राजनांदगांव
शत-प्रतिशत रकम दिलाने में कामयाब रही पुलिस
राजनांदगांव, 24 दिसंबर। खैरागढ़ के एक व्यापारी को एक करोड़ का लोन दिलाने का झांसा देकर 44 लाख रुपए ठगने के मामले में खैरागढ़ पुलिस ने दिल्ली के तीन ऑनलाईन ठगों को गिरफ्तार किया है। यह पहला मौका है, जब पुलिस ने ठग की शत-प्रतिशत रकम को वापस हासिल किया है। आरोपी कार में घूमते हुए सेंटर चला रहे थे। पुलिस को आरोपियों ने चकमा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन खैरागढ़ पुलिस ने भी आरोपियों को धरदबोचने ठान ली थी। पुलिस ने खैरागढ़ के व्यापारी मोहम्मद जियाउल हक अशरफी की शिकायत पर ठगों की खोजबीन शुरू की। अशरफी के साथ पिछले दिनों एक करोड़ रुपए लोन देने का झांसा देकर 44 लाख रुपए ऐंठ लिए थे।
यापारी ने एक ऐप के माध्यम से लोन के लिए रूचि ली थी। आरोपियों ने बड़ी ही चालाकी से अलग-अलग नंबरों से व्यापारी से संपर्क किया। इसमें एक आरोपी ने दिल्ली क्राईम ब्रांच का अफसर बनकर भी आरोपी को ठगा। इस तरह अलग-अलग फोन के जरिये शिकायतकर्ता से 44 लाख रुपए जमा कराए गए। ठगी की शिकायत के बाद एसपी अंकिता शर्मा और एएसपी नेहा पांडे ने एक स्पेशल टीम का गठन किया। टीम को दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में आरोपियों की मौजूदगी का लोकेशन मिला। उस आधार पर आरोपियों को घेरने की मुहिम शुरू हुई। आरोपी पुलिस को चकमा देने के इरादे से कार में ही कॉल सेंटर चला रहे थे। यहीं से विभिन्न मोबाइल नंबर के आधार पर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे थे। पुलिस से बचने के लिए आरोपी भीड़भाड़ इलाके में कार पार्किंग करते थे, ताकि पुलिस को पहुंचने में दिक्कतें हो।
खैरागढ़ पुलिस के हत्थे चढ़े ठगी के मास्टर माईंड शिव बहादुर पाल, अफरोज अहमद और दिलीप कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 8 लाख 52 हजार रुपए नगदी के साथ एक लाख 30 हजार रुपए के सोने की चैन, बैलेनो कार जिसकी कीमत 8 लाख रुपए तथा 27 लाख रुपए के प्रापर्टी कागजात को मिलाकर 44 लाख 2 हजार रुपए बरामद किया। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को सीज कर दिया है। इस तरह पुलिस ने ठगों से लगभग शत-प्रतिशत रिकवरी हासिल की है।