राजनांदगांव
श्रीकृष्ण की अलौकिक गाथाओं की कथाएं भी सुनेंगे भक्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 अगस्त। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से जुड़े पर्व जन्माष्टमी पर कल सोमवार को घर-घर जहां उनकी पूजा-अर्चना होगी। वहीं नंदगोपाल की महिमा से जुड़ी धार्मिक गाथाएं और कथा भी लोग सुनेंगे। जन्माष्टमी का एक खास महत्व रहा है। भादो माह के अष्टमी के दिन भगवान विष्णु के आठवे अवतार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। यह पर्व प्रमुख पर्वों में से एक है। इस अवसर पर घर-घर एवं मंदिरों में व्यापक रूप से पूजा-अर्चना का आयोजन कर जन्माष्टमी मनाया जाता है। वहीं विविध धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। इधर जन्माष्टमी पर्व के लिए अंचल के मूर्तिकारों ने भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोग कान्हा की मूर्तियां स्थापित कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। वहीं मंदिरों में भी भक्तों की उपस्थिति बनी रहती है।
हर्षोल्लास से मनेगा जन्माष्टमी
जिला सर्व यादव समाज भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव श्रद्धाभक्ति के साथ उल्लासपूर्वक मनाएगा। जन्माष्टमी पर्व की शुरूआत महारानी स्कूल के पास स्थित साहड़ा देव की पूजा-अर्चना से होगी। समाज के अध्यक्ष महेश यादव ने बताया कि 30 अगस्त को जन्माष्टमी के दिन सर्वप्रथम सुबह 9 बजे महारानी स्कूल के पास स्थित साहड़ा देव की पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके पश्चात रेवाडीह स्थित सामाजिक भवन में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना कर जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते स्वजातीय बंधुओं द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना घरों में कर कोरोना की समाप्ति तथा सुख-समृद्धि की कामना की जाएगी।
नहीं होगी स्पर्धा
अवतार कल्चरल सोसायटी द्वारा आगामी एक सितंबर को कमला कॉलेज चौक में दही लूट का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन समिति के अध्यक्ष मोहन साहू ने बताया कि प्रशासन के निर्देशानुसार इस बार कार्यक्रम होगा, परंतु स्पर्धा का आयोजन नहीं किया गया है। जिसके कारण बाहर प्रदेश से टोली को भी आमंत्रित नहीं किया गया है। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना और दहीलूट का आयोजन किया गया है।