राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 नवंबर। राज्योत्सव के अवसर पर विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा स्टाल लगाया गया, जहां विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की झलक दिखाई दी। महिला स्वसहायता समूह बिहान की छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्टाल आकर्षण का केन्द्र रहा। इस अवसर पर समूह की महिलाओं द्वारा बनाए पकवान बड़ा, चीला, फरा, अईरसा, ठेठरी, खुरमी सहित लजीज व्यंजनों का जनसामान्य ने स्वाद लिया।
जिला पंचायत द्वारा सुराजी गांव योजना, गोधन न्याय योजना, महात्मा गांधी नरेगा, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के माध्यम से महिला सशक्तिकरण मशरूम उत्पादन की जानकारी दी गई तथा समूह द्वारा बनाए गए नीबू, कटहल के अचार, मोमबत्ती, अगरबत्ती, हर्बल गुलाल एवं अन्य उत्पाद उपलब्ध रहे। नगर निगम के स्टाल में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर से निर्मित विभिन्न उत्पादों की श्रृंखला, समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए रंगबिरंगे दीये, गोबर से बनी लकड़ी, वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट, कंडा एवं अन्य उत्पाद उपलब्ध रहें। पौनी पसारी योजना के अंतर्गत परंपरागत व्यवसाय को बढ़ावा देने की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना तथा शहरी लोक स्वास्थ्य योजना के संबंध में बताया गया।
जनसंपर्क विभाग द्वारा शासकीय योजनाओं एवं उपलब्धियों पर आधारित फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी में जनसामान्य को जनमन, कोरोना गाईड, मार्गदर्शिका मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन, मार्गदर्शिका राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मार्गदर्शिका राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, आदिवासी हित सबसे आगे किताबों का वितरण किया गया एवं शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई। वन विभाग के महुआ प्रसंस्करण केन्द्र में महिला स्वसहायता समूह द्वारा बनाए गए महुआ के स्वादिष्ट लड्डू उपलब्ध रहे। वहीं महुआ के कुकीज, महुआ के आरटीएस एवं अन्य उत्पाद विक्रय के लिए उपलब्ध थे।
पुलिस विभाग द्वारा लगाए गए स्टाल में नक्सली हमले में मदनवाड़ा में शहीद हुए स्व. विनोद चौबे की स्मृति में स्थापित कम्प्यूटर सेंटर चौबे साईबर कैफे की जानकारी तथा समर्पण अभियान के अंतर्गत जरूरतमंद वरिष्ठ नागरिकों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण करने की पहल, कोरोनाकाल में किए गए कार्य, कोरोना काल में पैदल जा रहे मजदूरों को फल, चना, मुर्रा, गुड़, बिस्किट, पानी की व्यवस्था, कोविड प्रोटोकाल के लिए जागरूकता अभियान, हथियारों पर घोषित ईनाम, नक्सलियों को हिंसा त्याग कर समाज के मुख्यधारा में जोडऩे शासन की आत्मसमर्पण नीति, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत किए गए कार्य की जानकारी दी गई।
वाहन धीमी गति से चलाएं, जीवन अमूल्य है, सीट बैल्ट लगाएं, दोपहिया वाहन में दो से अधिक न बैठे का संदेश दिया गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाल में पौष्टिक आहार की जानकारी तथा नोनी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, सखी वन स्टाप सेंटर की जानकारी दी। रेडी-टू-ईट से बने विभिन्न पौष्टिक आहार के बारे में बताया गया।
स्वास्थ्य विभाग के स्टाल में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, डेंगू से बचाव, तम्बाकू नियंत्रण कानून, कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में जानकारी दी। आयुर्वेद विभाग के स्टाल में लहसून के फायदे, पंचकर्म की जानकारी, योगा से स्वास्थ्य, कुपोषण दूर करने के उपाय, हल्दी के फायदे, सूर्य नमस्कार, प्राकृतिक चिकित्सा एवं उपचार के बारे में बताया गया। स्कूल शिक्षा विभाग के स्टाल में कन्या साक्षरता प्रोत्साहन योजना, नि:शुल्क गणवेश वितरण, नि:शुल्क सायकल वितरण, छात्र सुरक्षा बीमा योजना, मध्यान्ह भोजन सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी गई। यहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सोमनी द्वारा डिजिटल डस्टबिन, स्मार्ट एग्रीकल्चर, होम ऑटोमेसन, स्मार्ट स्ट्रीट लाईट जैसे मॉडल प्रस्तुत किए गए। आदिवासी विकास विभाग के स्टाल में बांस शिल्प की कलाकृतियां रखी गई थी। मत्स्य पालन विभाग द्वारा रोहू, कतला, कोमलकार, सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प, कॉमन कार्प जैसे मछलियों के वैरायटी के बारे में तथा मछलीपालन की जानकारी दी गई। पशुपालन विभाग द्वारा कडक़नाथ मुर्गी पालन के संबंध में जानकारी दी गई। के्रडा विभाग द्वारा सौर सुजला योजना एवं अन्य योजनाओं के संबंध में बताया गया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के स्टाल में जल जीवन मिशन के संबंध में जानकारी दी गई।