छत्तीसगढ़ » रायपुर
नाबालिग को छोडक़र दो साथी भेजे गए जेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। मुंबई से फरार होकर तेलीबांधा में पनाह लेने वाले शार्प शूटर शहबाज एक बड़ी वारदात की फिराक में था। उसने आर्थिक रूप से कमजोर एक महिला को गुमराह करते हुए चार हजार रुपये में मकान भाड़े पर लिए थे। मुंबई से ही बाद में एक नाबालिग के साथ दो और दोस्तों को बुला लिया। जांच में मालूम हुआ है मुंबई पुलिस के आने के पहले शहबाज ने शहर में कई हिस्सों पर रेकी की थी। खुद को कपड़ा सेल्समेन बताकर वह लोकल संपर्क बनाने में जुटा था। मालूम यह भी हुआ है देर रात तक शूटर और उसके साथ घर से निकलते थे। अंदेशा है शूटर शहबाज रूबाब उर्फ मुन्नी और उसके साथी मोहम्मद सैय्यद, चांद बादशाह शेख रायपुर शहर में बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे।
आरोपी शहबाज ने मुंबई में हीरा कारोबार से लूटपाट और फायरिंग करने जैसी घटना रायपुर में दोहराने तैयारी की थी। यहां ज्यादातर फेरी सराफा बाजार की तरफ भी लेने की तैयारी में थे, हालांकि मुंबई पुलिस के तेलीबांधा क्षेत्र में धमक देने के साथ आरोपियों के मंसूबे पर पानी फिर गया। तेलीबांधा टीआई सोनल ग्वाला ने बताया, जिस मकान में आरोपियों ने पनाह ली थी, उसके मालिक को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। मकान मालिक दो महिलाएं है। गरीब तबके की महिलाओं को गुमराह करते हुए आरोपियों ने चार से पांच हजार रुपये में मकान किराए पर देने राजी कर लिया था। जब आरोपियों के बारे में क्रिम्रल रिकार्ड सामने आया, तब महिलाएं भी दहशत में है। दोनों महिलाएं विधवा है। आर्थिक तंगी का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने उनसे मकान की चाबी हासिल की थी। चांद बादशाह शेख और मोहम्मद सैय्यद को तेलीबांधा पुलिस ने उनकी संदग्धि गविधियों को देखते हुए पुलिस ने प्रतिबंधात्मक धाराओं के साथ आरोपियों को जेल दाखिल कराया। मुंबई के कथित शूटर शहबाज की मदद करने के लिए दोनों आरोपी रायपुर आए थे। जिस तरह का रिकार्ड मुंबई पुलिस के पास है आरोपी रायपुर में बड़ी लूटपाट या फिर कोई दूसरे तरह के आर्थिक अपराध कर सकते थे। जिस बस्ती में इन्होंने मकान किराए पर लिया, कई बार देर रात स्पाट किए गए।
पिस्टल खोजने रायपुर पहुंची मुंबई पुलिस
मुंबई पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी शहबाज वसूली के मामले में कुख्यात अपराधी है। पहले भी उसके नाम से मुंबई के गोवंदी क्षेत्र में केस दर्ज हैं। हीरा कारोबारी पर फायरिंग करने के बाद आरोपी फरार हुआ था। मुंबई पुलिस को रायपुर में लीड मिलने के बाद यहां किराए के मकान में छापेमारी की, हालांकि शूटर शहबाज के पास से यहां वेपन्स नहीं मिले। मुंबई पुलिस की पूछताछ में आरोपी शहबाज ने मुंबई में ही किसी ठिकाने में पिस्टल रखने की बात कही। रायपुर में ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद आरोपी के साथ मुंबई पुलिस लौट गई है।
मुंबई के कुख्यात शूटर ने अपने दो साथियों को रायपुर बुलाकर उन्हें मकान भाड़े पर दिलवाए थे। सभी की गतविधियां संदिग्ध थी। दोनों सहयोगियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा।
- सोनल ग्वाला, टीआई तेलीबांधा
व्यापमं की सुपरवाईजर भर्ती परीक्षा में हजारों उम्मीदवार शामिल, आंकड़ों पर आधारित प्रश्रों को छोडक़र आसान रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित महिला बाल विकास सुपरवाईजर भर्ती परीक्षा में छत्तीसगढ़ से संबंधित बहुत ही आसान सवाल पूछे गए। परीक्षा देकर निकले परीक्षार्थियों के चेहरे पर मुस्कान नजर आई। पर्यवेक्षक परीक्षा में छग भाषा की लोकगाथा फूलबासन में किसकी कथा है, छत्तीसगढ़ी शब्द खास का हिंदी अनुवाद, हिंदी शब्द संयोजक का छत्तीसगढ़ी अनुवाद जैसे छत्तीसगढ़ी से संबंधित रोचक सवाल पूछे गए थे।
आसान सवालों को हल करने में प्रतियोगियों को कोई समस्या नहीं हुई। परीक्षा के लिए प्रदेश के विभिन्न जिले मुख्यालयों में केंंद्र बनाए थे। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई थी। पहली पाली की परीक्षा
9 बजे से दोपहर 12.15 बजे तक आयोजित की गयी। दूसरी पाली में खुली परिसीमित भर्ती परीक्षा दोपहर 2 बजे से अपरान्ह 5.15 बजे तक आयोजत की गयी।
बारिश से परेशान होते रहे
रविवार की सुबह से हो रही बारिश के चलते परीक्षार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कोरोना के चलते अधिकांश परीक्षार्थी अपने घर से ही परीक्षा देने के लिए सुबह से निकले थे, बारिश होने से परीक्षा केंद्रों में काफी परेशानी हुई।
शिक्षकों ने सहायता केंद्र लगाया
प्रशासन द्वारा बस स्टैंड और रेलवे सटेशन में परीक्षा सहायता केंद्र के माध्यम से बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों को केंद्र से परिचित कराया।
केंद्रों में रखी गई विशेष व्यवस्था
परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए प्रशासन की ओर फ्लाइंग स्काक्वाड दल का गठन किया गया था। परीक्षार्थियों को असुविधा से बचने के लिए परीक्षा केंद्र के बाहर सौ मीटर की दूरी तक बाहरी लोगों को रोक दिया जा रहा था। परीक्षा केंद्रों में कलेक्टर, एसडीएम स्तर के अफसरों का सतत निरीक्षण चल रहा था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज समस्त संभागायुक्तों और कलेक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में जल-जीवन मिशन के कार्यों की धीमी गति को लेकर असंतोष व्यक्त करते हुए मिशन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कार्य के प्रगति की सप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश राज्य स्तरीय अधिकारियों को दिए। श्री जैन ने भारत की नागरिकता प्रदान करने के लिए प्राप्त हुए आवेदनों की ऑनलाइन एंट्री करने और सभी जरूरी प्रक्रिया समयावधि में पूरा करने और आगे की कार्यवाही के लिए राज्य स्तर पर आवेदनों को प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।
