राजनांदगांव
![पुलिसिंग पर मुख्यमंत्री की चिंता करना मगरमच्छी आंसू - सांसद पांडेय पुलिसिंग पर मुख्यमंत्री की चिंता करना मगरमच्छी आंसू - सांसद पांडेय](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1636721193antosh_pandey.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। सांसद संतोष पांडेय ने पुलिसिंग पर मुख्यमंत्री की चिंता करना मगरमच्छ आंसू करार दिया है। श्री पांडेय ने मुख्यमंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ की बिगड़ती कानून व्यवस्था व पुलिसिंग पर की गई चिंता व नाराजगी को बगुला भगत करार दिया है।
सांसद श्री पांडेय ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि तीन वर्ष होने के पश्चात उन्हें ब्रह्म ज्ञान प्राप्त हुआ है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर है, जब पूरे प्रदेश में खुलेआम शराब, जुआ-सट्टा, तस्करी में ही उनकी पार्टी पदाधिकारियों के बीच प्रतियोगिता हो रही है तो ऐसे में उनका क्रंदन सिर्फ मगरमच्छी आंसू से ज्यादा कुछ नहीं है। गृहमंत्री अपने मंत्री पद और सुख-सुविधा लेकर ही संतुष्ट हैं और संतोषी सदा-सुखी कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। प्रदेश की बात तो दूर स्थानीय स्तर की बात करें तो धार्मिक नगरी डोंगरगढ़, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ग्राम घुमका, सीमावर्ती ग्राम बागनदी में दारू और चखना सेंटर की बाढ़ आई है। बागनदी की महिलाएं रो-रोकर पुलिस की अकर्मण्यता के पीछे स्थानीय कांग्रेस नेता को कोस रही है, जहां माध्यमिक शाला के बच्चे मद्यपान के शिकार हैं। चाकूबाजी, नकबजनी, चैन स्नेचिंग, नाबालिगों से बलात्कार का मूल कारण नशा है।
सरकार अब देशी ठेकों को शराब बेचने का टारगेट देने लगी है। ठिकरा फोडऩे के पूर्व मुख्यमंत्री को पुलिस पर कसावट के पूर्व पिछले दरवाजे से प्रवेश कर राजनीति चमकाने वालों पर कसावट की आवश्यकता है।
कमोबेश यही स्थिति भिलाई और रायपुर में है, जहां जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार पुलिस को अपने काले कारनामों के रक्षक से ज्यादा कुछ नहीं समझते हैं।