राजनांदगांव
मोहला बीईओ ने चयन परीक्षाओं के लिए दिए टिप्स
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 नवंबर। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने एवं शिक्षा में प्रशासनिक कसावट लाने के उद्देश्य से समय-समय पर अधिकारियों द्वारा दूरस्थ क्षेत्रों का अवलोकन किया जाता रहा है। गत् दिनों जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव ने अं. चौकी के शालाओं का निरीक्षण किया था।
इसी कड़ी में मोहला बीईओ राजेंद्र कुमार देवांगन ने मोहला के अंतिम छोर शेरपार तथा माटकसा स्कूल का औचक निरीक्षण किया। उनके प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला माटकसा निरीक्षण के दौरान शिक्षक शंकर साहू, अनिल रामटेके, शिक्षिका ज्योति उके अध्यापन कार्य में संलग्न पाए गए। माटकसा स्कूल निरीक्षण के दौरान देवांगन ने शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आवश्यक निर्देश देते बेहतर उपाय करने की बात कही। उन्होंने माटकसा माध्यमिक की एक कक्ष की छत झुक जाने की वजह से वहां कक्षा न लगाने की बात प्रधानपाठक को कही। कक्षा आठवीं के बच्चों को प्रयास आवासीय विद्यालय चयन परीक्षा व राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के टिप्स भी दिए।
पूर्व माध्यमिक शाला शेरपार के औचक निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय परिसर में स्थित कुएं को जाली से ढंकने का निर्देश प्रधानपाठक को दिया, ताकि भविष्य में बच्चों के साथ कोई अनहोनी न हो। उन्होंने कक्षा सातवीं के बच्चों को गणित के कुछ प्रश्न पूछे तथा शिक्षकों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने के कड़े शब्दों में निर्देश दिए हैं। इस दौरान सीएसी शिक्षक आधार सिंह कुमेटी व होम कुमार टांडिया उपस्थित रहे। शेरपार स्कूल परिसर में पर्याप्त वृक्षारोपण की तारीफ की।
ज्ञात हो कि विगत दिनों एपीसी सतीश ब्यौहरे एवं बीईओ देवांगन ने मोहला के एकटकन्हार-पांडरवानी के स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षा के साथ-साथ खेल एवं सांस्कृतिक, कलात्मक गतिविधियों को विद्यालय में करने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में देवांगन ने साल्हेटोला व वागिनसूर के स्कूलों का भी औचक निरीक्षण कर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा था।
श्री देवांगन ने कहा कि सभी शिक्षक समय पर स्कूल जाए। समय सारिणी व पाठ्यक्रम अनुसार अध्यापन कराएं। बच्चों की शिक्षा के प्रति सजग रहे तथा शासन के विभागीय योजनाओं का लाभ स्कूल के बच्चो को दें, लापरवाही न करें। लापरवाही बरतने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।