गरियाबंद
सात महिने पहले बिना बताए चला गया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 31 मई। गरियाबंद जिले के एक परिवार से बिछड़ा हुआ व्यक्ति बांग्लादेश के बॉर्डर से बरामद कर लिया गया है और इस सफलता के बाद गरियाबंद जिले के नागरिक पुलिस की इस अनूठी और नई तरह की आधुनिक शैली के उपयोग सेे पुलिस विभाग की तारीफ कर रहे हैं।
मामला है गरियाबंद जिले के पांडुका का जहां पिछले वर्ष 12 नवंबर 2021 को उनका पुत्र अनिल कुमार विश्वकर्मा बगैर किसी को बताए चला गया था। आसपास काफी खोजबीन और रिश्तेदारों से संपर्क करने के बाद कोई सफलता हाथ नहीं लगने से अनिल के पिता ने थक हार कर थाना पांडुका में 22 मई 2022 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। थाना पाण्डुका में गुम इंसान कायम कर पतासाजी में लिया गया। पुलिस ने भी आसपास पतासाजी के साथ ही सोशल मीडिया व्हाट्सएप वीडियो के माध्यम से गुमशुदा अनिल की बरामदगी के लिए उपयोग में लिया। पुलिस की यह सोशल मीडिया के प्रयोग की कोशिश आखिर में रंग ला ही गई। मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी के द्वारा थाना प्रभारी पांडुका को निर्देशित कर टीम गठित कर कोलकाता रवाना किया गया।
कोलकाता में सुधांशु घोस नाम के व्यक्ति द्वारा गुमशुदा को सकुशल रखा गया था, जिसे थाना पाण्डुका पुलिस टीम द्वारा सकुशल 29 मई 2022 को लाकर परिजनों को सुरक्षित सुपुर्द कर दिया। अपने परिवार से मिलकर अनिल और उसके परिजन बहुत ज्यादा ही प्रसन्न हुए और पूरे पुलिस विभाग को धन्यवाद कहा।