बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 12 जनवरी। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बालोद जिले के ग्राम मढिय़ा कट्टा से ब्लॉक मुख्यालय डौंडीलोहारा तक सडक़ का निर्माण किया जा रहा है, जिसके गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण अब लामबंद हो गए हैं। एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें ग्रामीण निर्माण कर रहे कर्मचारियों को डांट फटकार लगाते नजर आ रहे हैं, जिसके बाद अब सभी ग्रामीण कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और सडक़ निर्माण के खिलाफ जांच एवं उचित कार्रवाई के लिए कलेक्टर को शिकायत पत्र भी सौंपा और चक्काजाम की चेतावनी दी।
आधी अधूरी और गुणवत्ताहीन सामग्री
ग्रामीणों ने शिकायत पत्र के माध्यम से बताया कि वहां पर प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना द्वारा ठेकेदार कटारे द्वारा कार्य किया जा रहा है। उनके इंजीनियर एवं कर्मचारियों द्वारा आधा अधूरा एवं गुणवत्ता ही सामग्री का उपयोग किया जा रहा है इसका हम सब विरोध कर रहे हैं तो ठेकेदार द्वारा ग्रामीण सरपंचों एवं पदाधिकारियों को भी गुमराह किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि वहां पर 5 फीसदी डामर रंक उपयोग किया गया है और वहां पर किसी तरह की कोई सफाई भी नहीं की गई है। यहां तक कि ऑयल को पानी की तरह नाम मात्र उपयोग किया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि सडक़ की चौड़ाई 3.75 मीटर भी नहीं है।
ग्रामीणों ने कहा कि यहां पर इसी सडक़ से हमें रोजाना आना जाना पड़ता है। यदि सडक़ गुणवत्ताहीन रहेगा तो हमें ही परेशानियों का सामना करना पड़ेगा इसलिए सबको गुणवत्ता युक्त बनाकर उचित कार्रवाई करने की मांग ग्रामीणों ने की है।
ग्रामीणों ने कहा कि हम सडक़ की मांग लेकर यहां पर आए हुए हैं और यदि मांग पूरा नहीं होता है, तो हम चक्का जाम करेंगे और मुख्यमंत्री तक जाएंगे, क्योंकि इस सडक़ में हमें ही चलना है और हम चलिटी से समझौता नहीं कर सकते ठेकेदार की मनमानी नहीं चलेगी। यह सडक़ हमारे लिए बन रहा है तो हमारे हिसाब से बनेगा गुणवत्ता के साथ बनेगा।