राजनांदगांव
कलेक्टर से हस्तक्षेप करते कार्रवाई की रखी मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 नवंबर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश महासचिव एवं कोर कमेटी सदस्य नवीन अग्रवाल ने सोमवार को सिविल सेवा आचरण को ताक में रखकर जिला आबकारी विभाग द्वारा शराब तस्करों से जब्त राजसात वाहनों का दुरूपयोग करना व कबूल करने पर संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की।
श्री अग्रवाल ने कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा को ज्ञापन के माध्यम से बताया कि गत् 20 अक्टूबर को सहायक आयुक्त जिला आबकारी विभाग राजनांदगांव को ज्ञापन सौंपकर विभागीय सिपाही ओमप्रकाश सिन्हा जो कि शराब तस्करों से जब्त वाहन का दुरूपयोग करते पाया गया, जिस पर कार्रवाई करने का निवेदन कर ज्ञापन सौंपा गया था। इस संबंध में सहायक आयुक्त जिला आबकारी विभाग राजनांदगांव द्वारा पत्र में सिविल सेवा आचरण को ताक में रखकर शाराब तस्करों से जब्त वाहनों का दुरूपयोग करने कबूल किया गया। राजसात वाहनों के उपयोग की अनुमति का नियमानुसार अधिकार कलेक्टर और आबकारी आयुक्त को ही होता है, तो किस अधिकार से सक्षम और योग्य अधिकारी की अनुमति बगैर सहायक आयुक्त जिला आबकारी विभाग राजनांदगांव द्वारा राजसात वाहनों के उपयोग की अनुमति विभागीय कर्मचारियों को दी गई है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि शराब तस्करों को पकडऩे में सुस्त आबकारी विभाग यदा-कदा तस्करी मामलों में जब्त किए चार पहिया वाहनों को विभाग के सिपाहियों द्वारा बेधडक़ नियम कानून को ताक में रखकर किया जा रहा है। एक सफेद रंग की बिना नंबर वाली डिजायर कार जिसे विभाग द्वारा पूर्व में शराब तस्करी मामले में जब्त किया गया था, जिसे 16 अक्टूबर को राजनांदगांव से चिचोला आबकारी विभाग के सिपाही ओमप्रकाश सिन्हा द्वारा अपने गृहग्राम चिचोला ले जाया गया था और इसी सिपाही द्वारा 12 अक्टूबर को दोपहर 3 से 4 बजे के बीच जिला जेल राजनंादगांव में इसी वाहन के साथ जाना हुआ। विभाग के सिपाही राज्य के सीमावर्ती ग्राम चिचोला निवासी होने के कारण वो महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश की अवैध शराब तुमड़ीबोड से चिचोला बाघनदी के ढ़ाबों में बिकवाता है। जिसको आबकारी विभाग के आला अधिकारियों द्वारा संरक्षण प्राप्त है। इस वजह से राजवाहन का उपयोग करने पर भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कुछ वर्ष पूर्व ओमप्रकाश सिन्हा चिचोला थाना क्षेत्र में महाराष्ट्र क अवैध शराब तस्करी मामले में भी गिरफ्तार हुआ था। जिसका अपराधिक रिकार्ड रहा है।
उन्होंने कलेक्टर से मांग करते कहा कि इस मामले में शामिल आबकारी विभाग के कर्मचारी ओमप्रकाश सिन्हा और राजसात वाहनों को चलाने की अनुमति देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि कार्रवाई नहीं होने पर सडक़ पर आंदोलन के अलावा न्यायालय की शरण में जाएंगे।