राजनांदगांव
क्वांर नवरात्रि में ऊपर-नीचे मंदिर में 8 हजार जोत होंगे प्रज्जवलित
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 21 सितंबर। मां बम्लेश्वरी की वैश्विक स्तर पर ख्याति बढ़ रही है। 26 सितंबर से शुरू हो रहे नौ दिनी क्वांर नवरात्रि में इस साल आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और कनाड़ा के श्रद्धालुओं ने भी अपनी मनोकामना के लिए मां के दरबार में जोत जलाने की बुकिंग की है। कोरोनाकाल में जोत प्रज्जवलित में पाबंदी लगी थी। कोरोना नियमों में ढ़ील आने के बाद बम्लेश्वरी के दरबार में इस नवरात्रि को विदेश में बसे भक्त भी जोत जलाने के लिए आतुर दिख रहे हैं। पिछले कुछ सालों से मां बम्लेश्वरी के ऊपर और नीचे मंदिर में जोत जलाने वाले श्रद्धालुओं की तादाद में प्रतिवर्ष वृद्धि हुई है।
एक जानकारी के मुताबिक क्वांर नवरात्रि में कुल 8 हजार जोत प्रज्जवलित होंगे। जिसमें 7 हजार 100 जोत ऊपर मंदिर में प्रकाशमान होगा। वहीं नीचे मंदिर में 931 जोत प्रज्जवलित करने के लिए भक्तों ने आरक्षण कराया है। मां बम्लेश्वरी के प्रति श्रद्धा रखने वालों में देश-विदेश के नागरिक शामिल हैं। पिछले कुछ सालों से विदेशी भक्तों की अच्छी खासी तादाद बढ़ी है। कई विदेशी प्रत्यक्ष दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। जोत जलाकर मां के प्रति अटूट आस्था रखने वाले विदेशी नागरिकों का लगातार जुड़ाव बना हुआ है। यही कारण है कि इस नवरात्र कनाड़ा, इंग्लैंड व आस्ट्रेलिया में बसे भारतीय बाशिंदों ने जोत जलाने के लिए ऑनलाइन भुगतान किया है। भारतीय मूल के नागरिकों का मां बम्लेश्वरी के प्रति श्रद्धा पिछले कुछ सालों से बढ़ा है। ऐसे में ट्रस्ट द्वारा उनके ज्योति कलश की स्थापना पर विशेष ध्यान दिया जाता है। साथ ही ऑनलाइन विदेशी भक्तों को जोत के दर्शन ट्रस्ट द्वारा कराए जाते हैं। इस संबंध में ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने 'छत्तीसगढ़Ó को बताया कि विदेश में बसे भक्तों का ऑनलाइन भुगतान के बाद जोत प्रज्जवलित किया जाएगा। दुनिया के अलग-अलग देशों में बसे नागरिक जोत जलाकर मां के प्रति अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं।
विदेशी भक्तों के लिए जल्द प्रसाद भेजने की होगी व्यवस्था
मंदिर ट्रस्ट विदेश में बसे भक्तों को प्रसाद भेजने की व्यवस्था की दिशा पर भी काम कर रहा है। ट्रस्ट द्वारा ज्योति कलश प्रज्जवलित करने वाले श्रद्धालुओं को नवरात्र में विशेष प्रसाद दिया जाता है। विदेश में बसे श्रद्धालुओं को भी ट्रस्ट द्वारा प्रसाद भेजे जाने की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। अध्यक्ष अग्रवाल का कहना है कि इस दिशा में कार्य चल रहा है। उम्मीद है जल्द ही विदेशी भक्तों को भी मां का प्रसाद उनके हाथों में मिलेगा।