रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर/दंतेवाड़ा, 24 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा में जिले के अधिकारियों के साथ विकास योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने एनीमिया के खिलाफ अभियान चलाने पर जोर दिया ताकि इसको जड़ से मिटाया जा सके।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि दंतेवाड़ा जिले के लोगों के जीवन में परिवर्तन महसूस हो रहा है। लोग शांति की ओर लौट रहे हैं। व्यक्तिमूलक कामों और योजनाओं से यह सब संभव हुआ है। हमें एनीमिया के खिलाफ अभियान चलाना पड़ेगा, ताकि इसे जड़ से मिटाया जा सके।
गौठानों का क्रियान्वयन पूरी शक्ति से करना होगा, इसके लिए वन विभाग को विशेष प्रयास करना होगा। मुख्यमंत्री बघेल दंतेवाड़ा में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे हैं। श्री बघेल ने आज दन्तेवाडा से प्रदेश के किसानों को फसल में हुए नुकसान के लिए 297 करोड़ रूपए की फसल बीमा दावा राशि का ऑनलाइन वितरण किया।
उन्होंने कहा कि राज्य के 1 लाख 44 हजार 966 किसानों को वर्ष 2021-22 में रबी फसलों को हुए नुकसान के लिए मिली दावा राशि आवर्ती चराई के लिए छोटे नहीं बड़े रकबे में व्यवस्था की योजना बनाई जाए। गौठान योजना में लापरवाही पर वन विभाग के अधिकारियों के पर नाराजगी जताई। गली बार आऊंगा तो बस्तर में केवल आवर्ती चराई के फील्ड देखने जाऊंगा।
नक्सल समस्या केवल पुलिस की समस्या नहीं, सबके समन्वित प्रयास से खत्म होगी। अंदरूनी इलाकों तक शासन की योजनाएं पहुंच रही है। प्रशासन गांव गांव तक पहुंच रहा है। लोगों को यहां रोजगार मिल है। खेती या स्व रोजगार से जोड़ा गया है तो नक्सली भर्ती में कमी आई है। हमें गांव को यूनिट मान कर युवाओं को रोजगार से जोडऩा है। आदिवासियों के बीच शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ रहा है। बस्तर प्राकृतिक सौंदर्य और अपनी जीवन शैली के लिए पूरे जगत में प्रसिद्ध है पर्यटकों को फिर से यहां बुलाना है। बस्तर को विकसित करना है।