सक्ति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सक्ती, 17नवंबर। कराओके क्लब सक्ती के द्वारा पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी बौद्धिक परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना, अति विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक एम आर अहीरे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती रेना जमील विशेष रूप से उपस्थित थे। वही कार्यक्रम में एडिशनल एसपी गायत्री सिंह एवं तहसीलदार मनमोहन प्रताप सिंह भी उपस्थित थे कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथियों को स-सम्मान परसदा खुर्द हाई स्कूल स्काउट गाइड के छात्राओं ने मार्च पास्ट करते हुए मंच तक ले जाया गया।
अतिथियों ने उद्बोधन नहीं देते हुए सीधे बच्चों के सवालों का जवाब दिया इस दौरान कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना से कई सवाल किए गए जिसमें उन्होंने कहा कि सफलता पाने के लिए एकाग्र चित्त होकर पढ़ाई करना चाहिए। एक छात्र का सवाल कि हम आईएएस बनने के लिए कितने घंटे तक पढ़ाई करें इसके जवाब में कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना ने कहा कि कितने घंटे पढ़ाई करना हंै यह महत्व नहीं होता, महत्व यह होता हंै कि हम उस विषय को कितना याद कर पाते हंैं।
उसे कितना ग्रहण कर पाते हैं। जितना लगन से हम पढ़ेंगे उतना ही उसको याद कर पाएंगे लगन और उसको ग्रहण करने की क्षमता महत्वपूर्ण होता हंै पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद को लेकर किए गए सवाल पर कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना ने कहा कि खेलकूद के लिए शारीरिक रूप से स्वस्थ होना अनिवार्य हंै। अर्थात स्वास्थ्य के साथ-साथ हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि इससे हमारे शरीर को फर्क ना पड़े ।
उन्होंने इस संबंध में बताया कि पहले मैं धावक थी और इस क्षेत्र में मैंने बहुत अच्छा कार्य किया हैं। उन्होंने महिला सुरक्षा को लेकर कहा कि आप को डरने की जरूरत नहीं हंै आप किसी भी तरह की शिकायत के लिए पुलिस का सहयोग ले सकते हैं कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना ने एक प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने स्मार्टनेश के संबंध में उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि आपको अपने कान को पकडऩा हंै पहले सीधे तरीके से फिर ऊपर से हाथ करके आपको जो तरीका सरल लगता हंै। वही स्मार्ट नेस को दर्शाता हंै उन्होंने आईएएस बनने से पहले के अपने अनुभव को बताते हुए कहा कि मैं प्रतिदिन 4 घंटे लाइब्रेरी में अध्ययन करती थी वहीं मेरा टिफिन आता था मैं तीन बार असफल हुई उसके बाद चौथी बार में मुझे सफलता मिली मैंने अंतिम वर्ष में कोचिंग भी की थी।
कार्यक्रम में एक छात्र का सवाल की आर्थिक रूप से कमजोर एवं कृषक का पुत्र हूं तो क्या मैं आईपीएस बन सकता हूं इसका जवाब देते हुए पुलिस अधीक्षक एमआर अहिरे ने कहा कि इसमें अमीरी गरीबी कोई मायने नहीं रखता उन्होंने कहा कि मैं खुद भी एक किसान परिवार से हूं।
मैंने स्वयं हल चलाया हंै पढ़ाई के क्षेत्र में कठिन परिश्रम के बाद मुझे यह उपलब्धि मिली। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों में मेहनत करने की क्षमता ज्यादा होती हैं कुछ छात्रों का प्रश्न था कि हम बारहवीं कक्षा में गणित विज्ञान लिए हैं आगे क्या कर सकते हैं।
तब पुलिस अधीक्षक एमआर अहिरे ने कहा कि यदि आप गणित लिए हैं तो आगे आईआईटी या इंजीनियरिंग का एग्जाम दिला सकते हैं या विज्ञान विषय लिए हैं तो पीएमटी या एन ई ए टी की तैयारी कर सकते हैं।
