खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 16 फरवरी। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलेभर के सदस्य 24 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसी हड़ताल पर रहे। इस दौरान उन्होंने एसडीएम ऑफिस के सामने सांकेतिक प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। स्वास्थ्य कर्मी प्रस्तावित वेतनमान पेट्रोल भत्ता, मोबाइल भत्ता, वेतन वृद्धि, 5लाख का स्वास्थ्य बीमा जैसी मांगों को लेकर लामबंद हुए।
इस दौरान शासकीय अस्पतालों में काम बंद होने के कारण मरीजों का इलाज नहीं हो सका और मरीज इलाज के लिए भटकते नजर आए। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले ऐच्छित अवकाश लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। सभी स्वास्थ्य कर्मचारी काम पर नहीं पहुंचे इस वजह से जिला अस्पताल में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि संघ द्वारा विभिन्न मांगों और समस्याओं के संबंध में समय-समय पर सरकार तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग से लेकर संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ,आयुर्वेद, संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को अपनी दुखड़ा सुना चुके हैं। लेकिन शासन-प्रशासन अस्तर पर उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारी कम वेतन व असुविधाओं के बावजूद दिन-रात कड़ी मेहनत कर जन सेवा कार्य कर रहे हैं। करोना काल में भी स्वास्थ्य कर्मी विभिन्न क्षति झेलते हुए जान जोखिम में डालकर अपनी-अपनी सेवाएं दी है, लेकिन आज पर्यंत भी उनकी मांगों पर सरकार द्वारा कोई सार्थक पहल देखने को नहीं मिलती है। यही वजह है कि सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ऐच्क्षिकअवकाश लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ा। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष हंसाराम वर्मा, जिला सचिव सुरेश मंडावी, जिलाध्यक्ष राजेंद्र जागड़े, दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव, विनोद रावते, संजय मेरावी, जीनत वाडेकर, शैफारी सिंह, धनेश्वरी कुम्हार, श्रद्धा वैष्णव, कमलेश त्रिपाठी, कमलेश साहू ,लोकेश पदमे आदि उपस्थित थे।