राजनांदगांव
विद्यार्थियों के परिजनों ने गिनाई समस्याएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 दिसंबर। शहर के पेंड्री में संचालित एकलव्य आदर्श विद्यालय की बदहाली के विरोध में विद्यार्थियों के परिजनों ने शनिवार को विद्यालय परिसर के बाहर जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि प्रबंधन अंदरूनी समस्याओं को दूर करने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। जिसके चलते विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही है। कलेक्टर और अन्य प्रमुखों के नाम लिखे ज्ञापन में समस्याओं पर जानकारी देते हुए परिजनों ने कहा कि संस्था में उच्च स्तरीय सुविधाएं नहीं है। विद्यार्थियों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप शिक्षा भी नहीं दी जा रही है।
विद्यालय के पालक समिति ने 13 सूत्रीय समस्याओं से जुड़ी जानकारी देते बताया कि विद्यालय में सुरक्षागत कारणों से आहता का निर्माण करना जरूरी है। बच्चों की पेयजल समस्या को दूर भी नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा कर्मचारी रूम में हॉस्टल सामग्री को भी हटाने की मांग की गई है। बच्चों को गणवेश और अन्य सुविधाएं भी नहीं दी जा रही है। कोविड-19 के दौरान हॉस्टल को कोविड सेंटर बनाया गया था। इस दौरान विद्यार्थियों के संदूक और पेटियां चोरी हो गई। जिसकी क्षतिपूर्ति नहीं की गई है। इसी तरह पालक कक्ष की मांग और विद्यालय की सुरक्षा हेतु गार्ड की तैनाती, संस्था में विशेष कक्षाएं और कोचिंग का संचालन करने के साथ-साथ पालकों ने कम्प्यूटर शिक्षा, स्वच्छ खेल मैदान, तय समय पर भोजन तथा विद्यालय के कर्मचारियों के अन्यत्र स्थानांतरण पर रोक लगाने की भी मांग की गई है। इससे पहले परिजनों ने पूरी तरह से प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा कि व्यवस्था को पूरी तरह से चौपट कर दिया गया है।
पालक समिति के अध्यक्ष रमेश हिड़ामे ने कहा कि दो माह पहले बैठक कर जिलाधीश को समस्या के संबंध में अवगत कराया गया था। उस दौरान 10 दिसंबर तक समस्या दूर नहीं होने की स्थिति में आंदोलन करने की जानकारी दी गई थी। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद विद्यालय की व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया है। एक पालक श्रीमती दु्रपति कोला ने कहा कि दूरदराज से आए विद्यार्थियों को सुविधाएं नहीं दी जा रही है। विद्यार्थियों को पुस्तक समेत अन्य समस्याएं दूर नहीं की जा रही है। उधर संस्था के प्राचार्य नरेन्द्र मारिया ने स्वीकार किया कि विद्यालय में पानी की समस्या है और छात्राओं के लिए 4 सुरक्षा महिला गार्ड भी तैनात है। उन्होंने माना कि छात्रों की सुरक्षा के लिए शासन को अवगत कराया जाएगा। इस बीच विद्यालय के मुख्य द्वार बड़ी संख्या में पालकगण आंदोलन के लिए जुटे रहे।