दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 1 जुलाई। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शुक्रवार को लौह नगरी किरंदुल में निकाली गई। भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा व बलभद्र के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा व बलभद्र रथ पर सवार थे। रथ को खींचने के लिए उत्साहित भक्तगण रथ को चारों ओर से घेरे हुए थे। इस दौरान भक्तों का उत्साह देखते ही बनता। भक्तों में रथ को खींचने होड़ मची रही। साथ में ढोल- मंजीरे, बजाते कीर्तन तथा संगीत की धुन में नाचते - गाते रहे। इस रथ यात्रा में उत्कल समाज के साथ-साथ सभी समाज के लोगों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। रथ को विशेष रूप से सजाया गया था।
एनएमडीसी किंरदुल परियोजना के अधिशासी निदेशक आर. गोविंदराजन सपत्नीक शांति गोंिवंदराजन द्वारा भगवान का विधि-विधान से पूजा कर रथयात्रा को रवाना किया। इस दौरान उपमहाप्रबंधक कार्मिक बीके माधव, सपत्निक श्रीमती इंद्रा माधव, इंटक सचिव एके सिंह एवं अन्य रथ खींचने में शामिल हुए।
भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा, बलभ्रद की प्राण-प्रतिष्ठा कर सोने के झाड़ू से छेरा पहरा की रस्म अदायगी की गई। रथ यात्रा राघव मंदिर से होकर एसबीआई चैक, अम्बेडकर चैक, उत्कल समाज भवन गुंडिचा मंदिर पहुॅचे। इस यात्रा में किरन्दुल नगर के अलावा बचेली, भांसी, दन्तेवाड़ा, गीदम, नकुलनार, पालनार एंव आस-पास के ग्रामीण आदिवासी लोगों ने भी भगवान जगन्नाथ का दर्शन कर रथ खीचनें शामिल हुए।
भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ में सवार होकर अपनी मौसी के घर लिए निकलते हैं। सुबह भगवान की महाआरती की गई। तीनों भगवान की पूजा अर्चना की गई। रथयात्रा के दौरान भक्तों को जगह-जगह प्रसाद वितरण किया गया।