राजनांदगांव
![सीमांकन कराने दिव्यांग बुजुर्ग 8 माह से काट रहा चक्कर सीमांकन कराने दिव्यांग बुजुर्ग 8 माह से काट रहा चक्कर](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1632056456_1618492069G_LOGO-001_-_Copy.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 19 सितंबर। सीमांकन कराने 75 वर्षीय दिव्यांग बुजुर्ग 8 माह से राजस्व विभाग का चक्कर काट रहा है। राजस्व विभाग की लापरवाही के चलते बाजार अतरिया निवासी 75 वर्षीय पीलू राम वर्मा बीते 8 माह से अपने खेत का सीमांकन कराने तहसील ऑफिसऔर कलेक्टर कार्यालय का चक्कर काटने मजबूर हैं।
दिव्यांग बुजुर्ग पीरु राम ने बताया कि उन्होंने खैरागढ़ धमधा मार्ग पर खसरा नंबर 859/1 रकबा 0,040हे. 85 9/3 रकबा 0,0154 हे, सीमांकन के लिए पिछले साल 9 जुलाई 20 को खैरागढ़ तहसीलदार के कार्यालय में आवेदन दिया था। इस दौरान 7 जनवरी 2020 को आर आई द्वारा उसके खेत का सीमांकन किया गया है । सीमांकन की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर बुजुर्ग पीलू राम ने कलेक्टर राजनांदगांव और खैरागढ़ तहसीलदार को दिनांक 22 जनवरी 2021 को सीमांकन प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं होने पर फिर से सीमांकन करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। थक हार कर पीरु राम ने 27 फरवरी 2021 को न्यायालय राजस्व आयुक्त दिव्यांग दुर्ग से अपने खेत का सीमांकन कराने गुहार लगाई ।
न्यायालय ने कलेक्टर राजनांदगांव कालूराम के आवेदन का निराकरण करने पत्र लिखा ,लेकिन इसके बावजूद पीरु राम के खेत का सीमांकन आज तक नहीं किया गया। 8 माह से अपने खेत का सीमांकन कराने राजस्व अफसरों के चक्कर लगा लगा कर थक चुके दिव्यांग बुजुर्ग पीलू राम गुरुवार को राजनांदगांव कलेक्ट्रेट पहुंचकर फिर से कलेक्टर को अपनी पीड़ा सुना ने अपने पुत्र के साथ राजनाद गांव पहुंचा लेकिन इस दौरान कलेक्टर नहीं मिले।
बुजुर्ग ने कलेक्टर के नाम से डिप्टी कलेक्टर रामटेके को अपना शिकायती पत्र सौंपा है, जिसमें पीलू राम ने बताया है कि आर आई ने खैरागढ़ धमधा मार्ग पर सीमांकन गलत किया है आर आई द्वारा 10 डिसमिल जमीन किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से कर दिया गया है, पीडि़त बुजुर्ग ने कलेक्टर से अपने खेत का सही सीमांकन करने की गुहार लगाई है।
राजस्व विभाग में सीमांकन सहित अन्य कार्य समय पर नहीं होने की लगातार शिकायतें बढ़ती जा रही है । पिछले साल ही शहर के इतवारी बाजार निवासी बालमुकुंद सोनी ने भी हल्का पटवारी पर मिलीभगत कर उनकी जमीन को दूसरे के नाम पर कर इस की खरीदी बिक्री कराए जाने पर कार्रवाई की मांग कलेक्टर से लेकर एसडीएम तक शिकायत सौंपी थी । लेकिन अब तक इस मामले की निराकरण नहीं हो पाया है।