मुख्य सचिव ने छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन के तहत आगामी पांच साल में 12 से 15 लाख रोजगार के अवसर निर्मित किए जाने की दिशा में गंभीरतापूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि स्थानीय जरूरतों के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराने की कार्ययोजना बनायी जाए। उत्पादन और सेवा क्षेत्र में विशेष रूप से रोजगार के अवसर निर्मित किए जाए। उन्होंने युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने कहा है। श्री जैन ने अगले एक माह के भीतर प्रत्येक जिला से इस संबंध में कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में अपर एसीएस सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव और छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन के सीईओ डॉ. आलोक शुक्ला, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. मनिन्दर कौर द्विवेदी और गृह विभाग के सचिव अरूण देव गौतम भी शामिल थे।
समितियों से धान का उठाव 15 अप्रैल तक हर हाल में पूरा हो
जैन ने अधिकारियों से कहा कि राज्य शासन ने धान खरीदी की प्रक्रिया को एक सप्ताह आगे बढ़ाते हुए सात फरवरी तक किसानों से धान खरीदने का निर्णय लिया है। पूर्व में 31 जनवरी तक धान खरीदी की जानी थी। अब 7 फरवरी तक किसानों से धान की खरीदी सुचारू रूप से की जाए। जिन किसानों ने धान नहीं बेचा है, उनको टोकन का वितरण व्यवस्थित रूप से किया जाए। श्री जैन ने यह भी कहा है कि राज्य की सभी सहकारी समितियों से धान का पूरा उठाव 15 अप्रैल तक कर लिया जाए। इसके लिए अभी से धान उठाव की प्रक्रिया की निगरानी और मॉनिटरिंग शुरू कर दी जाए।
जनवरी, 23 जनवरी। देहात के इलाके में सट्टा पट्टी का कारोबार जमाने वाले एक आरोपी को अभनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मौके से आरोपी पास सट्टा-पट्टी का लेखा जोखा भी बरामद किया गया। पुलिस ने बताया, आरोपी का नाम संतोष उर्फ छोटू अग्रवाल है। शनिवार को मुखबीर द्वारा सूचना मिला कि अभनपुर बस्ती आजाद चौक के पास एक व्यकित सट्टा पट्टी लिख रहा है।
जिसकी तलाशी लेने पर एक सफेद कागज में पेन से लिखा सट्टा पट्टी (1 नग) जिसमें विभिन्न अंको पर कुल 675 रूपये व एक डाट पेन गवाहो के समक्ष जप्त किया गया। आरोपी के खिलाफ में 4(क) जुंआ एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी । डुमतराई थोक बाजार में लाखों रुपये चुराने वाले शातिर को माना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को आरोपी को सायबर सेल पुलिस की मदद से पकड़ा और उसके पास से चोरी की नगदी रकम के साथ दूसरे सामान जब्त किए हैं। जांच में मालूम हुआ है शातिर चोर आदतन नशेड़ी है। चोरी में बड़ी रकम मिल जाने के बाद वह तीन से चार हजार रुपये में रोज नशे का इंजेक्शन लगवाता था। नशे में चूर रहते हुए उसने अचानक से कपड़े लते की खरीदारी की, आरोपी के बारे में सायबर सेल पुलिस को अहम सुराग मिल गया। आदतन नशेड़ी को जब घेरे में लेकर पूछताछ हुई तब थोक बाजार में हुई चोरी का खुलासा हो पाया।
पुलिस ने बताया, प्रार्थी राजेश सोनकर ने थाना माना कैम्प के दुकान नं0 बी/30 है। यहां से थोक सब्जी का कारोबार करता है। पिछले डेढ़ महीने के कारोबार की जमा पूंजी 3,50,000 रूपये को दुकान के अलमारी में रखा था। 12 जनवरी तक रकम सुरक्षित थे। इसके बाद प्रार्थी अलमारी का लॉकर बंद कर चाबी को अपने पास रखा और दुकान का ताला बंद कर अपने घर चला गया। अगले दिन देखा तो आलमारी का लॉकर खुला था। अज्ञात आरोपी ने शटर का ताला तोडक़र अंदर आलमारी से नगदी पार कर दिया।
बारिकी से निरीक्षण करने पर संदिग्ध मोहम्मद अकबर के बारे में पता चला। सी.सी.टी.व्ही. के फुटेज को भी खंगाला गया। इसी दौरान संजय नगर टिकरापारा निवासी मोहम्मद अकबर जो पूर्व में भी चोरी के प्रकरणों में जेल निरूद्ध रह चुका है, वह अपने पास अधिक मात्रा में नगदी रकम रखा है इसके बारे में पता चला। आसपास उसकी गतिविधियां होनेकी भी जानकारी मिली। वह नए सामानों में भी बड़ी रकम खर्च कर रहा था। तुरंत पुलिस ने अकबर को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसे थोक बाजार में चोरी की बात कबूल की।
लाख से ज्यादा नशे में फूंक दिए
आरोपी अकबर टिकरापारा इलाके का आदतन बदमाश है। इस थाने में ही उसके खिलाफ में चोरी के तीन मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसे जेल भेजा था लेकिन बाहर निकलने के बाद आरोपी ने फिर से चोरी का प्लान बना लिया। थोक बाजार में बड़ी चोरी की। साढ़े तीन लाख रुपये मिल जाने के बाद उसने अपने नशे की लत पूरी करने लाख रुपये से ज्यादा गोली, गांजा शराब और नशे के इंजेक्शन में ही खर्च कर दिए।
चोरी के पैसे से अपने लिए एलईडी
शातिर चोर की निशानदेही पर पुलिस ने नगदी रकम एक 1,24,600/- रूपए बरामद किए हैं। उसके पास से 01 नग एल.ई.डी.टी.व्ही भी बरामद हुआ है। चोरी की रकम से आरोपी ने एलईडी खरीदा था। आरोपी की निशानदेही पर सायबर सेल ने सामान जब्त किया। कार्रवाई में सायबर सेल से सउनि. किशोर सेठ, आर. उपेन्द्र यादव, आलम बेग, हिमांशु राठौर, थाना माना कैम्प से उनि. सौमित्री भोई तथा आई.टी.एम.एस. रायपुर से म.आर. मनीषा पाल की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।
