राजनांदगांव
![कवर्धा में हुए झंडा विवाद के विरोध में पंचायतों से वार्डों में सीएम-अकबर का फूंका पुतला कवर्धा में हुए झंडा विवाद के विरोध में पंचायतों से वार्डों में सीएम-अकबर का फूंका पुतला](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1636536349jn__10.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 नवंबर। कवर्धा में धर्म विशेष के झंडे को लेकर उपजे दंगे के बाद पुलिस कार्रवाई के विरोध में राजनंादगांव जिले के ग्राम पंचायतों से लेकर नगरीय निकाय वार्डों में बुधवार को सामूहिक रूप से हिन्दूवादी संगठनों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व प्रभारी मंत्री मो. अकबर का पुतला फूंका। भाजपा के नेताओं की मौजूदगी में शहर में भी विरोध स्वरूप पुतले जलाए गए। भाजपा नेताओं का आरोप है कि पुलिस की शह पर दूसरे समुदाय पर कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं सरकार के इशारे पर हिन्दूवादी संगठनों के लोगों को जेल भेजा गया है। कवर्धा में धर्मविशेष के झंडे को लगाने के बाद उपजे विवाद ने दंगे का रूप ले लिया था। तब से भाजपा कांग्रेस सरकार को लेकर हमलावर है।
आज स्थानीय जमातपारा में विश्व हिन्दू परिषद के नेतृत्व में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर का पुतला दहन किया गया।
नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि कवर्धा में भगवा ध्वज को लेकर अपमान किया गया। इसमें हिन्दूवादी संगठन के कार्यकर्ता, राजनीतिक और गैर राजनीतिक लोगों पर पुलिस द्वारा जो कार्रवाई की गई है, ऐसे पुलिस पर कार्रवाई का विरोध किया जा रहा है। इसके विरोध में आज पूरे छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर का पुतला दहन किया जा रहा है, क्योंकि यह सब उनके इशारे में किया जा रहा है। यह मोहम्मद अकबर का विधानसभा क्षेत्र है। प्रदेश के हर वार्ड और प्रत्येक गांव में दोनों का पुतला दहन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक चलेगा, जब तक कवर्धा के दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्रदेश सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं की जाती।
गोलू सूर्यवंशी ने कहा कि कवर्धा में झंडा को लेकर उपजे विवाद में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार और मोहम्मद अकबर के दबाव में पुलिस कार्य कर रही है। इसके विरोध में भूपेश बघेल और मोहम्मद अकबर का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन के दौरान तरूण लहरवानी समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।