रि के दौरान करना पडा। वही कई क्षेत्र में तो पूरी रात अंधेरे में रहा दूसरे दिन सुबह भी बिजली व्यवस्था बहाल नही हो पायी थी।
कई दिनों बाद दर्शन दिये सूर्य देव
कोरिया जिले में बीते कुछ दिनों से लगातार मौसम बारिश के कारण आसमान में बादल छाये रहे जिसके चलते सूर्य देव का दर्शन नही हो पा रहा था। करीब एक सप्ताह के बाद मंगलवार को सुबह से मौसम साफ हुआ और सूर्य देव दर्शन दिये। उल्लेखनीय है कि कई दिनों तक लगातार बारिश व आसमान में बादल छाये रहने के कारण सूर्य का दर्शन नही हेा पा रहा था। जिसके बाद मंगलवार को सुबह से धूप दिखाई दिया हालांकि इस दिन भी दोपहर के समय आसमान में बादल उमडने घुमडने के कारण सूर्य बादलों से ढंकता रहा लेकिन अब मौसम के खुलने का संकेत मिल गया है।
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बैकुंठपुर (कोरिया), 21 सितंबर। कलेक्टर श्याम धावड़े ने अचानक सोमवार को समय सीमा की बैठक ली, बैठक में उन्होंने जिले भर के एसडीएम की। जमकर क्लास ली, कहा नियम कानून के नाम पर बेवजह आम लोगो को घूमाने का काम बंद हो। सभी नोडल अधिकारियों को भी कहा गांव में जाओ तो पता लगाया करो राजस्व के किस काम के लिए कितनी राशि मांगी जा रही है।
बैठक में उन्होंने सभी एसडीएम से पूछा कि जाति निवास बनवाने में कितने पैसे लगते है किसी ने 16 रुपए बताये किसी से 200 रुपए, कलेक्टर ने कहा कि मुझे फोटोकॉपी और कागज़ के खर्च की जानकारी मत दीजिए, कौन कितने में बना रहा है ये सब मुझे पता है, नियम कानून की आड़ लेकर लोगो को महीनों घुमाया जा रहा है।
उन्होंने एसडीएम और तहसीलदार भरतपुर दोनो को भी कड़े लहजे में कहा कि वहां लोग परेशान है, अपर कलेक्टर को भी उन्होंने कहा कि वो भरतपुर जाएं, कलेक्टर ने कहा कि राज्य बंट गया तो क्या जाति बदल गई, बैगा जनजाति के जाति निवास में देरी की जा रही है। मैं बिल्कुल बर्दाश्त नही करूँगा। उन्होंने कहा कि आप लोगो को वंचित लोगो की मदद करना चाहिए, आगे भर्तियां निकलेंगी जाति निवास लोगो के काम आएगा। आगे बढऩे से किसी को नही रोकना चाहिए।
कलेक्टर ने जाति निवास बनाने में सबसे बेहतर काम करने पर बैकुंठपुर एसडीएम को शाबासी दी, कहा की 3 हजार आवेदन में साढ़े तीन हजार आवेदन का निराकरण किया, ज्यादा से ज्यादा लोगो के जाति निवास बनाकर बेहतर काम करके दिखाया है, इसके लिए उन्होंने बैकुंठपुर तहसीलदार को बधाई दी। वही बाकी एसडीएम को कहा दूसरी ओर आप हो जो साइन करने के नाम पर आजकल कल परसो कर लोगो को घुमा रहे हो। और आपकी प्रोग्रेस भी सही नही है।
कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक में अधिकारियों से पूछा कि केसीसी क्या है? तब हैरानी की बात है ये सामने आई कि कई अधिकारी और राजस्व विभाग के एक बड़े अधिकारी तक केसीसी के बारे में नहीं जानते दिखे, उन्होंने भी हाथ ऊपर उठा दिया, जिस पर कलेक्टर ने हैरानी जताई और कहा कि जब राजस्व के बड़े अधिकारी को यह बात नहीं पता है तो क्या होगा?
जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ श्री दुदावत ने बताया कि जिस तरह आप लोग के पास बैंक क्रेडिट कार्ड होता है उस तरह किसानों को पास किसान क्रेडिट कार्ड होता है जिससे किसान अपनी खेती के लिए समय समय पर ऋण ले सकता है। कलेक्टर ने एक अधिकारी से पूछा आपने केसीसी से बनवाया है कि नहीं? जिस पर अधिकारी ने कहा उसके पास उसके नाम से जमीन नहीं है, तो कलेक्टर ने तपाक से कहा 35 एकड़ जमीन तो है मैं छापा नहीं मारने वाला हूँ, जिसके बाद बैठक में हंसी के फव्वारे छूट गए। कलेक्टर ने कहा कि आप सब मैं यही कहना चाहता हूं कि केसीसी का ज्यादा ज्यादा किसानों को लाभ मिले, कई फायदों के साथ उन्हें बिना ब्याज के ऋण मिल सकता है, उन्हें फायदा दिलाइये। ताकि वो खुशहाल हो सके।
टीएल की बैठक में कलेक्टर ने जिले में वैक्सिनेशन की स्थिति की समीक्षा की, सभी एसडीएम से कहा आप टारगेट सेट करो, और आपके सेट किये टारगेट में यदि आप सफल नही हुए तो कार्यवाही के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए हम वैक्सिनेशन में काफी पीछे है, इसलिए अब कोई कोताही नही बरती जानी चाहिए। हर हाल में हमे लक्ष्य तक पहुंचना है। उन्होंने 30 सितंबर तक लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने सोमवार को टीएल बैठक रखने के संबंध में बताते हुए कहा कि वो देखना चाहते थे कि 3 दिन की छुट्टी के बाद अधिकारी कितने सजग है। वही मंगलवार से सभी को वैक्सिनेशन में युद्व स्तर पर लग कर काम करने के निर्देश दिए। वही बैठक में कई अधिकारी नही आ पाए, जिसके बाद अनुपस्थित अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया। गौरतलब है कि कलेक्टर श्याम धावडे और जिला पंचायत सीईओ कुणाल दुदावत की जुगलबंदी से कोरिया जिले में प्रशासनिक कसावट बनी है साथ ही सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन पर लगातार मोनिटरिंग की जा रही है।
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बैकुंठपुर (कोरिया) 21 सितंबर। एक पखवाड़े से बच्चो में फैली मौसमी बीमारी को राज्य सरकार के निर्देश पर अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल की टीम जांच में लिए जिला अस्पताल बैकुंठपुर पहुंची, वहीं आज भी ओपीडी में 100 से ज्यादा बच्चों की जांच की गई। राहत की बात ये है कि आरटीपीसीआर टेस्ट में भी अब तक एक भी पॉजिटिव मामला सामने नही आया है।
इस संबंध में जिला अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भास्कर दत्त मिश्रा ने बताया कल 200 बच्चे ओपीडी में आये थे आज भी लगभग 100 से ज्यादा ही बच्चों की जांच की गई है। 15 बच्चों को डिस्चार्ज किया गया है। अभी 50 बच्चे भर्ती है।
इन दिनों निमोनिया और मौसमी बीमारी के कहर से बच्चे खासे परेशान है। छोटे छोटे बच्चे इसकी चपेट में है। सोमवार को जिले भर से 200 बच्चे ओपीडी में जांच के लिए पहुंचे थे, वही मंगलवार को 100 से ज्यादा बच्चों की जांच की गई है। अब भी कुछ बच्चो को ऑक्सीजन दिया जा रहा है। वही बच्चों के मामले में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग खास तौर पर नजऱ बनाये हुए है। नए शिशु वार्ड के शुरू हो जाने से अब जमीन पर किसी का इलाज नही हो रहा है। वही मंगलवार को दिनभर धूप निकलने के बाद उमस और गर्मी के कारण बच्चो को लेकर काफी संख्या में उनके माता पिता जिला अस्पताल में देखे गए। इधर, कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन भी बच्चो की देखभाल में पूरी गंभीरता दिखा रहा है।
40 बच्चों की रिपोर्ट नेगेटिव
17 सितंबर को 40 बच्चों की एंटीजन रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सेम्पल भेजा गया था। आज आई जांच रिपोर्ट में सभी नेगेटिव पाए गए है। वहीं कल और बच्चों की आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सेम्पल भेजे गए है। जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है. ये स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के लिए राहत भरी खबर है।
दो-दो जांच टीम पहुंची
राज्य सरकार ने बच्चो के मामले में अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज और अम्बिकापुर जिला अस्पताल की टीम को बैकुंठपुर जिला अस्पताल भेजा, मेडिकल कॉलेज की टीम में 4 सदस्य जबकि अम्बिकापुर जिला अस्पताल की टीम में दो सदस्य है। दोनो टीम ने जिला अस्पताल बैकुंठपुर पहुंच कर बच्चो के संबंध में जानकारी ली। बच्चों का हाल जाना। जानकारी जुटा कर दोनों टीम अम्बिकापुर रवाना हो गयी।
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बैकुंठपुर (कोरिया), 20 सितम्बर। कोरोना संक्रमण के कारण बीते डेढ़ साल से बंद विद्यालय तो खुल गए, परन्तु विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई ठप है। स्कूल बंद रहने के लिए बच्चों की पढ़ाई से दूर हो गए, स्कूल खुलने पर उनकी पढ़ाई बेहद जरूरी थी, पर ऐसा नहीं हो रहा है, ज्यादातर स्कूलों के शिक्षक जाति निवास बनवाने में रात रात तक व्यस्त है तो बचे शिक्षक अब वैक्सीनेशन में जुट गए हंै। ऐसे बच्चों की पढ़ाई भगवान भरोसे हो गई है।
जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण बीते डेढ़ वर्ष से स्कूल बंद रहे जिस कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हुई हालंाकि लॉकडाउन के दौरान पढ़ाई तुंहर तुआर के तहत ऑन लाईन कक्षाएं संचालित होती रही और मोहल्ला क्लास भी चलता रहा। इसी बीच चालू सत्र से विद्यालय खुले और अब सभी कक्षाओं को खोलने की अनुमति देने के बाद सभी कक्षाएं खुल गयी है। ऐसे में विद्यार्थियों के पढ़ाई को पटरी पर लाने की जरूरत है लेकिन अधिकारियों के निर्देश पर शिक्षकों केा कई तरह के कार्यो में उलझा कर रखा दिया गया है जिस कारण शिक्षक पढ़ाई नही करा पा रहा है। शिक्षकों के पास इतना काम हो गया है कि वे सरकारी आदेश का पालन पहले कर रहे है जिसके कारण उनके पास समय नही बच पा रहा कि वह कक्षा में बच्चों की पढ़ाई करायें। अधिकारियों द्वारा अपने द्वारा दिये गये आदेश का पालन कराने कार्यवाही की बात करते है।
जानकारी के अनुसार स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों केा जाति निवास आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए महीने भर परेशान होना पड़ा, इसी बीच वैक्सीनेशन के लिए भी शिक्षकों की ड्यूटी लगायी गयी वर्तमान में भी जिले के कुछ ब्लाकों में शिक्षकों केा कोरोना वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग केे साथ ड्यूटी लगा दी गयी है। वही हाल में संपन्न बेस लाईन आंकलन का मूल्यांकन कर ऑन लाईन एंट्री करने के कारण शिक्षकों के पास विद्यार्थियों के पढाई के लिए समय नही बच रहा हैं। वही सभी बच्चों को निर्धारित लर्निंग आउटकम भी एचीव कराना है ऐसे में यह सब कैसे होगा। इस तरह शिक्षक कई कामों के बोझ के तले दबे हुए है जिस कारण विद्यार्थियों को पढ़ाई नहीं करा पा रहे।
