खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 7 नवंबर। मंगलवार 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। मां दंतेश्वरी आध्यात्मिक साधना केंद्र के पंडित डॉ. मंगलानंद झा ने बताया कि 8.21 से सूतक लगेगा। शाम पांच बजकर इक्कीस मिनट से छह बजकर उन्नीस मिनट तक ग्रहण काल रहेगा। इसके 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है। इसलिए इसके पहले स्नान ध्यान किया जा सकता है और 6.19 से संध्याकाल मे ग्रहण मोक्ष के बाद दीपदान किया जा सकता है। मंदिरों में भी ग्रहण काल में कोई शुभ कार्य नहीं होगा। सूतक काल में पूजन प्रतिबंधित है, किंतु मंत्र जाप व प्रार्थना कर सकते हैं सूतक काल में ईश्वर प्रार्थना श्रेष्ठ कर है ।इस दौरान प्रभु शरण की कामना व ध्यान केंद्रित करें।कार्तिक पूर्णिमा के दिन विशेष समृद्धि योग बन रहे हैं। इस योग में किए गए कार्य समृद्धि प्रदान करने वाले होते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को श्रीपुरी पूर्णिमा भी कहा जाता है ।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था ।त्रिपुरासुर के वध से प्रसन्न होकर देवताओं ने काशी में दिए जलाए थे। इसलिए इसे देव दीपावली कहा जाता है ।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति को पापो से मुक्ति मिलती है। इस दिन स्वर्ग से देवता गण भी आकर गंगा में स्नान करते हैं। गंगा स्नान संभव नहीं होने पर घर पर ही पवित्र जल में गंगा जल मिलाकर स्नान किया जा सकता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन नदी या तालाब में दीपदान करने का विशेष महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीप दान करने से घर में खुशहाली और सुख-समृद्धि आती है।