रायपुर, 23 जनवरी। भाजपा का सोशल मीडिया सेल अपने साथ पूरे प्रदेश में 50 हजार वालिंटियर को जोड़ेगा। इसे कमल मितान का नाम दिया गया है। इसकी प्रदेश टीम की पहली बैठक ् हुई, जिसमें प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय प्रदेश आईटी सोशल मीडिया प्रभारी दीपक महस्के, आईटी सेल प्रदेश संयोजक सुनील पिल्लई, च्च्कमल मितानज्ज् के प्रदेश प्रभारी प्रमोद सिंह ने विस्तार से जानकारी दी। साथ ही आज कमल मितान के प्रदेश सदस्यों की नियुक्तियां भी की गई। इसमें कमल मितान के प्रदेश प्रभारी प्रमोद सिंह मितुल कोठारी, आदित्य कुरील, राकेश चंद्राकर, अजय श्रीवास्तव, विवेकानंद झा, रौनक श्रीवास्तव, आनंद गुप्ता, सुधाकर तम्बोली, राहुल ताम्रकार, विशालदीप नायर, अमरनाथ झा, अभिषेक तिवारी, संघर्ष सिंह, श्रीमती मंजुला सिंह, श्रीमती प्रीति स्वर्णकार, डॉ रश्मि सोनकर, श्रीमती दुर्गा देवांगन शामिल हैं।
मंदिर हसौद थाना अंतर्गत देहात के इलाकों में चोरों का आतंक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। मंदिर हसौद के ग्राम नकटा में चोरों ने धावा बोला है। यहां एक रात में दो मकानों का ताला तोडक़र चोरों ने नगदी समेत तीन लाख रुपये से ज्यादा के जेवर चुरा लिए। मामले में शिकायत होने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। चोरों ने गांव में रहने वाले किसान परिवार के घर सेंधमारी की। गांव में रहने वाले मुकेश ब्रम्हे व परिवार के सदस्यों के बाहर रहने के दौरान मकान का ताला तोडक़र यहां से नगदी रकम और महंगे जेवरात गायब कर दिए। बड़े भाई रवि ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बताया 20 जनवरी की शाम 5 बजे बडा भाई मुकेश ब्रम्हे अपनी परिवार को लेकर भरेंगाभांठा ससुराल ताला बंद कर चला गया था घर में कोई नहीं था। रात के समय अज्ञात चोर गेट का कुंदा को काटकर घर के अन्दर रखी आलमारी के लाकर को तोडकर उसमें रखे दो नग सोने का रानी हार, एक जोडी सोने का टाप्स, एक पुराना सोने का कंठी माला, एक नग सोने का झलक, दो जोडी चांदी का पायल, 12 नग चांदी का सिक्का व नगदी रकम 10,000रू. कुल जुमला करीबन 2,50,000 रू. चुरा लिए। चोरी के एक अन्य मामले में इसी गांव से ही कुमारी इंदु सोनवानी ने रिपोर्ट दर्ज कराई। प्रार्थी डेंटल कालेज में पढाई कर रही है। दिसंबर महीने में उनके पिता गांव आए थे। बाद में वह अपनी ड्यूटी के लिए कोरबा निकल गए। उस समय से घर बंद था। 20-21 जनवरी की दरमियानी रात सूने मकान में चोरी का पता चला। सुबह 11.30 बजे पडोस के कृष्णा टंडन ने फान पर यह जानकारी दी कि ेट का कुंदा तोडकर कोई अज्ञात चोर चोरी कर लिया है। हाल व दोनों कमरे का ताला टुटा हुआ था मेरे कमरे में रखे आलमारी के लक तोडकर उसमें रखे सोने की लेडिस चैन 11 ग्राम एवं मां के कमरे में रखे सोने के एक जोडी टाप्स व एक जोडी बाली, चांदी का चार नग कंगन, व एक नग लुरकी तथा नगदी रकम 10,000रू. कुल जुमला 70,000रू. को आज दरम्यानी रात को कोई अज्ञात ने पार कर दिया। दोनों ही मामलों में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। प्रदेश में कोरोना से मौत के प्रकरणों की स्टडी चल रही है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि मौतों की संख्या में बढ़ोत्तरी के पीछे कोई और वेरिएंट तो नहीं है। रोज 10 से अधिक लोगों की कोरोना से मौत हो रही है।
डायरेक्टर (महामारी) डॉ. सुभाष मिश्रा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना से मौतों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। ज्यादातर हाई रिस्क श्रेणी के लोग कोरोना की चपेट में आए हैं, और उनकी मृत्यु हुई है। फिर भी इस बात की स्टडी चल रही है कि मौत के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी के पीछे कोई और वेरिएंट तो नहीं है। हालांकि इसकी संभावना बेहद कम है कि ओमिक्रॉन और किसी अन्य वेरिएंट से मौत हुई है।
प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अकेले रायपुर में 2 हजार के आसपास मरीज आ रहे हैं। पूरे प्रदेश से साढ़े 5 हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं। कोरोना की टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ी है, और स्वास्थ्य विभाग की कोशिश है कि 60 हजार से अधिक कोविड टेस्ट हो।
विशेषज्ञों का कहना है कि ओमिक्रॉन की वजह से पॉजिटिविटी रेट बढ़ी है। प्रदेश में 11 फीसदी के आसपास पॉजिटिविटी रेट हैं, तो अकेले रायपुर में 25 फीसदी से अधिक पॉजिटिविटी दर है। चूंकि ओमिक्रॉन की रिपोर्ट आने में हफ्तेभर से अधिक समय लग जा रहा है, और रिपोर्ट आने से पहले ही तकरीबन सभी मरीज ठीक भी हो गए हैं। यह कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में कोरोना के केसेस बढ़ सकते हैं, और 10 हजार से अधिक रोजाना केसेस आ सकते हैंं। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि अभी भी अस्पतालों में पर्याप्त बेड हैं, और मरीज दो-तीन दिनों में ठीक हो जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का अंदाजा है कि अगले दो हफ्ते महत्वपूर्ण रहेंगे, और इस दौरान केस कम हो सकते हैं।