एक माह से ज्यादा समय तक जाति निवास प्रमाण पत्र में उलझे
चालू सत्र में स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों द्वारा विभिन्न कक्षाओं में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी और रिजल्ट वितरण के साथ नाम जोडऩे काटने का कार्य किया गया। इसके बाद शिक्षकों को बच्चों के जाति आय निवास प्रमाण पत्र बनाने के कार्य में लगा दिया गया और प्रत्येक विद्यालयों के संस्था प्रमुखों को लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समय सीमा निर्धारित कर दी गयी अन्यथा कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे। जिसके पालन में विद्यालयों में शिक्षक बच्चों के जाति आय निवास प्रमाण पत्र बनाने के कार्य में जुट गये।
पालकों सं संपर्क कर आवश्यक दस्तावेज जुटाने में जुट गये। घर घर बच्चों के पहुंच कर शिक्षक उनके जाति निवासी आय प्रमाण पत्र के लिए आवश्यक दस्तावेज लेने पहुंचते। कई बार तो उन्हे वापस लौटना पड़ता क्योकि परिवार के लोग खेत या जंगल चले गये होते थे। इस तरह एक बच्चे के घर कई बार चक्कर लगाने के बाद आवश्यक दस्तावेज मिल पाता जिसके बाद बच्चे का आवेदन तैयार कर जमा करना पड़ रहा था। शिक्षकों द्वारा घर घर पहुंच कर यह कार्य कराने को देखकर ग्रामीण भी यह समझते कि यह कार्य गुरूजी का है इसलिए वे निश्चिंत रहते। इस तरह जाति निवास आय प्रमाण पत्र केा लेकर शिक्षकों को खास परेशान होना पड़ा। जबकि शिक्षकों से गैर शिक्षकीय कार्य नही कराने के निर्देश है बावजूद शिक्षकों से ही राजस्व विभाग के कार्य का दायित्व सौंप दिया गया जबकि ग्राम पंचायत के सचिव , रोजगार सहायक, आंबा कार्यकर्ता के माध्यम से भी यह कार्य कराया जा सकता था।
वैक्सीनेशन में भी लगी शिक्षकों की ड्यूटी
कोरिया जिले के कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों की भी ड्यूटी लगायी गयी। जबकि पर्याप्त संख्या में मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता मौजूद है। बावजूद स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों की ड्यूटी वैक्सिनेशन कार्य में लगाया गया तथा वर्तमान में भी कुछ जगहों पर शिक्षकों का सहयोग लिया जा रहा है ऐसे में शिक्षक विद्यार्थियों को कैसे पढाई करा सकेगा। उल्लेखनीय है स्कूल बंद रहने के दौरान शिक्षक विभिन्न नाकों में ड्यूटी किये तथा स्वास्थ्य विभाग का सहयोग किये लेकिन स्कूल खुलने के बाद भी शिक्षकों की सेवाएॅ ली जा रही है ऐसे में विद्यालयों में पढाई प्रभावित होना निश्चित है।
विभागीय काम में भी उलझे शिक्षक
जानकारी के अनुसार गैर शिक्षकीय कार्य के अलावा शिक्षकों केा विभागीय कई कार्य में उलझा दिया जाता है जिससे कि शिक्षकों के पास विद्यार्थियों को पढाई कराने के लिए समय कम बचता है। जानकारी के अनुसार जाति निवासी प्रमाण सपत्र बनाने के साथ ही शिक्षकों को डीबीटी फार्म फार्म भरकर ऑन लाईन करने के निर्देश है लेकिन इसके लिए प्रत्येक विद्यार्थियों के आधार कार्ड, मोबाईल नम्बर सहित खाता की जानकारी शिक्षकों केा प्राप्त करना है इसके बाद ही ऑन लाईन एंटी हो सकता है। इसी तरह हाल की में समाप्त हुए बेस लाईन आंकलन के बाद कापियों का मूल्यांकन करना फिर अंको ऑन लाईन एंटी करने के कार्य में लगे हुए है। इस कार्य में जहां नेट की कनेक्टिीविटी नहीं है वहां के शिक्षकों को दिक्कतों का सामना करना पड रहा है।
शिक्षक वैक्सीनेशन में स्कूल शिक्षक विहीन
इन दिनों लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की मांग पर शिक्षकों केा वैक्सिनेशन के कार्य में लगा दिया गया है। जिसमें इस बात का भी ध्यान नहीं रखा गया कि जहां एकल शिक्षक है वहां के शिक्षकों को तो छोड़ दिया जाये। जिले के कई क्षेत्रों में इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है कि जिन विद्यालयों में मात्र एक शिक्षक है वहॉ के शिक्षक को भी वैक्सिनेशन में ड्यूटी लगा दी जा रही है जिससे कि विद्यालय शिक्षक विहीन हेा जा रहे है। यानी स्कूलों में पढ़ाई को ज्यादा महत्व नहीं दिया जा रहा है सिवाय वक्सीनेशन के।
नशे का धंधा छोड़ें या फिर कोरिया-एसपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 20 सितंबर। रविवार को कोरिया पुलिस द्वारा डोमनहिल के स्टाफ क्लब में नशा व ड्रग्स के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान निजात सम्पन्न हुआ।
निजात की बैठक में कोरिया जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कड़े लहजे में ड्रग्स और नशे के कारोबारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे या तो नशे का धंधा छोड़ दें या फिर कोरिया। नहीं तो उनका जेल जाना सुनिश्चित है उन्हें कोई बचा नहीं सकता।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथिति के तौर पर उपस्थित विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा जिस प्रकार से सामाजिक आर्थिक और शारीरिक क्षति पहुंचा रहा है। इसे नशा के स्थान पर नाश कहा जाना ज्यादा उचित होगा।
निजात अभियान के तहत पुलिस द्वारा त्रिस्तरीय कार्य किया जा रहा है, जिसमें पहला पुलिस द्वारा सख्त एक्शन दूसरा समाज की सहभागिता और तीसरा नशे के दलदल में फंस चुके नशा रोगियों के लिए पुनर्वास कार्यक्रम। श्री जायसवाल ने निजात कार्यक्रम को प्रमुखता से समाज के अंतिम छोर तक ले जाने का आह्वान भी किया।
कार्यक्रम को अन्य वक्ताओं ने भी वक्ताओं ने संबोधित किया और सभी ने इस नशे की लत से बाहर होने की सलाह दी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से चिरमिरी नगर पालिक निगम की सभा पति गायत्री बिरहा, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नीता डे, पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल व दीपक पटेल, पूर्व महापौर डमरू बेहरा, कांग्रेस के चिरिमिरी ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष कश्यप, मुख्य महाप्रबंधक एसईसीएल चिरमिरी घनश्याम सिंह, चिरमिरी ओसीपी सब एरिया मैनेजर, कुरासिया सब एरिया मैनेजर, नगर निगम के निर्वाचित पार्षद, मनोनीत पार्षद, वरिष्ठ कांग्रेसी के साथ शहर के समाजिक संगठन, धर्मिक संगठन एवं सभी राजनैतिक संगठन के पदाधिकारी कार्यकर्ता व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सभी ने कार्यक्रम के अंत में पुलिस कप्तान का स्वागत करते हुए उनका आभार व्यक्त किया।
मंच ने निकाला मशाल जुलूस, सैकड़ों लोग हुए शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 20 सितंबर। चिरिमिरी जिला मुख्यालय बनाओ मंच द्वारा 17 अगस्त से जारी अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल के 34 वें दिन 13 वर्षीय बालक रणवीर व चिरिमिरी नगर पालिक निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष के साथ कुल 5 लोग अनशन पर बैठे।
इस दौरान चर्चा करते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अयाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि चिरमिरी अविभाजित कोरिया जिले का सबसे बड़ी आबादी वाला एकमात्र नगर निगम क्षेत्र है। इसके बावजूद बार बार चिरिमिरी से उसका हक छीना गया है। कोरिया जिले के गठन के समय चिरिमिरी जिला मुख्यालय का स्वाभाविक हकदार था, लेकिन राजनैतिक कारणों उसका हक छीनकर बैकुंठपुर को दे दिया गया। इसके बाद जब मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र का गठन हुआ, तब भी विधानसभा का सबसे बड़ी आबादी वाला क्षेत्र होने के बावजूद विधानसभा के नाम से चिरिमिरी को वंचित किया गया। लेकिन अब चिरिमिरी के नागरिक अपने हितों के प्रति जागरूक हो गए है और वो इस बार अपना हक लेकर ही रहेंगे। चाहे इसके लिए कितना भी लम्बा आंदोलन करना पड़े।
वही रविवार की शाम को चिरिमिरी जिला मुख्यालय बनाओ मंच ने लोगों को जागरूक करने के लिए मशाल जुलूस निकाला, जिसमें सैकड़ों की संख्या में स्थानीय नागरिक शामिल हुए। यह मशाल जुलूस हल्दीबाड़ी के काली मंदिर से प्रारंभ हुआ तथा पूरे हल्दीबाड़ी का भ्रमण करने के बाद भैसा दफाई के राधा कृष्ण मंदिर में आकर समाप्त हुआ।
टीचर्स एसो. की जिलास्तरीय बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 20 सितंबर। शा. उ. मा. विद्यालय केल्हारी वि.खं.-मनेंद्रगढ़ में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन जिला कोरिया की जिला स्तरीय बैठक 19 सितंबर को सम्पन्न हुई। बैठक में प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा काल की गणना की मांग, जन घोषणा पत्र में उल्लेखित क्रमोन्नति, पदोन्नति, वेतन विसंगति दूर करने, पुरानी पेंशन बहाली, लंबित महंगाई भत्ता, प्रांतीय संगठन के आह्वान पर 2 अक्टूबर 2021 को जिला मुख्यालय में सत्याग्रह आंदोलन की तैयारी तथा सदस्यता अभियान 15 अक्टूबर तक पूर्ण करने का निर्णय लिया गया।
प्रांतीय आह्वान पर 2 अक्टूबर को सत्याग्रह आंदोलन महात्मा गांधी की प्रतिमा के आस-पास स्वच्छता कार्यक्रम किया जाएगा। इसकी तैयारी के लिए जिले के सभी ब्लाकों में 25-26 सितंबर को तैयारी बैठक आयोजित किया जाएगा।
बैठक में प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना, जन घोषणा पत्र में उल्लेखित क्रमोन्नति, पदोन्नति एवं वेतन विसंगति दूर करने,शिक्षक पंचायत संवर्ग के समय मृत हुए साथियों के आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने, अप्राप्य सीपीएस राशि समाधान के लिए एक महिने का जिला प्रशासन को अल्टीमेटम, मातृ संगठन के अतिरिक्त दुसरे समानांतर संगठन पर संलिप्त पदाधिकारियों पर कार्यवाही, लंबित महंगाई भत्ता, पुरानी पेंशन बहाली की मांग की गई।
