राजनांदगांव
![दो दर्जन आर्सेनिक प्रभावित गांव में पेयजल आपूर्ति ठप दो दर्जन आर्सेनिक प्रभावित गांव में पेयजल आपूर्ति ठप](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1630243151jn__1.jpg)
चार दिन से नहीं पहुंच पा रहा जल संयंत्र योजना का पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 29 अगस्त। पावर कट व लो-वोल्टेज के चक्कर में ब्लॉक के आर्सेनिक प्रभावित दो दर्जन गांव में एक बार फिर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पटरी से उतर गई है। बारिश के मौसम में लोगों को समूह जल संयंत्र योजना से पानी नहीं मिलने से ग्रामीणों को प्यास बुझाने के लिए मजबूरी में फिर गांवों में हैंडपंप व कुंए से आर्सेनिकयुक्त पानी पीना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार लो-वोल्टेज के कारण बीते चार दिनों से पेयजल आपूर्ति व्यवस्था ठप हो गई हैं। इससे आर्सेनिक प्रभावित गांवों में पानी को लेकर त्राहि-त्राहि मची हुई है।
बारिश नहीं होने से बिजली की खपत बढ़ गई है और पूरे क्षेत्र में लो-वोल्टेज के चलते ब्लॉक के आर्सेनिक प्रभावित ग्राम हाथीकन्हार, केकतीटोला, सोनसायटोला, कौडूटोला, मांगाटोला, सांगली, तेलीटोला, कोटरा, बांधाबाजार, ढाढुटोला, जोरातराई, जादूटोला, भनसुला, पांगरी, बिहरीकला, बिहरीखुर्द, कौडीकसा, अरजकुंड, भगवानटोला, मुलेटीटोला आदि गांव में बुधवार से पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो गई है। कौडूटोला निवासी जिला कांग्रेस के संयुक्त महामंत्री उदेराम साहू, जिला कांग्रेस सचिव बेनीप्रसाद साहू, जादूटोला के उपसरपंच उदय प्रकाश यादव, देवनारायण नेताम, भनसुला के डेरहाराम मेश्राम ने बताया कि पिछले चार दिन से गांवों में समूह जल संयंत्र योजना के माध्यम से नलों से पीने वाला पानी नहीं मिल रहा है। इससे मजबूरी में उन्हें वापस प्यास बुझाने मजबूरी में गांव के हैडपंप व कुंए से आर्सेनिकयुक्त पानी पीना पड़ रहा है।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि पूरे गर्मी में उन्हें इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा था। बारिश आते ही एक उम्मीद जगी थी कि समस्या का अब निराकरण हो जाएगा, लेकिन अभी भी उन्हें पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है और मजबूरी में जीवन चलाने के लिए आर्सेनिकयुक्त पानी पीना पड़ रहा है।
पीएचई करती है पेयजल आपूर्ति
ब्लॉक के दो दर्जन से अधिक अर्सोनिक प्रभावित ग्रामों में पिछले पांच वर्ष से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा शुद्ध पेयजल आपूर्ति की जाती है। 28 करोड़ की लागत से यह योजना पिछली सरकार के समय से अनवरत जारी है। योजना के तहत आर्सेनिक प्रभावित 24 गांव में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए समूह जल संयंत्र योजना संचालित है। नगर में शिवनाथ नदी पर इंटेकवेल व दंतेश्वरी मंदिर पहाड़ी वार्ड 5 में फिल्टर प्लांट बना हुआ है। इस योजना का क्रियान्वयन पिछले तीन वर्ष से पीएचई विभाग द्वारा किया जा रहा है, लेकिन आए दिन पावर कट व लो-वोल्टेज के कारण आर्सेनिक प्रभावित दो दर्जन गांव में पेयजल आपूर्ति आपूर्ती प्रभावित हो रही है। इससे इन गांवों के ग्रामीणों में शासन व प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश है।
कार्यालय का घेराव की चेतावनी
कौडूटोला व जादूटोला के ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिनों के अंदर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बहाल नहीं हुआ तो वे मंगलवार को छग राज्य विद्युत वितरंण कंपनी कार्यालय व लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सब-डिवीजन कार्यालय का घेराव व विरोध प्रदर्शन करेंगे। कौडूटोला निवासी उदेराम साहू, बेनीप्रसाद साहू, जादूटोला के उदय प्रकाश यादव व देवनारायण नेताम ने कहा कि पावर कट व लो-वोल्टेज के चलते उन्हें पीने को पानी नहीं मिल रहा है। अब तो यह समस्या रोजमर्रा की बात हो गई है। स्थानीय अधिकारी समस्या के निराकरण में पूरी तरह उदासीन है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अधिकारी केवल आश्वासन देते हैं। काम कुछ होता नहीं है। अब तो उन्हें समस्या के निरकारण के लिए सडक़ में आना मजबूरी हो जाएगी।
पीएचई एसडीओ एचके शेंडे ने कहा कि लो-वोल्टेज के कारण आर्सेनिक प्रभावित ग्रामों में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हुई है। छग राज्य विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को समस्या के निराकरण के लिए पत्र लिखा गया है और मौखिक चर्चा कर उन्हें मांग के अनुरूप बिजली देने का आग्रह किया गया है। जेई बीएन कुर्रे ने कहा कि बारिश नहीं होने से बिजली की खपत व लोड़ बढ़ गया है। इससे लो-वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हुई है। पेयजल आपूर्ति के लिए पीएचई को मांग के अनुरूप बिजली प्रदान करने की कोशिश की जा रही है। जल्द व्यवस्था ठीक हो जाएगा।