राजनांदगांव
![रांग नंबर से प्यार में पड़े भाजपा नेता जैन से शादीशुदा महिला ने पति संग ऐंठे 2 करोड़ रांग नंबर से प्यार में पड़े भाजपा नेता जैन से शादीशुदा महिला ने पति संग ऐंठे 2 करोड़](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1631432919jn__6_a.jpg)
बिल्डिंग ठेकेदार संजीव जैन आत्महत्या मामले में पति-पत्नी गिरफ्तार, देवर फरार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 सितंबर। एक माह पूर्व शहर के बिल्डिंग ठेकदार और भाजपा नेता संजीव जैन के आत्महत्या की घटना की जांच कर रही राजनांदगांव पुलिस ने यूपी मेरठ की एक महिला और उसके पति को ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के समक्ष दोनों ने कई तथ्यों का खुलासा भी किया है। वहीं घटना में शामिल आरोपी महिला का देवर फरार है।
एएसपी प्रज्ञा मेश्राम ने पत्रवार्ता में मामले की जानकारी देते बताया कि मृतक से प्रेम संबंध बनाने के बाद से ही महिला अपने पति के संग मिलकर धोखाधड़ी कर रही थी। बताया जाता है कि महिला ने पति-देवर के संग सुनियोजित तरीके से खुदकुशी करने वाले संजीव जैन से करीब 2 करोड़ रूपए ऐंठा है। आत्महत्या करने से पूर्व संजीव जैन ने अपने साथ हुए धोखाधड़ी के संबंध में एक पत्र भी छोड़ा था। पुलिस ने मृतक के पत्र के आधार पर आरोपियों की खोज शुरू की। बीते माह 10 अगस्त को संजीव जैन ने अपने घर में अचानक फांसी लगाकर जान दे दी। इसके बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू करते मृतक के मोबाइल नंबर और बैंक खातों की जांच की। जांच में मेरठ की मानसी यादव नामक महिला के खाते में बड़े पैमाने पर रकम जमा करने का तथ्य सामने आया। इसके बाद महिला की तलाश शुरू की गई।
बताया जाता है कि आरोपी महिला मानसी का मृतक से 8 साल पहले एक रांग नंबर की वजह से परिचय हुआ। दोनों के बीच मोबाइल से शुरू हुई जान-पहचान प्रत्यक्ष मुलाकात के बाद प्रेम संबंध में बदल गई। पुलिस का कहना है कि महिला के साथ मृतक का शारीरिक संबंध रहा। इस बीच मानसी यादव ने मृतक से उधार में लाखों रूपए भी लिए। बताया जाता है कि मृतक के भरोसे का फायदा उठाते हुए घर बनाने, पति को नौकरी लगाने समेत अन्य वजहों का हवाला देकर महिला ने लाखों रूपए ऐंठ लिए। इससे के बाद मृतक ने जब उधार की रकम वापस मांगी तो महिला ने लोन दिलाने का सब्जबाग दिखा लाखों रूपए लिए। पुलिस का कहना है कि महिला के पति ललित सिंह को दोनों के बीच जारी रिश्ते की पूरी जानकारी थी। दोनों ने षडयंत्रपूर्वक ठेकेदार को जाल में फांसा। इस हेराफेरी में महिला ने अपने देवर कौशल सिंह को भी शामिल किया।
बताया जाता है कि सुसाइड नोट में मृतक ने निखिल जैन और मोहित शर्मा के नाम का जिक्र किया था। पुलिस ने बैंक खातों के जरिए असली नाम का उजागर किया। बताया जाता है कि मानसी यादव की तलाश में पुलिस ने कई जगह दबिश दी। पुलिस से बचने के लिए मानसी लगातार अपना ठिकाना बदल रही थी। तीजा में अपने मायके रायपुर के गुढिय़ारी में पहुंचने की खबर के बाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार किया जबकि पति को रायपुर रेल्वे स्टेशन में पुलिस ने दबोचा। महिला का देवर कौशल सिंह फरार हो गया है।