राजनांदगांव
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 अगस्त। चिटफंड कंपनियों में रकम दोगुनी करने के लालच में फंसे लोग रकम वापसी के आवेदन जमा करने के लिए बेतहाशा भीड़ बढ़ गई है। स्थानीय तहसील कार्यालय में चिटफंड निवेशकों की लंबी कतार लगी हुई है। लिहाजा आवेदन जमा करने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने रकम वापसी के लिए निवेशकों से विधिवत आवेदन मंगाए हैं। आवेदन जमा करने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे हुए हैं। भीड़ देखकर कई लोगों की चेहरे से हवाईयां उड़ गई है। वहीं रकम मिलने की उम्मीद लिए निवेशक घंटो कतार में खड़े होकर आवेदन जमा करने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। राज्य सरकार ने 6 अगस्त तक आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख तय की है। कल 6 अगस्त को आखिरी तारीख होने के कारण तहसील कार्यालय निवेशकों से खचाखच भरा हुआ है। एजेंटों के झांसे में आकर कई ग्रामीणों ने अपनी जमा पूंजी चिटफंड कंपनी में निवेश कर दी। कंपनियों के द्वारा चंद महीनों में रकम दोगुनी किए जाने का लालच दिया गया। एजेंटों के जरिये कंपनियों में करोड़ों रुपए निवेशकों के डूब गए। इसके बाद से ग्रामीण अपनी रकम वापसी के लिए शासन-प्रशासन से गुहार लगाते रहे। कई एजेंटों के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले भी दर्ज किए गए हैं। बताया जा रहा है कि आवेदन जमा करने के लिए निवेशक परिवार के साथ पहुंचे हुए हैं। छोटे बच्चों के अलावा उम्रदराज लोग भी आवेदन जमा करने के लिए कतारबद्ध है।
बताया जा रहा है कि ज्यादातर आवेदनों में लाखों रुपए जमा करने की जानकारी दी गई है। ग्रामीणों के द्वारा जमा की गई राशि को वापस करने की नीति अभी साफ नहीं है। फिर भी बड़ी संख्या में ग्रामीण आवेदन जमा करने सुबह से तहसील कार्यालय में डटे हुए हैं।