विचार / लेख

मोदी हसीना से दो टूक बोलें...
23-Mar-2021 1:36 PM
मोदी हसीना से दो टूक बोलें...

-गिरीश मालवीय

खुला चैलेंज है 26 मार्च को मोदीजी बांग्लादेश दौरे पर जा रहे हैं उनसे कहिए कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के सामने दो टूक शब्दों में यह बोले कि जो ‘घुसपैठिये’  बांग्लादेश से भारत में आए हैं उन्हें अपने देश में वापस लें।

गृहमंत्री अमित शाह दो साल पहले कह रहे थे कि बांग्लादेशी घुसपैठिए दीमक की तरह हैं,  वे लोग देश का संसाधन खत्म कर रहे हैं। चुन-चुनकर उन्हें देश से बाहर निकालेंगे, हमने असम में एनआरसी के जरिए 40 लाख घुसपैठियों को पहचानने का काम किया है।

2018 में शक्ति केंद्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा था भाजपा का संकल्प है कि एक भी बांग्लादेशी घुसपैठिया को भारत में रहने नहीं देंगे, वे लोग देश का संसाधन खत्म कर रहे हैं।

अब वक्त आ गया है मोदीजी की शेख हसीना से मीटिंग होने वाली है! इससे बढिय़ा मौका कोई और हो ही नही सकता। आज भी नहीं बोलिएगा तो फिर कब बोलिएगा?

बंगाल के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहते है कि भारत में कुल दो करोड़ मुसलमान घुसपैठिए मौजूद हैं जिसमें से एक करोड़ पश्चिम बंगाल में ही हैं। जाहिर सी बात है ये लोग आए तो बांग्लादेश से ही होंगे। भक्त तो बांग्लादेश घुसपैठियों की संख्या 4 करोड़ बताते हैं अब सीधी सी बात है कि यदि आप एनआरसी लागू कर इन 4 करोड़ लोगों की पहचान कर उन्हें अलग करते हो तो उन्हें समुंदर में तो नही फिंकवा दोगे।

आप उन्हें डिटेंशन सेंटर में रखेंगे! कोई बताए कि 4 करोड़ की आबादी रखने के लिए देश मे कहाँ ओर कुल कितने  डिटेंशन सेंटर बनाए जाएंगे? इन डिटेंशन सेंटर की व्यवस्था का खर्चा कौन उठाएगा रोजाना 4 करोड़ लोगों के खाने पीने का खर्चा कौन उठाएगा? क्या यह खर्च भारत के टैक्सपेयर्स से ही नही वसूला जाएगा! क्या आप यह खर्च उठाने को तैयार है?

जब एनआरसी का मुद्दा चरम पर था तो बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने बयान दिया था कि भारत की सरकार भारत में अवैध तरीके से रहने वाले बांग्लादेशियों की सूची बांग्लादेश को दे ताकि वह उन्हें वापस अपने देश बुला सकें। उन्होंने कहा था हम उन्हें (बांग्लादेश नागरिक) वापस बुला लेंगे क्योंकि उनके पास अपने देश में घुसने का अधिकार है।

वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि बांग्लादेश भी अपने यहाँ घुसपैठ की समस्या बता रहा है ढाका से प्रकाशित बांग्ला दैनिक बांग्लादेश प्रतिदिन ने 2019 में 29 सितंबर को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि बांग्लादेश में 5 लाख बिहारी (हिंदी भाषी) अवैध तरीके से रह रहे हैं। अखबार ने इस बात पर चिंता जताई है कि बांग्लादेश में अवैध घुसपैठियों की संख्या बढ़ती जा रही है, कहीं शेख हसीना मोदीजी के सामने इन्हें ही वापस लेने की मांग नहीं उठा दे।

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