राजनांदगांव
![भादो की बारिश से खाली पड़े बांध-बैराज छलके भादो की बारिश से खाली पड़े बांध-बैराज छलके](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1631345644jn__3a.jpg)
मोंगरा समेत आधा दर्जन बांधों से छोड़ा जा रहा पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 सितंबर। आषाढ़-सावन में मानसून की दगाबाजी से चिंताग्रस्त किसानों और खाली पड़े बांध-बैराजों पर भादो की मानसूनी बारिश मेहरबान हुई है। जिले के बड़े बांध-बैराज निर्धारित क्षमता से आधा भरे हुए थे। भादो की बारिश से अब स्थिति सम्हल रही है। आषाढ़ और सावन में मानसून की धीमी रफ्तार से अकाल की काली छाया मंडरा रही थी। पिछले तीन दिनों से रूक-रूककर जिलेभर में हुई बारिश से हालात अब सामान्य होता दिख रहा है। बड़े बांध-बैराजों में कैचमेंट एरिया से पानी की अच्छी आवक होते ही भराव क्षमता से अधिक हो गई है। लिहाजा बैराजों से पानी छोडऩे का सिलसिला शुरू हो गया है। शुक्रवार को सबसे बड़े बैराज मोंगरा से 8 हजार क्यूसेस पानी छोड़ा गया। मोंगरा के पानी से शिवनाथ नदी की रफ्तार भी तेज हुई है।
बताया जा रहा है कि भादो में हो रही बारिश से अकाल पडऩे के आसार कम हो गए हैं। फसलों की लिहाज से भी भादो की बारिश को ‘अमृत तुल्य’ माना जा रहा है। खेतों में पानी कमी से दरारें पड़ गई थी। फसलों के तबाह होने की आशंका से किसानों के माथे में चिंता की लकीरें साफ दिख रही थी। इधर मोंगरा, प्रधानपाठ बैराज, रूसे जलाशय, रानी रश्मिदेवी, सूखानाला, घुमरिया तथा खातूटोला समेत अन्य बांध-बैराजों में क्षमता से अधिक पानी का भराव हो गया है। बांध-बैराजों में बेहतर भराव होने से रबी के मौसम में किसानों को फायदा मिलेगा।
क्र. जलाशय के नाम क्षमता भराव प्रति.
1 रूसे जलाशय 9.18 2.26 24.62
2 ढ़ारा जलाशय 5.09 1.95 38.31
3 पिपरिया जलाशय 40.56 20.45 50.42
4 मटियामोती जलााय 26.48 6.51 24.58
5 मडियान जलाशय 11.59 5.10 44
6 मोंगरा बैराज 32.05 28.64 89.36
7 सूखानाला बैराज 11.71 11.73 100
8 घुमरिया नाला बैराज 2.72 2.58 94.85