रायपुर, 23 जनवरी । आरंग के ग्राम गुखेरा में एक महिला किसान के घर से धान चोरी का मामला थाना पहुंचा है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात चोर के खिलाफ जुर्म दर्ज किया। पुलिस ने बताया पीडि़ता का रूपाबाई रात्रे है। वह कृषि कार्य करती है। नया मकान बना है जहां पर धान मिजाई कर 50-50 किलोग्राम धान बोरी में भरकर कुल 112 बोरी (कट्टा) रखी थी। 21 जनवरी शाम करीब 06.00 बजे वहां लाईट चालू कर घर का दरवाजा में ताला लगाकर पुराने मकान चली गई। अगले दिन जब सुबह लौटी तब देखा दरवाजा का ताला टूटा हुआ, दरवाजा खुला हुआ था अंदर जाकर देखी तो धान का बोरी गिरा हुआ था अज्ञात शख्स ने यहां से कुल 06 बोरी प्रत्येक 50-50 किलोग्राम का कुल वजन 03 क्विंटल सरना धान चुरा लिए। महिला ने पास रहने वाले एक शख्स पर संदेह जताकर शिकायत दर्ज कराई है। चोरी गए सरना धान की कीमत करीब 75 हजार रुपये है।
रायपुर, 23 जनवरी। हिन्दी के जाने माने आलोचक राजेन्द्र मिश्र का रविवार को उनके शैलेन्द्र नगर स्थित निवास में निधन हो गया। डॉ. मिश्र ने एक लालटेन के सहारे, गांधी अंग्रेजी भूल गया है, आधूनिक हिन्दी काव्य, छत्तीसगढ़ में मुक्तिबोध जैसी कई किताबें लिखी हैं। इनके अलावा घर-पड़ोस-देश श्रीकांत वर्मा का रचना संसार भी चर्चित किताबें हैं। उनके अंतिम संस्कार का फैसला पुत्र यशस्वी भाई अशोक मिश्र के मुंबई से रायपुर आने के बाद किया जाएगा। डॉ. मिश्र के निधन पर देश के साहित्यकार अशोक बाजपेयी ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा कि राजेन्द्र मिश्र बहुत संवेदनशील सतर्क अध्येयता, और आलोचक थे। यह साहित्य और मेरी निजी क्षति है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से रविवार को सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल कुलदीप सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, सीआरपीएफ के स्पेशल डायरेक्टर जनरल जुल्फिक़ार हसन, एडीजी नितिन अग्रवाल, आईजी श्री साकेत, डीआईजी एके सिंह एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
यह मुलाकात हाल में सीआरपीएफ के छत्तीसगढ़ मुख्यालय में आईजी स्तर में हुए बदलाव के बाद अहम मानी जा रही है। इस चर्चा के दौरान कुलदीप सिंह ने सीएम बघेल को आने वाले गर्मी के मौसम में बस्तर इलाके में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जाने वाले ऑपरेशन की जानकारी दी। सीएम बघेल ने भी राज्य की ओर से पूरी मदद का भरोसा दिलाया। साथ ही केन्द्र में लंबित छत्तीसगढ़ के लिए मंजूर किए गए 9 बटालियनों को जल्द से जल्द तैनात करने पर जोर दिया। बघेल ने सीआरपीएफ, राज्य पुलिस के बीच बेहतर तालमेल पर जोर दिया। खासकर गुप्तचर सूचनाओं का तुरंत अदान-प्रदान कर उसे फील्ड पर उतारने कहा। बैठक में हाल में बस्तर इलाके में हुई कुछ मुठभेड़ों को लेकर भी चर्चा हुई। इसके अलावा नक्सलियों के द्वारा बनाए जा रहे नए कारीडोर से निपटने की रणनीति भी बनी। बता दें नक्सली गढ़चिरौली से कवर्धा होकर मध्यप्रदेश के बालाघाट के बीच नया कारीडोर तैयार कर रहे हैं।
जिला प्रशासन के पास रायपुर जिले में ही आवेदन तीन लाख से ज्यादा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। प्रदेश में चिटफंड कारोबार कंपनियों में पंूजी गंवाने वाले निवेशकों को अब थानों से राहत मिलेगी। जिला प्रशासन ने तहसीलों में पहुंची अर्जियां पुलिस के पास भेजने फैसला किया है। अर्जियां देने वालों की सूची बनाकर उनके दस्तावेज पुलिस को भेजे जाएंगे। इसके लिए रायपुर तहसील में सूची बनाने की कवायद तेजी से है। यहां 1 लाख 90 हजार हितग्राहियों की सूची बनी है। बाकी दूसरे तहसीलों से भी निवेशकों के दस्तावेज जुटाकर उनकी सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में तीन लाख से ज्यादा आवेदन तहसील कार्यालयों में पहुंचे है। हाल ही में जिला प्रशासन ने बीएन गोल्ड कंपनी की संपत्ति कुर्क कर नीलामी की प्रक्रिया पूरी की थी। नीलामी से प्राप्त आय को 2016 में रजिस्टर्ड धोखाधड़ी के मामले में निवेशकों के लिए राशि आवंटित करने की प्रक्रिया भी शुरू की। तहसील में एक अधिकारी ने बताया, राज्य शासन की ओर से तय किए गए नियमों के मुताबिक अलग-अलग अनुपात में प्राप्त आय का आवंटन किया जा सकेगा। संपत्ति कुर्क होने के बाद इसमें थोड़ा वक्त लगेगा।
गौरतलब है कि तीन महीने पहले राज्य शासन के सख्त निर्देश के बाद चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई फिर से शुरू हुई है। निवेशकों को राहत देने के लिए निवेश की गई राशि का हिसाब-किताब जुटाने के लिए उनसे आवेदन मंगाए गए। रायपुर तहसील में बड़ी संख्या में निवेशकों ने आवेदन दिया। तहसील पहुंचे आवेदनों में चिटफंड कंपनियों की संख्या 20 से ज्यादा है। प्रदेश में राज्य शासन की ओर से 26 कंपनियों को ब्लेक लिस्टेड किया गया है। स्पीक एशिया, बीएन गोल्ड, यूनीपेटूयू, रायल विजन केयर जैसी तमाम बड़ी कंपनियों ने रायपुर समेत प्रदेशभर में ठगी का कारोबार किया है। स्पीक एशिया कंपनी ने प्रदेश में मोटी कमाई करने के बाद विदेश में निवेश किए हैं। एसडीएम देवेंद्र पटेल ने बताया, तहसील में सूची बनाया जा रहा है, जिसे जिला मुख्यालय भेज दिया जाएगा। यहां से फाइलें थानों को भेजी जाएगी।
अकेले बीएन गोल्ड के लिए हजारों दावेदार
प्रदेशभर में चिटफंड कारोबार करने वाली बीएन गोल्ड कंपनी के विरूद्ध आवेदन देने वालों की संख्या हजारों में है। रायपुर तहसील में ही इस कंपनी के खिलाफ तीन हजार लोग दस्तावेज लेकर अपनी दावेदारी पेश की है। नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद रकम वापसी के लिए सूची बनाने का काम शुरू हो गया है। जमीन खरीदने वालों को एक महीने का वक्त दिया गया है।
96 लाख की जमीन पर मिली बड़ी रकम
