राजनांदगांव
![हल-कृषि यंत्र पूजने के बाद मनी हरेली हल-कृषि यंत्र पूजने के बाद मनी हरेली](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1628406355jn__1_b.jpg)
पारंपरिक गेड़ी की सवारी संग दिखा त्यौहारी उत्साह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 अगस्त। प्रदेश के लोक त्यौहारों में से प्रमुख हरेली पर्व मनाते हुए पारंपरिक गेड़ी की सवारी करने लोगों में जबर्दस्त उत्साह रहा। रविवार होने की वजह से भी त्यौहार का उत्साह दोगुना रहा। देहात और ग्रामीण इलाकों में इस पर्व पर आज विविध पारंपरिक आयोजन हुए। जिसमें घरों में हल और कृषि यंत्रों की पूजा-अर्चना के बाद दिनभर उत्सवी माहौल रहा।
छत्तीसगढ़ के लोक त्यौहार में से एक हरेली पर्व रविवार को परंपरागत रूप से मनाया गया। शहर के मुकाबले गांवों में हरेली त्यौहार को लेकर ज्यादा उत्साह नजर आया। हालांकि शहर के चुनिंदा वार्डों में इस पर्व को लेकर उत्साह रहा। हरेली त्यौहार को छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार माना जाता है। किसानों के लिए यह त्यौहार बेहद खास माना जाता है।
लोकमान्यता है कि कृषि यंत्रों की पूजा-अर्चना करने के लिए हरेली पर्व मनाया जाता है। बेहतर फसल होने की कामना लेकर यह पर्व किसानों के बीच परंपरागत तौर पर महत्वपूर्ण माना जाता है। इधर पर्व के अवसर पर गेडी की पारंपरिक चलन भी गांव में आज भी बरकरार है। विशेषकर बच्चों में गेडी की सवारी करने का उत्साह नजर आया। बांस एवं लकड़ी से निर्मित गेडी को चलाने के लिए बच्चों में कल दिनभर विशेष उत्साह दिखाई दिया। गांवों में गेडी की सवारी करते बच्चे खुशी से फूले नहीं समा रहे थे। वहीं घरों में पर्व के चलते पूजा-अर्चना के बाद विशेष व्यंजन बनाए गए। चावल आटे से निर्मित चीला को विशेष तौर पर पूजा के दौरान अर्पित किया गया। घरों में महिलाओं ने त्यौहार के चलते विशेष तैयारी की थी। घर-आंगन को सजाया गया। कृषि उपकरणों की पूजा-अर्चना कर खेतों में भी जाकर किसानों ने पूजन कार्य किया।