बैठक में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन कोरिया के प्रदेश महासचिव प्रहलाद सिंह, प्रदेश संगठन सह-सचिव अशोक लाल कुर्रे, महिला प्रकोष्ठ प्रदेश महासचिव चंपा जायसवाल, महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष अंजना सिंह ,जिला संयोजक रविंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, सतीश सिंह, जिला सचिव महेश शिवहरे, जिला कोषाध्यक्ष गंगाधर पांडेय, रूपेश सिंह ,प्रमोद पांडे आदि शामिल थे।
20 दिन में 2 मौत, जन्मजात बीमारी से मौत, वायरल से एक भी नहीं- सीएमएचओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 20 सितंबर। कोरिया के जिला अस्पताल बैकुंठपुर में रविवार के बाद सोमवार सुबह तक 15 बच्चे और भर्ती किए हैं, अब तक कुल 57 बच्चे भर्ती हैं, लगभग बच्चे सर्दी जुकाम, निमोनिया से पीडि़त हैं। संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने जिला अस्पताल में नए 34 बिस्तरीय शिशु वार्ड का शुभारंभ किया, यहां अब कुल 50 बिस्तरीय शिशु वार्ड हो गया है।
इस संबंध में संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का कहना है कि बच्चों की बीमारी को लेकर सीएमएचओ सहित सीएस से मैं लगातार संपर्क हूं, संसाधन की कोई कमी नहीं है, उपचार में भी कोई कोताही ना हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। अभी तक सभी बच्चे स्वस्थ्य होकर यहां से घर जा रहे हंै।
जिला अस्पताल बैकुंठपुर में निमोनिया, बुखार, सर्दी जुकाम से पीडि़त बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ है, अब जिला अस्पताल में 42 से बढक़र संख्या 56 पर पहुंच गई है।
भर्ती बच्चों के परिजनों ने बताया कि पहले से बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। इसके अलावा कोरिया के जिला अस्पताल में अब बच्चों का 50 बिस्तरीय अस्पताल वार्ड शुरू हो गया है, इससे पूर्व 16 बिस्तरीय वार्ड था, नया वार्ड काफी पहले बनकर तैयार हो चुका था, परन्तु अस्पताल प्रबंधन की सुस्ती के कारण उसे शुरू नहीं किया जा सका था, जिसके बाद संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने सीएमएचओ और सीएस को जल्द से जल्द नए शिशु वार्ड को शुरू करने के निर्देश दिए, जिसके बाद रात दिन युद्ध स्तर पर संसाधनों को लगाकर नया वार्ड शुरू हो गया है। 34 बिस्तरीय वार्ड के शुरू हो जाने से अब बेड की कमी नहीं होगी, जबकि शिशु वार्ड से लगे बरामदे में 10 बेड और लगाए गए है। इस तरह अब कुल 60 बच्चों को एक समय पर भर्ती किया जा सकेगा।
जिले के सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने जिला अस्पताल में एक भी मौत वायरल से न होने की बात कही है। उन्होंने बताया कि दो बच्चों की मौत हुई है, जिसमें एक सूरजपुर जिले का एक बच्चा थेलेसिमिया से पीडि़त था जबकि दूसरे की मौत सिकल सेल से ही जो बैकुंठपुर के खरवत का निवासी था। उन्होंने बताया कि अब जिला अस्पताल में 50 बिस्तरीय शिशु वार्ड हो चुका है, बच्चों के लिए एसएनसीयू पूर्व से ही स्थापित है। उन्होने बच्चों में बीमारी फैलने से इंकार करते हुए बताया कि यह सामान्य मौसमी बीमारी है। इसके लिए जिला अस्पताल में पदस्थ दो शिशु रोग विशेषज्ञों द्वारा सभी भर्ती बच्चों की जांच व उपचार किया जा रहा है।
एक पखवाड़े में 163 बच्चे भर्ती
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल बैकुंठपुर में सितंबर माह में 14 सितंबर तक 163 बच्चे भर्ती किये गये थे जिनमें से ज्यादातर 50 बच्चे निमोनिया, 7 सिकल सेल के अलावा बुखार और वायरल फीवर, सर्दी खांसी के कारण सांस लेने में दिक्कत, आदि से ग्रसित है। इस दौरान अब तक 115 को डिस्चार्ज कर दिया गया तथा कल 41 की संख्या में बच्चे भर्ती है। रविवार से लेकर सोमवार 11 बजे तक 15 बच्चे और भर्ती कराए गए, कुल 56 बच्चे अब तक भर्ती है। कुछ बच्चों को दूसरे सेंटर में उचित उपचार हेतु रेफर कर दिया गया। वही दो बच्चों की मौत होने की जानकारी है। वही प्रतिदिन विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से बीमार बच्चे को लेकर परिजन जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं।
कोरोना जांच, एक भी
रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं
जिले में कम होते कोरोना संक्रमण के बीच भारी संख्या में बीमार बच्चों के अस्पताल पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गयी थी। बीमार बच्चों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है वही जांच के क्रम में भर्ती सभी बच्चों का कोरोना जांच की गयी, जिसमें सभी बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आयी। भर्ती बच्चों की आरटीपीसीआर जांच भी कराई गई है, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आ पाई है।
पांच वर्ष में अगस्त व सितंबरकी जानकारी
वर्ष आईपीडी रेफर मृत्यु
2016-17 539 14 12
2017-18 332 13 04
2018-19 477 30 10
2019-20 580 38 09
2020-21 286 20 10
2021-22 464 16 06
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेंद्रगढ़, 19 सितंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरिया जिले को 95 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी है। श्री बघेल ने रविवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत, पूरा मंत्रिमंडल एवं सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो की उपस्थिति में वर्चुअल लोकार्पण एवं शिलान्यास कर कोरिया जिले को 95 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी है, जिसमें भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र में 42 करोड़ 41 लाख 87 हजार के बहुप्रतीक्षित विकास कार्यों की सौगात दी।
मथमौर से भैसुन पहुंच मार्ग-सडक़ निर्माण पुल पुलिया सहित-7 करोड़ 52 लाख 39 हजार, जनकपुर बायपास मार्ग-3 करोड़ 35 लाख 78 हजार, भगवानपुर से मां चांग देवी पहुँच मार्ग-पुल पुलिया सहित-4 करोड़ 18 लाख 46 हजार, घुटरा से मुसरा पहुँच मार्ग-पुल पुलिया सहित-6 करोड़ 9 लाख 94 हजार, केल्हारी चौक से मध्यप्रदेश सीमा तक सडक़ निर्माण, पुल पुलिया सहित-2 करोड़ 19 लाख 68 हजार, रजौली खोडरी से बदरा मार्ग पुल पुलिया सहित 7 करोड़ 81 लाख 49 हजार, विक्रमपुर कर्री पोड़ी मार्ग पुल पुलिया सहित-9 करोड़ 15 लाख 38 हजार, सोनहत में स्वामी आत्मानन्द शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल भवन रिनोवेशन, प्रयोगशाला निर्माण व अधोसंरचना विकास कार्य-58 लाख 82 हजार, भरतपुर में स्वामी आत्मानन्द शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल भवन रिनोवेशन, प्रयोगशाला निर्माण व अधोसंरचना विकास कार्य-1 करोड़ 49 लाख 93 हजार की सौगात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी है।
सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने मुख्यमंत्री द्वारा अपने क्षेत्र में करोड़ों रुपए के विकास कार्यों की सौगात देने पर क्षेत्र की जनता की ओर से बहुत-बहुत आभार प्रगट किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 19 सितंबर। कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड के एक मीडिल स्कूल में एक भी टायलेट नहीं है, एक शौचालय की छत गिर पड़ी, तो शिक्षिकाओं ने स्वयं के खर्च पर शौचालय का निर्माण शुरू करवाया, वह अधूरा रह गया, वहीं यहां बना दिव्यांग शौचालय की तो बात ही निराली है, कहने को शौचालय है परन्तु यहां लगा कमोड उपर से लगाकर खानापूर्ति कर दी गई है। यहां अध्ययरत 33 बालिकाएं व शिक्षिकाएं बेहद परेशान हैं।
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुप्ता का कहना है कि आपने बताया है कि मामले की जानकारी लेकर व्यवस्था को दुरूस्त किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार बैकुंठपुर जनपद के ग्राम पंचायत मुरमा स्थित शासकीय माध्यमिक शाला में 66 छात्र अध्ययरत है, जिसमें 33 बालक और 33 बालिकाएं है। इस विद्यालय में एक भी शौचालय नहीं है। पूर्व में यहां एक शौचालय था, जिसकी छत बीते बारिश में ढह गई। वहीं पूर्व में बना शौचालय छत विहीन था, जिसके बाद यहां पदस्थ शिक्षिकाओं ने स्वयं के खर्च पर एक शौचालय का निर्माण शुरू करवाया, परन्तु जब पता चला कि शौचालय निर्माण के लिए राशि स्वीकृत हुई है, तो उन्होने निर्माण का रोक दिया, ताकि जो राशि आए उससे उक्त शौचालय का निर्माण हो सके।
इधर, शौचालय के लिए पहुंची राशि जिस एजेन्सी के पास पहुंची उसने शौचालय निर्माण में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई। कोरोना कॉल के दौरान स्कूल बंद थे, परन्तु शौचालय की स्थिति की जानकारी पदस्थ शिक्षकों ने अपने अधिकारियों को दे रखी थी, वहीं कुछ माह पूर्व स्कूल खुले तो छात्राओं को काफी परेशानी होने लगी।
कई ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में बालिकाओं की समस्या पर अधिकारियों को तत्काल ध्यान देना चाहिए। उन्होंने स्कूल में जल्द से जल्द शौचालय का निर्माण कराने की मांग की।
दिव्यांग शौचालय की दुर्दशा
ग्राम पंचायत मुरमा के शासकीय माध्यमिक शाला स्थित विकलांग शौचालय की हालात बेहद खराब है, यहां का विकलांग शौचालय देख कर आप हैरान रह जाएंगे। इसके निर्माण एजेन्सी ने शौचालय में कमोड को जमीन पर गाड़ कर खानापूर्ति कर दी है। कमोड मे ंकिसी भी तरह के पानी का पाईप भी नहीं जोड़ा गया है। ऐसा नही है इसके लिए स्कूल प्रबंधन ने कहीं शिकायत नहीं की है, परन्तु इनकी शिकायत पर किसी ने किसी भी तरह की कार्यवाही नही की है। वहीं अतिरिक्त भवन चारो ओर से बारिश के पानी से रिस रहा है, यहां बच्चों को बिठाने में शिक्षक डरते है। अतिरिक्त भवन की जैसे तैसे दिखावे की मरम्मत की गई है जो छत से पानी रोकने के लिए नाकाफी है।
