राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। हितग्राही मूलक राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित योजनाओं के तहत ऋण लेकर अपना व्यवसाय कर महिला-पुरूष एवं समूह आत्मनिर्भर बन रहे हंै। आज के समय मेें लोगों की सबसे बड़ी समस्या आजीविका की है।
राजनांदगांव नगर निगम द्वारा शासन की राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत संचालित हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को दिया जा रहा है, जिले के परियोजना अधिकारी एवं निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा योजना के संचालन के संबंध में दिशा निर्देश दे रहे हैं। योजना के प्रभारी राम कश्यप एवं टीम विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के क्रियान्वयन के लिये महिला समूह एवं नागरिकों को प्रशिक्षण व लोन देकर आत्मनिर्भर बना रहे है।
संचालित योजनाओं में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना के तहत तीन प्रकार के ऋण लोगों को दिया जा रहा है। जिसमें व्यक्तिगत ऋण में 50 हजार से 2 लाख तक ऋणदिया जाता है। जिसमें हितग्राही अपने व्यवसाय को बड़ा या शुरू कर सकते है। समूह ऋण 1 लाख से 10 लाख तक दिया जाता है। जिसमें महिला समूह ऋण लेकर अपना व्यवसाय कर सकते हंै। इसी प्रकार बैंक लिंकेज में 50 हजार से 5 लाख रुपए तक ऋण लेने का प्रावधान है। जिसमें ऋण लेकर छोटा बडा व्यवसाय कर सकते हैं। उक्त योजना के माध्यम से शहरी गरीब अपना व्यवसाय प्रारंभ कर आत्मनिर्भर बन रहे है।
योजना के तहत वार्ड नं. 50 सिंगदई निवासी श्रीमती शारदा देवांगन ने ऋण लेकर सौंदर्य प्रसाधन की दुकान खोल लाभ अर्जित कर अपने परिवार का अच्छे से पालन पोषण कर रही है। श्रीमती देवांगन ने बताया कि मुझे राष्ट्रीय शहरी अजीविका मिशन अंतर्गत संचालित इस योजना के बारे में सामुदायिक संगठक द्वारा जानकारी दी गयी और ऋण के बारे में विस्तार से समझाया गया। उनके द्वारा आवेदन भराकर मुझे यूको बैंक के माध्यम से 1 लाख रुपए का ऋण दिया गया। जिससे मैं सिंगदई में ही मॉ शारदा श्रंृगार सदन के नाम से छोटी सी दुकान संचालित की।
उक्त दुकान अच्छे से चलनी लगी और मैं बैंक का ऋण आदायगी के बाद भी बचत कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रही हूं।