राजनांदगांव
![महापौर परिषद की बैठक में दुकान आबंटन कलेक्टर के हकों का हनन महापौर परिषद की बैठक में दुकान आबंटन कलेक्टर के हकों का हनन](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1631954609jn__6.jpg)
नेता प्रतिपक्ष यदु और भाजयुमो अध्यक्ष मोनू ने लगाए आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 सितंबर। शहर के कमला कॉलेज चौक में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजनांतर्गत निर्मित 24 दुकानों के आबंटन प्रक्रिया को लेकर नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु और भाजयुमो अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने संयुक्त प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि पात्र हितग्राहियों को दुकानों का आबंटन न कर नगर निगम द्वारा कुछ लोगों को फर्जी नोटिस जारी कर अब दुकानों का आबंटन करने का मुद्दा उठाया है।
दोनों का आरोप है कि महापौर परिषद की बैठक में दुकानों का आबंटन कलेक्टर के अधिकार का हनन करना है। वर्ष 2019 में अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा सर्किट हाउस मोड़ से ग्रीन हाईट तक छोटे व्यवसायियों के लिए 57 दुकानदारों को नोटिस जारी की गई थी। जिसमें वर्तमान में 24 दुकानों में 22 दुकानदारों को विस्थापित किया गया है, किन्तु 31 अगस्त 2021 को महापौर परिषद की बैठक में 22 दुकानदारों में से मात्र 13 पात्र हितग्रहियों को ही दुकान आबंटित करने का निर्णय लिया गया है। नेता प्रतिपक्ष और भाजयुमो अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि तत्कालिन महापौर मधुसूदन यादव के कार्यकाल में दुकान निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। वर्तमान महापौर हेमा देशमुख के कार्यकाल में निर्माण शुरू हुआ। निर्माण के बाद आबंटन की प्रक्रिया को पारदर्शी नहीं रखा गया। दोनों नेताओं यह भी कहा कि निगम आयुक्त आशुतोष चर्तुेदी दुकानों पर तालाबंदी किए जाने से खुद को अंजान बता रहे हैं। इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं ने और भी सवाल उठाए हैं। पत्रकारवार्ता में पार्षद विजय राय, मणिभास्कर गुप्ता समेत अन्य लोग उपस्थित थे।