सायकल स्टैंड अधूरा
मुरमा स्थित प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूल एक ही कैंपस में लगते है, इसी कैंपस मे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी स्थित है। हाई स्कूल के बच्चों के लिए पूर्व में एक सायकल स्टैंड का निर्माण किया जा रहा था, कुछ दिन पूर्व से यह कार्य पूरी तरह से बंद हैं। इसी तरह अन्य कई कार्य भी अधूरे पड़े है।
हर दिन बढ़ रही है मौसमी बीमारियों से ग्रसित बच्चों की संख्या
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 19 सितंबर। कोरिया जिले के जिला अस्पताल बैकुंठपुर में निमोनिया और सर्दी खांसी से 42 बच्चे भर्ती है, शनिवार को इनकी संख्या में 72 थी जिसके बाद 30 बच्चों को डिस्चार्ज कर दिया गया, वहीं अब भी भर्ती कई बच्चों को ऑक्सीजन दी जा रही है, बच्चों को सांस लेने के साथ सर्दी खांसी की बडी परेशानी देखी जा रही है।
इस संबंध में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ भास्कर दत्त का कहना है कि मौसमी बीमारी है। निमोनिया और सर्दी खांसी की बात अभी तक सामने आ रही है, बच्चों का एंटीजन टेस्ट कोरोना नेगेटिव है, सभी का आरटीपीसीआर टेस्ट भेजा गया है, देखिए रिपोर्ट क्या आती है। आज भी नए 5 मामले आए है। रिकवरी रेट काफी अच्छा है। इस संबंध में जिला अस्पताल का जायजा लेने पहुंचें एसडीएम एसएस दुबे का कहना है कि वही नए बने वार्ड को भी शुरू करवाया जा रहा है, ताकि बच्चों का एडमिड करने में कोई परेशानी ना हो सके।
जानकारी के अनुसार अगस्त के अंतिम और सितंबर माह के शुरूआती दिनों में जिला अस्पताल में बच्चों के बीमार होने की संख्या में दिनोंदिन बढोतरी देखी गई। वहीं बीते कुछ दिनों में ज्यादातर बच्चों को सर्दी खांसी के साथ निमोनिया की शिकायत ज्यादा देखी जा रही है। शनिवार को 30 बच्चों को डिस्चार्ज किया गया, इन बच्चों को भी सांस लेने में परेशानी आ रही थी, भर्ती 42 बच्चों में 15 बच्चे ऐसे है जिन्हें ऑक्सिजन दिया जा रहा है। बचे बच्चों को सर्दी खांसी की समस्या है।
इसके साथ बच्चों को तेज बुखार भी आ रहा है। वहीं बच्चें इलाज के बाद तेजी से रिकवर भी हो रहे है। बीते 1 सितंबर से 19 सितंबर तक 3 बच्चों की मौत भी हो चुकी है। चिकित्सको के मुताबिक लगातार मौसम के बदलने से बच्चों में ऐसे लक्षण देखे जा रहे है।
सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क गायब
कोरोना को लेकर लोगों में अब डर लगभग खत्म हो गया है, जिला अस्पताल में बच्चों के वार्ड के अलावा अन्य स्थानों पर लोग बिना मास्क के ज्यादा देखे जा रहे है। बच्चों के वार्ड बच्चों से भरे हुए है, कई बच्चों को नीचे जमीन पर लेटा कर इलाज किया जा रहा है, बच्चों के साथ आए परिजनों ने भी मास्क नहीं पहन रखे है, जबकि अस्पताल प्रबंधन के साथ चिकित्सक भी लोगों को आगह कर रहे है कि यदि किसी को जांच में कोरोना आता है तो उन्हें भी दिक्कत हो सकती है, बावजूद इसके लोग बिना मास्क के अस्पताल में घूमते नजर आ रहे हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 19 सितंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत, सांसद ज्योत्स्ना महंत, छाया वर्मा, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव , मंत्री जय सिंह अग्रवाल, मंत्री अमरजीत भगत, ताम्रध्वज साहू, मंत्री शिव डहरिया, मंत्री प्रेम साय सिंह, मंत्री उमेश पटेल की वर्चुअल उपस्थिति में लगभग 95 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत के सभाकक्ष में संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष नज़ीर अज़हर, प्रदीप गुप्ता, बृजवासी तिवारी,आशीष डवरे के साथ जिला कलेक्टर श्याम धावड़े, जि़ला पंचायत सीईओ और कई अधिकारियों की उपस्थिति रही।
बैकुण्ठपुर विधानसभा के इन कार्यों का हुआ शिलान्यास
गडेरी मोहल्ला से शंकरपुर भंडारपारा पहुच मार्ग निर्माण 3 किमी पुल पुलिया सहित राशि 196.39, एनएच 43 से नाई लोहार पारा होते हुए अंवरा पारा सडक निर्माण 6 किमी लागत राशि 599.34 लाख, एनएच 43 से करजी पहुंच मार्ग निर्माण कार्य 3 किमी लागत राशि 270.21 लाख, तेंदुआ बाजार चौक से झींगापारा अहिबरन घर तक मार्ग निर्माण कार्य 2.5 किमी लागत राशि 552.29 लाख, खरवत से जमनी पारा, चरचा सडक़ निर्माण 03 किमी लागत राशि 251.22 लाख, उमझर रेलवे क्रांसिंग से बांध पारा होते हुए शिवपुर तक मार्ग निर्माण 02 किमी लागत राशि 237.71 लाख, नगर (ढ़ीहाई पारा) से रटगा (तकमान पारा) तक पहुंच मार्ग निर्माण कार्य लं. 3 किमी लागत राशि 275.33/-लाख, स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल बैकुण्ठपुर भवन निर्माण एवम जीर्णोद्धार कार्य लागत राशि 144.20 लाख कुल 2526.69 लाख के निर्माण कार्यों का बैकुण्ठपुर विधानसभा में शिलान्यास और लोकर्पण किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेंद्रगढ़, 18 सितंबर। शिक्षा के क्षेत्र में सविप्रा उपाध्यक्ष व भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो के प्रयास से भरतपुर एवं सोनहत में इंग्लिश मीडियम आत्मानंद स्कूल भवन निर्माण हेतु दो करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
विधायक गुलाब कमरो द्वारा दुरस्थ वनांचल क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में एक और अभिनव पहल की गई है। भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में जिला खनिज न्यास कोरिया द्वारा उच्च प्राथमिकता के क्षेत्र ‘शिक्षा’ के तहत 2 करोड़ 8 लाख 75 हजार की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है!
विधायक गुलाब कमरो की पहल पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भरतपुर विकासखंड में स्वामी आत्मानन्द शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल भरतपुर में भवन रिनोवेशन, प्रयोगशाला निर्माण व अन्य अधोसंरचना विकास कार्य हेतु 1 करोड़ 49 लाख 93 हजार रुपये तथा सोनहत विकासखंड में स्वामी आत्मानन्द शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल सोनहत में भवन रिनोवेशन, प्रयोगशाला निर्माण व अन्य अधोसंरचना विकास कार्य हेतु 58 लाख 82 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री के कोरिया जिले के प्रवास दौरान विधायक गुलाब कमरो की मांग पर दूर-दराज ग्रामीण अंचल के छात्र-छात्राओं हेतु नागपुर में महाविद्यालय स्थापना की घोषणा साथ 33 पदों के सृजन पर कवायद शुरू कर दी गई है।
उच्च शिक्षा विभाग ने नागपुर में शासकीय नवीन महाविद्यालय में 33 पदों के सृजन हेतु आदेश जारी किया है। विधायक श्री कमरो ने मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष व क्षेत्रीय सांसद का क्षेत्रवासियों की ओर से आभार व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि विधायक गुलाब कमरो के द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र के संपूर्ण विकास के साथ-साथ शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ाने प्रयास किया जा रहा है, जो अब धरातल पर दिखना शुरू हो गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 18 सितंबर। संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव की पहल पर कोरिया जिले के टूटे खाड़ा बांध के दुबारा मरम्मत की शुरूआत करने में सफलता मिली है। कलेक्टर श्याम धावड़े ने डीएमएफ के तहत 80.20 लाख की राशि स्वीकृत की है, साथ ही मजदूरी के लिए मनरेगा के तहत अतिरिक्त 19.40 लाख रू भी दिए है। खाड़ा बांध के दुबारा नव निर्माण होने से किसानों को उनकी सिंचाई की सुविधा का लाभ दुबारा मिलने लगेगा।
इस संबंध में संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का कहना है कि आदरणीय काका जी (पूर्व वित्तमंत्री डॉ. रामचंद्र सिहदेव) ने सिचाई के क्षेत्र में काफी कुछ किया, उन्हें हम संजो कर रख सके, यह हमारे लिए बहुत जरूरी है, काकाजी ने ही खाड़ा बांध की आधारशीला रखी थी, इसके फूटने से मुझे बड़ी पीढ़ा हुई थी, इसके मरम्मत के लिए अब डीएमएफ के तहत राशि स्वीकृत हो चुकी है। जल्द ही इसका निर्माण शुरू होगा, और किसानों के साथ हम सब के लिए इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है। मै जिला प्रशासन को धन्यवाद देती हूं।
इस संबंध में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता एसके दुबे ने बताया कि खाड़ा बांध के दुबारा बनाए जाने के लिए कलेक्टर साहब ने डीएमएफ के तहत राशि स्वीकृत कर दी है, अब आने वाले तीन से चार माह में यह बनकर तैयार हो जाएगा, जिससे किसानों को कुछ समय के लिए सिचाई में आई समस्या का भी निदान हो जाएगा।
कोरिया जिले का बैकुंठपुर जनपद स्थित खाड़ा बांध 23 सितंबर 2020 को टूटा था, जिसके बाद संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने राज्य शासन से बांध के टूटने को लेकर अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की थी। जिस पर राज्य सरकार ने तत्काल तत्कालिन कार्यपालन यंत्री और एसडीओं को निलंबित कर दिया था, कुछ दिन बाद इंजीनियर को भी निलंबित कर दिया, वहीं बांध के मरम्मत को लेकर पहले दो कार्यपालन यंत्री की पदस्थापना हुई, परन्तु बांध के टूटे हिस्से के निर्माण को लेकर कोई पहले सामने नही है। उसके बाद कार्यपालन यंत्री एसके दुबे की पदस्थापना हुई, उन्होंनें खाड़ बांध के टूटे हिस्से के निर्माण को लेकर प्राक्कलन तैयार करवाया और उसे राज्य सरकार सहित कलेक्टर को सौंपा, परन्तु फाइल पर कोई विचार नहीं किया गया, इस तरह कई माह बीत गए, परन्तु बांध की मरम्मत नहीं हो सकी,।
