राजनांदगांव

टीकाकरण निर्देशों का जिले में नहीं हो रहा है पालन- फेडरेशन
12-Nov-2021 6:20 PM
टीकाकरण निर्देशों का जिले में नहीं हो रहा है पालन- फेडरेशन

स्वा. कर्मियों ने कलेक्टर को बताई समस्याएं, सौंपा ज्ञापन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवं
बर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन राजनांदगांव के जिला संयोजक डॉ. केएल टांडेकर एवं जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे ने कहा कि उच्च कार्यालय के टीकाकरण निर्देशों का राजनांदगांव जिले में पालन नहीं हो रहा है। इस वजह से राजनांदगांव जिला अंतर्गत टीकाकरण कार्यक्रम में नियोजित स्वास्थ्य कर्मियों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

उन्होंने बताया कि जिले के स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संतोष चौहान के नेतृत्व में जिले के स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी पीड़ा से अवगत कराते कलेक्टर राजनांदगांव को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें अपनी समस्याओं को विस्तार से बताते कलेक्टर से उनके निराकरण हेतु अनुरोध किया है। जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कलेक्टर से निवेदन किया गया है कि वह 15 नवंबर तक स्वा. विभाग के जिला प्रमुख को समाधान कारक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करें अन्यथा वे कोविड-19 टीकाकरण सत्र एवं सैंपल कार्य का बहिष्कार करने बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

अध्यक्ष संतोष चौहान ने बताया है कि राजनांदगांव जिले में 16 जनवरी 2021 से कोविड-19 टीकाकरण का कार्य निरंतर बिना किसी अवकाश के जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा निष्ठा पूर्वक संपादित किया जा रहा है, परंतु टीकाकरण सत्र में राज्य शासन से प्राप्त दिशा निर्देशों का पालन स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तर के अधिकारी एवं विकासखंड स्तर के अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को कई व्यवहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और  मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रताडि़त होना पड़ रहा है।

कलेक्टर को लिखे गए पत्र में स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया है कि विभाग में फंड एवं आवंटन होते हुए भी टीकाकरण सत्र के कर्मचारियों को भोजन के लिए राशि अथवा भोजन के वितरण का प्रबंध विभाग द्वारा नहीं किया गया है।

टीकाकरण में प्रयुक्त मास्क सैनिटाइजर व अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण भी विभाग द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिससे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है। राज्य शासन द्वारा घोषित अवकाश का लाभ टीकाकरण सत्र में कार्यरत कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। टीकाकरण हेतु भीड़ प्रबंधन एवं अन्य आवश्यक सामग्री के लिए शासन द्वारा राशि प्राप्त होने के बाद भी राशि का उपयोग नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा टीकाकरण सत्र के लिए आउट सोर्स से स्टाफ नर्स, एएनएम, कम्प्यूटर ऑपरेटर रखने के निर्देश उच्च कार्यालय द्वारा दिया गया है, किंतु आउट सोर्स कर्मचारी नहीं रखा गया है और वर्तमान में कार्यरत नियमित एवं संविदा कर्मचारियों से ही देर रात्रि तक कार्य लिया जा रहा है।

गुजर रहे मानसिक प्रताडऩा से
एएनएम द्वारा टीकाकरण सत्र शाम रात तक पूर्ण करने के पश्चात रात्रि में स्वास्थ्य संस्था में संस्थागत प्रसव का कार्य भी करवाया जा रहा है। उसके उपरांत पुन: दूसरे दिन टीकाकरण सत्र में उपस्थित होकर कार्य संपादित किया जा रहा है। जिसकी वजह से वे अत्याधिक तनाव एवं मानसिक प्रताडऩा से गुजर रहे हैं। कोविड-19 का सैंपल अवकाश के दिनों में भी मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा इक_ा करने के लिए दबाव बनाया जाता है, जबकि सैंपल कार्य के लिए आउट सोर्स से कर्मचारी रखने का प्रावधान है। तत्संबंध में जिला स्वास्थ्य अधिकारी राजनांदगांव को कई बार अवगत कराया गया है, किंतु उनके द्वारा आज पर्यंत किसी भी प्रकार की समाधान कारक कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके कारण टीकाकरण में लगे हुए विभागीय कर्मचारियों में रोष एवं आक्रोश व्याप्त है और वह शासन प्रशासन के विरुद्ध आंदोलन के लिए लामबंद हो रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अपने पत्र में कलेक्टर से अनुरोध किया है कि कोविड-19 टीकाकरण सत्र  के लिए मिशन संचालक स्वास्थ्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ रायपुर के पत्र 20 जनवरी 2021 में दिए गए निर्देशों का पालन करने हेतु जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया जाए। जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कलेक्टर से निवेदन किया गया है कि वह 15 नवंबर तक स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रमुख को समाधान कारक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करें अन्यथा वे कोविड-19 टीकाकरण सत्र एवं सैंपल कार्य का बहिष्कार करने बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
 

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