बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 30 दिसंबर। बेमौसम बारिश से खुले में पड़े धान को गीले होने से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। खरीदी केंद्रों में रखी गई धान की स्टेक को जहां तारपोलिन से ढंक दी गई है, वहीं ढेरी के आसपास एकत्र पानी को नाली बनाकर निरंतर बाहर किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग ने दो-तीन दिन पूर्व ही पानी गिरने का अनुमान लगाया था। इसके आधार पर कलेक्टर ने तीन दिन पूर्व ही चेतावनी जारी करते हुए खुले में पड़े धान की सुरक्षा के लिए कैप कंवर आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए थे। पूर्व से ही व्यवस्था कर लिए जाने से धान को ज्यादा नुकसान नहीं होने की जानकारी प्रारंभिक रूप से आई है। इधर कलेक्टर ने सवेरे इस संबंध में अधिकारियों की आपात बैठक ली।
उन्होंने पानी के और ज्यादा गिरते रहने पर धान को गीले होने से बचाने के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने को कहा है। धान खरीदी से जुड़े अधिकारी व जोनल अफसर बैठक में शामिल हुए। बैठक में मिले टिप्स के साथ अधिकारी अपने-अपने प्रभार के खरीदी केंद्रों का दौरा किया। केंद्रों का बेमौसम पानी से बचाव के दृष्टिकोण से निरीक्षण किया और व्यवास्था कराई। अधिकांश अफसरों ने निरीक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी है। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को बारिश के बंद होते तक प्रतिदिन दौरा करने को कहा हैं।
उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि रात में भी खरीदी केंद्रों पर कर्मचारी व श्रमिक अलर्ट मोड में रहें ताकि ठहरे पानी को बाहर निकालकर नुकसान को कम से कम किया जा सके। कलेक्टर ने कहा कि धान को गीले होने से बचाना फिलहाल राज्य सरकार व जिला प्रशासन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण काम है। इसमें नीचे से लेकर ऊपर लेवल तक जरा भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर एक जनवरी को जोनल अफसरों की बैठक लेकर समीक्षा करेंगे।