राजनांदगांव
![तिजहारिनों से बसें खचाखच तिजहारिनों से बसें खचाखच](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1631088643jn__3a.jpg)
मायके जाने महिलाओं में जबर्दस्त उत्साह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 सितंबर। तीज पर्व पर मायके जाने यात्री बसें महिलाओं से खचाखच भरी नजर आ रही है। पारंपरिक तीज पर्व को लेकर महिलाओं का उत्साह इस कदर है कि बसों में जगह को लेकर मारामारी की स्थिति बन गई है। कोरोना काल के दो साल बाद यह पहला अवसर है जब बसों में महिलाओं की संख्या यात्री के रूप में बढ़ी हुई है।
तीजहारिनों की आवाजाही से बस कारोबार को भी आर्थिक लाभ मिलता दिख रहा है। मायके जाने के लिए महिलाएं छोटे बच्चों को लेकर बसों में यात्रा कर रही हैं। इस बीच तीज पर्व को मनाने के लिए कई महिलाएं अपने मायके भी पहुंच गई है। कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में तीज पर्व के लिए शासकीय अवकाश भी घोषित किया है। जिसके चलते तिजहारिनों की खुशी भी दोगुनी हो गई है। आज शाम को करेले के साथ कडुवा भोजन सेवन करने के बाद महिलाएं तीज उपवास की शुरूआत करेंगी। कल पूरे दिन और रात को कठिन व्रत रखने के बाद शुक्रवार तडक़े महिलाएं शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना कर अपना उपवास तोडेंग़ी।
इधर नवविवाहित महिलाओं में पर्व को मनाने के लिए उत्साह नजर आ रहा है। विवाह पश्चात मायके पहुंची महिलाओं को घरों में मान मिल रहा है। मायके में पहुंचने के बाद महिलाएं व्रत रखते साजो-श्रृंगार भी करेंगी। पति की दीर्घायु की कामना को लेकर कई महिलाएं निर्जला व्रत भी रखती है। वहीं खानपान की महक भी पर्व पर घरों में फैल गई है।
तिजहारिनों के मायके लौटने से बसें और ट्रेनों में पैर रखने जगह नहीं है। ग्रामीण इलाकों में दौडऩे वाली बसों में महिला यात्रियों की तादाद से इस पर्व का उत्साह साफ तौर पर दिख रहा है। वैवाहिक गठजोड़ के बाद पहली बार मायके आने वाली तिजहारिनों की खुशी का ठिकाना नहीं है। वहीं परंपरागत तौर पर महिलाओं का अपने परिजनों के बीच पहुंचने का दौर जारी है।
तीज पर्व को मनाने के लिए महिलाओं को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। छत्तीसगढ़ में तीज पर्व को मनाने के लिए महिलाएं माहभर पूर्व तैयारी में जुट जाती है। पति की दीर्घायु होने की कामना लेकर महिलाएं निर्जला व्रत रखकर ईश्वर से ताउम्र सुहागिन रहने की कामना करती हैं। भगवान शिव और पार्वती की पूजा-अर्चना करते महिलाएं अपने पतियों के स्वस्थ एवं लंबी आयु की कामना करती है। व्रत तोडऩे से पूर्व की रात सामुहिक रूप से घरों में भगवान शंकर और पार्वती की धार्मिक गाथाओं से जुड़े प्रवचन और गीत संगीत होंगे। साथ ही महिलाएं मिलजुलकर खानपान भी तैयार करेंगी।