राजनांदगांव
![मदनवाड़ा नक्सल हमले की गवाही कलमबंद मदनवाड़ा नक्सल हमले की गवाही कलमबंद](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1628149209adanwada_Thana.jpg)
न्यायिक आयोग के सामने गवाहों का बयान दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 अगस्त। 12 जुलाई 2009 को मदनवाड़ा नक्सल हमले में तत्कालिन पुलिस अधीक्षक विनोद चौबे समेत 29 जवानों की शहादत की घटना की न्यायिक जांच के लिए गठित आयोग के सामने गवाही शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि हमले में नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने में शामिल रहे फोर्स के अफसर गवाही के जरिये आयोग के सामने पूरे घटना की विस्तृत जानकारी दी है।
बताया जा रहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस्ट शंभूनाथ श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एकल सदस्यीय न्यायिक आयोग ने जांच शुरू कर दी है। राज्य सरकार को नक्सल हमले में कुछ अफसरों की भूमिका को लेकर शंका है। लिहाजा पूरे मामले की वस्तुस्थिति का पता लगाने सरकार ने आयोग का गठन किया है। करीब 12 साल पहले हुए इस वीभत्स नक्सल हमले में एसपी चौबे और 29 जवान शहीद हो गए थे। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में इस हमले को लेकर राजनीतिक स्तर पर विरोध भी हुआ था।
मिली जानकारी के मुताबिक गवाह के रूप में राजनांदगांव जिले में पदस्थ रहे रक्षित निरीक्षक गुरजीत सिंह ने भी गवाही दी है। बताया जा रहा है कि उन्होंने पूरे घटना की बिन्दुवार जानकारी आयोग को दी है। जिसमें हथियार से लेकर वाहनों और अन्य दूसरे विषयों के संबंध में उन्होंने जानकारी आयोग को दी है।
बताया जा रहा है कि आरआई की हैसियत से लिए गए प्रशासनिक निर्णय के संबंध में उन्होंने आयोग को जानकारी दी। कुछ प्रश्नों को गोपनीय कारणों से जानकारी देने में असमर्थता जाहिर की। बताया जा रहा है कि आयोग ने अब गवाही शुरू करते हुए पूरी घटना में परोक्ष और अपरोक्ष रूप से शामिल लोगों को समन भेजना शुरू किया है। राज्य सरकार ने आयोग के कार्यकाल में वृद्धि की है। आयोग जांच के बाद रिपोर्ट शासन को सौंपेंगा। इससे पहले आयोग ने मदनवाड़ा नक्सल हमले के संबंध में कई विषयों को भी शामिल किया है।