अमलीडीह स्थित बीएन गोल्ड की संपत्ति/भूमि खसरा नंबर 191/21 रकबा 0.324हे. भूमि का सरकारी ऑफसेट मूल्य 96 लाख 39 हजार रूपये था, जिसे नीलामी के बाद 3 करोड़ 84 लाख रूपये में बोली लगाकर खरीदा। किसी चिटफंड कंपनी से प्राप्त होने वाली राशि में यह बड़ी रकम है। कुर्क की गई दूसरी संपत्ति में खसरा नंबर 190/14 रकबा 0.011हे. सरकारी ऑफसेट मूल्य 9 लाख 62 हजार 500 रूपये था. जिसे नीलामी के बाद 9 लाख 63 हजार 500 रूपये में बेचा गया। इसी तरह से दूसरी प्रापर्टी में खसरा नंबर 190/06 रकबा 0.022हे. भूमि को नीलाम कर यहां से भी 21 लाख रुपये वसूले गए।
रायपुर, 23 जनवरी । अखिल भारतीय संगठन एफएमआरएआई के आह्वान पर 19 जनवरी को देश भर के दवा प्रतिनिधि 16 सूत्रीय मांगो के साथ एकदिवसीय हड़ताल पर रहे। पूरे देश सहित रायपुर, धमतरी और जगदलपुर के 25 सौ दवा प्रतिनिधि आज किसी भी प्रकार का कम्पनी का कार्य नहीं किए।
इस अभूतपूर्व हड़ताल को सफल बनाने के लिए इकाई के सचिव प्रदीप मिश्रा ने सभी साथियों को क्रांतिकारी धन्यवाद दिया और केंद्र सरकार, राज्य सरकार और न्योक्ताओ से 16 सूत्रीय मांगों को लेकर अपील की गई की सरकार और कंपनियां दवाओ को जीएसटी मुक्त करने तथा 44 श्रम कानूनों को बहाल करने एवं सेक्शन 2एस को लागू करने पर तत्काल विचार करे तथा हमारी जायज मांगो पर ध्यान देकर अतिशीघ्र पूरा करे। यदि मांगे नहीं मानी जाती तो भविष्य में और उग्र आंदोलन किए जायेंगे।
26 जनवरी के लिए स्टाक जमा कर रहे थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। शराब तस्करी के मामले पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। डीडी नगर क्षेत्र में शराब का बड़ा जखीरा बरामद हुआ है। पुलिस की छापेमारी में 50 पेटी अंग्रेजी शराब जब्ती की गई है। पुलिस ने दो संदेहियों को पकड़ा जिनके नाम कुलेश्वर यादव निवासी शीतलापारा और संजय महतो निवासी अम्लेश्वर है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद कुछ और ठिकानों पर भी स्टाक खपाने की जानकारी पुलिस को मिली है। यह बताया गया कि गणतंत्र दिवस को शराब दूकानें बंद रहती है। ऐसे मौके के लिए बड़े पैमाने पर स्टाक जमा करने की तैयारी थी। सूत्र के मुताबिक एक टाटा एस वाहन में शराब भरकर उसे शहर लाए जाने की सूचना सुबह पुलिस को मिली थी। रिंग रोड के रास्ते और जिला बार्डर अम्लेश्वर दोनों तरफ पुलिस ने घेराबंदी के लिए जवान तैनात किए। मुख्य दो मार्गों में संदिग्ध वाहन पर नजरें जमाई। एक टाटा एस वाहन को रूकवाकर उसमें तलाशी ली, जिसमें शराब की 50 पेटियां बरामद हुई। रायपुरा चौक के पास संदिग्ध वाहन चालक के आने के बाद पुलिस टीम ने ड्राइवर को रोका। इसके बाद उसके पास रखे शराब के स्टॉक की जब्ती बनाई। मालूम हुआ है यह शराब छत्तीसगढ़ ब्रांड की शराब है। इतने बल्क में पकड़े गए स्टाक ने आबकारी विभाग के सिस्टम पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भारी भरकम शराब कुम्हारी के रास्ते से रायपुर की तरफ रवाना किया गया था। डीडी नगर पुलिस का दावा है पहले एक ड्राइवर को हिरासत में लिया गया बाद में उसके एक और साथी के बारे में खबर मिली। फौरन दूसरी टीम रवाना किया गया। पकड़ी गई शराब सेमी ब्रांड की शराब है। गाड़ी में रखे स्टॉक की काउंटिंग के बाद इसकी कीमत तय होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। छ ग नागरिक अधिकार समिति ने नया रायपुर में जारी किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए प्रदेश शासन से मांग की है कि किसानों की जायज मांगों को तत्काल पूर्ण किया जाए। एक विज्ञप्ति में समिति के अध्यक्ष शुभम साहू ने कहा है कि भूमिपुत्रो की जमीन की सरकारी लूट की बुनियाद पर नई राजधानी को बसाया जाना हम सबके लिये एक अभिशाप है।
उन्होंने मांग की है कि प्रभावित किसानों को उचित दर से मुआवजा प्रदान किया जाये तथा पुनर्वास पैकेज के तहत भूखंड प्रदान किये जाये। प्रभावितों को नई राजधानी क्षेत्र के व्यवसायिक परिसरों में लागत मूल्य पर दुकानें आबंटित की जाये तथा इस क्षेत्र में भूमि के क्रय-विक्रय पर लगे प्रतिबंधों को तत्काल हटाया जाए। छ ग नागरिक अधिकार समिति ने कहा है कि नई राजधानी के किसानों की बर्बादी के लिये छ ग राज्य की स्थापना नही की गई थी। उल्लेखनीय है कि अपनी मांगों पर 27 गांवों के हजारों किसान आंदोलनरत है, लेकिन अब तक कोई उपयुक्त हल नहीं निकल पाया है। लगभग 20 दिनों से जारी इस आंदोलन के शीघ्र व स्थाई समाधान की जरूरत है। छ ग नागरिक अधिकार समिति ने किसानों के इस आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। दैनिक रेल यात्रियों के लिए राहत की खबर है। रविवार से मंथली सीजन टिकट एम एस टी की सुविधा फिर से मिलेगी। बिलासपुर रेलवे जोन ने न इसके आदेश जारी कर दिए हैं। हजारों रेल यात्रियों को यह सुविधा मिलने लगेगी।
जोन के तीनों रेल मंडल रायपुर, बिलासपुर, औऱ नागपुर रेल मंडल के यात्रियों को ये सुविधाएं मिलेगी। अनरिजर्व कोच में एम एस टी की सुविधा मिलेगी। बिलासपुर से रायपुर रोजाना 30 हजार यात्री एम एस टी वाले सफर करते हैं। बीते दो साल से अब तक यह सुविधा बंद होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। या फिर स्पेशल शुल्क देकर सफर करते रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। पंडित रविशंकर शुक्ला वार्ड मैं शनिवार को डामरीकरण का कार्य प्रारंभ हुआ। रायपुर उत्तर विधायक कुलदीप जुनेजा ने नारियल फोडक़र रवि नगर मेन रोड एवं पूर्व पार्षद गुड्डा के घर से लेकर करनैल सिंह के घर तक का रोड डामरीकरण के लिए भूमि पूजन किया। वार्ड पार्षद एवं एमआईसी सदस्य आकाश तिवारी ने बताया कि यह रोड की मांग पिछले 10 वर्षों से की जा रही थी, आज वह मांग पूर्ण