सुकमा
भारी बारिश में कच्चे मकानों पर मंडराया खतरा, 5 मकानों को नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 14 जुलाई। सुकमा जिले में लगातार हो रही बारिश का कहर अलग-अलग इलाकों में देखने को मिल रहा है। जहां अब तक इसका प्रभाव अंदरूनी इलाकों में देखने को मिल रहा था, अब सडक़ के इलाके भी इससे अछूते नहीं रह गए, क्योंकि अब पानी सडक़ तक आ पहुंचा है।
गादीरास इलाके की मलगेर नदी से एक से डेढ़ फीट ऊपर से पानी बहना शुरू हो गया है, जिससे नदी के दूसरे छोर में रहने वाले लोग अब आसानी से नदी के इस पार नहीं आ सकेंगे, क्योंकि पानी का बहाव तेज हो गया है और जिसके चलते वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रशासन किसी भी हाल में बगैर सुरक्षा नदी या नाला पार न करने की अपील कर रहा है।
गुरुवार को शाम को सुरक्षा बल के जवान मलगेर नदी के पुल पर फंसे हुए ग्रामीणों को रस्सी के सहारे पार कराते नजर आए। गादीरास थाना प्रभारी रितेश यादव की अगुवाई में पुलिस और सीआरपीएफ के जवान मानव श्रृंखला बनाकर ग्रामीणों को इस पार से उस पार कराते नजर आए, वहीं गोदावरी अब कई साल का रिकॉर्ड तोडऩे जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात गोदावरी का जलस्तर लगभग 63 फीट आने की कगार पर है, जिसकी संभावना वहां के स्थानीय प्रशासन द्वारा जताई जा रही है, लेकिन इससे खतरा शबरी नदी पर और नदी के तट पर आने वाले दुकान क्षेत्रों के लिए बढ़ चुका है, क्योंकि गोदावरी के ओवरफ्लो से शबरी में बैक वाटर का खतरा अब बढ़ चुका है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर जहां चट्टी पर सडक़ पर पानी जमा हुआ था, अब कोंटा व दोरनापाल के बीच फन्दीगुड़ा पुल के ऊपर से पानी बहने लगा है, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि आने वाले 24 से 48 घंटों में वहां भी आवागमन प्रभावित हो सकता है।
बीते कुछ दिनों से सुकमा में लगातार हो रहे भरी बारिश से स्थानीय लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। नदी किनारे बसे रिहायसी इलाकों में जलभराव का स्थिति निर्मित हो गई है। सुकमा जिले के ज्यादातर इलाकों में बारिश बारिश का प्रभाव देखने को मिल रहा है।
बारिश के प्रभाव से जहां अंदरूनी इलाके प्रभावित हैं, वहीं सडक़ों से जुड़े इलाकों में भी कच्चे मकान ढह रहा हैं। बुधवार की रात दोरनापाल नगर पंचायत में जानकी चंद्राकर के कच्चे मकान का दीवार भरी बारिश के वजह से जमीदोज़ हो गया है। इसके अलावा वार्ड क्रमांक 4 व 14 मैं भी कच्चे मकान गिर गए। हालांकि अच्छी बात यह रही कि उस दौरान किसी को जानमाल का नुकसान नहीं हुआ हैं।
मामले की जानकारी मिलते ही वार्ड क्र 07 में वार्ड पार्षद पुष्पलता भदौरिया मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लेकर इसकी जानकारी स्थानीय पटवारी को दी और जल्द मुआवजा राशि दिलवाने की अपील की।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में 60 स्कूलों की छुट्टी
सुकमा के कोंटा में नदी किनारे स्थित व बाढ़ से प्रभावित करीब 60 स्कूलों में अवकाश का घोषणा कर दिया गया हैं। जिला प्रशासन ने स्थिति सामान्य होने तक अवकाश के लिए स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।