राजनांदगांव
ग्रामीणों पर हमला करने के बाद गायब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 अक्टूबर। मोहला के करीब 5 किमी दूर माडिंगपीडिंग धेनु गांव में तीन ग्रामीणों पर हमला के बाद तेन्दुए एकाएक गायब हो गया। तेन्दुए की पतासाजी के लिए क्षेत्रीय रेंजर अपनी टीम के साथ प्रभावित गांव के अलावा आसपास के गांवों में भी गश्त कर रहे हैं। घटना की खबर के बाद मानपुर वन एसडीओ आरके गजभिये ने गांवों में पहुंचकर घटना की विस्तृृत जानकारी ली। वहीं ग्रामीणों के साथ बैठक कर तेन्दुए से निपटने और उससे बचाव के उपाय भी बताए गए।
मोहला इलाके में हिंसक वन्यप्राणी तेन्दुए ने एक दंपत्ति समेत तीन को बुरी तरह से हमला कर घायल कर दिया। सूत्रों का कहना है कि आधी रात को माडिंगपीडिंग धेनु में लालसिंह नुरेटी और उसकी पत्नी नवेश्वरी नुरेटी पर तेन्दुआ ने हमला कर दिया। वहीं गांव के ही दूसरे ग्रामीण श्यामसिंह गोटा को भी पंजा मारकर घायल कर दिया। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि मुर्गी की आवाज सुनकर तेन्दुआ घर में दाखिल हुआ था।
तेन्दुए ने मुर्गी के शिकार से पहले ग्रामीणों को ही हमला कर जख्मी कर दिया। घायल हालत में तीनों को राजनांदगांव पेंड्री स्थित जिला मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया। तीनों की स्थिति खतरे से बाहर है। इस संबंध में वन एसडीओ आरके गजभिये ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि ग्रामीणों के साथ बैठक कर तेन्दुआ से बचाव की जानकारी दी गई है। वन अमला जमीनी स्तर पर तेन्दुआ की खोजबीन कर रहा है। फिलहाल गांव के आसपास वन्यप्राणी के मूवमेंट की खबर नहीं है।
घायलों के इलाज का खर्च उठाएगा वन महकमा
तेन्दुआ के हमले से घायल ग्रामीणों को राहत स्वरूप वन विभाग ने तत्काल 500-500 रुपए की आर्थिक सहायता दी है। वहीं पूर्ण रूप से ठीक होने तक चिकित्सकीय खर्च का भार भी वन महकमा उठाएगा। मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान होने वाले खर्च का भुगतान विभाग अपने कोष से करेगा। डीएफओ गुरूनाथन एन. ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि घायलों को आर्थिक सहायता दी गई है। साथ ही मेडिकल खर्च का जिम्मा विभाग उठाएगा। डीएफओ का कहना है कि सभी की स्थिति खतरे से बाहर है। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर भुगतान किया जाएगा।