राजनांदगांव
![ऑनलाइन खाद विक्रय का निगम को मिल रहा अच्छा प्रतिसाद ऑनलाइन खाद विक्रय का निगम को मिल रहा अच्छा प्रतिसाद](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1628249212jn__1.jpg)
मेयर ने किया एमेजान कंपनी को नवी मुम्बई, वाराणसी व उत्तराखंड भेजने वर्मी खाद हस्तांतरित
राजनांदगांव, 06 अगस्त। छत्तीसगढ़ शासन की महती योजना गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन के तहत नगर निगम राजनांदगांव द्वारा 4 गौठान केन्द्र नवागांव, रेवाडीह, मोहारा एवं लखोली में गोबर खरीदी कर वर्मी खाद का निर्माण किया जा रहा है। वर्मी कम्पोस्ट का लाभ नागरिकों को दिए जाने हाट बाजार में वर्मी कम्पोस्ट बिक्री केन्द्र खोला गया है और घर बैठे ऑनलाइन के माध्यम से खाद खरीदने ई-कामर्स कंपनी एमेजान से खाद विक्रय करने की पहल राजनांदगांव नगर निगम द्वारा की गयी। जिसका अच्छा प्रतिसात मिल रहा है और राजनांदगांव के अलावा अन्य राज्यों के लोग भी एमेजान के माध्यम से ऑनलाइन वर्मी खाद क्रय करने आर्डर कर रहे हैं। इसी कड़ी में नवी मुंबई, वाराणसी एवं उत्तराखंड से ऑनलाइन आर्डर प्राप्त होने पर महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने संबंधितो तक खाद पहुंचाने प्रथम डिलवरी के तहत एमेजान कंपनी के लोगों को 5-5 किलो वर्मी कम्पोस्ट हस्तांतरित किए।
महापौर देशमुख ने बताया कि छत्तीसगढ शासन द्वारा खेतीहर किसानों तथा पशु पालकों के हित में गोधन न्याय योजना प्रारंभ किया गया है। योजना के तहत 2 रुपए किलो की दर से सरकार द्वारा पशुपालकों से गोबर खरीदा जा रहा है। गोबर से महिला स्व सहायता समूहो के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है। उक्त खाद के उपयोग से फसल उत्पादन में वृद्धि होकर किसानों को फायदा हो रहा है और गोबर विक्रय करने से पशु मालिकों को भी आर्थिक लाभ मिल रहा है। साथ ही खाद बनाने से महिला स्व सहायता समूहों को भी रोजगार प्राप्त हो रहा है।
उन्होंने बताया कि नगर निगम राजनांदगांव द्वारा भी 4 गौठान केन्द्र नवागांव, रेवाडीह, मोहारा एवं लखोली में गोबर खरीदी कर वर्मी खाद के अलावा, गमला, दिया एवं गोबर की लकडी बनायी जा रही है। वर्मी कम्पोस्ट का लाभ नागरिकों को दिए जाने हाट बाजार में वर्मी कम्पोस्ट बिक्री केन्द्र भी प्रारंभ किया गया है, जहां न्यूनतम दर पर वर्मी कम्पोस्ट खाद का विक्रय किया जा रहा है। साथ ही डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली स्वच्छता दीदीया भी घर-घर जाकर वर्मी खाद का विक्रय कर रही है। जिससे नगर निगम को आय प्राप्त हो रही है।