हुइर्। इसके लिए क्षेत्र के लोगों ने विधायक के लिए आभार प्रकट किया है। लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से डामरीकरण कार्य पूरा किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ डी एल एड (2017-19) संपर्क कक्षा की परिश्रमिक राशि के भुगतान के संबंध में लगातार दो वर्षो से मुद्दा उठता रहा है इस पर संघ के प्रयास से एस सी आर टी द्वारा परिश्रमिक राशि का मांग पत्र 5 दिसंबर 2019 और पुन: 31 अगस्त 2021 तक नए फार्मेट में उपयोगिता प्रमाण पत्र मुख्यालय नई दिल्ली भेजा गया है इस पर संघ के प्रयास से 16 करोड़ 21 लाख रुपए एस सी आर टी प्राप्त हो गया है परंतु इस कार्य में लगे व्याख्याता/ कर्मचारियों को अभी तक परिश्रमिक राशि का भुगतान नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के प्रांताध्यक्ष राकेश शर्मा , महामंत्री राजीव वर्मा, जिलाध्यक्ष अरूण साहू प्रांतीय सचिव सुरेश अवस्थी ने एससीईआरटी के संचालक राजेश राणा से मिलकर पारश्रमिक राशि भुगतान की मांग की। राणा ने अपर संचालक एससीईआरटी को निर्देशित किया है प्रकरण भुगतान के लिए प्रस्तुत करने कहा।
थानेदारों की बैठक लेकर एसएसपी नेे दिए सख्त निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। कोविड काल के वक्त से थानों में जाम हो चुकी फाइलें एक बार फिर से खुलेंगी। ऐसे प्रकरण जिसमें आरोपियों को दूसरे राज्यों से ताल्लुक है उनकी धरपकड़ का अभियान तेज होगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने शनिवार को थानेदारों की बैठक लेकर सख्त निर्देश दिए हैं। सुबह ग्यारह बजे आयोजित बैठक में एसपी ने पुरानी पेंडेंसी का निपटारा करने को कहा। थानों में दूसरे राज्यों व शहरों से संबंधित मामलों में सबसे ज्यादा चिटफंड के मामले हैं। बताया यह भी जा रहा है चार से पांच बड़ी कंपनियां ऐसे है जिसमें आरोपियों को दूसरे राज्यों में पकड़ा गया है। उन्हें रायपुर लाने की प्रक्रिया लंबे समय से लंबित रह गई है। ऐसे मामलों में ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपियों को रायपुर के मामलों में गिरफ्तार करने कहा। करीब डेढ़ घंटे की बैठक में पुलिस अधीक्षक ने क्राइम केस की समीक्षा की। इस दौरान ऐसे मामले जिसमें आरोपियों का पता नहीं है, उन मामलों में भी गुप्तचर तैनात कर पेंडेंसी का निपटारा करने के लिए कहा। एसपी ने बैठक के दौरान थानेदारों को अपने-अपने क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज की व्यवस्था सुधारने के भी निर्देश दिए। मिशन सिक्योर के तहत शहर में लगाए गए कैमरा कई जगहों में बंद पड़े हुए हैं। अपराधिक घटना के बाद पुलिस को जांच में परेशानी हो रही है। थानेदारों को निर्देश दिए गए आसपास के संगठनों की मदद लेकर कैमरों की स्थिति में भी सुधार किया जाए। वारंट तामिली के मामलों में भी कार्रवाई की जरूरत है। कोविड काल के दौरान स्थाई वारंट, अस्थाई वारंट के साथ गैरजमानतीय वारंट के ही 1 हजार से ज्यादा मामले अभी भी पेंडिंग है। अब इन मामलों में भी कार्रवाई करने को कहा है। देहात के थानों में हो रही चोरी की घटनाओं पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने चिंता प्रकट करते हुए गश्त-पेट्रेलिंग बढ़ाने कहा। शहर में बढ़ते बाइक चोरी के केस में भी आरोपियों की धरपकड़ तेज करने के निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। आज से लेकर अगले 72 घंटे तक प्रदेश में बारिश होने के संकेत है। आज शाम एवं रात्रि में सरगुजा और उससे लगे बिलासपुर संभाग के जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने यहां गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जतायी है।
सरगुजा और बिलासपुर संभाग के जिलों में 23 जनवरी को भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और एक-दो स्थानों में गरज चमक के साथ ओलावृष्टि की संभावना जतायी गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दुर्ग और रायपुर संभाग के उत्तर में स्थित जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की सम्भावना है। दुर्ग और रायपुर संभाग के शेष भाग और बस्तर संभाग के उत्तर भाग में एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छीटें पड़ सकते हैं। सरगुजा संभाग और उससे लगे जिलों में तथा बस्तर संभाग और उससे लगे जिलों में 24 जनवरी को हल्की बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा दक्षिण पश्चिम राजस्थान और उससे दक्षिण पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है। इसके कारण प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त गरम हवा आ रही है। इसके कारण छत्तीसगढ़ राज्य में 22, 23 जनवरी को न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि होने की संभावना है। प्रदेश के उत्तरी भाग में 22 जनवरी को आंशिक रूप से बादल छाये रहेंगे शेष भागों में कुछ बादल रहने की संभावना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु साय ने सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखकर धान खरीदी केंद्रों में अधिक तौलाई की शिकायत की है। साय ने इसके दोषियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की है।
