राजनांदगांव
![सीएम के जन्मदिन पर किसानों का नांदगांव में सम्मान सीएम के जन्मदिन पर किसानों का नांदगांव में सम्मान](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1629794425jn__4.jpg)
आयोजन को वर्चुअल संबोधित किया अकबर ने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के अवसर पर राजनांदगांव जिले के किसानों का जिला सहकारी बैंक द्वारा सम्मान किया गया। स्थानीय जिला पंचायत के सभागृह में प्रदेश के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने वर्चुअल किसानों को संबोधित भी किया। मंत्री अकबर ने शासन द्वारा अपने संबोधन में विशेष रूप से 2500 रुपए धान खरीदी योजना का उल्लेख किया।
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विशेष रूप से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला विशेष रूप से उपस्थित थे। जिले के लघु, सीमांत व प्रगतिशील किसानों का सम्मान करते हुए महामंत्री शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ उनके जीवनस्तर को ऊंचा करने केलिए नई योजनाएं बना रहे हैं। मुख्यमंत्री की सकारात्मक सोच से किसानों की स्थिति बदली है।
जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने कहा कि किसानों की सुध लेने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं एक किसान है। जमीनी स्तर पर खेती से लेकर किसानों की स्थिति का उन्हें बखूबी भान है। इसलिए किसान केंद्रीत योजनाओं से प्रदेशभर के खेतीहर मजदूर आर्थिक संपन्नता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। कार्यक्रम में संसदीय सचिव इंद्रशाह मंडावी के अलावा राजगामी संपदा के सदस्य रमेश खंडेलवाल, प्रभा साहू, गोवर्धन देशमुख, अजय मारकंडे, कमलेश वर्मा, दुर्गेश द्विवेदी, महेश्वर साहू, राजेन्द्र साहू, जयेश डाकलिया, संदीप गहरवार, साधना सिंह, राजकुमारी सिन्हा, चुम्मन साहू, किशन वैष्णव, इंदरपाल सिंह राजा, मनोज सिन्हा, हेमंत यादव समेत बड़ी संख्या में अन्य लोग उपस्थित थे।
बैंक की भूमिका अहम
कार्यक्रम में बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने अतिथियों के स्वागत के बाद बैंक की प्रगति, प्रतिवेदन और स्वागत भाषण दिया। उन्होंने किसानों के सम्मान समारोह को एक अनूठा प्रयास करार देते कहा कि जिला सहकारी बैंक और किसानों के बीच का रिश्ता बेहद मजबूत है। मुख्यमंत्री के किसान योजनाओं को क्रियान्वयन करने की जिम्मेदारी बैंक पर है। वहीं किसानों को तय समय पर ऋण देना भी बैंक की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना के माध्यम से किसान फल-फूल रहे हैं।