जून में नवपदस्थ कलेक्टर श्याम धावड़े ने पदभार संभाला। जिसके बाद संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने उन्हें खाड़ा बांध के टूटे जाने की जानकारी दी गई, कलेक्टर श्री धावड़े ने डीएमएफ के तहत 88.20 लाख और मजदूरी के लिए 19.40 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की। वहीं संसदीय सचिव ने जल संसाधन विभाग के बांध के गुणवत्तायुक्त निर्माण के निर्देश दिए है ताकि दुबारा ऐसी घटना ना हो सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 18 सितंबर। कोरिया जिला मुख्यालय में नगर पालिका बैकुंठपुर क्षेत्र में करोड़ों की लागत से जल आवर्धन योजना के तहत पाइप लाइन विस्तार में अनियमितताओं को लेकर शहर के आम नागरिकों की शिकायत पर कलेक्टर श्याम धावड़े ने जांच के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने पीएचई विभाग को 3 दिवस के भीतर नागरिकों की शिकायत पर जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर बीते तीन वर्षों से जारी जल आवर्धन योजना के निर्माण कार्योँ पर काफी अनियमितताएं देखी जा रही थी, पूरे शहर को जगह जगह से खोद दिया गया है, ठेकेदार द्वारा पाइप डालने के बाद उस स्थान को वैसा ही खुदा छोड़ दूसरे स्थान पर पाइप डालने का कार्य शुरू कर दिया जाता रहा है, बारिश के दिनों में जारी खुदाई को हर कोई परेशान होने लगा, वहीं हाल की मे बनी प्रेमाबाग सडक़ और गौरव पथ को जगह जगह पर खोद दिया गया है, जिसके बाद आम नागरिकों ने कलेक्टर को जल आवर्धन कार्य में तकनिकी अनियमितताओं की जांच कर कार्यवाही की मांग की।
शिकायत में बताया गया था कि बीते तीन वर्षो से अलग अलग स्थान पर जल आवर्धन योजना के तहत पेयजल के लिए नई पाईप लाइन विस्तार का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में नगर पालिका के अधिकारियों के संरक्षण की वजह से ठेकेदार मनमानी पर उतर आया है और कुछ दिन पूर्व बनी सडक़ों को खोदकर यथास्थिति बनाए बगैर जस का तस छोडक़र आगे बढता जा रहा है जिससे नवनिर्मित बनी सडक़ों में गढ्ढे हो रहे है। सडक़ टूट रही है। वहीं ठेकेदार को इस कार्य में अभी तक किए भुगतान की जांच की भी मांग की, यह भी मांग किया गया कि नगर पालिका बैकुंठपुर में वाटर मैनेजमेंट पर कोई जानकार नही है इसलिए इसमें पीएचई विभाग को संलग्न कर मामले की जांच कराई जाए। जिसके बाद कलेक्टर श्याम धावड़े ने समय सीमा में लेते हुए पीएचई विभाग को जांच कर प्रतिवेदन सौपने के निर्देश दिए है।
मेरे शहर का मामला, निष्पक्ष जांच हो - अंबिका
आम नागरिकों ने जल आवर्धन योजना में अनियमितता की शिकायत की एक प्रति संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव को भी दी थी, जिसके बाद उन्होंने प्रशासन को कहा है कि ये मामला मेरे अपने शहर का है, इसलिए मामले में निष्पक्ष जांच होना चाहिए। पेयजल से जुड़े इस निर्माण कार्य में राज्य सरकार ने काफी राशि स्वीकृत की है, इसका पूरा फायदा हर नागरिक को मिलना चाहिए।
30 वें दिन क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे चिरमिरी के 5 दिग्गज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरिया/चिरमिरी, 16 सितंबर। चिरिमिरी जिला मुख्यालय बनाओ मंच द्वारा बीते 16 अगस्त से जारी क्रमिक भूख हड़ताल को आज पूरा एक माह हो गया। अनशन के 30वें दिन आंदोलन को गति देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चिरिमिरी शहर के 5 दिग्गज व्यवसायी उपेंद्र जैन, राकेश पाराशर, नीटू सिंह कोहली, हबीब खान व दशरथ साहू एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे।
ज्ञात हो कि 15 अगस्त 2021 को छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में 4 नए जिले बनाने की घोषणा की थी जिसमे चिरिमिरी का नाम शामिल नही होने के कारण यहां के निवासियों में स्वाभाविक आक्रोश बन गया । 16 अगस्त को सामाजिक संस्था हम के आह्वान पर जिले में चिरिमिरी का नाम जोडऩे व चिरिमिरी को जिला मुख्यालय बनाने की दो सूत्रीय मांग को लेकर चिरिमिरी व्यापार संघ के सहयोग से चिरिमिरी जिला मुख्यालय बनाओ मंच का गठन किया गया और अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल प्रारंभ किया गया। दो संगठनों के सहयोग से शुरू किया गया यह आंदोलन को धीरे धीरे पूरे चिरिमिरी का आंदोलन बन गया।
आज इस आंदोलन को क्षेत्र की 28 राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक व अन्य संगठनों का समर्थन प्राप्त है। जिसमें हम सेवा संस्था, .लायन्स क्लब चिरमिरी, सर्व ब्राहम्ण समाज चिरमिरी, उत्कल समाज चिरमिरी, श्री श्री जगन्नाथ सेवा संध चिरमिरी, सनातन युवा संगठन चिरमिरी, बंगाली समाज चिरमिरी, राजपुत क्षत्रीय महासभा चिरमिरी, मुस्लिम समाज चिरमिरी, लाईफ इन्श्योरेन्स एजेन्ट फेरेशन आन्फ (लियाफी), सर्वसेन नाई समाज चिरमिरी, व्यापार संध चिरमिरी गायत्री परिवार चिरिमिरी, जैन समाज चिरमिरी, गोडवाना गणतंत्र पार्टी चिरमिरी, चिरमिरी डेव्हलपमेन्ट सोसायटी, अग्रवाल समाज चिरमिरी, औषधि विक्रेता संध चिरमिरी, अंतरराष्ट्रीय मानवधिकार एसोसीएशन चिरिमिरी, हिन्दु सेना चिरमिरी समस्त पार्षदगण गण भाजपा चिरिमिरी, अधीवक्ता संध चिरमिरी, भारतीय जानता पार्टी मण्डल चिरमिरी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी चिरमिरी पार्षद व एल्डरमेन पनीका समाज महासमिती चिरिमिरी, श्री 1008 शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर चिरम8री, संयुक्त मोची चिरमिरी व कायस्थ परिवार चिरमिरी शामिल है।
विधायक कमरो के प्रयास से हरचौका को विकसित करने 5 करोड़ मंजूर
मनेंद्रगढ़, 16 सितंबर। भरतपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत हरचौका में राम गमन पर्यटन परिपथ अंतर्गत सीतामढ़ी हरचौका में अधोसंरचना विकास कार्य हेतु जिला खनिज संस्थान न्यास कोरिया द्वारा 5 करोड़ राशि की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है।
भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के भरतपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले सीतामढ़ी हरचौका को विकसित करने के लिए क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरों के भागीरथ प्रयास से प्रदेश सरकार के द्वारा 5 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। जिससे सीतामढ़ी हरचौका के विकास के द्वार खुल गए हैं अब यह स्थल एक भव्य पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा। इसके लिए सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो ने मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, सांसद एवं प्रभारी मंत्री के प्रति अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता की ओर से आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया है।
आरटीआई कार्यकर्ता ने कलेक्टर से की कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 15 सितंबर। कलेक्टर के आदेश पर थाना मनेंद्रगढ़ में नायब तहसीलदार मनेंद्रगढ़ द्वारा दर्ज करायी गयी एफआईआर में दर्ज अपराध की विवेचना न्यायालय अपर कलेक्टर के प्रकरण के मूल प्रकरण में संज्ञेय अपराध के आरोपियों को बचाने के लिए दस्तावेज चोरी करने एवं अपर कलेक्टर के जांच प्रतिवेदन में दोषी पाये गये आरोपी राजस्व निरीक्षक का नाम दोषी आरोपियों की सूची से विलोपित करने के मामले को लेकर कलेक्टर कोरिया से दोषियों के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई करने की मांग आरटीआई कार्यकर्ता रमाशंकर गुप्ता ने की।
रमाशंकर गुप्ता ने कलेक्टर कोरिया केा सौंपे शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि तत्कालीन कलेक्टर कोरिया के पत्र क्रमांक 117-भू अभिलेख-06 बैकुण्ठपुर दिनांक 22 सितंबर 06 द्वारा भ्रष्ट्राचार के लिए अक्टूबर 2000 को नवीनीकरण किये गये राजस्व नक्शे में सन् 1945 से 2000 तक की अवधि में हुए तरमीम नक्शा बटांकनों को विलोपित करने की जानकारी पर आवेदक के द्वारा 28 अगस्त 06 में विभिन्न बिन्दुओं पर जांच के लिए किया गया था। जिस पर मनेंद्रगढ़ अपर कलेक्टर के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच के आदेश दिये गये थे।
अपर कलेक्टर मनेंद्रगढ़ द्वारा अपने न्यायालय में विधिक जांच प्रकरण क्रमांक 7-ब-121-06-07 पंजीबद्ध कर जांच कर प्रतिवेदन मूल प्रकरण की नस्ती के साथ कलेक्टर कोरिया को 30 दिसंबर 06 को प्रेषित किया गया था। शिकायत सही पाये जाने पर राजस्व निरीक्षक ललित कुमार एवं गणेश साहू, पटवारी लालमन नेताम को प्रथम दृष्टया दोषी होना एवं नक्शा में हेराफेरी होना प्रतिवेदित किया गया था। मूल नस्ती प्रतिवेदन सहित न्यायालय कलेक्टर कोरिया को प्रस्तुत करने के बाद से प्रकरण की मूल फाईल कार्यालय कलेक्टर के आधिपत्य में रही जिसकी सूचना के अधिकार के तहत प्रतिलिपि आवेदक को उपलब्ध करायी गयी तथा मूल प्रकरण की नस्ती को 12 मार्च 2013 को नायब तहसीलदार मनेंद्रगढ़ के द्वारा थाना प्रभारी मनेंद्रगढ को एफआईआर के आवेदन के साथ प्रस्तुत की गयी।
प्रकरण के मूल नस्ती के साथ संलग्न इंडेक्स की प्रतिलिपित दण्ड न्यायालय से प्राप्त करने पर पता चला कि न्यायालय अपर कलेक्टर मनेंद्रगढ द्वारा की जा रही जांच के दौरान दिनांक 22 नवंबर 06 को आवेदक द्वारा जो लिखित आवेदन दस्तावेजों के साथ सूची प्रस्तुत किया गया था उसमें कार्यालय कलेक्टर कोरिया के पत्र क्रमांक 6629-राअको-10-06 बैकुंठपुर दिनांक 10 अक्टूबर 06 की प्रतिलिपि पेश की गयी है। जिसमें दस्तावेज न तो मूल प्रकरण में संलग्न है और न इंडेक्स में उसका इंद्राज वर्णित है अर्थात प्रकरण मूल फाईल से हटा लिया गया जबकि यह दस्तावेज राजस्व नक्शे में कूटरचना को प्रमाणित करने वाला प्रमुख दस्तावेज है। ऐसे में यह संकेत है कि कूटरचना के आपराधिक दोषियों को बचाने की नीयत से मूल प्रकरण से चोरी करने का अपराध किया गया। जिससे कि ऐसे अपराध के संज्ञान में आने के बाद तत्काल इसके लिए अपराध दर्ज कराया जाना आवश्यक है।