साय ने कहा कि प्रदेशभर के विभिन्न स्थानों से धान खरीदी केंद्रों में किसानों को अपना धान बेचने के लिए एक साथ कई मोर्चों पर जूझना पड़ रहा है। कहीं धान उठाव की धीमी रफ़्तार से खऱीदी केंद्रों में धान खरीदी का काम बुरी तरह प्रभाावित हो रहा है, कहीं किसानों को अपना धान बेचने टोकन पाने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है, और अब धान के तौल में भी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ रही हैं। विभिन्न खऱीदी केंद्रों में निर्धारित मात्रा से काफ़ी ज़्याादा धान तौलकर किसानों को सीधे-सीधे नुक़सान पहुंचाया जा रहा है। विभिन्न खऱीदी केंद्रों में धान बेचने वाले किसानों की यह शिकायत काफी संख्या में सामने आई है कि तौल करते समय उनका धान 40.500 किलो के अलावा 250 ग्रााम से लेकर तीन-तीन किलो अतिरिक्त तौला जा रहा है। महासमुन्द के पिथौरा ब्लॉक की सरकड़ा सोसाइटी में निर्धारित मात्रा से तीन किलो ज़्यादा धान तौलने की शिकायत खऱीदी केंद्र के प्रबंधकों की लापरवाही को स्पष्ट करती है। यह बात अधिकारियों के सामने फिर से किए गए तौल में भी साबित हो गई है। इसी तरह धान खऱीदी केंद्रों में किसानों को टोकन देने में भी किए जा रहे पक्षपात से असंतोष पनप रहा है। महासमुन्द जि़ले के ही बेलसोंडा में किसानों को टोकन जारी ही नहीं किया जा रहा था जिससे वहां 315 किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे थे। वहाँ भी अप्रिय स्थिति बनी और किसानों की उग्रता के बाद उन्हें टोकन जारी किया गया।
साय ने आगे कहा कि प्रदेश के प्राय: धान खरीदी केंद्रों में इस तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं। दोनों खरीदी केंद्रों में किसानों को अपने साथ इंसाफ के लिए धरने पर बैठना पड़ा, तब कहीं जाकर आपका प्रशासन तंत्र हरकत में आया। इस स्थिति से यह साफ हो रहा है कि धान खऱीदी केंद्रों में व्यापक पैमाने पर भर्राशाही का आलम है। भ्रष्टाचार, अवैध वसूली, माफिया-आतंक आदि के माहौल में प्रदेश सरकार से यह सहज अपेक्षा थी कि कम-से-कम किसानों को तो भर्राशाही का शिकार बनाने से बख़्शा जाए, लेकिन आज किसानों के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें करती आपकी सरकार के शासनकाल में किसान ही सबसे ज़्यादा संत्रस्त हो रहा है।
प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों में लगातार बढ़ रही आवक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ को देश का मिलेट हब बनाने के लिए शुरु किए गए मिलेट मिशन के तहत कोदो, कुटकी एवं रागी की फसलों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी के साथ ही राजीव गांधी किसान न्याय योजना में किसानों को इन फसलों को इनपुट सब्सिडी देने का फैसला भी लिया गया है। सीएम भूपेश बघेल की पहल पर कोदो, कुटकी और रागी की फसल लेने वाले किसानों को इनकी बिक्री में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए राज्य की सभी प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों में समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है। प्रदेश में अब तक सवा करोड़ रूपए से अधिक मूल्य की 4110 क्विंटल कोदो, कुटकी और रागी की खरीदी की गई है।
कुपोषण दूर करने दिया जा रहा बढ़ावा
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि मिलेट उत्पादन बढ़ाने के लिए के पीछे राज्य सरकार की मंशा है कि इन फसलों का अधिक से अधिक उपयोग बच्चों के कुपोषण दूर करने में किया जाए। समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले मिलेट का उपयोग मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, आंगनबाड़ी के पोषण आहार कार्यक्रम में करने के निर्देश भी दिए गए हैं। सभी प्राथमिक वन समितियों में इन फसलों की खरीदी की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा किसानों को इनकी खेती के लिए दिए जा रहे प्रोत्साहन से आने वाले समय में इन फसलों का उत्पादन और बढ़ेगा।
किसानों को मिलेगी इन्पुट सब्सिडी
राज्य सरकार ने उपज की सही कीमत दिलाने के लिए समर्थन मूल्य घोषित किया है, साथ ही मिलेट फसलों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना में कोदो, कुटकी और रागी की फसल लेने वाले किसानों को 9 हजार रुपए प्रति एकड़ और धान के बदले कोदो-कुटकी और रागी की फसल लेने वाले किसानों को 10 हजार रुपए प्रति एकड़ इनपुट सबसिडी दी जाएगी। समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले मिलेट का उपयोग मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, आंगनबाड़ी के पोषण आहार कार्यक्रम में किया जाएगा।
राज्य लघु वनोपज सहकारी विपणन संघ से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोदो और कुटकी की खरीदी 30 रूपए प्रति किलो और रागी की खरीदी 33.77 रूपए प्रति किलो की दर से की जा रही है।
अब तक संग्राहकों से 2743 क्विंटल कोदो, 252 क्विंटल कुटकी काला, 656 क्विंटल कुटकी भूरा और 458 क्विंटल रागी की खरीदी की जा चुकी है। संग्राहकों को अब तक 17 लाख 17 हजार 594 रूपए का भुगतान किया जा चुका है। शेष राशि का भुगतान संग्राहकों को शीघ्र किया जाएगा। समर्थन मूल्य पर कोदो, कुटकी और रागी फसलों की खरीदी 31 जनवरी 2022 तक की जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि जगदलपुर, दंतेवाड़ा, दक्षिण कोण्डागांव, नारायणपुर, पश्चिम भानुप्रतापपुर, बलरामपुर, मरवाही, सुकमा और सूरजपुर वनमण्डल में 252.02 क्विंटल कुटकी (काली), वनमण्डल केशकाल, जशपुर, दंतेवाड़ा, दक्षिण कोण्डागांव, नारायणपुर, बलरामपुर, मनेन्द्रगढ़, राजनांदगांव, सरगुजा और सूरजपुर वनमण्डल में 665.69 क्विंटल कुटकी (भूरा), कटघोरा, कवर्धा, कांकेर, केशकाल, कोरिया, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, दक्षिण कोण्डागांव, पश्चिम भानुप्रतापुर, बलरामपुर, बिलासपुर, मनेन्द्रगढ़, मरवाही, राजनांदगांव, रायगढ़, सुकमा और सूरजपुर वनमण्डल में 2743.06 क्विंटल कोदो, कांकेर, केशकाल, जगदलपुर, जशपुर, दंतेवाड़ा, दक्षिण कोण्डागांव, धमतरी, बलरामपुर, सुकमा और सूरजपुर वनमण्डल में 458.58 क्विंटल रागी की खरीदी की गई है।
