राजनांदगांव
![कमला कॉलेज को ग्रीन चैम्पियन पुरस्कार कमला कॉलेज को ग्रीन चैम्पियन पुरस्कार](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1630244497jn__2_copy.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 अगस्त। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद् द्वारा शासकीय कमलादेवी स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय राजनांदगांव को डिस्ट्रिक्ट ग्रीन चैम्पियन पुरस्कार दिया गया है।
यह पुरस्कार कोविड के कारण जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल एवं स्वच्छता, ग्रामीण उद्यमिता, ग्रामीण शिक्षा प्रकोष्ठ संयोजक डॉ. ओंकारलाल श्रीवास्तव एवं सदस्य प्रो.आलोक कुमार जोशी को भौतिक रूप सेे प्रमाण पत्र प्रदान किया गया तथा पुरस्कार राशि रूपए 5 हजार ऑनलाइन रूप से प्राप्त हुआ।
पुरस्कार की घोषणा करते प्रोग्राम को-आर्डिनेटर बी. झांसी रानी ने बताया कि सत्र 2020-21 के लिए भारत के अनेक राज्यों सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न महाविद्यालयों द्वारा प्रतियोगिता अप्रैल में आयोजित की गई थी। जिसमें कमला कॉलेज यह पुरस्कार पाने वाला छत्तीसगढ़ राज्य का एकमात्र शासकीय महाविद्यालय है। उन्होंने एमजीएनसीआरई के चेयरमैन डॉ. डब्लूजी प्रसन्न कुमार के संदेश का वाचन किया और महाविद्यालय के प्राचार्य, संयोजक सहित समस्त प्राध्यापकों एवं छात्राओं को बधाई दी।
ऑनलाइन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकेश चंद्राकर ने जिले के इस एकमात्र महिला महाविद्यालय को पुरस्कार प्राप्त होने पर कलेक्टर की ओर से भी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल एवं स्टॉफ तथा छात्राओं को बधाई दी एवं एमजीएनसीआरई ने जिले के महाविद्यालय को पुरस्कार के लिए चयनित करने हेतु जिला प्रशासन की ओर से धन्यवाद दिया।
प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल ने सर्वप्रथम एमजीएनसीआरई भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय को पुरस्कार प्रदान करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया तथा अपना प्रतिवेदन देते कहा कि हमारे महाविद्यालय में प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्राओं की विभिन्न समितियां बनाई जाती है और कॉलेज कैम्पस एवं गोद ग्राम में स्वच्छता, वेस्ट मैनजमेंट, वाटर मैनेजमेंट, ग्रीनरी मैनेजमेंट तथा एनर्जी मैनजमेंट हेतु सतत् विभिन्न अकादमिक कार्यक्रम, सेमीनार वर्कशाप आयोजित किए जाते हैं और भौतिक रूप से भी इन विषयों पर कार्य किया जाता है। जिसमें जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन का सहयोग भी लिया जाता है। जिसके कारण आज हमें यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है।