राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 सितंबर। नांदगांव साहित्य परिषद के तत्वावधान में डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र का 123वीं जयंती समारोह मनाया गया। इस अंतरराष्ट्रीय ई-परिसंवाद में देश-विदेश के ख्याति प्राप्त साहित्यकार, प्राध्यापक एवं शोधार्थियों ने भाग लिया। नांदगांव साहित्य परिषद द्वारा आयोजित समारोह में ई-अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद का आयोजन किया गया।
परिषद के अध्यक्ष अखिलेशचंद्र तिवारी ने साहित्यिक संस्था के उद्देश्य को समझाते विद्वान वक्ताओं का स्वागत किया। डॉ. रेखा राजवंशी सिडनी ऑस्ट्रेलिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते डॉ. मिश्रा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। आधार वक्तव्य पं. सुरेंद्र दुबे ने मिस्र के साहित्य मानस माधुरी, तुलसी दर्शन, साकेत संत की विशद व्याख्या की। परिसंवाद में विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ. राजेन्द्रनाथ त्रिपाठी सचिव बंगीय साहित्य परिषद कोलकाता, डॉ. अजय शुक्ल वरिष्ठ साहित्यकार भोपाल, डॉ. सुधीर शर्मा प्राध्यापक कल्याण महाविद्यालय भिलाई, डॉ. लोकेश शर्मा ने मिश्र की विभिन्न साहित्यिक रचनाओं पर प्रकाश डाला। मिश्र ने साहित्य की सभी विधाओं पर लगभग पचासी ग्रंथों की रचना की। जिसमें मानस की विशद व्याख्या, नाटक, कविताएं, अनुवाद आदि मुख्य रचनाओं के अनुशीलन पर आधारित ई-परिसंवाद सार्थक एवं प्रभावी रहा।
कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार डॉ. चंद्रशेखर शर्मा द्वारा किया गया। परिसंवाद में सहभागी नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, डॉ. आरएन पटेल, पं. गणेशशंकर शर्मा, डॉ. शंकरमुनी राय, जवाहर बाजपेइ, आर्यन शर्मा, अनिरुद्ध, प्रियंक शर्मा, क्रांति कुमार जैन के प्रति परिषद के संयोजक अजय शुक्ला ने आभार व्यक्त किया।