वेल्यू एडिशन से मिलेगा रोजगार
पोषण और स्वास्थ्य के लिए सेहतमंद विकल्प होने के कारण वैश्विक बाजार में मिलेट्स की डिमांड लगातार बढ़ रही है, इसे देखते हुए सीएम भूपेश बघेल द्वारा मिलेट्स उत्पादन वाले गांवों में लघु प्रसंस्करण इकाईयां एवं पैकेजिंग इकाईयां स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि वेल्युएडिशन के माध्यम से उत्पादन करने वाले किसानों को और भी अधिक फायदा मिल सके। गढक़लेवा के मेनू में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के साथ कोदो, कुटकी और रागी से तैयार व्यंजनों को भी शामिल किया गया है। मिलेट संग्रहण, प्रसंस्करण और वेल्यूएडिशन से किसानों, महिला समूहों और युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके लिए विशेषज्ञों द्वारा इन्हें तकनीकी और प्रायोगिक रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।
हैदाराबाद के मिलेट इंस्टीट्यूट से एमओयू
प्रमुख सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन मनोज पिंगुआ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोदो, कुटकी और रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी के साथ इनके प्रसंस्करण और मार्केटिंग की व्यवस्था भी की जा रही है। छत्तीसगढ़ के 20 जिलों के 85 विकास खण्डों में मिलेट्स का उत्पादन होता है। मिलेट मिशन में पांच वर्षों में राज्य सरकार द्वारा 170.30 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। मिलेट्स का उत्पादन बढ़ाने, उन्नत तकनीक, किसानों को प्रशिक्षण, उच्च क्वालिटी बीज और सीड बैंक की मदद के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मिलेट रिसर्च हैदराबाद और राज्य के 14 मिलेट उत्पादक जिलों के बीच एमओयू साइन हुआ है, इन जिलों में कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, राजनांदगांव, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, राजनांदगांव, कवर्धा, गौरेला-पेंड्रा, मरवाही, बलरामपुर, कोरिया, सूरजपुर और जशपुर जिले शामिल हैं। कांकेर और दुगुकोंदल में दो प्रोसेसिंग इकाईयों की स्थापना हो चुकी है। बस्तर, सरगुजा, कवर्धा और राजनांदगांव में लघु धान्य फसलों के सीड बैंक स्थापित किए जाएंगे।
रायपुर, 22 जनवरी। राजभवन में गणतंत्र दिवस के अवसर पर ‘एट होम फंक्शन’ का इस वर्ष आयोजन नहीं होगा। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर इसे स्थगित कर दिया गया है।
रायपुर, 22 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़े महिला समूहों और गौठान समितियों को 4 करोड़ 21 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन जारी की, जिसमें 01 जनवरी से 15 जनवरी 2022 तक राज्य के गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से गोधन न्याय योजना के तहत क्रय किए गए गोबर के एवज में 2 करोड़ 76 लाख रूपए का भुगतान तथा गौठान समितियों को 87 लाख और महिला समूहों को 58 लाख रूपए की लाभांश राशि शामिल है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, गोधन न्याय योजना के राज्य नोडल अधिकारी डॉ एस. भारती दासन उपस्थित थे।
जिला प्रभारियों की घोषणा में भी बड़े स्तर पर खींचतान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। विपक्षी दल के लिए युवा कार्यकर्ता ही प्रमुख सैनिक होते हैं, लेकिन 15 साल की सत्ता के बाद विपक्ष में बैठी भाजपा के लिए यह उल्टा साबित हो रहा है। भाजपा का यूथ विंग भाजयुमो अंदरूनी खींचतान के कारण पार्टी के लिए सिर दर्द साबित हो रहा है। आलम यह है कि कार्यकारिणी बने डेढ़ साल बीत गए हैं और युवा मोर्चा प्रदेश भर में आंदोलन खड़ा नहीं कर पाया।
भाजयुमो में किस तरह अंदरूनी लड़ाई है, इससे समझिए कि प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश मंत्री के दो-दो पदों समेत 7 पदों पर नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। यही स्थिति जिला प्रभारियों की नियुक्ति को लेकर बनी थी। हालांकि जोड़-तोड़ कर प्रभारियों का ऐलान तो किया गया, लेकिन इसमें भी गुटबाजी की बात सामने आ रही है। भाजयुमो के ही पदाधिकारियों का कहना है कि बैठकों में उनकी बात को तवज्जो नहीं मिलती। छेरछेरा से पहले सीएम हाउस और मंत्रियों का बंगला घेरने की रणनीति पर बात हुई थी। सभी पदाधिकारी आक्रामक आंदोलन के पक्ष में थे, लेकिन जब कार्यक्रम जारी किया गया, तब सीएम हाउस या मंत्री बंगले के बजाय चौराहे पर प्रदर्शन कर दिया गया।
इस तरह रोजगार जैसे मुद्दे पर आक्रामक आंदोलन के जरिए सरकार को घेरने की रणनीति खानापूर्ति बनकर रह गई। इन कारणों से ही युवा मोर्चा के दोनों प्रभारी भी प्रदेश प्रभारियों के सामने हटाने की बात रख चुके हैं, जबकि प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय कई मौकों पर यह कह चुके हैं कि युवा मोर्चा को अब तक दो-चार बड़े आंदोलन और जेल भरो आंदोलन करना था, लेकिन इसमें टीम ने निराश किया है।
ज्यादातर पदाधिकारी भी सुस्त
भाजयुमो में अलग-अलग नेताओं की सिफारिश से टीम बनी थी। यही वजह है कि युवा मोर्चा की टीम बनकर काम करने के बजाय आज भी पदाधिकारी अपने-अपने सिफारिशी नेता के आसपास ही घूमते रहते हैं। बचे हुए पदों पर भी इसी तरह नेताओं की सिफारिश लिए कार्यकर्ता खड़े हैं, लेकिन न तो उन्हें नियुक्ति दी जा रही है, न ही किसी और योग्य कार्यकर्ता को मौका दिया जा रहा है।