बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 31 दिसंबर। बलौदाबाजार लगातार बेमौसम हुई बारिश के चलते क्षेत्र के विभिन्न उपार्जन केंद्रों में उचित प्रबंधन नहीं होने के कारण हजारों क्विंटल धान भीग गए। अब भीगे हुए धान को बेचने की चिंता किसानों को सता रही है।
दो दिनों से अचानक मौसम में बदलाव आया और बर्फ के साथ बारिश भी हुई। जिसके चलते उपार्जन केंद्र में धान बेचने पहुंचे किसानों के धान के साथ ही साथ संग्रहित धान भी भीग गए। हालांकि केंद्रों में मौजूद कैप कवर को ढक कर धान को बचाने का प्रयास किया गया लेकिन जिन किसानों का धान केंद्र में पंहुचा और तौल नहीं हो पाया और भीग गया।
ऐसे किसानों की मुसीबत बढ़ गई है और सुरक्षित करने की जिम्मेदारी केंद्र प्रभारी द्वारा किसानों को ही करने को कह रहे हैं। धुर्राबांधा उपार्जन केंद्र जहां धान ढकने की उचित व्यवस्था नहीं की गई थी जबकी मौसम विभाग द्वारा पहले से ही वर्षा की चेतावनी दी गई थी। मीडिया द्वारा पूछे जाने पर प्रभारी भाग खड़े हुए और अपना मोबाइल तक बंद कर दिया।
तौल के बाद भी तालपतरी नहीं दी
किसानों ने बताया कि जो धान उपार्जन केंद्र में लाया गया वह बारिश के चलते भीग गया है लेकिन तौल होने के बाद भी तालपतरी ढकने के लिए उपलब्ध नहीं कराई जा रही है उल्टे किसानों को ही ढकने की व्यवस्था करने धमकी दी जा रही है। साथ ही जिनका तौल नहीं हुआ है उनका धान बिकने का डर सता रहा है। पूरे उपार्जन केंद्र में फड़ प्रभारी की घोर लापरवाही और गैर जिम्मेदारना उजागर होता है।