इस मामले में कलेक्टर कोरिया द्वारा छानबीन करने के पश्चात राजस्व निरीक्षकों एवं पटवारी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराये जाने की कार्रवाई के लिए भू अभिलेख को अग्रिम कार्यवाही के लिए भेजे जाने की नोटशीट लिखकर मूल नस्ती भेज दी गयी, जिसमें स्थापना शाखा द्वारा अज्ञात कारणों से ललित कुमार का नाम छोडक़र सिर्फ राजस्व निरीक्षक गणेशराम साहू एवं पटवारी लालमन सिंह के विरूद्ध एफआईआर की कार्रवाई प्रस्तावित किये जाने का षडयंत्र विभागीय नोटशीट से प्रदर्शित है। आवेदक ने इस मामले में दोषियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराते हुए कार्रवाई किये जाने की मांग की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 15 सितंबर। जिले में दो दिनों से हल्की बारिश की झड़ी लगी है, जिससे धान की फसल को संजीवनी मिल गयी।
कोरिया जिले में मंगलवार को सुबह के समय से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ रहा और सुबह 10 बजे के बाद से पूरी तरह से आसमान में छाये बादलों के बीच हल्की बारिश जिले भर में शुरू हो गयी और रूक-रूक कर हल्की बारिश लगातार होती रही। दिन के साथ रात में भी बारिश होती रही और दूसरे दिन बुधवार को भी यही हाल बना रहा। हल्की बारिश की झड़ी इस दिन भी चलती रही। बुधवार को भी सुबह से ही सावन की तरह हल्की बारिश की झड़ी लगी रही। जिस कारण इस दिन भी लोगों की दिनचर्या लगातार हल्की बारिश के कारण प्रभावित रही। लगातार बारिश से शहर तरबतर हो गया।
उल्लेखनीय है कि भाद्रमास में कई कई दिनों तक तेज धूम निकल रही थी, जिस कारण दिन का तापमान बढ़ता जा रहा था और तेज धूप से चुभन लग रही थी और उमस भरी गर्मी से लेागों केा सामना करना पड़ रहा था। इस दौरान जिले के कई क्षेत्रों में खण्ड वर्षा की स्थिति भी निर्मित हो गयी थी। इसी बीच मंगलवार से लगातार हो रही हल्की बारिश के बाद मौसम में नमी घुल गयी और ठण्डक का अहसास होने लगा।
वर्तमान में दो दिनों से कोरिया जिले के सभी हिस्सों में हो रही हल्की बारिश के बाद खेतों में खड़ी धान की फसल केा संजीवनी मिल गयी। इसके पूर्व लगातार कई दिनों से बारिश के थम जाने के बाद खेतों में जमा पानी कम होने लगा था और खेत सूखने लगे थे, कई क्षेत्रों के खेतों में तो पानी कम होने के कारण दरारें भी साफ दिखाई देने लगी थी, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गयी थी, लेकिन इसी बीच दो दिनों की लगातार हल्की बारिश से खेत खलिहान तरबतर हो गये और सूखते खेतों में धान की फसल को संजीवनी मिल गयी।
जानकारी के अनुसार अभी धान फसलों को पानी की बेहद आवश्यकता थी, क्योंकि इस वर्ष समय पर बारिश होने के कारण धान की रोपाई भी समय पर हुई और अब धान फसल से बालियां निकलना शुरू होने वाला है, ऐसे में धान को पर्याप्त पानी की जरूरत थी, जो कि दो दिनों के लगातार हल्की बारिश से धान फसल को सूखने से बचाव लिया। कोरिया जिले में मंगलवार से शुरू हुई हल्की बारिश लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा।
लगातार बारिश के कारण लोगों का जन जीवन प्रभावित हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी रोज कमाने खाने वालों को हो रही है। बारिश के कारण लोग ज्यादा घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बाजारों में ज्यादा भीड़ नहीं दिख रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई स्थानों पर लगने वाले साप्ताहिक बाजार में भी इसका असर दिखाई दे रहा है, वहीं शहर में फुटपाथ पर व्यवसाय करने वालों का व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है। जिस तरह से जिले में अभी लगातार बारिश हो रही है, वह भले ही कुछ लोगों के लिए मुसीबत बनी हो, लेकिन वर्तमान के फसलों के लिए लाभदायक साबित हो रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 14 सितंबर। कोरिया जिले के एक तहसील में कुपोषित बच्चे बढ़ गए, जबकि बची तहसीलों में मामूली प्रतिशत की कमी आई है। बीते दो वर्षों में 863 मध्यम कुपोषित और 452 गंभीर कुपोषित बच्चे ही सुपोषित हो पाए हंै, जो कुल कुपोषित बच्चों का 3.85 फीसदी है।
इस संबंध में महिला बाल विकास अधिकारी खलखो का कहना है कि बीते 2 वर्षों में कुपोषण में कमी आई है। कलेक्टर के निर्देश पर कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सिर्फ भरतपुर में कुपोषित बच्चे बढ़े हैं, बहुत मामूली बढ़त है। कुपोषण कम हो रहा है।
कोरिया जिले में 0 से 5 वर्ष के आयु के बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए जुलाई 2021 में वजन त्यौहार के बाद जिले में लगभग 11369 कुपोषित बच्चे (8479 मध्यम कुपोषित एवं 2890 गंभीर कुपोषित बच्चे) कुपोषित पाए गए हंै। इससे पूर्व वर्ष 2019 जुलाई में कोरिया जिले में 0 से 5 वर्ष के आयु के बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए माह जुलाई 2019 से विधानसभा अध्यक्ष, सांसद, विधायक एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में ‘सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान’ का विधिवत शुभारंभ किया गया। जिसके अंतर्गत जिले में लगभग 13184 कुपोषित बच्चों (9842 मध्यम कुपोषित एवं 3342 गंभीर कुपेाषित बच्चे) को सुपोषित करने का लक्ष्य का निर्धारण किया गया था।
भरतपुर में बढ़ गए कुपोषित बच्चे
महिला बाल विकास के जुलाई 2021 तक मिले आंकड़ों के अनुसार कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड में वर्ष 2019 में 2184 बच्चे कुपोषण के शिकार थे, जो वर्ष 2021 में बढक़र 2331 हो गए हैं। सिर्फ भरतपुर परियोजना में ही घटने के बजाय कुपोषित बच्चों के संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। वहीं मनेन्द्रगढ़ भी कोई खास कमी नहीं है, यहां मात्र 1.67 प्रतिशत की कमी आई है। इसी तरह खडग़वां और चिरमिरी जहां विभागीय परियोजना अधिकारी है यहां 4.35 और 8.74 प्रतिशत की कमी आई है। जबकि बैकुंठपुुर 5.62 प्रतिशत और सोनहत में 7.49 की कमी देखी गई है।
ज्ञानेन्द्र तिवारी ने दान की थी सम्मान निधि
एबीपी न्यूज के संवाददाता ज्ञानेन्द्र तिवारी को राज्य सरकार का वर्ष 2018 का चंदूलाल चंद्राकर पत्रकारिता पुरस्कार मिला था, जिसके बाद जिले भर के पत्रकारों ने उनका सम्मान समारोह बैकुंठपुर में आयोजित किया था। तब उन्होंने कहा था कि मुझे वर्ष 2018 में किए गए कार्यों का सम्मान मुझे छत्तीसगढ़ सरकार ने दिया है।
इस सम्मान का श्रेय राज्य के दूर दराज से जुड़े, कोरिया जिले से जुड़े पत्रकारों को जाता है, जिनका मुझे हमेशा स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा है। तब उन्होंने कहा था कि मैं इसी जिले का निवासी हूं, अपने जिले में जारी कुपोषण की लड़ाई में मैं भी भागीदार बनना चाहता हूं, इसलिए मैंने सम्मान राशि कोरिया जिले में राज्य द्वारा चलाए जा रहे सुपोषण अभियान में देने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने तत्कालीन कलेक्टर डोमन सिंह को राज्य सरकार से मिली सम्मान निधि जाकर सौंपी थी।
एसपी ने दिलाई नशे से दूर रहने की शपथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 14 सितंबर। कोरिया पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह की उपस्थिति में नारकोटिक्स और ड्रग्स के खिलाफ कार्रवाई और जागरूकता अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि, महिला वालेंटियर और नेतागण उपस्थित रहे। एसपी ने उपस्थित सभी लोगों को नशे के खिलाफ इस अभियान की सफलता और नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई।
कोरिया जिले में पदस्थापना के बाद से ही नशे के खिलाफ जन जागृति फैलाने में जुटे पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने समाज के हर वर्ग को कार्यशाला में आमंत्रित कर इस अभियान से जोड़ा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने कहा कि जब हमने 15 अगस्त को इसकी शुरुआत की थी और आज जहां हर जगह इस अभियान की बात हो रही है। इसमें कहीं न कहीं आप सभी का योगदान है। दुनिया में सबसे 47 फीसदी अपराध नारकोटिक्स के ही कारण होते हंै। जिले में 200 से ज्यादा लोगों पर कार्यवाही की है, जिसमें ज्यादा नशे से जुड़े लोग है। नशा मुक्त अभियान कम और इस समस्या से निजात दिलाने के अभियान है। आयोजन होते रहे हैं, पर ये आयोजन ऐसा रहे जिसमे हर कोई अपनी भागीदारी दिखाए। नशे के कारण कुछ भी हो, पर उसका प्रभाव सब पर पड़ता है। उन्होंने छोटी कहानी सुनाई और अंत में बताया कि हमको अपनी जिम्मेदारी दूसरों पर नहीं थोपना चाहिए, बल्कि खुद ही लेकर आकर सहयोगी बनना चाहिए। नशे से ग्रसित लोगों से बात करें, उनकी समस्याओं को सुलझाएं। मैं चाहता हूँ कि आप सब इस आंदोलन में साथ दें ताकि कोरिया को नशे से निजात दिला सके।
कार्यक्रम में उपस्थित कांग्रेस के प्रदेश सचिव योगेश शुक्ला ने कहा कि हम सब पुलिस अधीक्षक के शुक्रगुजार हैं, जिन्होंने बड़ी सामाजिक बुराई को हटाने मुहिम शुरू की है। ये कोरिया जिले की बड़ी उपलब्धि है। यदि परिवार का एक सदस्य नशे का शिकार हो गया तो समझिए पूरा परिवार बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस मुहिम से हर कोई जुड़े और पुलिस का पूरा सहयोग करें।
भाजपा उपाध्यक्ष शैलेश शिवहरे ने कहा कि पहली बार देखा जा रहा है कि पुलिस आपके पास आ रही है, बता रही है कि नशे से दूर रहिए, उन्होंने कहा नशा ही नाश की जड़ है, उन्होंने पुलिस अधीक्षक को बधाई दी व कहा कि जिस तरह से जिले में तेजी से कार्यवाही हो रही है, निश्चित ही यहां की एक पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगा।