कुछ छात्राओं के द्वारा महिला सुरक्षा को लेकर किए गए सवाल पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आप सभी को मैं बताना चाहता हूं की पुलिस 24 घंटे आपकी सेवा में लगी हैं आपके क्षेत्र के थाने 24 घंटे आपकी बातें सुनने के लिए एवं समस्या सुलझाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
किसी को डरने की जरूरत नहीं हंै आप को किसी तरह की अगर समस्या है तो आप 112 पर डायल कर सकते हैं उन्होंने इस संबंध में महिला सुरक्षा को लेकर अभिव्यक्ति ऐप के संबंध में भी बताया
पिछले वर्ष कराओके क्लब द्वारा आयोजित बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता रही अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आईएएस रेना जमील ने सामुदायिक भवन में छात्र-छात्राओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आप सभी एकाग्र होकर पढ़ाई में ध्यान दें उन्होंने बताया कि आईएएस का एग्जाम पास करने के लिए मुझे तीसरी बार में सफलता प्राप्त हुई उन्होंने कहा कि मैंने कोचिंग नहीं ली एवं मैंने अपने बड़े भाई से इस संबंध में मार्गदर्शन लिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कराओके क्लब के पदाधिकारियों सदस्य निरंजन यादव, हरीश दुब,े मनोज सरकार, गुरु प्रसाद जायसवाल, अजय कटकवार, साहिल सिंह, धनंजय नामदेव, विक्रम सिदार, राजेंद्र बेहरा, लक्ष्मीनारायण छतरी, रामप्रकाश जाफरी, मीना मरावी, उर्मिला लहर,ें शांति राठिया, संतोष अनंत, भुवनेश्वर यादव, विनोद राठौर, सीताराम चौहान, रवि यादव, टिंकू देवांगन ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अतिथियों ने की कराओके क्लब के आयोजन की प्रशंसा
कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना ने कहा कि क्लब ने बहुत अच्छा कार्य इस आयोजन के माध्यम से किया हंै और इसके संबंध में बताया गया हंै कि कराओके क्लब हमेशा जनहित एवं समाज हित को लेकर कार्य कर रही हंै।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रेना जमील ने कहा कि मैं जब से यहां पदस्थ हुई हूं तब से कराओके क्लब के द्वारा समाज हित में कई तरह के कार्य किए जा रहे हैं ।
हमेशा समाज को जोडऩे का कार्य सामाजिक गतिविधि एवं संगीत कार्यक्रम के माध्यम से किया हंै उन्होंने क्लब के सभी सदस्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि क्लब का कार्य हमेशा सकारात्मक रहा हंै।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक एमआर आहिरे ने कहा बौद्धिक चर्चा परिचर्चा का बेहतरीन आयोजन किया गया जिसमें सभी बच्चे उत्साहित नजर आए कि हम कैसे आईएएस एवं आईपीएस बन सकते हैं।
कराओके क्लब के द्वारा बहुत ही बेहतरीन ढंग से कार्य किया जा रहा हंै एडिशनल एसपी गायत्री सिंह ने कहा कि कराओके क्लब एक सामाजिक संगठन है एवं पुलिस प्रशासन भी यातायात एवं अन्य जागरूकता से संबंधित कार्यों में कराओके क्लब का सहयोग आने वाले समय पर लेगी उन्होंने क्लब के उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए शुभकामना भी दी।
कार्यक्रम को सफल बनाने कलेक्टर ने दिया अनोखा उदाहरण
बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम के दौरान अचानक विद्युत व्यवस्था कुछ मिनट के लिए बाधित होने पर कलेक्टर ने अपने आसंदी से उठकर मंच के सामने से सभी को पहले शांत रहने की बातें कहीं।
उन्होंने बिना माइक एवं साउंड के लगातार छात्र-छात्राओं से सार्थक चर्चा की इस दौरान उन्होंने यह बताने का प्रयास किया कि अगर किसी तरह की बाधाएं जीवन में आ रहे हैं तो उससे निपटने का प्रयास करना चाहिए।
इस दौरान उन्होंने महिला सुरक्षा को लेकर जहां प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया वहीं उन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी विद्युत व्यवस्था बहाल होने तक छात्र छात्राओं को महिला सुरक्षा से संबंधित बातें रखने के लिए आमंत्रित किया।