राजनांदगांव
![रकम में हेराफेरी के आरोप में एजेंटों ने डायरेक्टरों पर कार्रवाई के लिए खोला मोर्चा रकम में हेराफेरी के आरोप में एजेंटों ने डायरेक्टरों पर कार्रवाई के लिए खोला मोर्चा](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1630399276jn__4.jpg)
अनमोल इंडिया कंपनी की खोली पोल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 अगस्त। चिटफंड कंपनी के झांसे में आकर ग्रामीण हितग्राहियों से रकम जुटाने वाले अनमोल इंडिया कंपनी के एजेंटों ने मंगलवार को प्रशासन से कंपनी की कारगुजारियों की पोल खोलते डायरेक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। अनमोल इंडिया चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर मूलत: नागपुर के रहने वाले हैं। डायरेक्टरों पर पहले भी कई तरह के आर्थिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं।
बताया जा रहा है कि चिटफंड कंपनी के एजेंटों ने करीब 5 साल पहले मार्च-अप्रैल 2016 में नागपुर स्थित कार्यालय में लोगों की रकम जमा कर पॉलिसी बांड ली थी। पॉलिसी की अवधि पूरी होने के बावजूद हितग्राहियों को राशि नहीं मिल रही है। एजेंटों का आरोप है कि पॉलिसी बांड जमा करने के दौरान डायरेक्टर जावेद मेमन, जुनैन मेमन और खालिद मेमन ने कई तरह के लुभावने वायदे किए थे। जिसके चलते कंपनी के डूबने की स्थिति में जमीन बेचकर हितग्राहियों को रकम वापस करने का भी वादा शामिल था।
बताया जा रहा है कि राजनांदगांव जिले के अलावा आसपास के जिलों से भी करीब एक हजार से अधिक निवेशकों के ढ़ाई करोड़ पालिसी बांड लेकर जमा किए गए थे। निवेशकों को बकायदा कंपनी की सील लगाकर बांड जारी की गई थी। इस बीच रकम वापस नहीं होने की सूरत में एजेंटों पर हितग्राहियों का व्यापक दबाव है। कंपनी के डायरेक्टरों में से एक विचाराधीन बंदी के रूप में जेल में है। बताया जा रहा है कि राजनंादगांव में कंपनी की अधिकृत जमीन मौजूद है। कंपनी ने इसी जमीन का हवाला देकर निवेशकों से रकम लिए थे। अब जेल में रहते हुए डायरेक्टर और उसके साथी जमीन को गोपनीय रूप से बेचने की फिराक में है। एजेंटों ने कलेक्टर से तत्काल इस मामले में दखल देकर न्याय की गुहार लगाई है।