समानता क्रांति के अमिताभ गुप्ता ने कहा कि एक व्यक्ति सिर्फ नशे के कारण खुद का नुकसान नहीं करता वरन पूरे समाज का नुकसान करता है। उन्होंने नशे के शिकार लोगों को किस तरह से उसे नशे से दूर किया जा सके, कई सुझाव दिए।
तहसीलदार मनमोहन सिंह ने कहा कि हमारे न्यायालय में लोग नशे में आ जाते हैं। ज्यादा प्रताडि़त घर में महिलाएं होती हंै, इसके कई दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। ये बड़ी सामाजिक बुराई है, जागरूकता से ही ये दूर हो सकेगी। उन्होंने लोगों से आव्हान किया कि इस अभियान से बढ़-चढक़र हिस्सा लें।
एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह ने कहा कि हमारे पुलिस अधीक्षक जी को जो सम्मान मिला है, ये हम सब के लिए गर्व की बात है। जिस भी जिले में जाते हैं, वहां की परिस्थितियों के आधार पर अभियान शुरू करते हंै। इस सामाजिक बुराई को दूर करने में आप सबकी मदद कारगर साबित होगी।
वहीं सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने कहा कि एसपी ने जो निजात अभियान शुरू किया है। इससे स्वास्थ्य विभाग को बहुत फायदा हुआ है, उन्होंने कुछ दवाओं के नाम बताए, जिन्हें बेचा ही नहीं जाना चाहिए। हम भी ऐसी दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने की कोशिश कर रहे हंै। नशे के बाद ऐसे कई लोग आते कि सर बहुत दर्द हो रहा है। नशा करने वाले के शरीर के कई ऑर्गन खराब हो जाते हैं।
उन्होंने एसपी का धन्यवाद किया और कहा कि ये अभियान कोरिया जिले की कई पीढिय़ों के लिए वरदान साबित होगा। इस अवसर पर पुलिस के अधिकारियों और काफी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 14 सितंबर। चिटफंड कम्पनियों ने ग्रामीणों से 59 करोड़ का निवेश करवा कर ढेंगा दिखा दिया। कोरिया जिले के खडग़वां में अब तक की सबसे ज्यादा राशि ग्रामीणों की कई चिटफंड कम्पनियों में फंसे रहने की बात तब सामने आई है, जब खडग़वां जनपद पंचायत ने मिले फार्म को सूचीबद्ध किया। जिस हिसाब से भोले भाले आदिवासी बाहुल्य ग्रामीणों को चिटफंड कम्पनियों ने ठगा है, उसके आंकड़े देखकर हर कोई हैरान है।
इस संबंध में जनपद पंचायत खडग़वां के सीईओ का कहना है कि कई करोड़ रूपए का निवेश चिटफंड कम्पनियों में लोगों ने किया है, काफी मशक्कत के इसे सूचीबद्ध किया गया। इसे सूचीबद्ध करने में काफी समय भी लगा।
जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार द्वारा चिटफंड कंपनियों में लोगों द्वारा निवेश किये गये रकम की जानकारी प्राप्त करने के लिए सभी जनपद क्षेत्रों में जनपद पंचायतों व पंचायतों में निवेशकों को आवेदन जमा करने के लिए समय सीमा निर्धारित की गयी थी। इस दौरान सभी जनपद क्षेत्रों में विभिन्न कंपनियों में लोगों में निवेश किये गये रकम की जानकारी के साथ आवेदन जमा किये गये थे। जिसके तहत खडग़वां जनपद क्षेत्र में 99 चिटफंड कंपनियों में क्षेत्र के लोगों ने अपना निवेश किया था।
जनपद कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जनपद क्षेत्र खडग़वां के लोगों ने 99 विभिन्न तरह की चिटफंड कंपनियों में 59 करोड रूपये से ज्यादा का निवेश किये जाने की जानकारी हुई। हलांकि यह आंकड़ा तो न्यूनतम है कई ऐसे भी आवेदक है जिन्होंने आवेदन ही नहीं कर पाये यदि उनके ही निवेश को जोडा दिया जाये, तो आंकड़ा और भी ज्यादा होगा। जिले के खडग़वां जनपद जैसे क्षेत्र में जहां आदिवासी बाहुल्य लोगों की संख्या अधिक है। वहां पर करोड़ों रूपये का निवेश किया गया। इस तरह जिले भर के सभी जनपद क्षेत्रों को देखे तो अरबों रूपये का निवेश होने की संभावना है। उपभोक्ताओं से भारी मात्रा में निवेश करने के बाद लगभग कंपनियों के दफ्तर बंद हो गये लगभग कंपनियां भाग निकली।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के खडग़वां जनपद क्षेत्र में लोगों के द्वारा विभिन्न तरह की 99 चिटफंड कंपनियों में 59 करोड 62 लाख, 28 हजार 464 रूपये का निवेश किया गया। जानकारी के अनुसार इस जनपद क्षेत्र के लोगों ने सर्वाधिक पीएसीएल इंडिया लिमिटेड सबसे ज्यादा 2 हजार 9 सौ 54 लोगों ने अपने डुबे पैसे वापस पाने के लिए आवेदन किया जिनके इस कंपनी में सर्वाधिक 51 करोड 81 लाख 7 हजार 625 रूपये निवेश किये गये हैं। इसी तरह माईक्रो फाईनेंस लिमिटेड में 2213 लोगों ने अपने निवेश किये गये रूपये प्राप्त करने के लिए आवेदन किया गया इस कंपनी में उक्त संख्या के लोगों के 6 करोड 43 लाख 91 हजार 686 रूपये जमा किये गये है। इसी तरह एचबीएन डेयरीज अलाईड लिमिटेड में 1213 लोगों ने 21 करोड 75 लाख 8 हजार 949 रूपये जमा किये गये है। इसमें यह वह आंकड़ा नहीं जुड़ा है जिन्होंने सरकार द्वारा तय समय में आवेदन नहीं कर पाये।
गांव गांव तक फैला रहा कारोबार
विभिन्न तरह के चिटफंड कंपनियों के एजेंट गांव-गांव तक फैले रहे। जिनके द्वारा अपने परिचित रिश्तेदारों कों निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते रहे। शहर से लेकर गांव-गांव तक विभिन्न कंपनियों के एजेंट पहुंचते रहे और प्रतिदिन किसी न किसी क्षेत्र में अपना कारोबार करने के लिए दौड़ लगाते रहते।
इस तरह विभिन्न तरह की चिटफंड कंपनियों में ग्रामीण क्षेत्र के कई लोगों के खून पसीने की कमाई भी लेकर चिटफंड कंपनी चंपत हो गये और ऐसे लोग आज पछता रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 13 सितंबर। कोरिया जिला मुख्यालय में नगर पालिका बैकुंठपुर क्षेत्र में करोड़ों की लागत से जल आवर्धन योजना के तहत पाइप लाइन विस्तार में अनियमितताओं को लेकर शहर के नागरिकों ने कलेक्टर को शिकायत सौंपी। शिकायत में कई तकनीकी बिन्दुओं पर जांच कर कार्रवाई की मांग की गई है। उन्होंने संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव को मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को नगर पालिका बैकुंठपुर में निवासरत लोगों ने कलेक्टर को जल आवर्धन योजना में अनियमितताओं की शिकायत करते हुए बताया कि बीते तीन वर्षों से अलग-अलग स्थान पर जल आवर्धन योजना के तहत पेयजल के लिए नई पाईप लाइन विस्तार का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में नगर पालिका के अधिकारियों के संरक्षण की वजह से ठेकेदार मनमानी पर उतर आया है और कुछ दिन पूर्व बनी सडक़ों को खोदकर यथास्थिति बनाए बगैर जस का तस छोडक़र आगे बढ़ता जा रहा है जिससे नवनिर्मित बनी सडक़ों में गड्ढे हो रहे हंै। सडक़ टूट रही है।
शिकायत में बताया गया है कि जल आवर्धन योजना में पाइप लाइन भूमि पर खोद कर डालने के बाद पाइप में पानी डालकर हाइड्रो टेस्ट किया जाना था, परन्तु शहर में एक भी स्थान पर हाइड्रो टेस्ट नहीं किया गया है। इस टेस्ट के द्वारा कुछ दूरी तक पाईप डालकर पानी भरकर प्रेशर देकर टेस्ट किया जाता है ताकि पाइप से पानी लिक तो नहीं है, बाद में यदि सीमेंट मिट्टी से भर देने के बाद यदि लिकेज सामने आता है तो बाद में बड़ी परेशानी होने की संभावना होती है। इसलिए हाइड्रो टेस्ट जांच होती है, परन्तु ठेकेदार द्वारा ऐसा कहीं भी नहीं किया गया है।
रेस्टोरेशन पार्ट में भी अनियमितताएं
वहीं पाइप विस्तार के रेस्टोरेशन पार्ट में भी अनियमितताएं देखी जा रही है, पाइप डालने के बाद मिट्टी नहीं डाली जानी चाहिए, क्योंकि मिट्टी बाद में बैठ जाती है, तो पाइप डालने के बाद रेत या मुरूम डाली जानी चाहिए, हाइड्रो टेस्ट के बाद सीमेंट क्रांक्रीट या बीटी का कार्य किया जाना चाहिए, रेस्टोरेशन पार्ट में लापरवाही बरती गई है। इसकी जांच कर कार्यवाही किया जाना आवश्यक है।
रेस्टोरेशन पार्ट में बीटी रोड पर जहां गढ्ढा खोद कर पाईप डालने के बाद सीमेंट क्रांक्रीट का कार्य किया गया है जो कि गलत है, क्योंकि जहां सीमेंट और डामर का जोड़ है वहां गड्ढा हो जाएगा। इसका ध्यान नहीं रखा गया है, जबकि सीमेंट क्रांक्रीट करने के पूर्व डब्ल्यूबीएम करना चाहिए था,उसके बाद बीटी या सीमेंट क्रांक्रीट किया जाना चाहिए था। ऐसा न करके कई स्थान पर अनियमितताएं बरती गई है। ऐसा किया गया हैं, जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाए।
सडक़ों पर छोड़ दी मिट्टी, नहीं किया लेवलिंग
ठेकेदार द्वारा पाइप डाल कर सडक़ के साइड में मिट्टी छोड़ दिया गया है, जिससे सडक़ की चौड़ाई कम होती जा रही है, अतिक्रमण बढ़ रहा है। नव निर्मित बीटी सडक़ खराब हो रही है। ऐसा पूरे शहर में देखा जा रहा है। ठेकेदार द्वारा शहर भर में पाइप डालने के लिए खोदे स्थान को वैसा ही छोड़़ दिया गया है। जबकि उसे पूर्व की स्थिति की भांति करके देना है। शहर में जारी पाईप लाइन डालने के कार्य में डाले गई पाइप की लेवलिंग कहीं नहीं की गई है, पूरे शहर में अलग अलग साईज के पाईप डाले गए है, एकरूपता के साथ लेवलिंग बेहद जरूरी कार्य होना था, परन्तु बिना किसी इंजीनियर की उपस्थिति में जैसे तैसे पाइप डालकर काम किया जा रहा है। जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाए।
छोड़ दी गाद
ठेकेदार द्वारा गेज नदी में पुराने इंटकवेल के पास नया इंटकवेल का निर्माण किया जा रहा है। नए के लिए खोदी गई गाद (मिट्टी) को वहीं छोड़ दिया गया है। एक तो पहले से ही गर्मी में पुराने इंटकवेल से पीने के पानी की बड़ी समस्या होती है, उस समय गाद को हटाने नगर पालिका को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। ठेकेदार को तत्काल वहां रखी गाद को हटाने के निर्देश दिए जाए।
