राजनांदगांव
सेवानिवृत्ति पर जयनारायण, पूनुदास व रामिन को दी विदाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 नवंबर। नगर निगम के सभागृह में महापौर हेमा देशमुख की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में प्र. कार्यपालन अभियंता जयनारायण श्रीवास्तव, जल विभाग के कर्मचारी पूनुदास व लोककर्म विभाग की कर्मचारी रामिनबाई को सेवानिवृत्त होने पर विदाई दी गयी।
कार्यक्रम में महापौर सहित नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, नगर निगम अध्यक्ष हरिनारायण पप्पू धकेता, नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु, बाजार विभाग की प्रभारी सदस्य सुनीता अशोक फडऩवीस,पार्षद ऋषि शास्त्री व गगन आईच, पार्षद प्रतिनिधि सचिन टुरहाटे द्वारा सेवानिवृत्त अधिकारी जेएन श्रीवास्तव, कर्मचारी पूनुदास व रामिनबाई को माला पहनाकर, शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया तथा तीनों कर्मचारियों को अवकाश नगदीकरण का चेक दिया गया।
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि व्यक्ति की बिदाई नहीं होती, उनके कार्यावधि की बिदाई होती है। जब वे किसी संस्था से जुड़ते है तो उसके कार्य करने की सीमा अवधि होती है। अवधि समाप्त होने पर उन्हें सेवानिवृत्त होना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति की पहचान उसके कार्य से होती है, ऐसा कार्य करें कि लोग सेवानिवृत्त उपरांत भी याद रखे। ऐसे ही कर्मशील हमारे श्रीवास्तव है, जिन्हें जो भी कार्य मिला, वे उसको बखूबी निभाये हैं। निष्ठा एवं कर्मठता ही उनकी पहचान रही है। उनके अनुभव का लाभ हमे आगे भी मिलता रहेगा, मैं तीनों कर्मचारियों के उज्जवल भविष्य की कामना करती हूं।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि जिस दिन हम नौकरी में आते हंै, उस दिन से हमारा सेवानिवृत्त का दिन तय जो जाता है। सेवानिवृत्त उपरांत आदमी अपनी जिंदगी का दूसरी पारी शुरू करता है और परिवार के साथ समय व्यतीत करता है, क्योंकि नौकरी में रहते हम परिवार को उतना समय नहीं दे पाते।
उन्होंने कहा कि श्री श्रीवास्तव सहित पूनुदास एवं रामीनबाई ने एक परिवार की तरह अपने दायित्वों का निर्वहन किया। श्रीवास्तव ने जिस लगन से अपने दायित्वों का निर्वहन किया, आगे भी उनका मार्गदर्शन हमें मिलता रहेगा।
निगम परिवार उनके हर सुख दुख में उनके साथ है और इन्हें आगे सहयोग भी करेंगे। निगम अध्यक्ष श्री धकेता, नेता प्रतिपक्ष श्री यदु कार्यपालन अभियंता यूके रामटेके व प्र.कार्यपालन अभियंता कामना सिंह यादव ने भी अपने विचार रखे।
एक परिवार की तरह मिला सम्मान
जेएन श्रीवास्तव ने कहा कि सेवानिवृत्त होने की प्रक्रिया के तहत आज मैं निगम के दायित्वों से सेवानिवृत्त हो रहा हूं। इस निगम ने मुझे एक परिवार की तरह सम्मान देकर मुझे बहुत कुछ दिया है। लंबी अवधि तक मैने अपने दायित्वों का निर्वाहन किया। जिसमें मुझे सभी अधिकारी, कर्मचारी व जनप्रतिनिधियों का सम्मानपूर्वक सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि मैं विभिन्न कर्मचारी संघो के उच्च पदों का निर्वाहन किया हूं। जिसमें मुझे सभी का पूरा सहयोग मिला। मैं आप सभी अधिकारी-कर्मचारी से चाहूंगा कि पारिवारिक माहौल में कार्य करे और अपने उच्च अधिकारियों को शिकायत का मौका न दे। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन समाज कल्याण अधिकारी भूपेन्द्र वाडेकर व संचालन महापौर परिषद के सचिव संजीव मिश्रा ने किया। इस अवसर पर निगम के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।