बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 9 जनवरी। डाइट अछोटी जिला दुर्ग द्वारा 5 दिवसीय अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षण प्राथमिक वर्ग के लिए बीआरसीसी भवन बालोद में आयोजित किया गया। शुभारंभ अवसर पर डाइट प्राचार्य डॉ. रजनी नेल्सन ने उपस्थित होकर सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की भूमिका शैक्षणिक परिदृश्य में अति महत्वपूर्ण एवं जिम्मेदारीपूर्ण होती है। छोटे बच्चों को भाषाई एवं विषय वस्तु को समझना और समझाना चुनौतीपूर्ण होता है। इसके बावजूद प्राथमिक वर्ग के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं कठिन परिश्रम के साथ अपने शैक्षणिक दायित्वों को पूर्ण निष्ठा एवं लगन के साथ पूरा कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस आंग्ल भाषा प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और इसकी अवधारणाओं को स्पष्ट करते हुए विषयगत चर्चा अपने संकुल के अन्य शिक्षक साथियों के साथ करें।
प्रशिक्षण कार्यशाला के समन्वयक डॉ. शिशिरकना भट्टाचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा के अध्यापन के दौरान होने वाली उच्चारण त्रुटियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए जिससे कि विद्यार्थी भी सही उच्चारण के साथ अर्थ को समझ सके। साथ में उपस्थित हुए अकादमिक सदस्य नीलम दुबे, सत्येंद्र शर्मा, वीआर मूर्ति ने भी अपने विचारों से प्रशिक्षणार्थियों को अभिप्रेरित किया।
शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में भी चर्चा
डाइट प्राचार्य डॉ. रजनी नेल्सन अपने अकादमिक सदस्यों के साथ नवनियुक्त जिला शिक्षा अधिकारी मुकुल के पी साव जिला बालोद के साथ सौजन्य भेंट करते हुए स्वामी आत्मानंद विद्यालय जिला बालोद में आयोजित बैठक में उपस्थित होकर डिप्टी कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी एवं तेजस प्राचार्य के साथ एकेडमिक मुद्दों पर चर्चा की। तत्पश्चात पुन: डाइट प्राचार्य द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी कक्ष में जिला बालोद के पांचों विकासखंड के शिक्षा अधिकारियों तथा विकासखंड समन्वयकों के साथ बैठक संपन्न किया।
बैठक के संदर्भ में अवगत कराते हुए डाइट अकादमिक सदस्य सत्येंद्र शर्मा ने कहा कि प्राचार्य द्वारा समस्त विकास खंड शिक्षा अधिकारियों को विषय गत प्रशिक्षण के संदर्भ में केंद्र सरकार द्वारा संचालित निष्ठा कार्यक्रम व विद्या अमृत महोत्सव के बारे में विस्तृत चर्चा के साथ दिशा निर्देश दिए। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी के साथ स्वामी आत्मानंद विद्यालय में नवनियुक्त शिक्षकों हेतु प्रशिक्षण संदर्भ में चर्चा की गई। डाइट प्राचार्य डॉ. रजनी नेल्सन ने अकादमिक सदस्यों के साथ जिला बालोद स्थित कला प्रशिक्षण केंद्र का अवलोकन भी किया।