इस योजना के बनाए जा रहे ओवरहेड टैंक में पुरानी लाइन और नई पाईप लाइन को मर्ज करने का भी प्रावधान रखा गया है, ठेकेदार द्वारा इसे मर्ज करने के लिए किस तरह की रणनीति बनाई गई है क्या दुबारा शहर को खोदकर ओवरहैड टैक तक पाइप को जोड़ा जाएगा, इसके लिए उसका क्या प्लान है ताकि शहर की सड़क़ों की दुबारा खुदाई ना हो सके।
कई जगह महीनों से व्यर्थ बह रहा पानी
ठेकेदार द्वारा खोदी गई सडक़ के कारण कई जगह पाईप लाइन टूट चुकी है, कई स्थान पर बीते एक माह से पानी बह रहा है, इसकी सुध न तो नगर पालिका के अधिकारियों ने लिया है और न ठेकेदार ने। जिला अस्पताल के लगी पाइप लाइन से पानी एक माह से ज्यादा समय से व्यर्थ बह रहा है।
राशि खर्च की जांच हो, जगह चयन में गड़बड़़ी
नगर पालिका द्वारा मार्गदर्शन संस्थान के पास गेज नदी के किनारे एक स्टॉपडेम का निर्माण करवाया है, यहां यदि इंटकवेल बनता तो पानी को फिल्टर प्लांट तक ले जाने में काफी कम राशि खर्च होती, परन्तु यहां न बनाकर काफी दूर पहले वाली जगह ही इंटकवेल बनाया जा रहा है, जिससे सरकारी राशि ज्यादा खर्च हो रही है। वर्ष 2006 में जो फिल्टर प्लांट का निर्माण कराया गया। बीते 15 साल से उक्त प्लांट में कई खामियां सामने आई, परन्तु अब जो नया फिल्टर प्लांट बनाया जा रहा है वो 2006 के बने प्लांट का कॉपी है, इसमें कुछ भी नया नहीं किया गया है, ऐसे में इसका नया संस्करण, आने वाले समय में बढ़ती आबादी को देखते हुए और कुछ बड़े शहरों के फिल्टर प्लांट का अध्ययन कर बनाया जाना चाहिए। शिकायत में कहा गया है कि ठेकेदार को अभी तक नगर पालिका द्वारा किए भुगतान की जांच कराई जाए।
पीएचई को किया जाए संलग्न
ठेकेदार द्वारा जहां-जहां पाईप लाइन को तोड़ा गया है वहां के लोगों ने अपने से पैसों खर्च करके उक्त टूटी पाईप लाइन को बनवाया है, नगर पालिका ने टूटी पाइप लाइन के सुधार कार्य के लिए मैकेनिक तो दे दिए परन्तु पाईप से जुड़ी सामग्री लोगों ने स्वयं के पैसे खर्च कर लाए, तब जाकर उनके घर में पीने का पानी आ पाया है। नगर पलिका में वाटर मैनेजमेंट को लेकर प्रशिक्षित इंजीनियर नहीं है, ऐसे में इस पूरे निर्माण कार्य में पीएचई को संलग्न किया जाना बेहद जरूरी है, उनकी मंजूरी के बाद ही कार्य को अंतिम रूप से सही माना जाए।
कई हेक्टेयर भूमि तक सिंचित के लिए खेतों तक पहुंचने लगा है पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 12 सितंबर। कोयला खदान होने के कारण भूजल काफी नीचे चला गया, वर्षों यहां लोग पीने के पानी के लिए तरसते रहे, वहीं नरवा विकास योजना के तहत फुलवारी नाले पर अलग अलग स्ट्रक्चर बना कर प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और संवर्धन का काम शुरू हुआ, भूमिगत जल में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई, नाले से 10 गांवो का भूमिगत जल रिचार्ज हो गया, जबकि कई हेक्टेयर भूमि को सिंचित के लिए पानी खेतों तक पहुंचने लगा है। नरवा के जरिए सिचाई सुविधाओं के विस्तार से किसानों की आजीविका सशक्त हो रही है और किसानों को खरीफ के साथ ही रबी फसलों के लिए भी पानी मिल रहा है। जिससे खेती-किसानी में मजबूती आ रही है। जिसमें मनरेगा के मजदूरों को रोजगार भी मिला और इस योजना से आसपास की जमीन का भूजल स्तर भी बढ़ रहा है।
इस संबंध में सरगुजा वनवृत के सीसीएफ अनुराग श्रीवास्तव का कहना है कि मैंने कोरिया वनमंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्र के आन्नदपुर में नरवा विकास का काम को करीब से देखा है, एक साल चले कार्य के बाद वहां की तस्वीर बदल गई है, भूमिगत जल रिचार्ज हुआ है। वहीं कोरिया वनमंडल के डीएफओ इमोतेंशु आओ का कहना है कि बीते एक वर्ष से नरवा विकास का कार्य आन्नदपुर में जारी है, पहले फेज में 2600 हेक्टेयर के इस क्षेत्र में एक नाले को रिचार्ज किया गया, अब छोटे बडे हर स्ट्रकचर पानी से लबालब है। पास रहने वाले सभी पंडोपरिवार के साथ क्षेत्र में अब पानी के नलकूप में भी आसानी से पानी निकल रहा है।
परिक्षेत्राधिकारी अखिलेश मिश्रा का कहना है कि कटगोडी में एसईसीएल की खदान होने के बाद भूजल काफी नीचे चला गया था, यहां पेयजल की सबसे बडी समस्या रही है, परन्तु बीते एक वर्ष से नरवा विकास योजना के तहत फूलवारी नाले पर कई स्ट्रेक्चर बनाए गए, और अब काफी मांत्रा में पानी भरा हुआ है, आसपास 10 ग्रामों के किसानों के लिए यह योजना सिंचाई के लिए वरदान से कम नहीं है।
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजनान्तर्गत नरवा कार्यक्रम किसानों के लिए कई मायनों में फायदेमंद साबित हो रही है। कल तक जो किसान वर्षा ऋतु के इंतजार में सिर्फ एक फसल ले पाते थे, ऐसे सभी किसानों के लिए नरवा योजना वरदान साबित हुई है। कोरिया जिले के कोरिया वनमंडल में राज्य की महत्वाकांक्षी नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत कैम्पा योजना से भूजल संरक्षण मद अंतर्गत नरवा विकास कार्य के तहत बैकुंठपुर परिक्षेत्र के ग्राम आन्नदपुर के फुलवारी नाले को नरवा विकास योजना के लिए चुना गया।
फुलवारी नाले से आन्नदपुर, नवगई, कटगोडी, दुधनिया, केराझरिया, पहाडपारा के किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है। यहां छोटे बड़े परकोलेशन टैंक, अर्दन डेम, चेकडेम, एनीकट का निर्माण करवाया गया। इसके बन जाने से 10 ग्रामों का भूमिगत जल अब पहले से काफी बेहतर हो चुका है। वन विभाग द्वारा परकोलेशन टैंक, अर्दन डेम, चेकडेम, एनीकट के पानी से सिंचाई कर नर्सरी में पौधे भी तैयार किए जा रहे हैं। दरअसल, बैकुंठपुर के परिक्षेत्र से लगा ग्राम कटगोडी में अंडरग्राउंड कोयले की खदान होने के कारण भूमिगत जल काफी नीचे जा चुका था, एक वर्ष पूर्व यहां नलकूप खनन करने पर पानी नहीं निकलता था। पूर्व वर्षा जल का संचय कर पाना मुश्किल था।
साथ ही वर्षा जल द्वारा मिट्टी कटाव एवं बहाव से वन क्षेत्र से लगे किसानों को बहुत नुकसान होता था। यहां बनाए गए 26 परकोलेशन टैंक, गैबियन, 1400 बोल्डर चेकडेम और 1200 थर्टी फोर्टी जिसमें छोटे छोटे खेत बनाकर उसके चारो ओर ग्रामीणों की आजीविका के साधन के तौर पर पेडों को लगाया गया। जिससे जेव विविधता भी बढ़ गयी। चेक डैम निर्माण से वर्षा जल का जल संग्रहण कार्य किया जा रहा है, साथ ही मिट्टी के कटाव में रोकथाम भी हो रही है। जल का उपयोग सिचाई कार्य में भी किया जा रहा है तथा मवेशियों के उपयोग एवं पर्यावरण संरक्षण भी किया जा रहा है। चेक डैम निर्माण से स्थानीय क्षेत्र में जल स्तर में वृद्धि भी हो रही है। चेक डैम के पास लगभग 15 किसानों की भूमि है जो कि वह कृषि कार्य करते है। चेक डैम निर्माण पूर्व जहां किसानों द्वारा एक फसल लेना मुश्किल था, जो डैम बनने के बाद खरीफ एवं रवि दोनों फसल ले रहे है। जिससे किसानों की आर्थिक एवं सामाजिक विकास हो रहा है। इन दिनों चेक डैम के पास स्थित कृषि भूमि हितग्राहियों द्वारा धान की खेती की हैं इसके अलावा टमाटर, लौकी जैसी मौसमी सब्जियों को बरबट्टी, करेला, मिर्ची, अदरक, भिंडी जैसे उद्यानिकी फसलों का भी उत्पादन किया जा रहा है।
संभाग की सबसे बड़ी है नर्सरी
कोरिया वन मंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्र के आन्नदपुर में सरगुजा संभाग की सबसे बडी नर्सरी यहां स्थापित की गई है, यहां एकसाथ 15 लाख पौधे तैयार किए जा सकते है, फुलवारी नाले से लगे आन्नदपुर के वन क्षेत्रों के नालों में भू-जल संरक्षण कार्य के लिए लूज बोल्डर चेकडेम, बोल्डर चेकडेम, ब्रशवुड चेकडेम, कंटूर ट्रेंच, परकोलेशन टैंक, अर्दन डेम, चेकडेम, एनीकट, स्टापडेम तथा गेबियन आदि संरचनाओं का काफी तादाद में निर्माण किया गया। इससे एक ओर वन भूमि के क्षरण पर रोक लगी वहीं दूसरी ओर जल भंडार में वृद्धि की जा सकेगी। वन क्षेत्रों में जल भंडार की पर्याप्त उपलब्धता से वन्य जीवों को उनके रहवास क्षेत्र में ही चारा-पानी उपलब्ध होने लगा जिससे वे आबादी क्षेत्रों की ओर आकर्षित नहीं होंगे। इसके साथ ही वनों के आसपास के ग्रामीणों तथा कृषकों को पेयजल तथा सिंचाई के साधन विकसित करने में मदद मिलने लगी।
एलआईसी के 4 एजेंट बैठे अनशन पर, एसडीएम ने आंदोलन वापस लेने की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 12 सितंबर। चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओ मंच द्वारा जारी क्रमिक भूख हड़ताल के 26 वें दिन लियाफी ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया तथा 26वें दिन एलआईसी के 4 एजेंट सुरेश पोखरियाल, मनोज कुमार दास, अशोक कुमार तिवारी एवं रमेश कुमार मिश्रा अनशन पर बैठे । इससे पूर्व अनशन के 25 वें दिन राजू सिंह, अच्छे सिंह, विनोद कश्यप एवं नौशाद एक दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे थे।
अनशन के 26 वें दिन चिरिमिरी एसडीएम पी. व्ही. खेस अनशनस्थल पर पहुंचे और अनशनकारियों से आंदोलन वापस लेने का आग्रह करते हुए कहा कि आप लोगो की सभी मांगे कोरिया कलेक्टर एवं चिरमिरी नगर पालिक निगम के माध्यम से छतीसगढ़ शासन तक पहुंच चुकी है । जिला मुख्यालय की घोषणा करने के पूर्व शासन के प्रतिनिधि आप लोगो से भी राय लेंगे। चूंकि जिला मुख्यालय घोषित होने में लंबा समय लग सकता है । इसलिए घोषणा होने तक अपना आंदोलन स्थगित करे।
चिरमिरी एसडीएम पी. व्ही. खेस के इस आह्वान पर चिरिमिरी जिला मुख्यालय बनाओ मंच के सदस्यों ने आपस मे चर्चा करने के बाद कोई निर्णय लेकर उन्हें अवगत कराने का आश्वाशन दिया है।
इस चर्चा के दौरान चिरमिरी एसडीएम पी. व्ही. खेस के साथ चिरिमिरी तहसीलदार विभोर यादव, आरआई श्री कुशवाहा, उप निरीक्षक संदीप सिंह व मंच की ओर से पूर्व विधायक दीपक पटेल, श्रीकांत शुक्ला, उपेंद्र जैन, वरुण शर्मा, संजय सिंह, बलदेव दास, शेख इस्माईल, राकेश पाराशर, नीटू, शिवांश जैन, जयंत सोनी, संजय जैन व अन्य सदस्य उपस्थित रहे।