राजनांदगांव
![गंडई में सरस काव्य गोष्ठी आयोजित गंडई में सरस काव्य गोष्ठी आयोजित](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1636982020jn__8.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 15 नवंबर। कवर्धा जिले के एकमात्र कला संस्कृति व साहित्य के प्रति क्रियाशील साहित्यक संस्था भोरमदेव साहित्य सृजन मंच कबीरधाम के तत्वावधान में गंडई के वार्ड 14 प्राचीन शिव मंदिर के सामने रविवार को सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। अतिथियों का भोरमदेव साहित्य मंच ने स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छग शासन के राजभाषा आयोग सचिव अनिल भर्तपहरी और अध्यक्षता पार्षद नारायणलाल चतुर्वेदी ने किया। कार्यक्रम का संचालन करते शिक्षक कुंजलाल साहू ने कहा कि 14 नवंबर को पं. जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाते हैं। इस मौके पर बाल कवि कवियत्री पार्थ साहू, सुनैना ध्रुव, दलिशा साहू ने अपने रचना का पठन मंच में किया। कार्यक्रम में आयोग सचिव श्री भर्तपहरी ने कहा कि आज समाज विकलांग और पंगु बन गया है, सभी को जागना है, किसान-मजदूर व समाज में ऐसे पीडि़त व्यक्ति पर साहित्यकार को लिखना है। साहित्य के लिए इधर-उधर भागना नहीं है। समाज, गांव में व्याप्त समस्या को देखो और लिखो, तभी साहित्य होगा।
कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जीवन यदु ने कहा कि समाज में जो पीडि़त है, शोषित है उसे देखिये, लिखिए तभी साहित्य का मतलब होगा। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को भोरमदेव साहित्य सृजन मंच ने प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया।
कार्यकम में मिनेश साहू, रिखीराम धुर्वे, घनश्याम कुर्रे, हेमसिंह साहू, सुखदेव सिंह, अश्वनी कोसरे, कुंजबिहारी साहू, राजकुमार मसखरे, देवचरण धुर्वे, संजू उईके सहित उनकी टीम की उपस्थिति रही।